Vadodara Bridge Collapse: 9 जुलाई 2025, सुबह करीब साढ़े सात बजे… गुजरात के वडोदरा में एक ऐसी आवाज़ गूंजी जिसने पूरा इलाका हिला दिया। गंभीरा नदी पर बना पुल अचानक भरभरा कर गिर गया। देखते ही देखते, दो भारी ट्रक और दो वैन पानी में समा गए… और कई जिंदगियाँ चंद सेकंडों में बदल गईं। पर ये सिर्फ एक एक्सीडेंट था… या एक सिस्टम फेलियर?”
00:009 जुलाई 2025 सुभा करीब साड़े साथ बजे गुजरात की वरुद्रा में एक ऐसी अवाज गुंजी जिसने पूरा इलाका हिला दिया
00:10गंभीरा नदी पर बना पुल अचानक भर भरा कर गिर गया
00:14देखते ही देखते दो भारी ट्रक और दो वैन पानी में समा गए
00:17और कई जिन्दगियां चंद सेकिंडों में खतम हो गए
00:20पर ये सिर्फ एक्सिडेंट था या एक सिस्टम फेलियर
00:23ये सवाल अब बड़ा गहरा होता जा रहा है
00:26दरसल जिस ब्रिज को आप देख रहे हैं ये था गंभीरा ब्रिज
00:29जो 1981 में बनना शुरू हुआ और 1985 में जनता के लिए खोला गया
00:33मतलब 40 साल पुराना और शायद अपनी उम्र से भी ज़्यादा थका हुआ
00:38ये ब्रिज वडोदरा और आनंद जिले को जोड़ता था
00:41हर दिन हजारों लोग स्कूल के बच्चे किसान व्यापारी इसी रास्ते से गुजरते थे
00:45हाथसे में 9 लोगों की जान चली गई है और 6 सीरियस कंडिशन में है
00:49जो लोग बचे हैं उन्होंने बताया कि कोई चतावनी नहीं थी कोई आवाज नहीं बस एक जटका और सब कुछ नीचे
00:55सिर्फ एक स्लेब तूटा लेकिन वो स्लेब इतना बड़ा था कि पूरा ट्रैफिक उसके साथ गिर गया
01:00लोगों के मन में सवाल मौनसून को लेकर पिया रहा है कि क्या बारिश की वज़ा से यह हुआ
01:05बारिश को वज़ा बताया क्या है
01:07गुजरात में इस साल मौनसून ने रिकॉर्ड तोड़ा है
01:092024 तक 118 थार
01:112024 तक 118 परसंट औसस से ज़्यादा बारिश हो चुकी थी
01:15नदिया उफान पर मिट्टी का कटाव और पुल की नीव पर दबाव
01:18ये सब वज़ातों हैं पर क्या सिर्फ बारिशी काफी है पुल को गिरा निकले
01:22सवाल उठता है अगर ये पुल ठीक से मेंटेन किया गया होता तो क्या ये गिरता
01:27चौकाने वाली बात ही है कि इस ब्रिज की हालत पर पहले भी सवाल उठ चुके थे
01:31सिर्फ तीन महीने पहले ही गुजरात सरकार ने 212 करोड रुपे की लागत से नया ब्रिज बनाने का प्रोजेक्ट पास किया था
01:37लेकिन तब तक पुराने ब्रिज को बंद नहीं किया गया ना कोई चतावनी बोर्ड ना कोई ट्रैफिक कंट्रोल यानी खत्रे को जानते हुए भी आँखें मूंद ली गई थी
01:45ऐसा पहली बार नहीं हुआ है याद किजिए 2022 का मोर्बी ब्रिज हाथसा जहां जंग लगी केबल्स तूटे हुए बोल्ट और बिना सेफ्टी सर्टिफिकट के ब्रिज खोल दिया गया उस हाथसे में भी दरजन लोग मारे कई थी और अब फिर वही कहानी दोराई जा रही
02:15बार नहीं डिजाइनर प्रोडक कहा जाना चाहिए मोडी जी के गुजरात में ब्रिज गर गया कई गाणिया नदी में बह गई गई कई लोगों की जान चली गई
02:34अब सवाल ये भी है कि क्या आप भी हम सिर्फ रिपोर्ट का इंतजार करें या कुछ ठोस कदम उठाए जा सकते हैं
03:04जाए घड़ी बनाने वालों को नहीं पुल गिरे लोग मरे और कुछ दिन बाद सब भूल जाएंगे क्या यही रूटीन बन गया है हर बार की तना इस बार भी जांच के आदेश दिये गए लेकिन अब वक्त सिस्टम को याद दिलाने का कि हर जिंदेगी कीमती है जो गया �
03:34जाए इस बाद समय को यही रूटीन बनात को यहीं जाएंगे कि है कृटीन बनाने भी जाएंगे का कि दीलात समय कीमती है