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  • 2 days ago
"क्या करूँ मैं इतनी सुंदर हूँ तो?" एक दिलचस्प और सीख देने वाली कहानी है जो घमंड और सच्चे सौंदर्य का महत्व सिखाती है। यह कहानी एक ऐसी लड़की की है जो अपनी सुंदरता पर बहुत घमंड करती है। लेकिन क्या खूबसूरती सब कुछ होती है? या फिर असली सुंदरता हमारे कर्मों में छुपी होती है?

देखें यह मज़ेदार और नैतिक शिक्षा से भरपूर कहानी जो बच्चों और बड़ों दोनों के लिए है।

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Transcript
00:00क्या करूं मैं इतनी सुन्दर हूँ तो
00:07श्रीवास्तो मौसी का जब बेटा हुआ था
00:10उन्होंने तभी ठान लिया था
00:12कि अपने बेटे के लिए सबसे सुन्दर लड़की का हाथ मांग कर लाएंगी
00:16श्रीवास्तो मौसी को भी बच्पन से
00:19हीरोईन बन के रहने का बड़ा शौक था
00:22तो बहु भी उनको हीरोईन जैसी ही चाहिए थी
00:25एक दिन उन्होंने मिस गाजिया बाद डिम्पल से उसकी शादी करवा दी
00:30यहां बस एक ही दिकत थी
00:33डिम्पल को फीस मास्क बनाना तो आता था
00:37पर आटा गूतना नहीं आता था
00:39बाते तो पक्की पक्की करती थी
00:41पर रोटिया कज्ची पक्की बनाती थी
00:44कमला बैन मानना पड़ेगा
00:47आप शहर की सबसे सुन्दा लड़की को बिया कर ले आए अपने बेटे के लिए
00:52अब इसमें हमने तो कुछ नहीं किया भाई साब
00:57सब उपर वाले की क्रिपा है
01:00जी जी तो क्या क्या कर लेती है आपकी बहू
01:04सब कुछ जाओ बेटा डिम्पल
01:08शर्मा जी के लिए थोड़ा नाश्ता पानी बना लाओ
01:11डिम्पल नस्दीक जाकर श्रेवास्तों मौसी के कान में फुस फुसाती है
01:16ममी जी नाश्ता बनाना तो नहीं आता सिर्फ पानी ले आओ
01:21अरे बेटा तुझे देखने कितने लोग आए हैं
01:26इन सब को पानी पिलाने का ही इरादा है क्या
01:29श्रीवास्तों मौसी के लिस्ट में सुन्दर ता सबसे उपर आती थी
01:49और उन्हें उसी का फल मिला
01:52उनके बेटे अशोक ने एक दिन मा से शिकायत की
01:55मा कैसी बहु डूण कर लाई हो मैं शाम को ठक हार कर घर लोटता हूँ
02:00तो मुझे कहती है अच पैडिक्योर करना है करवा दोगे
02:06अरे जबकि दिन भर काम करके पाउं मेरे ठके थे
02:09अरे बेटा ठीक है ना धीरे धीरे सीख जाएगी
02:14अरे क्या सिख जाएगी मा उससे कुछ भी नहीं आता
02:17हफ़ते भर का शिडिल बना लिया है उसने
02:20पैडिक्योर हेड मसाज मुलताने मिट्टी का ये वो
02:24आरे पता नहीं क्या क्या
02:26अरे मुझे तो नाम भी नहीं आते
02:28देख बेटा खाना बनाना सबसी काटना ये सब सीखा जा सकता है
02:34पर सुन्दर ता नहीं सीखी जा सकती
02:37इतनी सुन्दर बहु मिली है फिर भी तुखुश नहीं है
02:41कैसा बेटा है तु
02:42श्रीवास्तव मौसी का मानना था कि समय रहते बहु साब सीख जाएगी
02:48पर Miss Gaziabad से शादी कराने के बाद घर का जो नाम हुआ है वो जरूरी है
02:55आरे सब की बहु खाना मना लेती है हमारे घर में तो काम वाली दीदी भी है
03:00पर हमारे घर में जितनी सुन्दर बहु है न उतनी किसी के घर में नहीं
03:06ऐसा श्रीवास्तमोसी सब को कहती रहती
03:09फिर एक दिन वो हो गया जो नहीं होना चाहिए था
03:13डिमपल को पिमपल हो गया
03:16डिमपल घर में छुपी बैठी थी पर ऐसी खबर छिपती कहा है
03:20शर्मा जी घर में अपने बेटी की शादी का न्योता देने आए तो उन्होंने पूछी लिया
03:26अरे आज आपकी बहू नहीं दिख रही
03:28हाँ हाँ वो ना थोड़ा काम में बिजी है आती ही होगी
03:34और इतने में डिमपल सही में किसी काम से वहां आ जाती है
03:39बस शर्मा जी की नजर पढ़ जाती है डिमपल के पिमपल पर
03:44जो उन्हें चांद पे दाग जैसा लगता है
03:47पूरे शहर में बात फैल जाती है कि डिमपल को पिमपल हो गया है
03:51ये दिक्कत काफी गंभीरती और श्रीवास्तो मौसी को पता था
03:56कि अगर ऐसा चलता रहा तो उन्होंने जो हासल किया था सब मिट्टी में मिल जाएगा
04:01उन्होंने फट से डिमपल को अपने कमरे में बुलाया
04:04अरे बेटा शर्मा जी के बेटे की शादी एक हफते में ही है
04:09हमें उससे पहले ही तुझे वापस सुंदर बनाना पड़ेगा
04:13तू बता तुझे मेकप के लिए क्या क्या चाहिए
04:15डिमपल की दी गई लिस्ट का सामान श्रीवास्तो मौसी शाम को ही ले आती है
04:21और उसकी बाद शुरू होता है डिमपल का मेक ओवर
04:25एक हफते में सारी क्रेम्स पाउडर टेस्ट हो चुके हैं
04:29और डिमपल और श्रीवास्तो मौसी ठेडी हो जाते हैं शर्मा जी के बेटे की शादी के लिए
04:34शादी के दिन डिमपल बहुत सुंदर लग रही थी
04:37श्रीवास्तो मौसी को उमीद थी कि बास आप तो हर जग वो और डिमपल ही छाए रहेंगे
04:44चाहे शादी किसी की भी हो पर जब वो शादी में पहुंचते हैं
04:48तो उन्हें बाहर शर्मा जी लोगों का स्वागत करते मिलते हैं
04:53अरे कमला जी सही समय पर आई हैं आप ही का इंतिजार था हमने भी हमारे बेटे के लिए मिस एहमदाबाद जूंडी है
05:01डिमपल और श्रीवास्तो मौसी दोनों के मुँँ खुले के खुले रह जाते हैं
05:07शर्मा जी की बहु को देखकर वो तो डिमपल से भी ज्यादा सुन्दर थी
05:12क्यों हमने भी अच्छी बहु डुंडी है ना
05:17हाँ हाँ शर्मा जी बाकि आज कल की जमाने में संदर्ता से क्या होता है भई
05:24देखो बूडे तो सब होते हैं
05:27मैं तो मानती हूँ के बस रोटिया गोल बना दे इससे ज्यादा क्या चाहिए सुन्दर्ता का क्या है धल जाती है पर गुण हमेशा रहते हैं
05:39अरे वावा इतना बड़ा ग्यान आपको कोई गुरू भी नहीं देता जितना बड़ा ग्यान आपको एक छोटे से बिंपल से बिल गया
05:48आगले दिन जब अशोग बिंपल से बात कर रहा होता है
05:54कल शादी में मिस एहमदाबाद के बाद सब मिस गाजियाबाद यानी तुमको ही देख रहे थे
06:00क्या करूँ मैं इतनी सुन्दर हूँ तो आप भी बताओ
06:05क्या करूँ
06:07क्या करूँ मैं
06:11I say that the house is going to work or that the house is going to work.
06:18What? What did you say?
06:21What is your name?
06:25You have to go to the house,
06:28and you will go to the house or the house.
06:32So, you will go to the house.
06:36And some days later,
06:39अरे बहु काम करने के बाद तु सुन्दर नहीं अती सुन्दर हो गई है

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