00:00बस में चली हो बस में कहीं जब railway crossing होती है ट्राफिक जाम लगता है तो वो नीचे आ जाते हैं कोई चना बेच रहा है कोई बिसलेरी की बोटल लेकर रहे आ जाता है वो सब पौन होते हैं वो लड़के होते हैं आप जब ग्रहस्ती में हो न तो सड़क की धूल खाने से बच ज
00:30निकलने का मौका मिलता भी है तो अधिकांश महिलाई निकलना बाहर चाहती ही नहीं कौन बाहर की दूल फाकेगा कौन बाहर की इतने कश्ट सहेगा और बहुत कश्ट है पुरुषवर्ग पर इलजाम लगाना आसान है मैंने भी बहुत इलजाम लगाए है मैं भी इस्त्रि
01:00दिया गया कि तुम्हारा धर्म घ्रहस्ती है तो ये बात उन्होंने सिर्फ बेचारगी में नहीं स्विकार कर लिए ये स्विकार करने में उनका स्वार्थ भी सम्मिलित है