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  • 2 days ago
बेबाक भाषा के ख़ास कार्यक्रम #DecodingRSS में प्रसिद्ध मानवाधिकार कार्यकर्त्ता प्रोफ़ेसर राम पुनियानी ने बताया कि राजाओं के राज को धर्म के आधार पर नहीं देखना चाहिए और इतिहास को अल्पसंख्यकों के ख़िलाफ़ नफ़रती हथियार के तौर पर इस्तेमाल करना सही नहीं है

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00:00ये लड़ाई हुए
00:27थी, मनसबदारी के आधार पे, मनसबदारी जो ओहदा राना प्रताप को डिजर्व करते थे, अकबर वो ओहदा नहीं दे रहे थे, दियाक हुमारी खुद ये राजा मानसीन के परिवार से आती है, एक बार औरंग जेब के साथ मिलकर संभाजी महाराज भी, उन्होंने खु�
00:57इश्रंखला में आज हम बात करेंगे, RSS किस प्रकार से इतियास का उप्योग आज की राजनिती में करता है, वैसे तो ये बहुत बड़ा विशह है, और उसका एक पहलू मैं आज लेना चाहूँगा, और वो पहलू है जो अभी राजस्थान की उक मुख्य मंत्री धियाक�
01:27भई अकबर जीत गए, राना प्रताफ हार गए, ये गलत है, और उन्होंने कहा कि मैंने खुद हल्दी घाटी के मैदान में जो तामर पत्तिका लगी हुई है, उस तामर पत्तिका में लिखा था कि अकबर जीत गए, राना प्रताफ हार गए, तो मैंने उस तामर पत्तिका क
01:57की जरूरत है हम उसको इस प्रकार से बदल देते हैं अब मज़ेदार बात ही है कि दियाक मारी खुद ये राजा मां जिंग के परिवार से आती है राजा मां सिंग कौन थे राजा मां सिंग ये अकबर के प्रधान सेनपती थे और हल्दी गाटी के लड़ाइक इसके बीच में
02:27दो सिनपतियों में एक थे राम सिंग और एक थे हकीम खांसू बास्तों में इस लड़ाई का किसी धर्म से कोई लेना देना नहीं है ये लड़ाई हुई थी मनसबदारी के आधार पे मनसबदारी जो ओहदा राना प्रताप को डिजर्व करते थे अकबर वो ओहदा नहीं दे �
02:57है नहीं है तो हम उनसे निपट लेंगे अब इसमें धर्म का मुझे कोई एंगल कहीं नहीं दिखाई देता एक तरफ से राना प्रताप के प्रधान सेनपति वही है जो दिया कुमारी जी के पूरवज है दूसरे तरफ से जिनको वो जिनको बता रही है कि वो लड़ाई जी
03:27दूसरे राजाओं को भी ऐसे एक हिंदु रंग देने की कोशिश करें जैसे चत्रपति शिवाजी महराज इनकी भी औरंग जेव से मुढबेड हुई थी और औरंग जेव ने जब देखा कि शिवाजी महराज अपने राज्य का विस्तार कर रहे है तो औरंग जेव ने अ�
03:57राजा जैसिंग और शिवाजी महराज की सेना में जो थे उसमें सिद्य संबल बहुत सारे मुसलमान सेना पती थे इब्राहिम गार्दी दौलत खान ये सब शिवाजी महराज की सेना पती थे तो इसमें मुझे कहीं भी धर्म का कोई एंगल दिखाई नहीं देता शिवाजी
04:27बात के खिलाफ था कि कोई एक और राजा अपने राजी का विस्तार करें इसलिए उन्होंने इस बात को रोकने के लिए विर्जा राजा जैसिंग जो उनके एक बड़े सिनापती थे उनको शिवा जी से निपटने के लिए भेजा था ऐसी और भी बाते होती हैं जैसे अभी-
04:57जैब के साथ मिलकर उन्होंने औरंग जैब के दुश जो विरोधी थे उनके साथ लड़ाई की थी एक बार औरंग जैब के साथ मिलकर संभाजी महाराज ने आदिल शाह वीजापुर के आदिल शाह से लड़ाई की थी एक बार औरंग जैब के साथ मिलकर उन्होंने खुद
05:27मिलता है और बब कई इत्यासकारों
05:29ने बताया है
05:30कि इन लडाईएँ को
05:32धर्म के आधार पर देखना ये गलत होगा
05:35पर RSS इस बात Πर
05:37ज्यादा जोर देता है तो कि
05:39इसके आधार पर वो आज
05:40हिंदो मुसल्मान के बीच में
05:42बेटब़ाओ डाल सकता है
05:43हिंदो मुसल्मान के बीच में भेदबॉर डालने के साथ ही साथ
05:47मुसल्मानों के खिलाफ एक नफरत का माहौल पैदा कर सकता है
05:51और यही नफरत के माहौल से हिंसा करवा सकते हैं
05:55और समाज का ध्रूवी करवा सकते हैं
05:57तो इतिहास एक महतवपूर छीजज है
06:00महतवपूर विशे है
06:01यह हमारे समeries लेन की बात है
06:03कि इतिहास में किस प्रकार के अत्याचार हुए
06:07और ऐसा भविश बनाएं
06:10जिन में यह अत्याचार नहीं होना चाहिए
06:12इतिहास को एक नफरत के औजार के रूप में
06:16अलप संककों के खिलाफ नफरत फैलाने के लिए जो किया जा रहा है
06:21वो बिलकुल गलत है इसको नहीं मानना चाहिए
06:24और राजाओं को राजाओं के रूप में देखना चाहिए
06:27अब यही औरंग जेब जिसके बारे में मैं बात कर रहा था
06:30उसके दर्वार में 33 परसेंट बड़े अधिकारियों थे वो हिंदू थे
06:37राजा जैसिंग, राजा जस्वन सिंग, रगुनात बादुर यह उनके दर्वार में थे
06:41यह उनी के लिए काम कर रहे थे
06:43अकबर के बारे में तो सब जानते हैं, उनके नवरतनों में भीरवल भी थे, टोडरमल भी थे, मान सिंग भी थे और इवन तान सेन पहले हिंदू थे
06:53तो यह राजाओं के राज्य को धर्म के आधार पर देखने की जो प्रक्रिया अंग्रेजों ने चालू के यहां डाली, उसका हमें विरोध करके राजाओं को सत्ता और संपत्ती के साथ जोड़ना चाहिए
07:06और वही रास्ता है कि इसके आधार पर हम देख सकेंगे इतिहास में किन लोगों पर अत्याचार हुए हैं और उन तबकों पर भविष्य में अत्याचार नहों यह हमारा मुख्य उद्देशिच होना चाहिए आपका बहुत धन्यवाद, थैंक्यू वर्यमिच

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