भगवद गीता - अध्याय १ - पद १२ और १३ | अर्था । आध्यात्मिक विचार | भगवद गीता का ज्ञान

  • 5 years ago
इस वीडियो में हमने महाभारत के महान युद्ध की औपचारिक शुरुआत की है। और पता करें कि महामहिम भीष्म ने अपनी सेना का साहस कैसे बढ़ाया

Don't forget to Share, Like & Comment on this video

Subscribe Our Channel Artha : https://goo.gl/22PtcY

१ यह बारवाह श्लोक है, जो दर्शाता है कि महामहिम भीष्म ने कुरुक्षेत्र के इस महान युद्ध के शुरवात की घोषणा कैसे की
तस्य सञ्जनयन्हर्षं कुरुवृद्धः पितामहः ।
सिंहनादं विनद्योच्चैः शंख दध्मो प्रतापवान ।।

२ इस श्लोक का अर्थ यह है :
तब कुरुवंश के वयोवृद्ध परम-प्रतापी पितामह भीष्म ने दुर्योधन के हृदय में हर्ष उत्पन्न करते हुए सिंह-गर्जना के समान उच्च स्वर से शंख बजाया

३ तेरवाह श्लोक यह बताता है :
ततः शंखाश्च भेर्यश्च पणवानकगोमुखाः ।
सहसैवाभ्यहन्यन्त स शब्दस्तुमुलोऽभवत ।।

4. इसका भावार्थ है :
महामहिम भीष्म की भव्य शुरूआत के बाद, कौरव सेना उत्सुक हो गई और साथ ही अनेक शंख, नगाड़े, ढोल, मृदंग और सींग आदि बाजे अचानक एक साथ बज उठे, उनका वह हुंकार बड़ा भयंकर था

५ भगवद गीता के अगले वीडियो में देखिए कि पांडवो के पक्ष से किसने शंख बजाए

Like us @ Facebook - https://www.facebook.com/ArthaChannel/
Check us out on Google Plus - https://goo.gl/6qG2sv
Follow us on Twitter - https://twitter.com/ArthaChannel
Follow us on Instagram -https://www.instagram.com/arthachannel/
Follow us on Pinterest - https://in.pinterest.com/channelartha/
Follow us on Tumblr - https://www.tumblr.com/blog/arthachannel

Recommended