मुंबई, महाराष्ट्र: 2006 मुंबई ट्रेन ब्लास्ट मामले में हाई कोर्ट ने सभी 12 आरोपियों को बरी कर दिया। वहीं 2015 में बरी हुए वाहिद खान ने पूरे मामले की सच्चाई पर पर्दा डाला है। इस दौरान उन्होंने IANS से खास बातचीत में कहा है कि इस केस में 2006 में एटीएस ने 13 लोगों को गिरफ्तार किया था। मेरे साथ 13 बेगुनाह मुस्लिमों को पकड़कर इस केस में डाल दिया था। 9 साल तक सेशन कोर्ट में ट्रायल चला और 9 साल के बाद 2015 में जजमेंट आया। उस जजमेंट में कोर्ट ने मुझे बरी कर दिया था और बाकी 12 लोगों को सजा दी गई थी। 10 साल बाद फिर 12 लोगों को बरी कर दिया गया है। मुझे खुशी है कि 19 साल बाद सभी लोग बाहर आयेंगे। आज हम सभी बहुत खुश हैं।