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  • 2 days ago
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Transcript
00:00जब विभाजन हुआ था भारत का, जानते हो उस वक्त लाखों हत्याए हुई थी ये विश्युद्ध के बाद का वो सबसे खूनी काल था
00:10दुनिया भोचकी रह गई थे
00:27हिंदू, सिक, मुसलिम, सब लाखों में मरे थे
00:31जानते हो इनको मारा किसने था
00:33अगर तुम थोड़ा सा उसके विवरण में, विस्तार में जाओगे, पढ़ोगे
00:37कि ये जितने भी मरे थे, इनमें से ज्यादा तरको उनके महले वालों नहीं मारा था
00:43उनके पढ़ोसियों ने मारा था, उनके गाहों वालों ने मारा था
00:4680-90 प्रतिशत लोग अजनभीयों से नहीं मरे थे इसमें
00:49शेहर तो तब बहुत जादा थे भी नहीं, सब गाहों थे
00:52और छोटे गाहों में और छोटे कस्वों में तो सब एक दूसरे को जानते हैं
01:13और वो उनको घर में बुला लिए और खुदी मार दिया
01:15या कि तुमें काम करो, तुम अपने घर में घुस जाओ, हम बाहर से ताला लगा देते हैं
01:20तुम अपने घर में घुस जाओ, हम भार से ताला लगा देते हैं
01:22और जो तुम्हें भीड मारने आएगी हैं उसको बोल देंगे
01:25कि ये लोग तो घर में हैई नहीं चले गए
01:26और जब भीड मारने आई तो बता दिया
01:28और भीड ने ताला नहीं तोड़ा घर में आग लगा दी
01:31जितने भीतर थे वो जिंदा जल गए
01:33किस तरीके से लाखों मौते हुई थी भाजन के समय
01:36उन्होंने चार मारे हैं तो हम आठ मारेंगे
01:38तुम ये मत सोचो कि चार अ मरे और बारह बा मरे
01:42वो देश ये था कि मरे हैं
01:44उसे बारह मारने थे चार उसने मारे आठ तुम से मरवा दिये
01:47कुल मिला करके सफल माया हो गई
01:51तुम सोच रहे हो कि तुम आठ चार से जीत रहे हो
01:55दूसरा वाला सोच रहा है कि वो चार आठ से हार रहा है
01:58स्कोर, धंगों में स्कोर बहुत गिना जाता है
02:01बता हो जादा कौन मरा
02:02थुम सोच रहे हो आठ चार है कोई दूसरा सोच रहे है चार आठ है ना आठ चार है ना चार आठ है स्कोर है बारह शून्या समझना है रियाक्ट नहीं करना है भावनात्मक आवेग में नहीं जाना है अगर आप बच्पन से विजडम लिटरेचर नहीं पढ़ रहे हो विचा
02:32कोई कहेगा ये जाति द्रोही है
02:34कोई कहेगा वन्श द्रोही है
02:36कोई कहेगा कुल द्रोही है
02:38कोई कहेगा देश द्रोही है
02:39कोई कहेगा धर्म द्रोही है

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