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Harela Festival 2025: हरेला उत्तराखंड का फेमस लोक पर्व है जो खासतौर से उत्तराखंड के कुमाऊं क्षेत्र में मनाया जाता है। यह पर्व हरियाली के उत्सव के रूप में मनाया जाता है। ऐसे में चलिए बताते हैं कि हरेला का मतलब क्या होता है, उत्तराखंड में हरेला कब बोया जाएगा |Harela Festival 2025: What does Harela mean, when will Harela be sown in Uttarakhand |

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~HT.318~ED.118~PR.114~
Transcript
00:00हरेला उत्राखंड का फेमस लोग पर्व है जो खासतोर से उत्राखंड के कुमाउचेतर में मनाय जाता है
00:07ये पर्व हरियाली के उत्सव के रूप में मनाय जाता है
00:10हरियाली सम्रिद्धी और प्रकर्टी के प्रती आभार प्रकट करने वाला पर्व
00:15हरेला उत्राखंड की संस्क्रतिक पहचान का प्रतीक है
00:19ये पर्व ना केवल खेती बाड़ी और परियावरण से जुड़ा हुआ है
00:23बलकि इसमें लोक परमपराय, परिवार की खुशाली और धार में मानिता भी गहराई से जुड़ी हुई है
00:30आपको बता दें कि हर साल श्रावन मास की शुरुआत से ये पर्व बड़े उत्साह और श्रद्धा से मनाय जाता है
00:37और दोहजार पच्चिस में हरेला सोलह जुलाई को मनाय जाएगा
00:41ऐसे में चलिए इस वीडियो में बताते हैं आपको कि हरेला का मतलब क्या होता है
00:45और उत्राखंड में हरेला किसले प्रसिद्ध है
00:48सबसे पहले बात करते हैं हरेला का अर्थ क्या है
00:50हरेला शब्द हरियाली से निकला है
00:53इसका अर्थ है प्राकर्ती में जीवन का संचार
00:56उत्राखंड के कुमाव और गडवाल छेत्र में इस पर्व को खास तोर पर सावन की शुरुवात और खेती के नय चक्र के स्वागत के रूप में मनाय जाता है।
01:05मानेता है कि इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती का विवा हुआ था।
01:10इसलिए हरेला को शिव पार्वती के मिलन का प्रतीक भी मना जाता है।
01:14ये पर माता प्रिथवी को हर्याली से भर देने के लिए धन्यवाद देने और पर्यावरन संतुलन बनाय रखने की प्रिणना देता है।
01:23वही अब आपको बता दे कि उत्राखन में हरेला किसलिए प्रसिद है।
01:26तो हरेला का पर्व अपने आप में अलग महत्व रखता है।
01:29इसे दस दिन पहले बोया जाता है।
01:32इसमें जो, राई, गोहत की दाल, मक्का आदी बोय जाते हैं।
01:36दस दिन तक इसे अंधेरी जगह पर रखा जाता है और फिर काटा जाता है।
01:42सबसे पहले हरेला भगवान को चड़ाय जाता है और फिर घर के अन्ने सदस्यों के सिर पर रखा जाता है।
01:48गर के चौकट पर हरेला रखा जाता है ताकि सम्रिद्धी और हरियाली बनी रहे।
01:53वड़े बुजूर्ग हरेला सभी सदस्यों के सिर्फ पर रखते हैं और एक खास और अलग अंदाज में आशिरवात देते हैं।
02:00वहीं ऐसी मानिता है कि हरेला जितना अच्छा होगा उतनी ही फसल भी बढ़ियां होगी।
02:05वहीं घरों में मिट्टी से शिफ पारवतियों और गणेश कार्थिके के प्रतीग बनाये जाते हैं।
02:11हरेला के साथ साथ भगवान शिफ के पूरे परिवार की पूझा की जाती है।

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