- 2 days ago
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▶ Introduction
When life gives you tangerines… she learns to smile again. After going through heartbreak and life’s unexpected turns, young and spirited Ha Eun meets the calm yet mysterious Ji Hoon in a small coastal town famous for its tangerines. Their worlds are different, but fate ties them together through little moments, sweet surprises, and second chances. As they grow closer, they begin to heal each other’s wounds and rediscover love in the most unexpected ways. A heartfelt journey filled with warmth, laughter, and the magic of everyday life.
➣ Drama: When Life Gives You Tangerines
➣ Total Episodes: 16
➣ Genres: Romance, Healing Drama, Slice of Life
➣ Cast: [Insert lead actors if known]
➣ Country: South Korea
➣ Language: Hindi Dubbed
#WhenLifeGivesYouTangerines #kdrama #romance #healingdrama #dramique #hindidubbed #koreanlove #newkdrama
▶ Introduction
When life gives you tangerines… she learns to smile again. After going through heartbreak and life’s unexpected turns, young and spirited Ha Eun meets the calm yet mysterious Ji Hoon in a small coastal town famous for its tangerines. Their worlds are different, but fate ties them together through little moments, sweet surprises, and second chances. As they grow closer, they begin to heal each other’s wounds and rediscover love in the most unexpected ways. A heartfelt journey filled with warmth, laughter, and the magic of everyday life.
➣ Drama: When Life Gives You Tangerines
➣ Total Episodes: 16
➣ Genres: Romance, Healing Drama, Slice of Life
➣ Cast: [Insert lead actors if known]
➣ Country: South Korea
➣ Language: Hindi Dubbed
#WhenLifeGivesYouTangerines #kdrama #romance #healingdrama #dramique #hindidubbed #koreanlove #newkdrama
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FunTranscript
00:00वाल बाके कोची बिंगो पुम्पाराम बुरासो म्या
00:20पुम्पाराम बुम्पाराम बुम्पाराम बुम्पाराम बुम्पाराम बुम्पाराम बुम्पाराम बुम्पाराम बुम्पाराम बुम्पाराम बुम्पाराम बुम्पाराम बुम्पाराम बुम्पाराम बुम्पाराम बुम्पाराम बुम्पाराम बुम्पाराम बुम्�
00:50तुआरल यमारे हो महरे हो भुम्-घुम्-टुम्-छुम्-प्र� stiff
00:58लोह यह
01:02प्रवा टार्व कर बिल है
01:17कि महारे है
01:18काविता लिखना ज्यादा मुश्किल नहीं है बस जो दिल में आये वो लिख दीजिए इतना मत सोचिए
01:28सुनो खाना बनाओ खाना बनाओ मुझे खाना दो माँ खाना खाना बस करो मुझसे खाना मत मांगो मैंने पूरी जिंदगी खाना ही बनाया है सब के लिए
01:44हम सब के मन में ऐसी चीज़े हैं जो हमने दबा के रखी है
01:49मेरी कहानी यी व्योंग सौन
01:52बुझ रही है आखों की रोशनी
01:56कान हर्ताल पर आए हैं उतर
01:59तूटने लगी है ये कमर
02:01अब तो मिलने आ जाओ बच्चो
02:03कहीं चला ही न जाओ मैं उपर
02:05अरे क्या हुआ आपने लिखना शुरू क्यों नहीं किया
02:10बस जो दिल में है वो कागस पर उतारना है
02:15और लोग बन गए करिता
02:35मुझे तब पता नहीं था
02:40कि मैं सत्तर के उम्र तक जी होंगे
02:44मुझे नहीं पता था
03:01कि इस उम्र में भी मेरे लिए
03:05वही लवस एहमियत रखेगा
03:07जो मैं बच्पन में सबसे स्याता बोड़ते थी
03:10मा
03:11इयो बच्दऽक सर जयोरतो ऑर फ़ा बच्दवक अर सुडरकrit रुडरकप थी होंगे
03:25अर्म गियाओ्दम ह芬नार स स्टवक � Reach में बच्दवक करिता
03:30जयो बच्दवक सलव मल उमिंग कोय।
03:33जम्रिवद्वक बच्न आ грम कल सकत एसाद प doğru거나 से .
03:35हाल है है हा उन है
03:38Éё!
03:41आधनी ओासो!
03:42आदासो!
03:50आदifique NE पासो!
03:57ओ स्क्राउिया ostब claiming का साथी!
04:00मा!!
04:07मा!!
04:08मा, मा, मा, जल्दी बाहर आओ, जल्दी, आप हमेशा लास क्यों बाहर आती हो, कैसी मा हो आप, बेटी से कंसित्या प्यारी है, फिर अंदर चली गई, आप मुझे इतना तंग क्यों करती हो,
04:31इस पोसम में स्यादा मचलिया मिलती हैं, तो वो लालची और जल्दी बाहर नहीं आने वाली, ए सुन, अपनी मा को छोड़, पीछे यांग की गाल देख तुझे देखकर लाल हो गए है, मेरे गाल धूप में लाल हो गए है, मेचारे का दील तूट जाता होगा, जब तूस के
05:01कर गुस्सा आता है, और देखो देखो, जा रही है उसके पास, अरे, किसी ने थपड़ मारा है क्या, तुम्हारे गाल हमेशा लाल दू रहते हैं, लेलो कहींगा, फिर से उसे जुपाते हैं, पूरा वक्त मचलिया ही पकड़नी है, तो मुझे क्यों पैदा किया,
05:31देखो, दोदो शंख है मेरे पास, हाँ, सारे माल के सरा अच्छे पैसे दिला ना, ठीक है, तू क्या समंदर से सारा गास उखार कर लाई है, क्या, समंदर गोताखोरों की जान नहीं लेता, लालच ले लेती है, वो कहते हैं ना, लालच पूरी बला है, हलीम वाली दादी की
06:01अच्छी घास है, माने बुल था कंसिपिया भी होनी चाहिए, अच्छी देखो, थोड़ी है, कंसिपिया बहार के मौसम में छोटी होती है, उनमें कुछ नहीं निकलता, ए, सब कुछ दे दोगी, हम भूखे मरे, लो या औरत फिर से शुरू है, वो सलीम दादी के तीन तीन
06:31तू क्या अकेली देती है उने, तुझे ये गोता खोरी किसने सिखाई, जो करके तू अपने बच्चों का पेट पालती है, हमारा भी परिवार है, बच्चे है, उनका भी तो पेट पालना है मुझे, उन सब को छोड़के पहले इस बुढ़िया का पेट पालो, सुन लो, च
07:01पर मुझे नहीं है, तुने ये सोच कर फिर से शादी की कि तेरा नया पती तुझे बिठा कर खिलाएगा, पर क्या हुआ, तू तेरे उस नालायक पती को बिठा कर खिला सकती है, पर एक बुड़ी औरत को नहीं हा, जब तू और मैं इस टापू पर आये थे, तो ना हमारे �
07:31अधाना नहीं मिला, और तू बड़ी-बड़ी बाते करती है, यहां कोई भी दूद का धूला नहीं है, सब पता है मुझे, दूदों मर्दों से बच्ची पैदा करने वाली हमें सिखाएगी, छूप जा, चूप हो जा, रोज कर रहा मैं, घर जाने से पहले हमेशा लड़त
08:01तेरी इतनी हिम्मत चुडल मेरी जोगल गिरादी, मेरी सारी सिप्या भी गिरादी, डायन कहीं की, रामो दादी, मैं छोड़ूगी नहीं कुझे, पता नहीं मैं इस चुडल को गौमिल ली करें, तुझे किसने कहा था उससे उलच, वो तो चोट खाई हुई आरत है, पंग
08:31सितिया मुझसे ज़्यादा प्यारी है, मैंने पोयम कॉम्पिटिशन जीता और आपको पड़ी ही नहीं, पोयम पोयम बेकार है, ये सब लिखने से किसी का पेट नहीं भरता है, एक बार पढ़ कर तो देखो ना, मैं पोयम कॉम्पिटिशन में सेकेंड आई हूँ, जाओ ज
09:01सुनाओ, वो तो पड़े लिखों का परिवार है, उन्हें जाकर दिखाओ, और बोलो कि पड़ाई का खड़्चा उठाती रहे, दादी मुझसे नफरत करती है, कहती है, मैं आपके जैसे बंते जा रही हूँ, जैसी मा वैसी बेटी, जाओ, और वहीं पर जाकर खाओ, बोल
09:31वो तो तुम्हें पही खाना खाना चाहिए, चाचा तो मुझे मचली का काटा भी नहीं देते, ऐसा करता है वो, मुझे अच्छे माक्स मिलते और इनाम भी मिलता है, और उनका बेटा अखरी आता है, चाचा कहते मैंने उस पे जादू टोना किया है, मुझे मचली खाने का �
10:01क्या मैं आपके साथ नहीं रह सकती, मान जाओ नमा, मुझे रख लो, बोलो नमा, खाना क्यों ने खाती क्या हुआ है, कुछ किया है क्या, ऐसे ड्रामे करोगी तो क्या वो सर पे मिठाएंगे, जाओ, जाओ, जाकर उनका दिल जीतो, क्योंकि अपने लिए जगे बनानी प�
10:31खानाखा कर जाओगी न, नहीं, मैं जा रही हूँ, आजाओ, पाकल लड़की, पापा आके लिए पानी, लाबे ना,
10:59कि नौक में दम करती है मेरे
11:02समुद्रकेदेव सिगरेट पियेंगे तो वो भी मर जाएंगे
11:06तो गोता-खुर के से जिंदा रहेंगे जिने पानी में ज़्यादा सासली नहीं होती है
11:10तो मुझे यहीं क्यों नहीं रख लेती है
11:20मुझे लगता है वो हमारे साथ यहाँ ज्यादा खुश रहेगी
11:24अपने बच्चों को पानने के पैसे तो है नहीं
11:29बड़ी बड़ी पाते करते हो इस जोपड़ी में रहते हैं
11:32ये भी हमारी नहीं है बलकि किराय की है
11:34एक बच्ची को अपना घर ने उसकी मा चाहिए होती है
11:38यहाँ आके क्या करेगी नौकरानी बनेगी
11:41सोते ले भाई बहन को पालेगी
11:44चाहिल हुरत हमेशे उल्टा ही सोचेगी
11:46मुझे पता है तुम यहाँ इसलिए रह रही हो ताकि अपनी बेटी के पास रह सको
11:51और उसका जब बन करें वो यहाँ पर आकर तुमसे मिल सके
11:54क्या फाइदा उस बच्ची को उस घर में रखने का
11:57जब वो अपनी मा के साथ रहना चाहती है
11:59दोनों मा बेटी बस तडबते रहते हैं
12:01उस परिवार के पास पैसे हैं
12:04वहां रहेगी तो उसकी पढ़ाई पूरी होगी
12:05क्या फाइदा ऐसे माहॉल में पढ़ लिख कर अंदर की कड़वाहट और बढ़ जाएगी
12:09अरे गोता खोर तो दस साल की उमर से गोता खोरी सीखने लगते हैं
12:14तुम अपनी बेटी को सिखाओगे तुम चाहोगे वो गोता खोर बने
12:18तुम होरते ना हमेशा बस काटने को आती हो
12:26मैं उसे कभी गोता खोर नहीं बनाऊगी
12:29कोई कुता बन जाए पर गोता खोर ना बने
12:31रोज अपनी जान जोखिम में डालो लेकिन
12:34उसके बदले में हमें मिलता क्या है कुछ भी नहीं
12:37उसे यहां लागकर नर्थ में जोग दू मैं
12:40तुम्हें तो बैठे बिठाए नौकरानी मिल जाएगी ना
12:43तो मैं इसे भेग देता हूँ
12:44इससे पढ़ोगी तो तुम्हारा दिल तूच जाएगा
12:48मैं तुम्हें इसे नहीं फेकने दूगी इसे लिखकर उसने इनाम जीता था हात मत लगा ना इसे
12:54तुम्हारी भलाई के लिए कह रहा हूं मत पढ़ो
13:14एक स्पेलिक भी ढंक से नहीं दिख सकता क्या
13:44पता नहीं इसे देखकर गुस्सा क्यों आता है
13:47मैंने तु सिर्फ पांच के पैसे दिये एक मचली मुफ्त है तेरी मा को पता है
14:00बोलेगा आपकी घर में छे लोगे फिर भी आप पांच मचलिया क्यों खरते हो
14:09मेरा घर मेरी मरसी बड़ा है अब मुझे सिका रहा है
14:13अच्छा हो अचा चाहन राता हो
14:17तो आए सूक क्यों आई ये सुना आर दो दे मुझे घड़ाई चाहिए
14:25यहां क्यों आई है
14:28अच्छिए अच्छिए नहीं नहीं सकते ताइट निकन जुकरते हो अम्मा यापके खांदान की बेटी है
14:56आपका खोन है, इसकी तो शक्ल भी इसकी बाब से मिलती है, फिर ऐसा क्यों करती हो, मत करो ऐसा, आपका बेटा, आपका बड़ा बेटा, उसकी आत्मा अभी तड़प रही होगी, अरे तुम्हारी वज़ा से मेरा बड़ा भाई मरा है, और तू आकर हम लोगों को खरी खोटी
15:26और इस बच्ची को एक बिमार बाप दिया, खुश हो जाओ, मैं अपनी बेटी को ले जा रही हूँ, एक बच्ची से क्राव करवाते हो, पागल क्या है लोड़त,
15:56अच्छा वा उन्होंने मुझे मचली नहीं दी, अब मैं आपके साथ रह सकती हूँ, मैं तुम्हे इतनी अच्छी लगती हूँ, ऐसा क्या है मुझ में हाँ, आप मेरी मा है, अरे, मा हो तो अच्छी लगू की न, हसनी की क्या बात है, तो चल्दी बड़ी हो जाओ, और पै
16:26अपियों से प्यार न करूँ, आपने पढ़ी हूँ, मेरी दुश्मन कंसिप्या, एच स्टांडर्ड एसुन की कवीता, जब देखो कंसिप्या, कंसिप्या, चाहे तुफान आये या अंधिया, नहीं चाहिए मा को बेटिया, गुड़गुड करके जाती हैं पानी के नीचे
16:56को लिजने आती हैं जल्डी पानी से उपर वो, क्या सीपियों की खोजने उन्हें है رोका, कही जिंदगी नहीं तो नहीं दे दिया धोका, वो शैतान कंसिप्या सताती है रोज, एक बेटि को बना दिया है उन्हें मा का बोज, जितनी भी हैं कीमत एक दिन कमाऊंगी, उन सी
17:26आपको आराम और सुपून दे लाओंगी.
17:39बोलो है तुम्हारे पास ऐसी?
17:41है तुम्हारे पास ऐसी बेटी?
17:43मैं इतने किसमत वाली हो क्या पोला हूँ?
17:53कहा था मत बढ़ा हूँ?
17:56बढ़ी होकर बहुत पैसे कमाना, ताकि मैं ये काम ना करूँ.
18:17और मैं पोरा दिन अपनी बेटी के साथ ही वक्त बिता सकूँ.
18:23बढ़ता चला मुझे सेकंड प्राइस क्यों मिला?
18:25लगता है प्राइस देने वाले अंधे थे.
18:27क्यों अच्छी नहीं लगी?
18:29तुम्हें सेकंड प्राइस नहीं, बलकि फर्स प्राइस मिलना चाहिए था.
18:33देखो तुम इसे तंग मत करना, वरना तुम्हें घर से निकाल दूँगी?
18:56पतियों के मामले में तुम्हारी किस्मत अच्छी नहीं रही, पर बच्चे एक से एक मिले हैं.
19:00हाँ, हाँ, शेयतान तो बहुत है, बहुत लड़ेगी मुझसे.
19:08पर प्यार भी तुमसे उतना ही करती है.
19:14मेरे माबाप गर्जे में टूबे हुए थे, पहला पती बिस्तर पर पड़ा था, और दूसरा पती ने कम्मा निकला.
19:22मेरी किस्मत तो बच्चपन से भूटी हुई है. छोटी उम्र से ही सारा बोज मेरे कंदों परी है. पर ये शेयतान मेरा पोज बाटना चाहती है. मुझे आराम की सिंदगी देना चाहती है.
19:37है तो लड़ाको बिल्ली, पर मुझसे मेरी ही भलाई के लिए लड़ती रहती है. तुम बस देखती जाओ, तुम्हारी ये लड़ाको बिल्ली ही आगे जाकर तुम्हे आश करवाएगे.
19:54चुप करो, मैं कोई नालायक मा नहीं हूँ, जो अपनी बेटी पर ही बोज ढाल दूँ. मैं अपनी बेटी पर बोज नहीं ढालने वाली. मैं ऐसे पढ़ाऊँगी और बहुत बड़ा बनाऊँगी. पूरे तेश में नाम रॉशन करेगी.
20:15मुझे भी लगता है. ये लड़की जिन्दिगी में कुछ बन के तो दिखाएगी.
20:33रो क्यो रही हो, तुम्हारी वज़ा से मेरा भी तो मान बड़ा है. तुम क्लास की मॉनीटर हो, तो मैं मॉनीटर की मा हूँ. इस खुशी में अच्छा खाना बनाती है.
20:43मगर मुझे मॉनीटर नहीं बनना.
20:46हमारे गाओं में भी तो ऐसा ही होता है. सरपंच थोड़ी सब कुछ होता है. उप सरपंच पे कुछ होता है. सब लोग सरपंच ही बन जाएंगे, तो उप सरपंच कौन बनेगा. मेरी मानों तो उप सरपंच बनने में ही फायदा है.
20:56मुझे दूसरे डंबर में नहीं रहना है।
20:59तुम्हारी मापने स्कूल में कभी कुछ नहीं बनी।
21:02मेरा तो मन कर रहा है कि तुम्हारे मोनीटर बनने पर मैं नाचूू।
21:05पिल्कुल नाचना मत। मेरी तुरह रो।
21:08पर चाची प्रेजडेंट की वोटिंग इसने ही जीती थी।
21:11हाँ, जो हो गया सो हो गया।
21:13तू ही इससे समझा, शाइद तेरे कहने से समझ जाए।
21:16एस उनको 37 वोट मिले थे और एमांगी को 28 वोट मिले थे।
21:20तो एमांगी प्रेजडेंट कैसे बन गया।
21:22मुझे प्रेजडेंट मनना तो उसमें मेरी जखाचीन लिया।
21:26मतलब?
21:31तुम बेकार में ही एक ही बात लेकर बैठिये गो।
21:34पर मुझे सैथी सूट मिले थे साल।
21:39ऐसे जिद करना अच्छी बात नहीं होती है।
21:42मांगी के पापा ने जो पूरी क्लास के लिए क्रीम बन लाए थे वो तुमने खाये ना।
21:46उन्होंने जो किताबें बाती थी वो भी तुम सभी बच्चों ने ली थी ना।
21:50पर मुझे सैथी सूट मिले थे।
21:54गलती उन सैथीस बच्चों की है जिन्होंने सारी चीज़े तो ले ली लेकिर उनके बेटे के लिए वोट नहीं किया।
22:01देखो मॉनिटर भी लीडर ही होता है।
22:04और उसका फर्स बनता है कि वो क्लास को एक साथ लेकर चले।
22:07समझी?
22:08पर मुझे सैथीस वोट मिले थे।
22:11तुम्हें सैथीस वोट मिले तो क्या हो गया।
22:12कबसे एक ही बात की रट लगा गर बैठी हो।
22:14असली दुनिया में किसे कितने वोट मिले इसका कोई मतलब नहीं होता।
22:17मांगी और तुम्हारे बीच जो फर्क है उसे समझो।
22:20और वो जो फर्क है वो नौ वोट जादा लाने से नहीं मिटेगा, समझी।
22:25जो पोजिशन हाथ में लगी है उसी से खुश रहो।
22:32जिद के चकर में वो भी हाथ से न जाए।
22:34चुपचाव समझोता कर लो।
22:36हार के भी जीती हो तुम।
22:38हार के जीती नहीं हूं मैं, जीत कर आ रही हूं मैं।
22:45मुझे मॉनिटर्स क्यों बनाया, मैं तो जीती थी।
22:49अब बस भी करो।
22:50किसने कहा था खड़े होने के लिए।
22:52चुनाव में खड़े होने वाले आदमियों की हालत देखी है ना।
22:54नेता बनने के चक्कर में सब गवा देते हैं।
22:57पर उसे मेरा अख है।
22:59उनने ने मेरा अख क्यों जीना।
23:03हाहाँ।
23:08हाहाँ।
23:11हाह।
23:15हाह।
23:21हाह।
23:24उस दिन के बात लगा था कभी शकल नहीं दिखाओगी।
23:27एक बात जान लो, मैं कड़वा बोलती हो पर सच बोलती हो।
23:30तुम्हारा पती और तुम्हारी सास जालिम है।
23:32बहु को क्या बैल समझ रखा है।
23:34इतना बड़ा खेत, अक्यले कैसे जोत होगी।
23:37मेरे पास पैसे नहीं है।
23:43अरे क्या ओरत है यह, जाओ यहां से।
23:46मेरी सास में देख लिया, तो जान से मार देगी।
23:48तुम्हे तो इस खांदान से छुटकारा मिल गया है।
23:51पर मैं तो जिंदगी भर के लिए फस गई हूँ ना।
23:54मैं जल्दी सहीए काटके तिल की फसल को भी काट दूँगी।
23:57अरे बोला मैं पैसे नहीं है।
23:59मैं सच बोल रही हूँ।
24:01मेरे पास एक धेला भी नहीं है।
24:03पैसे नहीं है।
24:05सच बोल रही हो क्या।
24:07आओ खुद आकर देख लो।
24:10एक फूटी कॉड़ी भी निकली तर नाम बदल दे ना।
24:13अरे पैसे मत दो।
24:15मुझे वो वो जो यहाँ पहनते है।
24:22नई नई वो नहीं दूगी।
24:27पर क्यों क्यों नहीं दोगी।
24:29मैं तुमारे लिए खेट जोट रही हूँ।
24:31दिल की फसल भी काटने वाली हूँ।
24:33फिर तुम मुझे एक दिन के लिए हार क्यों नहीं दे सकती।
24:35कहाना नहीं दे सकती।
24:37वो इतना महेंगा है मैं खुद नहीं पहनती।
24:39देखो मैं दो दिन में पूरा खेट जोट दूँगी।
24:43सोच ले न कि तुमने किसी बैल को उधार लिया है।
24:47ये क्या बात हुई।
24:51ऐसे शादी के कहने कौन देता है।
24:53अपने पती के खांदान से क्यों नहीं मंगती।
24:55तुम तो मुझे जानती हो ना।
24:57मेरी तो किस्मत की फूटी है।
24:59दो है।
25:13अब जाता है।
25:15आविं बीड़ कम करना बाकी है।
25:18अभी ने कैसे की आठीक से करो ना।
25:21पुम ए-खूम साय।
25:24ये जर्क्सरा।
25:26वफादार परिवार, धोंगे परिवार, ऐसी कविता कोई बच्चा लिख सकता है क्या, इसके माबाप ने लिखी होगी, कुछ में, सुनो, तो मैंने लगता इसे फर्स प्राइज मिलना चाहिए था, हां, सुनहरे फ्रेम में जड़वा दिया, उससे क्या कविता अच्छी हो �
25:56साथ चल रहा है यहां पर, इसलिए ही लीडर चुना है इसे, है दुनिया कितनी जालिम है, तुम्हारी कविता बहुत बख्वास है, सुनिये, क्या आप एसोन की चाची है, बैठिये न, शुक्रिया,
26:26मैं एसोन की माँ हूँ, उसकी चाची नहीं हूँ, ओ, अच्छा, एसोन की भी माँ है, जो उसकी परवा करती है, बिल्कुल, मैं कामों में इतनी उलजी थी कि, आप से मिलने का मोका ही नहीं मिल पाया, मैं आपके और बच्चों के लिए, कुछ खाने के लिए लेकर आई हू
26:56मैं इसकी क्या जरूरत थी? जरूरत थी, इसलिए लेकर आई हूँ, मेरी बेटी मॉनीटर बन गई प्रेस्टेंट की चगा, वो पहली आकर भी सिर्फ मॉनीटर बनी,
27:12क्या कहा सर ने, मुझे लीडर बना देंगे, मैं प्रेसिडेंट बनूँगी, अब फिर से बढ़की, जैसे उस दिन दादी के घर बढ़की थी, बढ़की तो मैं थी, और मैंने तुम्हारे सर की बोलती भी बंद कर दी,
27:32ठीक है, मैं ये बच्चों के साथ खालूंगा, मुझे और लाना चाहिए था, पर रोजी रोटी के चक्कर में हो ही नहीं पाया, देखिए, क्लास में कम से कम सत्तर बच्चे हैं, और उनके पेट में हमेशा चूहे कूते रहते हैं, मुझे नहीं लगता ये उनके लिए काफ
28:02में तो नहीं है, सबको अपनी लड़ाई खोद लड़नी पड़ती है, बच्चों के लिए शायद ये खाना कम पढ़ जाए, पर कोई माबाप नहीं चाहेगा कि उनके बच्चों को स्कूल में मौका मिलने में कोई कमी हो, मेरा बस चलता तो, मैं आपको तुफे में गाय दे
28:32पर दे में के पर दे में के ए
28:57यह से बुरी नहीं है
29:02अरे, इस औरत ने तो हद बार कर दी, कड़क कड़क नोट लाने की क्या जरूरत थी, चलो अच्छा है
29:11इतना तयार होकर क्यों गई थी?
29:14ताकि मुझसे मचलियों की बून आये, टीचर्स के सामने बंधन के जाना चाहिए
29:19मुझसे बदबू आती तो तुम्हारी नाक नहीं कर जाती
29:22अपने टीचर्स की बात माना करूँ, देखना बहुत आगे जाओगी
29:26तुम भी एक दिन टीचर्स की तरह मेज पर बैठकर रोब जमाओगी
29:30आये, पर वो तो मुझे प्रेसेडेन नहीं बनाने वाले उन्होंने जुरूर आपसे कुछ मांगा होगा
29:37क्या उन्होंने आपका दिल दुखाया?
29:40मुझे मौनिटर बने कुछे दिन ऊए और मौनिटर प्रेसेडेन्ट से अच्छा है
29:45प्रेसिडेंट बस नाम का लीडर होता है, हम दोनों का काम एक ही है, मैं बस क्लास को अटेंशन नहीं बोल सकती टीचर के सामने, पर जब इमांगी बोलता है, तब मैं सोचती हूँ मैंने ही बोला है, मैं मॉनिटर बनकर खुश हूँ
30:01ए सुन बेटा, तुम्हारी मा गरीब है, पर तुम खुद को गरीब मत समझो, तुम समझोता नहीं करोगी, तुम्हारी हारे चापूरी होगी
30:15आप भी समझोता मत करना मा, जब मैं बड़ी होंगी, सबसे पहले आपके लिए
30:21करने, तुम्हें क्यात?
30:31मुझे लंभी उम्र जीना ए इच आप, मेरी बेटी ने कहा है, बड़ी होकर मेरे लिए वो मोतियों कहार लेकर लेकर रचल गी
30:38तो जीना तो पड़ेगा
30:40उसके बड़े होने में बहुत वक्त है
30:43बच्चे तो फटाफट बड़े हो जाते है
30:45देखते ही देखते मेरे कले में मोतियों का हार होगा
30:49बच्चे फटाफट बड़े होते हैं
30:51और बड़े फटाफट बूढ़े होते हैं
30:53पता है मैंने न्यूस बे देखा था, जादा तर कोरियन सिर्फ बावन साल तक ही जीते हैं
30:58मैं स्यादा जीओंगी, साट साल तक या सातर साल तक जीओंगी
31:03और जब वो सुम्र में पीछे मुड कर देखूंगी तो सारी दुख तकलीफ है
31:07बहुत चोटी लगेंगी, बहुत मामूली लगेंगी
31:10जैने सिगरेट पीनी नहीं छोड़ी है
31:22पर आज से छोड़नी होगी
31:23क्या है, मुझे भी पासा दिया
31:29अरे, रुख जाओ
31:31अरे
31:37बहार का मौसम बहुत चोटा होता है
31:48शुरू होते ही, खत्म हो जाता है
31:51फूल खेलते ही, मुर्जा जाते हैं
31:54और फेर आता है, बेरहम पत्थचड
32:07बस बहुत हो अपनी सिच छोड़ दे, तेरी सांस उखरती रहती है, अब तो गोता-खोरी नहीं कर सकती
32:26मुझ पर होकम चलाना बंद कर, कुछ करना ही है तो मेरी लंबी उम्र की दुआ कर
32:30खुन क्यो उल्टिया कर रही है, फिर भी समंदर में जाती है
32:33तेरा समंदर में जाना कबर के बराबर है
32:35मौत तो कभी भी आही सकती है
32:37ए, मुझे दिख रहा है, यम्रूत तेरे घर के बाहर ही इंतिजार कर रहा है
32:42काले लेबास में खड़ा तुझे ही घूर रहा है वो
32:44तु समंदर में जाएगी तो वो भी तेरे पीछे-पीछे जाएगा
32:48और समंदर के नीचे से ही तुझे लेकर दूसरी दुनिया में चला जाएगा
32:52अगर मरने का डर होता, तो कभी गोता खोर नहीं बनती
32:54वैसे भी मैं रोज मौत से लड़ती हूँ
32:56हजार बार मरते मरते बची हूँ, तुम लोग मुझे मढ डर आओ
32:59तू पानी में नहीं जाएगी, तो क्या तेरे बच्चे भूखे मर जाएगे?
33:05खो अंगरी, हम हमेशा एक दूसरे का साथ देते, हम तेरे परिवार को भूखा नहीं मरने देंगे
33:10जो यहां से, तुमारी भीक नहीं चाहिए, मैं अपने पैसे खुद कमाऊंगी, जब तक मैं अपने बच्चों के लिए को इंतिजाम नहीं कर लेती, मैं नहीं मरूंगी
33:17सुन लिया न, पता है प्रेटाफ मैं कौन बनती हैं, वहीं जो इस संसार के बंधनों से खुद को आजाद नहीं कर पाती
33:24मुझे बच्चों की फिक्र है, भूत बनने की नहीं, मैं आखरी सांस तक काम करूँगी और अपने बच्चों का पेट पालूँगी, उन्हें कभी भी भूगा नहीं रहने दूँगी
33:33बहुत अच्छा किया बेटा, इन कपड़ों के बगएर ये गोता खुरी नहीं कर पाएगी
33:39पूरी की पूरी बागल है, मुझे इसे वापस लाना हैं नहीं चाहिया था
33:43मैं भीकारी हूँ, मैं तुम्हें भीकारी लगती हूँ
34:03अच्छा जएख लगा केला चुड़ दूँ, उनका पीचा चुड़ दूँ
34:21तुम तो देवता हो दा, तुम मासुम लोगों की जान कैसे ले सकते हो
34:27मेरी मاं को ठ्छोड़ दो
34:35मेरी मापन रह्म खायो
34:38उन्होंने अब धी पूरी जंदेगी सर्फ काम किया है
34:42वो कभी प्लेट मे नहीं बेढ़ी
34:45उन्हें मूठ्यों का हार द knowledge
34:48उन्हें बेठाना है
34:50तो आप पर कुछे हैं वो
34:54क्योँ
34:57अग्यों।
35:01अग्यों।
35:08तो में क्या हो गया?
35:10समसुंग है क्या?
35:11कुछ बोलते क्यों नहीं हो?
35:14क्या है उसमे?
35:15बोलो, बोलो!
35:18क्या हो!
35:20क्या?
35:21क्या हो!
35:27तुम्हें क्या लगता है तुम नहीं होंगे तुम मुझे मचली खाने नहीं मिलेंगी?
35:33यह मचली नहीं है चिकन है
35:35बड़े कहते हैं कि चिकन मटन सेफ अपनों को दिया जाता है
35:40तुम मुझे क्यू दे रहे हो?
35:41मैं तुमारी रिष्तेदार भी नहीं हूं
35:44लोने से तुम्हें बूक लगती है तुम्हें मुझ पर तरस खाकर खाना देते हो किसी पर तरस खाना आवता तो भीकारी पर खाता इतने चोटे हो पर बहुत बड़े वधुदुओं मैं चोटा नहीं बड़ा हो तुमसे
36:02तुम चाहे मेरे लिए चिक्न लाओ या मतन लाओ तुमसे शादी नहीं करने वाली उजे कौनसी करनी है
36:32उसे जीना होगा, जीना होगा उसे
36:40वो मर गई तो उसके बच्चों का क्या होगा
36:43क्या आप मेरे साथ चल सकती हैं, मुझे बहुत डर लग रहा है
37:13क्या होगा
37:24मैं क्या होगा
37:28क्या होगा
37:43लग रहा है लोहे के जगा सोने की कुलाड़ी मिल गई
37:55त्या तुम्हारी मा लोहे की कुलाड़ी है
37:58अप कही जा रही हो
38:02आज क्यों किलाया कल खा लेते
38:05कल देती तो वो बतमाश खा जाते न
38:08आप इसे बेचती तो पैसे मिलते
38:11पैसों से वो खुशी नहीं मिलती जो आज मिली है
38:16ए सुन बेटा मेरे मरने के बाद
38:29इस घर से निकल जाना और अपने चाचा के पहर पकड़कर उनसे असरा मांगना
38:37यहां रहकर इस घर की नोकरानी मत बनना
38:40मुझसे वादा करो कि तुम इस घर को छोड़ दोगी
38:46माप ऐसी वादे मत करो ना
38:51मैं जाहती हो कि तुम्हारी दादी के घर से तुम्हारी डोली उठें
38:57मेरी आत्मा तडबेगी अगर तुम्हारी हो जाओगी मैं आपको आप परिशान नहीं करूंगी
39:03मेरी आत्मा को शांती नहीं मिलेगी पाप चले गए और अब आप ते इशारे ही हो सब मुझे छोड़कर क्यों जाते हैं आपने मुझे पैदा यह क्यों किया एसे मिटा
39:21सभी के मापाब एक दिन मर जाते हैं बच्चे और उनके मरने की बात भी उनके बच्चों को जीना बढ़ता है जिन्दगी में कई बार मुझे ले आएंगी बेटा और उनका सामना करते हुए कभी-कभी तुम्हारा मन करेगा कि तुम मर जाओ
39:41मरने की बाते मत करो कोई बाता नहीं करूंगी नहीं खाने मुझे सेपी हाँ हाँ हाँ मेरे प्यारी बच्ची जल्दी बढ़ी हो जाना हाँ हाँ हाँ घर की बढ़ी बेटी मा की आखरी ख्वाहिश सुन रही थी जब वो सर्व दस साल के थे
40:07सोजा मेरी कुडिया सोजा सोजा मेरी कुडिया सोजा
40:18सो नहरे सपनों में तू खोजा रोना ना तू चुपके से सोजा
40:30आजा चंदा लोरी सुना जा इसकी बलकों में निंदिया तू दे जा
40:42मैं रहू या ना रहू कल तू थामने देना इसे अपना आचल
40:52सोजा मेरी राज कुडिया वो तीनों बैच्चों को दुनिया में अकेला छोड़ के
41:00सुनहरे सपनों में वो सिर्फ 29 साल के थी
41:06सोजा मेरी राज कुडिया
41:10सुनहरे सुना है
41:16कर दो?
41:18मैं जाम
41:20कर दो?
41:22कर दो दो देंदा
41:30कर दो दो आपसे जए जए
41:34क्रुशहरे
41:38कि रोते रोते भूख लगी होगी लो थोड़ा खा लो
41:48कि अब मैं कहां जाओंगी कि क्या करूंगी कि मेरी माँ कि छोड़कर चली गई मुझे हममेशा के लिए मुझे उनकी मुझे उनकी
42:08मुझे मेरी माँ वापस चाहिए
42:19माँ क्यों चली गई मुझे छोड़के
42:25माँ
42:31माँ
42:36पर कि अब तुम तुम सभी नामों में सुन है और तुम सब में एक ही मा का खून है
42:51अपना मूझ क्यों नहीं साफ करती बंदर से शादी करवादू तेरी इस वक्त समंदर में बहुत मश्ली हैं बच्छवारों के साथ मश्ली पकड़ने जाओंगा तभी तुम्हारे भाई बहन को खिला पाऊंगा
43:04अपने चाचा के घर पर गई तो तुम्हें नौकरानी बना कर रखेंगे तो मेरी बात मानो और यहीं पर रुक जाओ अपने भाई बहन का ख्याल रखो कम से कम यह तुम्हारा अपना खून तो है माने मुझे मना किया था कहता कि कोई जिम्मेदारी मत लेना एसोन तुम्हारी
43:34आप इस खेत का कुछ करते क्यों नहीं है इसे ऐसे ही बेकार पड़े रहने देंगे अपने अपने बस जब तक सुन बॉंग थोड़ा समझदार हो जाए हां
44:04चलो
44:04बस जब तक सुन नाम स्कूल जाने लगे हां
44:11देखना तुम्हारी उंगलियों का रंग भीका होते होते वक्त तुम्हारे सक्म पर मलम लगाएगा और तुम आगे बढ़ोगी
44:22कभी हार मत मानना वक्त अपनी रफ्तार से आके बढ़ेगा तुम्हारी सिंदगी बहतर होने लगेगी खुश यहां फिर दस्तक देंगी
44:34तुम्हारी दुकान तो नुक्सान में है ना फिर भी तुम्हारे पास मच्छिया कैसे होती है
44:52मैं घर छोड़ रही हूं
45:10सच में यह मेरा आख्री सफर होगा अरे मैं बहुत सारी मश्रीया पकड़ूंगा और उन्हें बेचकर पैसे कमाऊंगा
45:21दूसरे बच्चे अपनी पढ़ाई पर ध्यान देते हैं और मैं बस घर के कामों में लगी हुई हूं मुझे भी क्लास में फर्स्ट आना है मुझे भी मुझे भी
45:31आप नहीं समझोगे
45:35लिट्रेचर ना दुनिया भर की कानिय और इतिहास पढ़ना है ना कविता कविता लिखनी है तुम्हें बहुत बड़ी पोएट बनना है ना अशूर पोएट बनना है हां पता है
45:50मैंने भी भहुत सारी लिट्रेचर की किताबे पढ़िये हैं और खूब रटा मारा है
45:58मुड़के तो देख है जाने वाले तेरे कदमों में पढ़ गए है अच्छाले
46:02वादा करता हूं मैं पैसे जमा करूँगा जबान देता हूं
46:05तुम्हारी कॉलेज की पढ़ाई का सारा का सारा खर्चा उठाओंगा अरे भरोसा करो मुझ पर अब तक मैंने तुम्हारे स्कूल का खर्चा भी उठाया है ना
46:20मैं तुम्हारा सौतेला बाप नहीं हूँ अपसे ना तुम मुझे अपना सगा बाप ही मानो समझी दिन रात एके करके पैसे कमाऊंगा और तुम्हें कॉलेज भेजूगा
46:29तुम्हारा सगा चाशा तुम्हें कभी कॉलेज नहीं भेजता अगर उसे घर की और तुम्हारी परवा होती न तो तुम्हें वो कब का
46:38मेंलांड मेंलांड वाला कॉलेज उसी में उसी कॉलेज में भेजूगा अपने बच्चो की कसम खाके बोलो
46:45तुम्हारी मा की किसम खाकर बोलता हूं
46:48तुम्हारी मा की आत्मा मेरा गला घोट देगी अगर मैंने अपना वादा नहीं निभाया तो
46:52आसानी से पहने जाने वाले और आसानी से संभलने वाले कपड़ों को पहनने का चलन सोर पकड़वा है
46:59हाया है लोग इस अवालीय से देख रहा है जब वक्त को आरगा में बहुत भाग दोड़ने तो लुम्हारी सबढ़ अ जब मत्रेया आज़ों
47:22इस पूख़े आप मता शुख़ें, आप मता शुख़ें, भी माता है।
47:52आपको चाहिए नहीं मुझे पत्ता को भी चाहिए वही पूछ रहा हूँ पत्ता को भी लेंगी तुम पत्ता को भी भी बेचते हो पाँ ताजी है इसकी पत्ता को भी अच्छी है
48:12कि अच्छी है अभी अभी समंदर से पकड़ कर लाए है आओ आओ लेनो लेनो एक दम ताजा है जल्दी आओ फांगरी की बेटी की किसमत अच्छी है रखवाला हर्वा की साथ होता है
48:42लीजिये ना पत्ता को भी लीजिये पत्ता को भी चाहिए
49:08ख्वांशी कैसुन की सारी पत्ता गोभी अबेश देता है दीरे दीरे और्टों की स्कर्ट के लंबाई कम होती जा रही है यह आज का फैशन बन गया है यह लिजिये पत्ता गोभी देखिए बिलकुल ताजी है
49:17सोल के म्योंग दॉंग में औरते अपनी टांगे दिखाते हुई बेशरमी से घूमती हुई नजर आती है
49:23ख्वान्शी कैसुन का बच्पन से ऐसे ख्या रखता है जैसे वो उसकी बेटी हो
49:29और्टों के ऐसे पहनावे की वज़ें से संस्कृतिक खत्रे में है इस पर डोक लगाने के लिए कहीं अंदोलन की जा रहा है
49:36और्टों का कहना है कि पहले समाज नहीं उने बोला कि छोटी स्काज पहना और अब समाजी हंगामा करा है
49:41कप्रों की लंबाई के अलावा भी देश में कहीं कम बेर बुद्द है
49:44पत्ता गोबी लेंगे आप
49:45को सास के साथ साथ बहू को भी जहिलना होगा
49:56आयजया मिली किसमाट
49:57एक पत्ता गोबी कितने की है एक पचास की है और थीं देड़सो वान की है
50:02ये कैसा हिसाब है एक पचास वान की है तो 3.500 की होई न
50:06हिसाब यही कहता है
50:10अच्छा, एक पत्ता गोवी बेशने वाली मुझे हिसाब सिखाएगी
50:14मैंने तीन के दाम नहीं पूछे थे
50:15देखिए, ये सब बेश कर वैसे भी हम कुछ कमा नहीं पाते हैं
50:19और सब को मोलभाव करना होता है
50:21आप लोग गरीबों का पाइदा उठाते हैं
50:23मैं पत्ता गोवी खरीदने आई हूँ, तुम्हारे ताने सुनने नहीं
50:26सुनिया है याप
50:27सही कहा
50:28आप लेना चाहेंगे?
50:30देखना वो संभाल लेगा
50:31मैंने ना इक गधे को जिनम दिया है
50:33मुझे सिर्फ एक चाहिए, सिर्फ एक
50:36एसन, तुम्हारे अपने हाथ ने है, क्या?
50:41मैंने इससे नहीं बोला करने को
50:42ये सब ये खुदी करता है
50:44हाँ, ये नहीं बोलती
50:46हाथ है, इससे अच्छा तो कुट्टा ही पाल लेती
50:51तुम्हारी दादी ने तुम दोनों को साथ में देख लिया तो मार ही डालेगी
50:55अरे अब वो जवान हो गये हैं
50:57किसी बुरी आरत से क्यो दरेंगे
50:59वो आगे गे
51:05वो आगे
51:09दादी
51:10दादी
51:12कि रादी
51:17मना कि Ayna, इसके साथ बैटने को, तुम इनको रोग नहीं सकती
51:20कि आपको इहां आने के क्या जोरोग थी
51:22मा की आत्म हैं अपनी बेटीों से चिप की रहती है
51:25तुझे पता है ना? तो उसके साथ अपने बेठीको क्यो बैठने देती है
51:28इसके उपर अभी पी अपनी मा का साया है
51:30साया तो इस बुडिया के अंदर है
51:33मेनी मा को भी इसमें मतलाओ
51:35हराम हो रहे सुनकी बच्चे
51:37अभी दिखाती हूं तो जे कमिरी
51:39मुझे भी तो पुझा भाग रही है
51:41पट साम में से
51:41पुझा अपना पसन नहीं है
51:42छोड़ी दो अहीं पीछे पड़ा रहता है
51:44जाओ जाओ जाओ जाओ जाओ जाओ जाओ
51:46सारा फूद उतारते हूं इस कार में
52:03उनके बीच कोई रिष्टा नहीं था
52:05पर फिर भी एक गहरा रिष्टा था
52:09बावभां अभे प disaster
52:12जाओन जाओन नहीं प्रतो
52:14और एक बाओना नहीं रहीं
52:17थाओना ऑ Lewis
52:19झूहन में सकतना वी और बाओना भी बाज़ा कु़
52:30बेहे ते, लो दो एक कु़
52:34तो चिनना श्यारीं प्रतू का
52:39किदे गञे हुए इता है अए हुए कि याजस लोगागा को आवा है।
52:43कि अवाओार नहीं होगा है उन्हा नहीं हो फिरारा जब खाद कर दोलॉड़ सकती है।
52:59그저 이렇게 걷다 보니 하나 둘씩 떠올라
53:09밤공기에 실려온 그리움이 번지네
53:17지친 하루에 고민들을 내려놓고
53:29찬바람을 등지고 함께 걷던 길
53:37나무 그림자 사이마다 너로 눈
53:45사랑했던 삶명과 이야기를
53:52바로 다 지나버린 일인데
54:03걸음마다 따라오는 우리 함께한 시간이
54:10그저 이렇게 걷다 보니 하나 둘씩 떠올라
54:21밤공기에 실려온 그리움이 번지네
54:29혼자 걷는 이 길 가는 한숨에 널 덜어내고
54:38희긴 어둠의 안겨 외롭게 밤을 알아
54:45다 지나버린 일인데
54:50걸음마다 따라오는 우리 함께한 시간이
54:58이렇게 걷다 보니 하나 둘씩 떠올라
55:09좋아하세요
55:16그니까요
55:17그런데
55:18또한
55:18이틀
55:18그렇게
55:19이렇게
55:20Both
55:21이렇게
55:22이렇게
55:23이제
55:24이렇게
55:25as
55:26이렇게
55:27이렇게
55:28이렇게
55:30झाल झाल
56:00झाल
56:30झाल
57:00झाल
57:30झाल
57:32झाल
57:34झाल
57:36झाल
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