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▶ Introduction
When life gives you tangerines… she learns to smile again. After going through heartbreak and life’s unexpected turns, young and spirited Ha Eun meets the calm yet mysterious Ji Hoon in a small coastal town famous for its tangerines. Their worlds are different, but fate ties them together through little moments, sweet surprises, and second chances. As they grow closer, they begin to heal each other’s wounds and rediscover love in the most unexpected ways. A heartfelt journey filled with warmth, laughter, and the magic of everyday life.
➣ Drama: When Life Gives You Tangerines
➣ Total Episodes: 16
➣ Genres: Romance, Healing Drama, Slice of Life
➣ Cast: [Insert lead actors if known]
➣ Country: South Korea
➣ Language: Hindi Dubbed
#WhenLifeGivesYouTangerines #kdrama #romance #healingdrama #dramique #hindidubbed #koreanlove #newkdrama
▶ Introduction
When life gives you tangerines… she learns to smile again. After going through heartbreak and life’s unexpected turns, young and spirited Ha Eun meets the calm yet mysterious Ji Hoon in a small coastal town famous for its tangerines. Their worlds are different, but fate ties them together through little moments, sweet surprises, and second chances. As they grow closer, they begin to heal each other’s wounds and rediscover love in the most unexpected ways. A heartfelt journey filled with warmth, laughter, and the magic of everyday life.
➣ Drama: When Life Gives You Tangerines
➣ Total Episodes: 16
➣ Genres: Romance, Healing Drama, Slice of Life
➣ Cast: [Insert lead actors if known]
➣ Country: South Korea
➣ Language: Hindi Dubbed
#WhenLifeGivesYouTangerines #kdrama #romance #healingdrama #dramique #hindidubbed #koreanlove #newkdrama
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FunTranscript
00:00प्रवाद के पोची बिंगो पुम्पाराम बुरासो म्या
00:20उल्लंः आई नहाद करना बुम्पारा है
00:29हुआ है Cam
00:45बुम्पाराम बुम्पाराध क्म्भारा हुआ है
00:48हमारी नाओ है, अपना घर है, मुझे तो यकीन नहीं होता
01:18में बहुत खुश हो, बहुत, मैं बहुत कुश हो
01:26जा करें यो
01:36जा करें यो
01:42उनकी जिन्दगी की ठंडी ठंडी पुरवाई आंधी का रूप लेने वाले थी
02:12पुरका झाले वाले पुर्वाई अच्छी हुझे हुझे आंधी ठंडी की हुझे के लुचों माणी पाले पाले रगज एकारा है
02:36थोड़े और पैसे दान कर देती हो, ठीक है?
02:50आखिर मैं गाओं के उपसर पंचूँ, गाओं के काम तो आना ही पड़ेगा
03:01आखिर से नहीं, यह क्या किया तुमने, कहा खाना खाना खाना करने के बाद दूँगी, जय जरूर थी अभी लेने की, बोलो, तुम्हे मा की बात तो कमी सुननी ही नहीं है, हाँ?
03:29काम बढ़ा दिया
03:31माम, महें लगारो
03:35आँटी, आँटी, हम यह उंको कुछ हो गया है
03:43क्या?
03:45क्या हुआ?
03:49क्या हुआ? क्या हुआ? उसे क्या हुआ?
03:51पता नहीं, वह उस तरफ है
03:53चाची, चाची, तेरे बच्चों का ध्यान डख लोगी, हाँ?
03:59क्या हुआ
04:01हुआ
04:03प्रुआ
04:05प्रुआ
04:07प्रुआ
04:09प्रुआ
04:11तुम समुत्रदेव की बेटी हो, हाँ?
04:35बाचलिया भी ऐसे मौसम में शान रहती है
04:37और तुम्हें ऐसे में साइके चलाने थी
04:39उस बाइक वाले ने धत्ता मार गिया, मैं क्या करती?
04:43यहां के तुपान में गाड़िया पलट जाती है, समझी?
04:47तुम्हारी साइकल तो पता नी कहां उड़के चली जाती
04:49चाची?
05:00चाची?
05:03मेरे बेटे को हैं, क्या वो घर पर सो रहे हैं?
05:12क्या वो घर पर सो रहे हैं, मुझे क्या पता?
05:19क्या है, मुझे क्या यहां?
05:34क्या हैं, चुटासा थो एक्सदेंटट था
05:37तुम्हारी मुझे क्या है?
05:42ओन्म्हारी मुझे क्चिवफ़के चली मुझे करते हैं,
05:46दादी सही कहती थी थोलो बहुत शैतार है, कभी इक जगे नहीं ठिकते
06:00उनकी जूते, उनकी जूते यहां नहीं है
06:04क्या? अच्छा, मैं खेतों में जाकर देखती हूँ
06:09आप बागी जगोब बने को
06:11मैं समुत्री खास तोड़ने के लिए जा रही थी
06:15शुक्र मनाओ, तभी तुम्हारा बेटा दिख गया
06:18शुक्र है, तुम मिल गया
06:20मैंने कहा था ना घर पे रहने के लिए, कहा था कि नहीं
06:25जानती हो, वहां अकेला समंदर के बांग पर तुम्हे जून रहा था
06:30अगर तुम वहां खड़े रहते तो लहरे तुम्हे निगल जाती यहां के तूफान में गाय वक्रिया तक उड़ जाती है, तुम्हे कुछ हो जाता तो
06:47तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम्हे तुम
07:17झाल झाल
07:47सरपंच के हाँ फोन करो
07:53मौसम का कोई माबाप नहीं होता है
08:07कल ऐसे मौसम खिला था जैसे किसी नई दुलन का चहरा हो
08:11और आज देखो बीवी के घुट से की तरह आग बबुला हो रहा है
08:15बीवी को जहलना मुश्किल हो तो कमसगम नहीं तो ला सकते हैं लेकिन इस मौसम को तो जहलना ही पड़ेगा
08:21मर गया
08:24मूँ चला रहा है
08:27यह नहीं कि हाँ चला कर मदद करें
08:30वँएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएएए�
09:00profe roadmap
09:03कंप एंपी intensive
09:14कंप्योन
09:23कंप्योन
09:24सुप्योन
09:27सक Андhion
09:28वह क्या?
09:30वहाँ!
09:33कहा दो वहाँ!
09:35आप जहें करना मालिक
09:37क्यों कुछ भी हो जाए बच्छे को बचा लेदा
09:40तेरे पर बच्छा लेदा
09:42वहारा बच्छा सही सलामत मिल जाए मालिक
09:49तुच्छा खोने के लिए एक बली काफी होता है
09:52जितने भी लोगों नियाज तक अमने बच्छे खोए
09:56समने कहां कि पलक चपकती ही बच्छा खो गया
09:59एक बल के लिए नजर हटती है
10:01तो बच्छा गाव हो जाता है
10:03वह कहा होगा किसा है
10:13मेरा बेटा मिला? वह मिला क्या?
10:15इसन भाव
10:17वह मिला की नहीं?
10:19इसन भाव
10:27इसन भाव
10:29क्या है
10:33यह
10:49पाफितल
11:07अषपितल में जाना होगा, नड़ी
11:12मेरे बच्ची को ठान लग ही है
11:16है
11:18थो जो एकटना मेंहें can you tell...
11:22प्रोसल दो जकटना में लाकाटना, zoals की दो डेहां
11:26का वेरा बच्चाहाा, थायां था हुआ थाउल
11:31था थार 막ली थाम बच्चाहां
11:34जो थाहा है, मेरा बच्चाह थारe
11:37मेरा बच्चाह, मेरा धाउल
11:42क्या हो गोग तो द लॉक्टर
11:44लोपतर को बुलाओट झालो है?
11:51अग…
12:02बुण से लिखने को बुणाओँ झालो है?
12:06जन वदाओ़ झालो है?
12:10कोई अम्बूलंस ही ने बुला रहा है
12:13उस दिन उनकी दुनिया तोट कर बिखर गई
12:21जिन्दगी में पहली बार
12:32पापा की हम्मद पिलकुल तोट गई
12:40कि बिलक्षण कर अ कर अ
13:05कि भी कर वे कर दोब कर दोख से वे इन अ
13:08झाल झाल
13:38पापा की चीखों से आस्मान भी कहाँ पुठा
14:08झाल
14:14झाल
14:16झाल
14:20झाल झाल
14:50उसे गले नहीं लगाया
15:09गले नहीं लगाया
15:16जो बीटा दू पहर तक उनके साथ था
15:20वो रात होते ही तारों से भी ज्यादा दूर चला गया
15:24मैं, मम मा नहीं लगाया
15:30मैं, मम में
15:38जो, झो…
15:48वोसें गलेक्ग्यों उन्ने इला कायामे बेने.
15:58कुल...
16:08पर दादी ने माँ को कोई ताना नहीं मारा बस इतना कहा कि किसी भी मा के लिए अपने बच्ची को खो देना दुनिया का सबसे बड़ा गम है
16:25खुद को संभालो किसमत से कौन लड़ सकता है तुम्हारे बाती दोनों बच्चों को भी तुम्हारी सरूरा थे बेटा
16:45जिन्दकी कभी रुकती नहीं है हमें आगे बढ़ना ही पड़ता
16:53सिंदकी में कई बार मुष्किले आएंगी बेटा और उनका सामना करते हुए कभी-कभी तुम्हारा मन करेगा कि तुम मर जाओ
17:06मरने की बाते मत करो कोई बादा नहीं करूंगी नहीं खाने मुझे सेपी हाँ
17:12मेरी प्यारी बच्ची मेरी प्यारी बच्ची में चलती पड़ी हो जाड़ा
17:21अगर कभी जिंदगी में हारने लगो तो गोताखोरों के सिंदगी के बारे में सोचना
17:39समीन पर काम करने वाले मुसीबते आये तो कह देते हैं कि काश वो मर जाते
17:47पर हमको ताखोर ऐसा नहीं कहती फिर सामने चाहे जितनी बड़ी मुसीबत आजाए
17:53मैंने समंदर की कहराई में हजारों बार मौत का सामना किया है लेकिन हर बार अपनी सिंदगी के लिए लड़ी हूं
18:02तो अब क्यों नहीं लड़ गए अभी भी लड़ू ना अब क्यों हार मान लियों जिंदगी से
18:09शरीर ठक जाता है तो दिल जवाब देने लगता है ऐसे कई दीन आएंगे जब तुम्हें लगेगा कि सिंदगी से बहतर मौत है लेकिन हार मत मानना जिंदगी के लिए लड़ना तक यो पर अपना सारा गुस्सा निकाल देना खेत में जाकर सारी की सारी मिटी खोट डालना
18:39देखना कमो की काली कहराईयों से निकल कर उचाले की तरफ जाने लगोगी तुम फिर से जीने लगोगी
19:09ज सेंगे लड़नों से
19:24वाव मू मेब पानिय बहुत है
19:29पायी है
19:40तुम्हें ये खाने का बन कर रहा था
19:45मुझे क्यों नहीं बताया, मैं बना देती
19:52तुम मुझसे बात नहीं करना चाहते
19:56मुझसे नारास हो
20:09बबचर मुझसे मुझसे नारास हरा
20:12आर झाल मैं, आर दोगज भाना हो, मैं राश स्वाना लगज़े काम इंगा स्वार्णी घज़ फवस्द्टरी बारी बारे के च्चर्णीं ठाइगा है कि अब बाराना है
20:42यांगुन्म्यों, तुम मुझसे बात क्यों नहीं करना चाहते, क्या मुझसे कभी बात नहीं करोगे?
21:12क्या मुझसे करें कि एका।
21:42तुमने बताय करने कि तुम्हें पूरे मार्क्स मिले
21:49तुम तो हमेशा खुछ से हमें आके बताती हो
21:53कह में हुँ
22:00बताओ ना मुझसे क्यो नाराज हो
22:07क्यो बात नहीं कर रहे है मुझसे
22:10क्योंकि मैं तुम्हारे भाई को वापस नहीं लाई
22:21क्या इसी वज़े से नाराज हो मुझसे
22:25आप मुझसे नाराज है
22:29क्या मैं उससे उस दिन छोड़कर चला गया इसलिए वो मर गया
22:39क्योंकि मैं साइकल चलाने गई थी अगर मैं नहीं जाती तो तॉंग्म्योंग हमारे साथ होता मैं पुरे हूं
22:50क्योंकि मैं साइकल चलाने गई थी अगर मैं नहीं जाती तो तॉंग्म्योंग हमारे साथ होता मैं पुरे हूं
23:01मैंने मा की बात नहीं मानी और तुफान में साइकल चलाई तॉंग्डांग मर गया क्योंकि मैं साइकल चलाने गई थी
23:12हमारी बाते सुनकर मापा को होश आया उन्हें अशास हुआ कि हम भी तकलीफ में हैं
23:24मुझे माफ कर दो मुझे माफ कर दो माफ कर दो अपने दुख में मैंने तोहरा दुख देखा ही है
23:40जस दोख म्हें हमा हुआ है
24:10मेरे हिम्मत वाले पापा ने तीन दिनों बाद फिर से हिम्मत जुटाई नाश्ता किया और काम पर जाने के लिए तैयार हुए
24:23कर दो मेरे तीन दिनों के लिए फिर्श दिनों के लिए तुमारे स्कूल की फिर्श देदूगा ठीके
24:44उन दोनों को बस तीन दिन ही मिले, शोक मनाने के लिए, सिर्फ तीन दिन.
25:04पापा, अज क्या पकड के लाओगे?
25:08गौल, गौल मचली पकड़ूगा.
25:12गौल मचली?
25:13हम, और मैं उन्हें बेचूंगा नहीं, घर पर लेकर आओगा.
25:18घर पर लेकर आओगे?
25:19हम, और आज हम लोग मिलकर खाना खाएंगे बेटा, सब लोग एक साब बैठ कर खाएंगे.
25:43पर वोग लेकर खाएंगे, इन्हें खाएंगे.
25:48रओध करेंगे गाएंगे, इन्हें रख़गे लोगा है.
25:52पर लेकर घर खाएंगे.
25:55खाणा नहीं खाओगी उसका सारा माल बिज्यायब समेट रही है
26:25समंदर की तरफ देख भी नहीं रही है उसे नफरत हो गई है समंदर से हाँ उसने कहा वो समंदर से बहुत नाराज है आज देखो आस्मान कितना साफ है जैसे कभी कुछ हुआ ही नहीं बेचारी ये देखकर बार-बार समंदर को पूस रही है
26:44समंदर ने उससे उसके माबाब जीन लिये और आप बेटा भी फिर भी बेट पालने के लिए समंदर पर निरफर है
26:55समंदर ने उसे जो गम दिया है वो तो जिंदगी भर कहा है
27:01समुद्र देव सच में बड़ा ही बेरहम है एक तरफ तो उससे उसका सब को छीन लिया
27:08दूसरी तरफ भर-बर की मचलिया देकर कह रहा है तुझे जिन्दगी बर मेरे साहरे ही जीना है
27:14पर शुक्र है बच्ची ने खुद को संभाल लिया है
27:19तुमने तो सारी की सारी मश्लियां बेच दी। आज तो तो तो में लाल मश्लियों का बहुत बोड़ा जून मिला था। उतनी मश्लियों बेच कर तुमें कम से कम हजार वन तो मिले हीऊंगे.
27:33उनौन के लिए उन पैसो से हम लोग एकने भैस करीद लें.
27:37और अगागा।
27:45आपनी मजध पुरीजे
27:55गम्यों उन्यों, आज आगा
28:07कि मैं समंदर से कोई भी हैसान नहीं लेना चाहते हैं
28:19हाँ फिर भी लेना पड़ता है
28:24है है सुन हम कब तक ऐसी रोते रहेंगे अगर हम दोनों ने खुद को नहीं समहला तो
28:36कि बच्चों पर बुरा असर पड़ेगा वो कभी कुछ नहीं रह पाएंगे मैं जाती हूं यह गर्मियों का मौसम खथम हो जाए
28:44तंग आ गई हो इसके जुल्मों से
28:48जब गर्मी होती है तो बहुत होती है बारिश होती है तो तूफाना था
28:54पहले तो हर जगा हर्याली और खुशाली होती है फिर अचानक तूफानी बारिश आती है और सब परबाद हो जाता है गर्मी के मौसम के इस दोगले रूप ने मा और पापा को बिल्कुल तोड कर रख दिया था यह मौसम आखिर इतना बेरहम क्यों है तो में रहम करना नही
29:24मैं अभी अभी तो बड़ी हुई हूँ और इतना बड़ा दुख दे दिया मुझे तूफान में कुछली होई घास की तरह अब इस दुख से उबरे कैसे वो फिर से उठकर जीने की कोशिश कर रही थी पर फिर भी तूफान के आने के बाद भी जिन्दगी रुकती नहीं है
29:54तूफानी बारिश ने सब कुछ बेजान जरूर कर दिया था लेकिन सूरज के किरणों ने फिर से जमीन और समंदर में एक नई जान डाल दिया सबने एक नई शुरुआत की है
30:08मैं नहीं कर पाई तो
30:13मुझे नहीं लगता कि मैं नहीं शुरुआत कर पाऊंगी
30:19को बच्चों के लिए करने हो गये सुन
30:26को आनशेख सुना
30:40सारी गल्ती मेरी थी
30:44कि मेरी वज़े से ही थौंग म्यों कि समंदर के बांध पर चड़ा था
31:03जब वो एक साल का था तो मैं उसे साथ ली जाती थी बांध की बास तुमसे मिलने के लिए
31:09मैं बच्चों को लाइन में खड़ा करके कहती थी हम यहां खड़े रहेंगे तो पापा आएंगे
31:19मैं कहती थी जितना भी बड़ा तूफान हो हम वहां खड़े रहेंगे तो तुम वापस आओगे
31:30हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ हुआ
32:00गी ही मजसे पढ़ गया
32:09अगर किसी पर इजाम लगानहा है तो समंदर और काईनाथ पर लगाओ
32:17इसमें तुम्हारी कोई करें थी
32:22अया हमारे घर में किसी की बि खोई गलती श भी श प्वापा कहते थे हम में से किसी
32:28किसी की गल्दी नहीं थी पर अंदर ही अंदर किसी को दोशी मानते थे
32:33मा ने कहा 30 साल बाद उन्हें पता चला कि पापा किसे दोशी मानते थे
32:39अच्छा तुम जानती हो तुम्हारे पापा क्या बढ़ बढा रहे थे
32:54क्या पापा कुछ बड़ बड़ा रहे थे
32:59बेमारी में कभी-कभी ऐसा होता है
33:01क्या हुआ उनकी कोई दूसरी बीवी निकली
33:10घेरा
33:16घेरा
33:18उन्होंने कहा मुझे घेरा बांधने नहीं जाना चाहिए था
33:26अगर मैं नहीं जाता तो वो नहीं मरता
33:32तुमारे बापा हमेशा से ही ऐसे हैं
33:39दिल में क्या चलता है कभी किसी को नहीं बताते
33:42वो सब को चपने सीने में दफन करके रखते हैं
33:47उन्होंने कैसे परदाश्ट किया
33:51और रास्ता ही क्या था
33:56हमारे दो प्यारे से मासूम बच्चे थे हमारे भरू से
34:01तो हमने आप दोनों को बचाया
34:06हां सही कह रही हो
34:09तुम ही लोगा ने आमें बचाया
34:12अगर तुम दोनों नहीं होते तो हम दोनों भी नहीं होते
34:21जज दोनों नहीं होते
34:51झाल झाल
35:21पाप के लिए बच्चों को खोना क्या होता है कोई अंदाजा भी नहीं लगा सकता
35:25तुम्हारे पापा हमारे परिवार की हिम्मत थे
35:32वो दुखों का सैला दिल में चुपा कर बेठे थे
35:36पाज मीठा खाकरी पेठ भर लोगे क्या
35:52मैं अपना खाना खा चुका हूँ
35:57इधर दो
35:59हम अपने दुख से उभरी नहीं पा रहे थे
36:11मैंने कुछ बनाये नहीं तो खाएगा कैसे
36:14मैं रोज पीट भर के खाता हूँ
36:20वो कभी मटन देते हैं कभी मचली
36:29गाहों वालों ने हमारी बहुत मदद की
36:34हमारे बच्चे भूखे नहीं रहे
36:36उन्होंने उनका ख्याल रखा
36:38कनोला भूल कभी अकेला नहीं खेलता
36:43हमेशा गुच्छों में लहराता है
36:45अगर मुझे अकेले से ना पड़ता
36:47तो कब का दम तोड़ देती हैं
36:49अगर आपका गाहों आपके परिवार से बढ़कर हो
36:56तो आपके जिन्दगी में कितना भी बड़ा दुखों का पहार हो
37:00आप पार कर ही लोगे
37:01वो लोग संभल के हैं
37:16देखो उनका चूला चलने लगा है
37:18ऐसे जाकर मत दो
37:25उन्हें लगे का तरस खा रहे हो
37:26मैं उन्हें ये नहीं दू
37:28मुर्गी के पहले अंडे हैं
37:30दे दो ये अंडे उन्हें ताकत देंगे
37:34बड़ी आई मुझे रोकने वाली
37:37खुद तो घर का सारा चावल दे दिया
37:40तुमने उन्हें क्या दिया था भोल गए
37:42दादी मा मुझे थोड़े
37:50चावल मिलेंगे
37:53बस थोड़े से
37:55मुझे खुद सुनाई नहीं देता उचा बोलो
37:57हमारे खुद के पास दो वक्त की रोठी नहीं है
38:02आप ही हो ना
38:11चावल देने वाले
38:14तुम क्या बोल रही हो मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा
38:18आप दोनों सफेज जूट बोल रहे हो
38:23मैं सब जानती हूँ
38:24मैंने देखा है मेरे चावल खतम हो जाते हैं तब भी मेरी बर्नी भरी रहती है
38:29मैंने सोने से पहले अच्छे से देखा था कितने चावल थे
38:40आपको क्या लगता है मुझे समझ नहीं आता
38:48हर सुबह चावल थोड़े से बढ़ जाते हैं बस थोड़े से
38:59पहले मुझे लगा अंधेरे की वज़े से मुझे ठीक से दिखा नहीं होगा
39:04पर हर दिन ऐसे हो रहा था हर सुबह बर्नी में तीन लोगों के पेट भने लाइक चावल होते थे
39:09मैं रूश सोच में पढ़ जाती थी कि यह चावल आते कहां से और वो भी उतने ही जितने की जरूरत है
39:16इस पोलाबे में क्या क्या करना पड़ रहा है वो कोई जादू की बर्नी नहीं है और मैं बेवकूफ भी नहीं हूँ
39:30ऐसा इसने जानबूच कर किया अगर यह तुम्हें ऐसे चावल देती तो तुम लेती नहीं इसलिए अपनी बूड़ हड़ियों को तक्रीफ देकर ऐसा करती थी पर यह अतनी तक्लीफ क्यों उठाती है एक गर्वोती लड़की को कोई भूका देच सकता है भला
39:45लो जाकर पकालो यह मुझे मुझे मिले थे हैं आपको मेरी मां के शाथ के लिए करने की ज़रूरत नहीं है अगर इसे चड़ावे में नहीं रखा तो मां सपने में डाटेगी कोई भी गोता खोर अकेले पानी में नहीं जाती जब वो गहरे पानी में सास लेने को छट पट
40:15अकेले जंग नहीं जीती जा सकती, हमेशा दूसरों को साथ लेकर चलो, फिर लंबा सफर भी छोटा लगता है
40:23क्योंजा, वो ये सुन का है
40:37ये सुन को बच्चा होने वाला है, उसे दे दूँगी न, दरसल ये बहुत समय के बाद हात में आया है
40:45तो बस छूपर देखना चाहती थी, बड़ा प्यारा है न, ये दोया ठाकी नहीं, किसकी ठंड है
40:56छोटा सा तहफा, ये लिख सकते हो, आप ये ही लिखोगे तो वो शायद समझ जाएगी
41:05लिखो एक छोटा सा तहफा, ये ठीक है, क्या हुआ, कुछ गलत लिखा है, तुम उनका तीन महिने का किराया दे रही हो न,
41:32तुम्हे पढ़ने नहीं आथा, एक, दो, तीन, चार, एक, तसा हसर, ठीक है, बिल्कुल ठीक है,
42:02काश मैं, उस अल्मारी में ही छुपी बैटी होती उस दिन, वैसे तुमने उनका किराया क्यों भरा,
42:12साला लगता है मेरी किस्मत में न, मेहरबान औरते ही लिखी हुई है,
42:16अपना किया भूल गए, हाँ, नहीं भूलाओ, मैंने जो किया, उस के लिए मुझे थपड़ पढ़ना चाहिए,
42:24और तुमने उसके साथ कुछ गलत नहीं किया, प्यार करना गुना है क्या,
42:27फाल तु बाते करना छोड़ो, और अब थोड़ा सुधर जाओ, समझे, कर्मो की सजा यही भूगत कर जानी है,
42:36शैतान का बच्चा शैतान बनता है और इंसान का बच्चा इंसान,
42:39बच्चे भी तुमारी ही तरह नालाइक निकलेंगे अगर तुम वक्त से सुधरे नहीं तो,
42:44देखो मिनोक, अपनी हद में रहो,
42:46वो मुझसे नफरत करती होगी,
42:49हमारी शादी के वज़े से ही उसकी जिन्दगी खराब हो गई थी,
42:52मेरे सिर्फ दस हजार वॉन देने से उसकी भरपाई नहीं हो सकती,
42:56मैंने उसे पत्ता गोभी का खेद भी दिया है,
42:57पत्थरों का खेद दिया था, जो बिल्कुल बंजर था,
43:00एस उनके छोटे-छोटे हातों ने उस खेद को जोता था,
43:02और वो तुम्हारा कहा था, वो खेद तो उसकी मा का था,
43:06तुम्हारे बाप का नहीं था,
43:08मिनोक,
43:09आलसी तो हो ही, लेकिन तुम्हारा जमीर भी मर गया है,
43:11खोकले वादे किये थे उससे,
43:13देखो मिनोक, चुप हो जाओ, अब मुझे गुस्सा आ रहा है,
43:15खुद के बच्चे होने के बाद,
43:19एहसास हुआ कि तुम्हें उसके कॉलेज की फीस बादे की मुताबिक भर देनी चाहिए थी,
43:24और कितनी बार सुनाओगी, हाँ, हाँ, हाँ,
43:27अगर मुझे लोन भी लेना पड़े,
43:29तो मैं उसकी कॉलेज की फीस भर दूगा,
43:32अब वो कॉलेज जाकर क्या करेगी, बेवकूफ इंसान?
43:35अगर अभी उसने कॉलेज जाने का फैसला किया, तो मैं उसकी फीस भरूँगा, बोल देना उसे!
43:39अगर उससे नहीं हो पाया, तो उसे कुछ कहना मत, उसे कॉलेज जाने के कोई ज़रूत नहीं है,
43:43तो जिन्देगी में कुछ न कुछ तो अच्छा कर ही लेगी,
43:45सुहल गई तो वहां के लोग उसे कच्चा चबा जाएंगे,
43:48और जादा से जादा डॉक्टरेट करेगी,
43:51बस हमारी जेव खानी करेगी,
43:53और हम लोग सिर्फ दुनिया के सामने दिखावा करेंगे,
43:56वैसे भी मुझे, आजगल के ये चोचले बिल्कुल पसंद नहीं है,
44:00हम यॉंग आ गई,
44:03ओ, आगई बेटा,
44:09एडमेशन मिला,
44:14बताओ ना,
44:16ओ मा, मुझे एडमेशन नहीं मिलेगा तो किसे मिलेगा,
44:22देखो, देखो, यांग खाम यॉंग,
44:26इस पे मेरे नाम है,
44:29मेरी बती,
44:32सुनो, बनाओ बेशने जा रहा हूँ,
44:37आज तुम्हारी बेटी ने तुम्हारा सपना पूरा कर दिया,
44:43मुझे समझ में नहीं आ रहा, मैं पर क्या कहूं,
44:47मैंने कभी नहीं सोचा था,
44:50कि में अपनी संदगी में ये देख पांगी,
44:53सच में कुशा,
44:58बहुत कुशा,
45:00में बहुत कुशा,
45:02कहा वाव का वाव कर दो कर दो जोट। क değ कर दोओाता।
45:09जया एक दोटू कर दोओंव कर फे तून subscriber मुझे,
45:19कर दोग्य ये पुत मुझे,
45:24आहा हुवके आहा ये तूल दोग्य।
45:28आहा हुभके,
45:30इसका नाम भी कम्योंग है नहीं
45:48मैं हूं मैं हूं कम्योंग मेरा नाम पाख कम्योंग है
45:53आओ, सच में, ये कितना अच्छा इत्फाक है, चलो चल कर नूडल्स खाते है, तुम कौन सा सब्जेक्ट चुनने वाले हो, कुछ सोचा है, शायद लॉक लग रही है, मुझे बहुत तेज, चलो ना जल्दी करो, फोटो खीचते हैं, चलते हैं, मैं खीच देता हूँ, आप �
46:23थैंक यू सो मच, सब तरयाद, एक दो तीन, मैं एक और ले लिता हूँ, समाइल कीजिए, एक दो तीन, कहा था वो लड़का ठीक नहीं है, मुझे वो लड़का फूटी आख नहीं सुआया, बिल्कुल नहीं, क्या हुआ,
46:53हमने तीनों की फोटो खीचने को बोला था उसे, पर वो पार खाम्यों का बेटा हमारी बेटी पर लाइन मार रा है, बेशरम का इंका, मैं आप सब की एक और फोटो ले लेता हूँ,
47:08स्माइल प्लीज, एक, दो, तीन, अच्छा, तो तुम इसलिए खुस्सा हो,
47:18मैं उंको फोन लगा हो भी, क्यों, तुम्हें लगता वो बुसान गए होंगे,
47:23क्यों, वो दोनों बुसान क्यो जाएंगे,
47:24मैं तुम किसी और की बेटी को ले जा सकते हो,
47:28पर तुम्हारी बेटी नहीं जाने चाहिए,
47:30अच्छा, मैं तुम्हें ले गया था,
47:31मुझे तो लगता है कि जब उसकी शादी होगी,
47:34तो तुम्हें तो हार्ट अटैग आ जाएगा,
47:36मैं तुम्हें पेले से ही बता रहे हूँ
47:48मैं कल नहीं आ सकती
47:52हाँ
47:54तुम टेंशन मतलो हो
47:57कल तुम्हारी क्लास है न
47:59नौंसन बहुत जादा दूर है
48:03मैं नहीं आ रही
48:05है अपनी माम के साथ जाऊ
48:08है ठीक है छल जाओंगा
48:13है यहर म के साथ चले जाओ
48:18व उसकेसाथ क्यू जाओं-
48:21देखो मैं तो नहीं आ सकती होड़े
48:25हे अहां बोला ठीक है
48:27मैंने कहा न मैंनी आसाती और मैने सुना तो समझ क्यों
48:31पूरी की पूरी तुम ही हो
49:01वहाँ देखो
49:08कितने प्यारे हैं ना वो दोनों
49:17क्या उपर के कमरों के लिए ज्यादा पैसे लेते हैं
49:25उसने कहा था कमरा खाली नहीं है
49:27और तुमने मान दिया
49:28उसकी जबान थोड़ी सी कड़वी है
49:31पर वो सोचती बहुत है
49:32घर की बड़ी है इसलिए सोच समझ कर खर्च करती है
49:35अच्छा ये सोल में लोग बेस्मेंट में घर क्यों बनाते हैं
49:40मेरा दिल बैठा जा रहा है ये सोच कर
49:43कि उसे बेस्मेंट में रहना पड़ेगा
49:45एक बात बताओ
49:50क्या हम अपना गोभी का खेट बेचते हैं?
49:54कम सका मुसे तो बख्षतो
49:55उसे बेच तो सकते हैं?
49:58चीजें बेचना बंद करो
50:00क्यों? क्यों नहीं बेचना?
50:04सब कुछ बेच दिया तो तुम्हारे नाम पर क्या रहेगा?
50:07अच्छा, बेटी से ज्यादा प्यार बीवी से है
50:10पुराने दिन याद करती हूं तो लगता है
50:15कितने अच्छे दिन थे न वो
50:17हमारी जिंदगी के सुनेरे दिन
50:20उस समय सब कुछ कितना नया नया था न
50:24भले हमने बहुत मुश्किलों का सामना किया पर
50:28बहुत अच्छे दिन भी बिताएं है
50:30मुझे तो आज भी सब कुछ याद है
50:33पहला प्यार, हमारी पहली रात
50:46हमारा पहला घर, हमारी पहली नाव
50:51और पहली परकत
50:53पहला बच्चा
50:55पहला बच्चा होने का एहसास
50:58बहुत खास होता है ना
51:01हाँ पर फिर भी उसकी लिए गोभी का खेट मत बेचना
51:07उस खेट को तुम अपने पास ही रखो
51:20वह इनाम है तुमारा, उन मुश्किल दिनों का बहादुरी से सामना करने का
51:25मैं सोचती थी कि क्या हम कभी भी उस दुख से उभर पाएंगे
51:33पर जिन्दगी आगे बढ़ती रही
51:35सही कहते हैं चलती का नाम ही जिन्दगी है
51:39कि अ कैंज बढ़ 있으ैं बच्को कि अव्कोई आएएंगे
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52:05झाल झाल
52:35झाल झाल झाल झाल झाल कस कि और vendor झाल की सेस्सा धनो
53:05우린 तो गिर इड़ के आगो गिड़ी के आगो गिड़ी के आगो गैंचानाय।
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54:30मृस कर दोक्ते हां
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