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00:00कैरी गंज, ट्रिपल मुर्डर और केस के दोनों मुख्य संदिग, प्रशोत्यमति बारी और दीवाकर कुपता के खिलाफ कुछ भी ठोस हमारे हाथ में नहीं था, ना कोई लीड थी, हमने उन्हें हिरासा से रहा तो कर दिया था, और उन्हें क्लेंच इट नहीं दी थी
00:21अब हम 2017 के कोशी काउं डबल मुर्डर केस को स्टड़ी करने जा रहे हैं, हमारे केस के साथ चुणने वाली कड़ी ठोडने के लिए
00:42सुदानशू मातो, उस वक्त भी मुख्य संदिग था, आज भी मुख्य संदिग दै
00:46सुदानशू कर्शिश का भाई है, तो क्या उसी ने अपनी मा और बहन को मा डाला?
00:51उसका बयान बड़ा ही हजीबत, शक करने की काफी कुझ जाईश्त
00:5814 जुलाई को, सुदानशू कोशी गाउं से धनबाद के लिए निकलता है काम की तलाश होए
01:03और 15 कोई दुपहर में कोशी गाउं लोडता है
01:08कतल 14 जुलाई की रात को होते हैं
01:10जिस रात सुदानशू के हिसाब से वो धनबाद में लिए
01:13हमें जूट की बूँ आने लगती है
01:15और फिर जब घर के दर्वाजे पर दिये गए जस्तक का कोई जवाब नहीं आता है
01:33पास के गाउं से जहां वो मजदूरी करता है
01:36और मामला तब और अजीब हो जाता है
01:38जब सुदानशू अपनी बहन कशिष के मोबाईल नंबर को ट्राई करता है
01:42को नहीं लगता है
01:43वो आराम से बैठ जाता है
01:45यह नहीं कि जाकर देखे जहां कशिष काम करती है
01:47कि आखिर माजरा है क्या
01:49और वो एक बार भी यह नहीं सोचता है
01:51कि घर के बाहर ताला तो है ने
01:53तो कहां गय मा और बहन
01:55जब क्यों जानता था
01:57कि बाप तो घर पे है ने
01:59साहब हमें ऐसा लगा ही नहीं कि अम्मा और कशिष के साथ कुछ गलत हुआ होगा
02:02कुछ गलत हुआ होगा
02:03चलो ठीक
02:04कोई ऐसा नहीं सोचता
02:05लेकिन जब घर पे ताला नहीं लगा था
02:07तूने खट-खट आया कोई जबाब नहीं या
02:10तो तो पीछे से क्यों नहीं किया देखने है
02:13तू सिर्फ तब गया जब तेरा बाप आया
02:15सहाब हम कह तो रहे हैं
02:17हमें लगा ही नहीं कि कुछ गलत हुआ होगा
02:19साम को भी सब कुछ वैसा ही था
02:22तब बापू के साथ पीछे से जाकर देखा हुआ
02:24काती घर में पीछे के दरवाजे से को सथा
02:26कुंड़ी तोटका है
02:27हाँ
02:28सुधानशू और लाल बाहदूर के स्टेटमेंट के हिसाब से उन्होंने ये सब शाम को पाया
02:33सुधानशू दोपहर में जब घर आया था तो घर के पीछे की तरफ नहीं गया था
02:37अम्मा
02:39कसिस
02:41अम्मा
02:43बापू कुछ गडबर लगती है
02:45दोपहर में भी किसी ने दर्वाजा नहीं खोला था
02:47एकसिस का फोन दोपहर में भी बंदा रहा था
02:49और अभी भी बंदे तो मुरी आमा सो रहे होगी
02:51चलो पीछे से आवाज देते है
03:06निरमला
03:07एकसिस
03:09बतानी कहां गेगा
03:15तुम दुपहर में आखर देखे नहीं
03:18नहीं बापू सूजा ही नहीं न
03:20बापू
03:22हम कल दन्वाद गए थे साब
03:35आज दोपहर ही लोटे है
03:37और लाल बादूर तुम भी आ नहीं थे
03:40हम चार दिनी आनहीं थे
03:42बागल वाले गाउं देख पूर गया थे साब
03:45यह अलमारी खुली हुए
03:47क्या के गया थे
03:49साब कुछ पांच एक हजार रुपया थे
03:52कसिस की कान के बालियां कंगन और गले की चैनी
03:56सब गया बैसाब
03:57जोने की थे
03:59कसिस को खुब सौक था साब
04:02उसने अपनी महरत के कमाई से बनवाई थी
04:04कुल मिला कर यह लूट कितने की होगी
04:06कैश और गहने मिला कर लगब
04:09तीस चारीस हजार के
04:10और यह जो कसिस की मोबाईल शॉप में जॉप थी
04:12वो रगलर थी
04:13हाँ
04:14हाँ
04:15तीन साल से काम कर रही थी
04:16और ठीक ठाक कमा भी लेती थी
04:17लेकिन कशिश उस दिन काम पर नहीं गई थी
04:19सर्वेस से बीना बताया तो कभी छुटी नहीं लेती थी कशिश
04:24कल जब नहीं आई तो अमने फोन लगाया तो फोन बंद आ रहा था
04:28दिन में भी दो बाइट रहे किया फिर बंद फिर हमने छोड़ दिया कि घुमने काम ने गई होगी
04:34कशिश अकेले तो नहीं गुमने कई होगी ना राजीव
04:36वह उसका लीजी मामला है हम क्या बताएं कि किसके साथ घूमने गई होगी
04:40तीन साल से तुम्हारा काम करती है कुछ तो पता होगा ना कि कौन उससे मिलने आता है वो किसके साथ जाती थी सर हम तो यही कर पाएंगे कि कशिश अपने काम में बहुत अच्छी थी
04:50सब कश्टमरों के साथ बहुत अच्छे से पेश आती थी हम तो समझ नहीं पा रहे हैं कि विचारी कशिश और उसकी मां को ऐसे क्यों और किसने मारा सिर्फ मारा ही नहीं नहीं किशिश के साथ दो मजबूत वार हुए हैं शायद फावडे के कुंद के हिससे से हमारा मुख्
05:20पढ़ारे डबल मळर केस में बड़े विचितर से समानता हैं कि कशिश के किसी जड़ब के निशान नहीं मिलें और हमारे के दो
05:33यूर गरेक्ट, टेप हुआ है
05:35दोनों ही केसे में घर के पीछे के दर्वाजी से एंट्री होती है
05:38कुंडी तोड़का
05:41हमारे केस में विक्टिम साधने तेवारी, एक महिला ग्रुप की अधिक्षा थी
05:47उसके पास काफी जेवर और कैश था जो चुराए गया
05:51और आपके केस में भी कशिष की गोल्ड जोल्डी और कैश चुराए गया
05:55पदान हमारे केस में विक्टिम रामानुज का
05:59अपने बड़े वए प्रशोत्म के साथ प्रॉफटी को लेके लंबे अर्से से डिस्पूट चला थी
06:03तुम्हारे केस में तुम्हें सुधानशो के खिलाफ कोई और ठूस सुबूत मिला
06:07सिवाए उसके उस दिन के अजीब अर्ताव के जिस दिन वो डर्ट बाडिस मिली
06:11अब इन दरसल हमें कशिष के बारे में कुछ पता चला
06:13कि वो जो महंगे जिवर बनवा कर पहनती थे वो उसकी आमदनी से परे थे
06:19मतलब कोई बॉइफ्रेंट गिफ्ट कर रहा था बॉइफ्रेंट्स एक नहीं बहुत से
06:43इससे फोन लेंगे ऐसे कैसे एक कवर भी लीजे कशिष के कॉल रिकॉर्ड से हमें 124 अलग अलग नंबर्स मिले हमने सभी से पुछ ताच कि और सब के सब उसके वाइफ्रेंट्स ते
06:55और सभी निये कबूल किया कि उनके कशिष के साथ में फिजिकल रिलेशन्स थे
07:04मतल सुधानशु नों जो मर्डर किया उसके पीछे उसका मकसद था उसकी बहन की ये फिजिकल रिलेशन्स उसने गुस्से या शर्म इतना बड़ा कांड की
07:15कशिष का बाप तो लगातार ना बोलता रहा लेकिन सुधानशु के धनबास से लोटने के बाद से उसके अजीब से बरताव को देख हमने उस पर शक किया हमें तो ये सब पता ने था ना साब हम तो बस सुधानशु के साथ बाते करने बैठे तो रड़ चाय पर चाय चल र
07:46कशिष के बदन से जीवर उतारी और फैर कशिष का सलवार भी
07:49आप आप हमें इस केस में ना भस आईए और熁छ ने हमें रहा ठोपर सभाओ सभाव में नाइना चाहिए और तो किसे पाहिए पायर ने चाहते हुआ हम में घाने कशिश की आफियर में नहीं पता था तुझेगा कोई pirate
08:03यह लोग हमारी कशिष एक सीधी मैनती लड़की थी बिना के कभी दुआने उड़ता है और हम सबूत की बिना पर बात कर रहें तेरी बहन के अफेर्स थे और उसका कतल हुआ है और तेरी मां शायद इसलिए मारी क्योंकि वो मौके पर मौजूद थी और जिसने भी कशिष का क
08:33से सुधानशू के ब्रेन मैपिंग की पर्मिशन हसिल की हम पक्का थे कि इससे पता चल जाएगा कि या आदमी कितना जूट बोल ला था
08:41सुधानशू मैतो बैटो बैटो बैटो
08:49रिलाक्स सुधानशू डरने की कोई ज़रूद था एस पर प्रोसीजर हमने फॉरेंशिक साइकोलोजिस्ट नवीन को हमारा वर्जन बता दिया था हम 14 जुलाई को धनबाद गए थे काम से उसके बाद नवीन ने सुधानशू से उसका स्टेक्टमेंट लिया था ठीक है सु
09:19तुम्हारा नाम सुधानशू महतो है
09:26सुधानशू पंदरा जुलाई को जब तुम अपने घर गए थे तुमने अपने मन में सोच लिया था कि तुम अपनी बहें पशीश को मार लागा
09:39सुधानशू के स्टेक्टमेंट के अनुसार नवीन ने उसे कुछ बातें रिकॉर्डिंग करके सुनाई उसमें सुधानशू पर आरोप लगाए और उसे निर्दोश भी बतायागी इन बातों पर उसके ब्रेन के रियक्शन्स को नोट कियागी
09:54ब्रेन मैफिंग टेस्ट का रिजल्ट क्या है उसमें से तो यह बच निकला प्लीन रिपोर्ट थी आपके इस डबल मडर केस में सुधानशू का कतल करने का मकसद कशिश के अफ्यर्स होंगे
10:11एसुदानशू की उसकी माउर बाप से कोई अनबन थी माउर बाप की आपस में कोई अनबन थी या बापर कैसे को रिजठ दारीभ लोग उनके आपस में कोई अनबन है ऐसा कुछ सामने नहीं
10:24हमारे इस ट्रिपल मर्डरोर केस में बेसिकली दो मकसद सामने आये थे
10:30पहला ये कि भाईयों की खेत को लेकर आपस में कुरंजिश दी
10:33और दूसरा ये साधना के शक्त था कि उसके पती रामानुज का ललिता के साथ कोई अफेर चल ला
10:39सर अगर इन दोनों केसे इसके मकसदों को जोड़े तो कहीं से भी कोई भी नालमल बैठता ही नहीं
10:44लेकिन दोनों क्राइम सीन्स मानों एक तरीके से एक जैसे हैं पीछे के दर्वाजे से एंट्रिक, किसी ओजार से वार करने के बाद उसके बाद हत्या, फिर पैसो और गहनों की लूट और फिर मर्डर वेपन को वहीं क्राइम सीन के आसपास या क्राइम सीन पर छोड़ जाना
11:14वोऊ है प्रत्ते के खिलाफ कुछ भी कॉंक्रीट नहीं हो, मुझे लगता है की एक तरह से ये भी दोनो ही ऐसे में समानता है, हो सकता है दोनों ही केसे समाना है।
11:20मैं खिर्डम इन्सट्रख सम्झे जा रहे हैं। इनमें से कोई भी असले मुझेृम ना हूँ
11:25हुआ।
11:26बिलकुन हो संपदों से अक डूनो की
11:29तो कोष तो किस्टो केसीज मेंर Calvin सेंट कंěक्षये अगर ba
11:48किसी चाहिए वहाँ कर्शिश से जूड़ा होना चाहिए और यह हसाधना और रमान
11:52पॉइंट
11:53अगर हमें इन दोनों केसिस में कोई भी एक इनसान कॉमन मिलता है
11:58तर शायद इस केस का तोड़ हमारे हाथ में होगा
12:00हमें उन सभी लोगों के नाम दीजिए
12:02जिनका रामान उससे पैस होगा लिंदिन राओ
12:04अब हम उन सारे लोगों का पता करने में लग गए
12:06जिनके रामान उससे वबकसाईक और निजी रिष्टे थे
12:10किराने की दुकान से लेकर खेतों के काम तक
12:12जो उसने दूसरे किसानों को लीज पर दे रिखे थे
12:15शालिनी से भी कहा गया
12:16कि उन सारे लोगों के नाम सामने लाए
12:18जिनका साधना से एक काम के सेसले में मिलना होता था
12:21कोशी गौवमें इंस्पेक्टर परधान ने
12:24दानशू मेहतों से उसकी बहन कशिश के
12:26रोज मर्रा की जिन्दगी के रिष्टों के बारे में पता लगाया
12:29और साथ ही मुबाइल शौप के मालिक
12:31राजीव जोशी से भी उन सभी क्लाइंट्स के बारे में पता लगाया गया
12:34जिन से कशिश के बतार सेल्स गर्ल वैफसाइक रिष्टे थी
12:38साथ ही हमने उन सारे 124 लोगों का खंगाला
12:41जिने कशिश के बाइफ्रेंट्स माना जा रहा थे
12:43ये सारी कोशिशें उस एक संदीद को खोज निकालने के लिए की जा रही थी
12:48जो इन दोनों के ससको जोडने वाली एहम कड़ी हो सकता था
12:51मुबारक हो बेटा हुआ है मैडम काजल कैसी है जच्चा पच्चा दोनों बिलकुल ठीक है
13:21कर दोड़ा है
13:51एक भी आद्मी गौमन ने मिला जी नें चितने भी नहीं आम सभी ने लग कर दिया हैं एक एक से कई भार एंकवारियों के लेकिन एक भी ऐसा शक्स नहीं है जो वहाँ कशिश या उसकी माँ निर्मला मातों की जिंदगी से और यहां साधना या उसके हजबिन रामानुच की �
14:21प्रखता हुआ है दो जाजा सत्राने कोशिगाव में हुए डबल मॉर्डर केस में एक नेरिटीव एक वर्णन होगा जिसमें करशिश के बेशमार अफेर्स को इस जर्म का मकसब माना ते
14:51एक तस्यूर तयार हुए दोहजार 11 में अपने कैरी गंज में पहला वर्णन तयार हुआ कि जुर्म का मकसद है रामा नुचका उसके भाईयों के साथ खेट का मसला उसके बाद दूसरा वर्णन तयार हुआ जो था साध्ना का ललिता और ललिता के दिवर दिवाकर के साथ ज�
15:21लेकिन रामानूज, साधना और कोशी गाउं की कशिश की जिंदगी से जो वर्णन उब्रे जो तस्वीरे बनी उसमें कोई भी सस्वेक्ट फिट नहीं बैट रहा हमें असली मजरिम और उसके असली मकसद का अंदेशा नहीं दे रहा हो सकता है सर हमारे सारे निरेटिव गलत ह
15:51सर रेंडम है अग्याद फिर तो कोशी गाउं या कैरी गंज में से कोई भी हो सकता है सरूरी नहीं यही दोने जगा से हो कहीं और से भी तो हो सकता है अगर हम इस थेोरी का मान कर चलते हैं तो एक प्रोफाइल बनते है लूटता है कतल करते हैं लेकिन कतल करने के लिए वे�
16:21अधर इसके जूर्म करने का अपना एक पैटन है एक जिले के दो गाउं में स्ट्राइक है इसने दो अलग अलग सालों में शायद पहले भी किया हूं हो सकता है सालों से करता है लेकिन के पकड़ा नहीं गया एक काम करते है हमारे धनबाह जिले में इतने भी हिस्टी शीटर
16:51पाकड़ाने लिए इसलिए मानकर चलते हैं कि लखी है और ये भी मानकर चलते हैं कि अपने पास सेलफोन रखता है तो अब हमारे पास पूरा खुला मैदान है कोशी गाउं 14 जुलाई 2017 और कैरी गान 4 जून 2018
17:06इन दोनों लोकेशन्स पर उस राख जितने भी सेलफोन एक्टिव थी सब की लिस्ट मंगवा थी और पता करते हैं कि वो कौन सा कॉमन नंबर है जो इन दोनों काइंस पर उस राख एक्टिव थी एक साल का ग्याका है तो शायद नंबर चेंज कर लिया हो ठोड़ा लाख हम
17:36कि वो लोग ऐसे आदमी का हत्यारा होने की संभावना को टटो लें पर नहीं मेरी दलील सुनी ही है
17:43सर कोई रहा चलता रहना मग्याद क्रिमिनल हो चोरी करने आया हो और मडर हो रुप करके चला गया हो जिसका हम से या फिर जुवी से कोई वास्ता ना हो यह एंगल आप कंसिडर ही नहीं कर रहे हैं क्यों
17:54मार्डर और लूट की साफ शुतरी तस्विरे मेरे साथ है और तो क्या वोट रहा उस से आँके अटा कर मैं किसी घास के बोरे में सुझी दूनना शुरू कर दूँ
18:02सर अगर वो कातिल है तो क्यों नहीं क्योंके कातिल तुम हो कुंदन क्राइम सीन पे मिले सबूत और लोगों की बयान चीक चीकरी के नाम दे रहे हैं कुंदन यादा हो क्रिश्टिल की घर तस्विरे मेरे साथ हैं क्यों और देखने गा सवाले ने उठता
18:1914 जुलाई 2017 की रात कोशी गाउं में और 4 जून 2018 की रात को कैरी गन में जितने भी एक्टिव नंबर्स थे सभी की स्कैनिंग पूरे जोरों से शुरू हो गए
18:31दूसरी और हिस्टिशी शीटर्स की लिस्ट बनी और एक एकी की बारिकी से पूछताश हुई जिसके रिकार्ड्स में अग्यात खोनी के मोडरस अफरेंडी की जहलक भी दिखी
18:39जैसे के दरवाजा तोड़कर क्राइम सीन पर जाना तो उसे अलग कर दिया गया और उससे कड़ी पूछताश हुई
18:46इन दो जुर्मों की डेटेल्स में हम सर तक टूबे हुए थे और उस वक्त हमें भनक तक नहीं थे
18:522016 की केस जो था जुही दहिया एड्मर्डर केस
18:56जुही और मैं मेरे डिपार्टमेंट में मिले थे वो नई नई जॉइन हुई थी वो मुझे रिपोर्ट करती थी हमारा मिलना जुलना बढ़ता गया
19:11दोस्ती हुई और फिर प्यार हो गया
19:142013 से 2015 लगबख दो साल हमारा रिष्टा आगे बढ़ता गया
19:19और फिर हमने शादी करने का फैसला ले लिया
19:21ना ही हम उस लड़की से मिलेंगे ना ही उसके परिवार से
19:24मेरी मा दूसरी कास की लड़की से शादी करने के पूरी तरह खिलाफ थी
19:28और जूही को उन्होंने तुरंट रिजेक्ट कर दिया
19:30बस बस देखो कुंदर
19:35जूही के पेरिंट्स को ऐसी कोई अपती नहीं थी
19:37लेकिन वो मेरी मा की रजमन्दी चाहते थे
19:40हमने तब तक इंदिजार करने का फैसला किया
19:44जब तक मा गरी नहीं हो जाए
19:46अखिर में मा मान गई
19:48और उसी वक्त मेरी जॉब से बकाई की अच्छी खासी रकम
19:53एक साथ मेरे हाथ आई
19:54उन्हें एरियर्स के पैसों में से काफी पैसे
19:57मैंने जूही के अकाउंट में ट्रांसफर कर दी
19:59ताकि शादी के खर्च में कोई अर्चन ना आए
20:02उस सुबह मैं दोड़ा दोड़ा जूही के घर जा रहा था
20:07पिछली राच जूही ने मुझे कई कॉल किये थे
20:09लेकिन काम के बीच में मैं उसके कॉल ले नहीं पाया था
20:11जब टाइम मिला कॉल बेक किया
20:13उसका फोन से चॉफ था
20:14जूही के घर के दर्वाजा खट-कदाई जा रहा था
20:17जूही दर्वाजा नहीं खोल रही था
20:19मुझे टेंशन होने लगी
20:21दर्वाजे पर भी भार से तला नहीं लगा था
20:24मैं तब ही जूही के माकान मालिक वासुदेव जी के घर गया
20:28वो जब आय तो मैं उनके साथ जुही के घर के पीछे की तरफ गया
20:32जुही
20:42जुही
20:52जुही
20:54जुही
20:57जुही के लाश देखकर मैं टूट गया पूरी तरह
21:07उस वक्त एक बार भी मुझे ख़याल नहीं आया
21:09कि इस बहेंकर कांड के लिए मुझे जिम्मेदा ठेराया जाएगा
21:12मेरी जुही के मुर्डर के लिए
21:14मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था
21:17कि मेरे और जुही के पीच छे माईने से जो कपल्स वाली टेंचन चल रही थी
21:23वो इतनी बुरी तरह मेरे खिलाफ जाएगी
21:25जुही के मुर्डर के तीन दिन बाद मुझे जेल में डाला गया
21:28और फिर मैं जेल में ही रहा
21:30इस दौरान में रिपीट पीछे काफी कुछ हुआ
21:33जिसके बारे में मुझे कुछ मालूमी नहीं था
21:35तरही जमानत की अरजी फिर खारिज कर दी कोट ने
21:38मा आप तो हम पे शक नहीं करती ना
21:40ये भी कोई सवाल है बिटा
21:42लेकिन पुलीस कह रहे थी
21:44तुमने उच जगा ले गए थे जहां पे तुने जुई का मोबाइल फेका
21:48और हध्यार भी
21:50क्या
21:52मा सरवसर जुट बोल रहे हैं वो लोग
21:54जब से ग्रफतार हों यहां से भार ही नहीं निकले हैं
21:56कोट में उनोंने तुम्हारा बयान जमा है
21:59दस तक है थे तुम्हारे
22:01महां में मार-मार कर
22:03कोड थे काइसों हमसे साइन लिया खेड़ नहीं
22:05कि ज forehead बली का बकरा बनाया जा रहा है
22:07माहाँ आप भी कुछ करिए ना
22:09मत बहाँं नीका लिए यहां से
22:26काईरी गंज के रामानुज तिवारी, साधना और कृष्णा तिवारी के टिपल मुडर केस के तकरीबन दो हफते पहले कुंदन यादव को जमानत मिली।
22:43पूरे दो साल बाद उसने जेल के बाहर कदम रखा था।
22:46इस रेंडम किलर की ठोरी पे आगे जाने के लिए हमें कोई और ही डेफिनिट दिशा चाहिए ताकि हम उस तक पहुँच सकें।
22:53इस रेंडम किलर के और क्या लग शड़ो सकते हैं।
22:552017 के गशिश और निर्मला महतो मुडर केस में वो पकड़ा नहीं गया।
23:00हमारे ट्रिपल मुडर केस और केस में भी पकड़ा नहीं गया।
23:04मानकर चलते हैं कि शायद वो आज तक पकड़ा नहीं गया।
23:06इसलिए किसी भी हिस्ट्री शिटर्स की लिस्ट में वो शामिली नहीं हुआ होगा।
23:09इट मेंस उसने अब तक जितने भी जुर्म किये हैं वो कभी नहीं पकड़ा गया।
23:13आराम से जी रहा है, यहां लूट, वहां लूट, वहां कोशी गाउं में लगबग 40,000 की और यहां केरी गंज में लाखों की।
23:20और उन लूट के पैसों से अब शायद आश भी कर रहा होगा।
23:23शायद आश अखेला ना करता, दोस्तों के साथ आश करता, उन्हें धरूबर पिलाता।
23:28तो हो सकता है सर, उसने नशे में अपने किसी ना किसी दोस्त को कुछ ना कुछ बताया हो इस मर्डर के बारे में।
23:33लेकिन हमारे खबरी तो इस दिले के हर गाउं में अक्टिव हैं।
23:37शराब के ठीक ओपर, जुए के अड्डू पर, ड्रेड लाइट इरियास पर।
23:40अगर ऐसी कोई भी खबर होती तो हम तक पहुच चुकी होती है।
23:43राइट, पहुच जाते हैं।
23:46तो मतलब उस आदमी ने अब तक किसी को कुछ नहीं बताया होगा।
23:49हो सकता है सर, उसके दोस्त भी शामिल होंगे इस लूट में।
23:52इसलिए मुबंद करके रखा हुआ है।
23:53मुझे डाउट है सर, कि ऐसा आदमी सिफ ये दो कांट करके बैठा होगा।
23:58इसने और भी चुर्म की होंगे पर ये रडार में नहीं आया है।
24:01लेकिन इतना तो है सर, इस चुर्म से उसने पैसे काफी कमाय होंगे।
24:05और अब उन पैसो कोड़ा भी रहोगा।
24:07इसका मतलब है कि ये आदमी अपनी अवकात से उपर जीता है।
24:10इसकी आमदनी और खर्चे में जमीन असमान का अंतर है।
24:15ये तो बहुत पहला हुआ दायरा।
24:18ऐसा आदमी ढूडने जाएंगे, दो एक नहीं, कई मिल जाएंगे।
24:21चुपचा पूरे जिले के ऐसे लोगों को रडार मिले थे।
24:24जिनके आमदनी तो है चाराना और खर्चा है रुपईया।
24:28हो सकता है कि ये रेंडम किलर हमें इन ही लोगा में से मिल जाए।
24:32हम सिर्फ एक ब्लाइंट चांस नहीं ले रहे थे।
24:34बलके एक ऐसी खोजपा निकल पड़े थे जिसका आधार बिलकुल हलका था।
24:38हमें नहीं पता था कि इससे कोई ठोर से रजल्ट मिलेगा भी या नहीं।
24:50आमदनी के परे खर्च करने वालों की खोज या उस एक आदमी की खोज जो लूटे गए पैश और गहनों से एश कर रहा था।
24:58उसके लिए हमें जिले के हर एक आदमी की नीजी जिन्दगी में जहकना था।
25:02उन में से हमारे तार्गिट को ठोड निकालना था।
25:05इस खोज में ऐसा भी हो सकता था कि हमारे एक खबरी खुद मुझरिम सही बात कर रहे हैं और उनको पता ही ना।
25:12हम हर दूसरे आदमी से हर तीसरे के बारे में पता कर रहे था।
25:39क्या तो रहा है गुरू इसके अलबा और ऐसी कौन सी बात है जिसे तुम्हें लगा कि हमें इसको टार्गेट करना चाहिए
25:44सर गुरू कह रहा है कि ये काम तो पेड़ पौदी लगाने का करता है पर इसका खर्चा इसकी आमदनी से जाद है
25:49इसके बारे में और जानकर यहां सिलगी तो पता चला कि ये अपने दोस्तों को विलाईती बलाता है वो भी रेगुलर है
26:10सर पेड़ पौदे लगाने वाला दिन में मुश्कल से धाई 300 कम आता है और ये बंदा ये बंदा सौर पेके तो टिपी दे देता है
26:17कंबरपुर में अपना एक आदमी लगाओ जोब इस घंटे इस पर नजर अखने दिपाओ पता करो कि कैरी गाए और कोशी गाउं से इसका क्या कनेक्शन निकलता इक ठोस हात लगे तब उठाने बाक से पहले उठाएंगे उसे बाते गुमाने का मौका मिल जाएगा
26:31राची से गुल्शन मुंडा की इस्ट्री मिलिया सर यह ओरिजनली वही से बिलॉंग करता है और छे साल पहले दो दो रॉबरी केसेज में अंदर भी हुआ था
26:46ने रहा है कि के यह हमारा असली मुझरब तो यह गुल्शन मुंडा शालनी का किरायदार था
27:03पिछले साल था सर वह और उसकी बीवी काजर दोनों हमारे दूसरे घर पर किराय पर रहते थे तो पर यह रामन अजर साधना को जानता होगा
27:12जानता होगा सर जब भी हमारी लेडिस क्रूप की मीटिंग होती थी तब उसकी साधना से बातचीत भी होती थी और हां साधना उसकी बीवी काजल को भी जानती थी
27:22इतनी एहम जानकारी के बाद भी हमने गुल्शन मुंडा को उठाया ने
27:31बस उस पर नजर रखे
27:33गड़ी बारीकी के नजर
27:35हमने चुपचा गुल्शन के सबसे करीबी दोस्त राजो निशात को उठा ली
27:43हमें गुल्शन के खिलाफ जितने हो सके उतने ठोस बुट चाहिए थे
27:47साब हम चोरी नहीं किया है साब और ना हम चोरी का कमाई का पीत है यह का बोल रहे हो साब
27:54सब हम अंबरपूर फरनीचर फैक्टरी करना छोटे से कारीगर है तू नहीं तुरा दोस्त कुल्शन मुंड़ा तो तुझे आर परशांत को लगभाग रोज बिलाते हैं वो भी बिलाई थी इतने पैसे कहां से आते हैं उसके पास तो फोकट की पीता है ठीक है लेकिन अग
28:24देख राए जू शीधी तरह से बता दे उसके पास इतने पैसे कहां से आते हैं बोत सब्सकृ लेकिन
28:50लेकिन साब उसके पास बहुत सारे गहने भी हैं तो नहीं देखा है साब हमने बेचा भी है कैसे साब वो कहा है कि उसका बीबी अस्पताल में था उसको लड़का हुआ था तो उसने हमको दो सोने का कंगन दिया था और एक मंगल सूत भी दिया था बोले से राची में बेच द
29:20साब हमें सच में आइडिया नहीं था कि ये इमाल चोरी का हो सकता है और ना हम लेते ही नहीं है ये ये तो साधना के है किसके पास मिल आपको ये किसने किया ये कांट ये लेकल पर ना बीस हजाय है है ये मैने बाद 25 लोटाएगी तू
29:50खुको फुक्त खुक गोल्चन मुंड़ा जाले कासी है लिए जासर का सर्थ विए पात में बात कर ये जार्वार तो यहां ह सुअ हाल दो बात कर ये जाने है ganze यह अरुशन ब牌न है और भी लूइक तो बहुतिया ये ख्डाओ
30:20कोशी गाओं की कशिश और उसकी मा निर्मला महतो का कतल किया
30:24कशिश का रेप किया और घर लूट
30:274 जून 2018 को पेरी गंज के रामनुज टिवारी और उसकी पतनी साधना
30:31और बेटे कृष्णा का कतल किया
30:34साधना का रेप किया और घर लूट
30:35लेकिन उनका बड़ा बेटा दरपन वो बच गया और तो चे पहचान लिया
30:40और जो जेवर तुने तेरे दोस्त राजु के हाथो बिकवाई थे वो भी बरामाद हुआ है
30:44थोड़ी सी बटाई से ही काम चल गया
31:05हम वहां अलग-अलग होटलों में उनके गार्डन समाध पे अर ये कशीज जो थी अलग-अलग लॉंडों के साथ आती है
31:23हर बार अलग
31:25सब वो मेरे दिमाग में ऐसे बैठ गए थी मतलब बैठ गए थी
31:30और ये साथना जो थी उसको भी हम कई बार देखे थे
31:37हमारी माकान मालकी जो शाली जी थी उनके गर पे देखे थे
31:42वो भी आईसे दिमाग में बैठ गी थी से
32:00एक बार चुब बैठ गी ने सर फिर उसका पार बार ख्याल आता है
32:14मतलों दिखाई भी देने लगती है
32:18जैसे सामने जैसे आप लोग नहीं नहीं नहीं नहीं दे रहे हैं वैसे
32:22यह पागलों वाली हरकत बंद कर और सीधा से दे जवाब दे
32:25जब तू कशिश के घर में घोसा तुझे पहले से पाता था कि उसका भाई सुदानशू पर पिता घर पर नहीं है
32:32उसके बाप को तो सर हमने कभी देखा ही नहीं था
32:34पहले भी दो चार दफा जब जहाका था तो उसका भाई होता था
32:40उस राद जब जहाका तो कोई नहीं था वो थी और बुढ़िया थी
32:48गोल्शन मुंडा को प्राइन सीन पर ले जाए गया जहां उसने एक्जेप्ट तरीका बताया
32:58कि वो कशिश के घर में किस तरह कुछ साथ है
33:00अंदर कहां सबसाथ है
33:08इधर से
33:10सर ये गुंडी का ना स्कूरू डिला था
33:14जोर से धक्का दिये खुल गया
33:16खुल गया तल दिखाओ
33:18कैसे किया
33:20सर हम यहां से फावला उठाए थी
33:32फिर
33:34किसको पहले मारा मा को पहले मारा कि कशिश को
33:38बोल किसको पहले मारा
33:40सर हम
33:42वहां
33:44यहां कशिश के साथ सू रहे थे
33:46और नीद में उस
33:48उससे प्यार कर रहे थे
33:50इसमें बुर्जा उठके
33:52वहां से फावला उठाया
33:54मारा धाण
33:56फिर
33:58फिर कशिश में उठके
34:00उसको यह मारा धाण
34:02फिर बेहुशी के हालत में कशिश के साथ
34:08अब यह वापस वह से मार दिया
34:12अब यह वापस वह से मार दिया
34:14आउने से
34:20अमगोल्शन को काईरी गांज ले गए रामान इक्तिवारी के ख़ग
34:24और उससे पूरे जुर्म की रीक्रेशन करवाई
34:26सर यहां पर कुछ मिस्तरी काम कर रहे थे तो उनका ओजार सुट लिया थे
34:32यहां पर कुछ मिस्तरी काम कर रहे थे तो उनका ओजार सुट लिया थे
34:48गोल्शन साप मना करता रहा कि इन दो जुर्मों के अलावा उसने और कोई जुर्म नहीं कि
34:53हमारे बार बार पूछने पर भी वो अपनी बात पर अड़ा रहा
34:56गोल्शन जोट बोला
34:58वो दो साल जो मैंने जेल में काटे तब अक्सर बिलकुल ही निराश हो जाता है
35:12डिप्रेस्ट, एकदम डिप्रेस्ट, खयाल आता कि अब जिन्दा रहने का क्या मतलब है
35:17करियर खराब, नाम खराब, मरी जाना बैतर है
35:20और अब जब बेल हुए है, तब भी कुछ बदला नहीं है
35:24मैं अब भी आरोपी हूँ
35:26संदिक नहीं, आरोपी
35:29अक्यूस्ट
35:30कहिए, मैं आपकी क्या मदद कर सकता हूँ
35:44चीप, मैंने न्यूस पेपर में पढ़ा
35:47वो 2017 का कोशी गाउवर, 2018 का कैरी गंच का केस है
35:53उसका हत्यारा पकड़ा गया
35:55उस हत्यारे ने जिस प्रकार मर्ड़र्स किये है, उसे देखकर आपको ऐसे नहीं लगता
35:59कि जुही दहिया हत्या केस में भी इसी का हाथ हो सकता है
36:03जुही दहिया हत्या केस?
36:052016 का केस है
36:07जुही दहिया को भी उसके घर में माल डाला गया
36:11और उस केस में भी अत्यारा घर के पीछे के दरवाजे से घुसा था
36:15ओ हाँ
36:17उसमें तो वो लड़की इलेक्टरिसिटी डिपार्टमेंट में काम करती थी
36:21लेकिन उसमें तो उसका मंगेतर कंविक्ट हुआ था
36:25हम उसमंगेतर कंविक्टन यादो की मा है सावित्री यादो
36:28दो साल बिना जमानत के जेल काटिया है हमारे बेटे न
36:32कंविक्टन ने जुही को नहीं मारा था
36:36और जुही का केस इन दोनों केस की तरह है
36:39हम बिंती करते हैं आपसे कुछ कीजिए इस बारे में
36:44कुंदन जुही से प्यार करता था, उससे शादी करने वाला था, उसको बुरी तरह फसाया गया है
36:51हम हाथ जुड़ते हैं, इकलोता बेटा है हमारा और निर्तोश है, कुछ कीजिया इस बारे में
37:00जुही दाइया, धलकापूर, उनने सियोन दोहजार सोला
37:14क्रदिया इस बारे में ही स्थेटी, जुवी बैदते हैं, मुझा भी ने क्राइब नेमेह
37:20जो ही के मकान मालिक वसुदे जो होम गार्ड में काम करते है जिनका बगेचा तू संभालता था
37:49उनना तुझे पहचान दिये अब और ओदों के तरह तरीकटा ही शुरू करें
38:19जैन सर अर्विंद बोला ये सर अर्विंद ने जो ही दहिया का माड़र और कबूल कर लिया बाकी दोनों कैसे इसकी तरह जी सर्
38:45से मोटो सप्रेंड ये हम लोग कैसे मिस कर गए कैसे अर्विंद आपको पता तो चली क्या होगा सर हां उसने कबूल किया है
38:53हम देख रहें दो सब पहले देख लेते हैं इमानदारी से देख लेते हैं तो बेटर था ना सर देख अभी सिर्फ उसका कबूल नामा आया है कुछ भी क्लियर नहीं है
39:03सर आपने क्राइं से फिंकरपिंट्स यही नहीं थे आपकी चार्शीट में उसका जिक्र तक नहीं है भासकर सर आप चूक गए इसलिए हमको बेल मिल गई है वहना आपने तो फासी पर चड़ाई देना था हमको मैंने कहा ना कि हम केस की रिंवेस्टिकेशन करेंगे ठीक है
39:33और एक तस्वीर मनी हमारी कातिल होने की अगर आप उस वक्त जूई के कातिल को पकड़ लेते तो आज कोसी गाउं और कैरी गज में रे भद्या कांट होता ही नहीं
39:41सर आपकी ये रिंवेस्टिकेशन उनका जिंदा कर सकती हैं उनकी जिंदगे वापस लोटा सकते हो आप जो हो गया वह आपस नहीं आई आसकता कुलना हमसे जूटा कंफेशन लेटर लिखवाया फिर मार मार के हमसे उस पर साइन कराया और कोट में ये बोला कि आप हमें वो
40:11केस की रिंवेस्टिकेशन हो रही है फिलाल के लिए यही स्टेटिस नहीं
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