Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 2 days ago
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार 20 या उससे कम छात्रों वाले लगभग 5,000 प्राइमरी स्कूलों को बंद करने जा रही है। इसे उसने मर्ज़र यानी विलय का नाम दिया है। बेबाक भाषा के लिए पत्रकार मुकुल सरल की खास रिपोर्ट..

Category

🗞
News
Transcript
00:00योगी सरकार गरीबों के घर के बाद अब गरीबों के स्कूलों पर भी बुल्डुजर चला रही है
00:09इसकी शुरुआत गोरकपुर से हो चुकी है
00:12जिसके विरोध में शिक्षक संगठनों के साथ चात्रों ने सेव विलेजी स्कूल के नाम से अभिहान शुरू कर दिया है
00:21जी हाँ खावर यही है कि यूपी सरकार 20 या उससे कम चात्रों वाले लगभग 5000 प्राइमरी स्कूलों को बंद करने जा रही है
00:30इसे उसने मरजर यानी विले का नाम दिया है
00:33यानी ये स्कूल किसी नज़्दी की बड़े स्कूल में मरज कर दिये जाएंगे
00:37बेसिक शिक्षा परिशत के सचेव सुरेंद कुमार तिवारी के माध्यम से सभी जिलों को इस संबन में पत्र भी जारी कर दिये गए है
00:45सरकार का तर्क है कि इससे संसादनों का बेहतर उपयोग होगा और आधुनिक स्विधाएं उपलब्द कराई जा सकेंगी
00:52लेकिन शिक्षाक संग और विपक्ष ने चेतावनी दी है कि इससे ड्रॉप आउट बढ़ेगा
00:57बालशरम और बालविभा जैसी समस्याएं भी बढ़ेंगी
01:00यह आटी यानि राइट टू एजुकेशन यानि शिक्षा के अधिकार की मूल भावना के भी विप्रीत है
01:06जो कहती है कि समान शिक्षाक तक सबकी पहुँच सुनशित होनी चाहिए
01:11इससे सबसे ज्यादा गरीब, विकलांग, पिशड़े वर्ग और दलित बच्चों की शिक्षा पर और इनमें भी लड़कियों की शिक्षा पर ज्यादा संकट है
01:20क्योंकि आज भी ग्रामिल यलाकों में लड़कियों की शिक्षा को प्रात्मिक्ता नहीं दी जाती
01:25और थोड़ा सा भी सक्षम और इच्छा होने के बावजूद आमतोर पर लड़कों को प्राइवेट स्कूल और लड़कियों को सरकारी स्कूल भीजा जाता है
01:34अब ये स्कूल भी दूर होने के वज़े से सुरक्षा और अन्य कारणों के कारण उन्हें स्कूल से और दूर कर दिया जाएगा
01:42शिक्षा विशशग्य सुझाओ देता हैं कि बच्चों की संख्या की कमी को कारण ना मानें
01:47पहले सुविदा दें फिर संख्या बढ़ेगी
01:50यूपी में दो लाग शिक्षा पद पिछले कई वर्षों से खाली बता जाते हैं और भरती में भी देरी हो रही है
01:56आई अब जानते हैं कि आटी यानि शिक्षा के अधिकार का कानून क्या कहता है
02:01यह कानून कहता है कि कक्षा एक से पास तक के स्कूल घर से एक किलोमीटर के भीतर होने चाहिए
02:07इस विले के बाद कई बच्चे दो से पाँच किलोमीटर दूर तक स्कूलों में जाएंगे
02:12जबकि यूपी में सरकारी स्कूलों के लिए बस या परिवहन की कोई सुविधा नहीं है
02:18यही नहीं पानी, बिजली और शोचाले जैसी बुनियादी सुविधाओं की भी कमी है
02:23नल हैं लेकिन खराब हैं, बिजली है लेकिन आती नहीं, शोचाले हैं लेकिन खस्ता हाल है
02:29और उनमें भी इन स्कूलों में अलग से गल्स टॉलेट तो बेहद ही कम है
02:35समाजबादी पार्टी के नेता और पूर मुख्यमंतरी अखलेश यादव ने कहा है
02:39कि यह फैसला गरीबों की शिक्षा पर प्रहार है, जबकि दो लाग शिक्षन पद खाली है
02:45शिक्षक, अभिवावक और शिक्षन संगठनों ने इस नीती की आलूशना की है
02:51और इसकी बापसिकी मांग की है
02:52तमाम शिक्षकों और संगठनों को आशंका है कि अभी यह य्योजनाव 20 या 20 से कम
02:58छात्रों वाले प्राइमरी स्कूलों पर लागू की जा रही है
03:01लेकिन आगे चल कर इसे 50 या 50 से कम
03:03स्कूलों पर भी लागू किया जा सकता है
03:07और वो भी केवल प्रात्मिकी नहीं बलकि उच्छ प्रात्मिकी यानि कक्षा आर्टक के स्कूल इसकी जद में आ सकते हैं
03:15कहा जा रहा है कि सरकार के मनशा 27,000 तक स्कूलों को बंद या मर्जर करने की है
03:20पूर में ऐसी योजनाओं पर चर्चा हुई है विचार हुआ है लेकिन विरोध के चलते उसे लागू नहीं किया जा सका
03:26इसलिए ये नया फर्मान एक ट्रायल है
03:30सरकार का दावा है कि इस विले योजना से संसादनों का बेतर उपयोग होगा और केंद्री करन होगा
03:36लेकिन वास्तव में ये शिक्षा से बच्चों खासकर ग्रामील और कमजोर वर्गों को और दूर कर सकती है
03:42बेबाग भाशा की रिपोर्ट

Recommended