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  • 6/22/2025
"इंद्रजीत मेघनाद: पराक्रम, तपस्या और वरदान की कहानी"



डिस्क्रिप्शन:

"जानिए लंका के वीर योद्धा मेघनाद की प्रेरणादायक कहानी, जिन्होंने अपनी तपस्या और पराक्रम से देवताओं को पराजित कर 'इंद्रजीत' का गौरवपूर्ण नाम पाया। इस कहानी में जानें कि कैसे उनकी अद्वितीय शक्तियों, यज्ञों और ब्रह्मा के वरदान ने उन्हें अपराजेय बनाया। यह कहानी न केवल उनके साहस की गाथा है, बल्कि उनकी भक्ति और सिद्धियों का भी अद्भुत उदाहरण

Disclaimer - यहां दी गई सभी जानकारियां सामाजिक व धार्मिक आस्थाओं पर आधारित है मन्नु टीवी ऑफिशल इसकी पुष्टि नहीं करता
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Transcript
00:00लंका के राजा रावन का पुत्र मेघनाद बच्पन से ही पराक्रमी और बल्शाली था। उसने दैतियों के गुरु शुक्राचारी से शिक्षा प्राप्त की और कई कठिन यगी किये। इन यग्यों ने उसे अद्भुत शक्तियां और सिध्वियां प्रदान की। जब रा�
00:30जिसके बाद ब्रह्मा ने मेघनाद से इंद्र को मुक्त करने की विनाती की। इंद्र को छोड़ने के बदले ब्रह्मा ने उसे इंद्रजीत का नाम दिया और कई वर्दान दिये। ब्रह्मा ने उसे वर्दान दिया कि हर युद्ध से पहले यगी की अगनी से एक दिव्य
01:00कर देता था मिगनाद का पराक्रम और सिद्धियां उसे अजय बनाती थी लेकिन उसकी सबसे बड़ी ताकत उसकी भक्ति और तपस्या थी जिसने उसे इंद्रजीत जैसा नाम और यश दिलाया

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