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  • 6/29/2025
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Fun
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00:00कर दो
00:30चावी
00:32अलुक, कल सुबह कॉलेज के लिए नौ बजे निकलेंगे ठीक है?
00:35ठीक है, हम साड़े आठ बजे आजाएंगे
00:42खाना रड़ी है माँ?
00:44आरे माँ
00:49इतना टाइम कैसे लगया जान भी?
00:52बापा वो एकनॉमिस की एक्स्टर क्लासेज ने वो लेट शुरू ही थी
00:55तो लेट काद़ हो इसलिए हमें लेट हो गया
00:57वो लेट क्लास में थी या कही हो और?
00:58अम लेट क्लास में ही थे
00:59आप चाहे तो आलोग से पूछ सकते है
01:01ठीक है
01:02बूछ लेंगे
01:03बूश लेट
01:04जी पापश
01:33सुमन, सुमन, एराम भाया, आईए, सुमन, तुम्हारा बिटा आलो, बल्राद घर नहीं आया होगा, नहीं, पुसायत प्रिलाजी के हाँ जादा काम रहा होगा, उहें रुग गया होगा, होता है कभी-कभी ऐसा देरी, हम जो बताने जा रहे हैं ना, आराम से सुनना, हड़�
02:03जाजी तरहे हें बालो को बालो को बालो को गोली बारता है, अ
02:33सब पांच कार्टूस मिले हैं, शूटर यहीं के शुपके घात लगाए बैठा होगा, इस अलोक का रोजा ना इसी रस्ते से गरवाना जाना था? जी साब, वो लखनों में काम करते हैं, वो प्रला चोधरी है ना, उसके पस, वो बाहू बली प्लला चोधरी है, हाँ साब, वह
03:03कि जब गुलियां चलाए गए, अलोक बाइक चला रहा था, तिनो गुलियां एक्दम सठीक निशाने पे लगी है, एक भी गुली दर उदर में, तब शूटर प्रोफेशनल रहा होगा, बिकुल, काफी सफाई से काम किया गया है, अलोक खुद बोडिगाड ना, श्याद इ
03:33अभी तो हमने जाज शुरू की है, खोद निकालो साले को चाहे, जीस बिल में छुपाओ, छोड़ ना मत ने, आलोक हमारा अदमी था, हमारा वपादार, हमारा बोडिगाड, अपने परिवार से जादा उस पर वरोसा करते थे, उसके कातिल को जेल में डाले के बजाए हमार
04:03को मात डाला, कोई माजाख है क्या, अब बेफिख रोकर घर चाहिए, और विश्वाच किजिए मेरा, हम हमारे काम में कोई कोता ही नहीं परतेंगे, जी मबलू मिस्रा, आलोक की जीजा, ये पिंकी है हमारी पत्मी, आलोक की छोटी बहल, कुछ बता सकते हो, कोई क्यों हमला
04:33कि अब ये निया रहा कि ऐसे कैसे अचानक, सुबन जी, आप कुछ बता सकती है, आलोक ने कभी कुछ कहा हो आपसे, कि उसे किसी सी कोई खत्रा हो, हमारी लगबग, रोस भाईया से बात हो जाती थी, कभी ऐसा कुछ कहा नहीं उन्होंने, और अगर उनकी किसी से अनबन हु
05:03जगड़ा जो जानी लेली, हमारी कुछ समझ में नहीं आ रहा है।
05:33साइ के दर उसके साथ रहता है।
05:35हर सुबह घर से कॉलेज छोड़ता था, और फिर कॉलेज खतम होने तक वही बहार ही उसका इंतदार करता था।
05:41मॉल हो, प्लास हो या मार्केट जाना हो, जानवी के घर से बहार कदम रखते ही, हर जग़ अलोक उसके साथ रहता था।
06:03साइब लगवार्ट ने इस बहुवाली के बोडीकाट को रखता है।
06:05साबक ऐसी ही बात है, तो बहुत जल्द अगली पार्टे की तरफ से दमाका होगा।
06:07और गोली तो एक ही गन से चली थी, कि आपसे मुटबेट का तरीका नहीं लगता पास्वा, वन्या कम से कम दो-तीन लोग आते धावा हो यहां खिच्री को जोरी पक रही है, किसी शट्यंत्र की बुहारी है, और तुने कहता था, कि आलोक प्रलाज जोदरी से जादा उनकी �
06:37प्रवाद की भनत बहुबली को लग गई हो, साब यही पर हमें सारे मामली की जड़ लग रही है, सार, एक ओठे वाली है रेनु, इसका फोन आया है, कहती है और जानती है आलोक को किसने मारा होगा, इशा बाश, हलो, साब हम रेनु, आर रेनु, बोलो, किसने मारा आलोक को
07:07बाश, हलो, हलो, निकिता, क्या तुम इन सब के बारे में जानती थी, कैसे बात कर रही हो, शालिनी, अगर हमें कुछ पता होता, तो क्या हम तुमें ही नहीं बताते, यार, हमें बहुत डल लग रहा है, तुम ना चुपचप अपना मूँ बन करके अराम से बैटो, बस इतन
07:37रखो, कि हम उसको बिल्कुल नहीं जानते थे, समझी? लेकिन, निकिता, हम उसे जानते थे, अरे शालिनी, ये बात तुम जानती हो, हम जानते हैं, और कोई नहीं जानता है, और पुलिस वालों को ना कुछ पतानी जलेगा, तुम समझ रही हो, ना हम क्या कह रहे हैं? बस,
08:07रोलो सुमर, रोलो, काहे नहीं रो रही हो, एक ही तो बेटा था तुम्हारा, हम्रा बच्चा आलोक, जला गया अपनी माँ को छोड़ कर,
08:26बचारी सुमर, कोई 20-21 साल की रही होगी, जब उसका पती उसे छोड़ कर चल बसा, जैसे तैसे करके उसने अपने बच्चे को पाला, और आज जब आलोक उसका सहारा बना तो पर वाले ने उसे भी छीन लिया,
08:46आरे नो बोलो, क्या बताना चाहते हैं, किसने बारा आलोक,
08:56यह हमको पूरी रात के लिए चाहिए, बाद में मूह मत खोलना रो मिला, पूरी रात का मतलब सुवे छेव जाता हुआ, एक मिन की जाता हुआ, तो मूह तो खोलेगा, अरे आ जाएगी, आ जाएगी, हाथ पड़ी ना जाएंगे,
09:21एरे नु, चाला पक के ताहरो के आज़, एक तम फुलचडी बनके आना, जा, जा, जीन्स पहन लो, जाका जाक्टाफ के साथ,
09:32जरे जाएंगे, हाँ कि जाती हुआ, खोड़ से, आज तो चान्ध के सार करा जो हमको तुले टॉल Meh, डॉल हुआ ऑट गृओं daughter?
09:43सब्सक्राइभे ने लिए यह बुक्या किये अपने बाप का माल समझने लगे थे हम SEC
09:53शल्व झामर मैक्श gracious ही अब्षोड करने के बाप जूद भी जबदधस्टीक presented
10:12कॉर वाचो, चॉर भॉर भॉर नेकम, कॉर भॉर गॉर
10:24लेख बताव, कॉर लो गी
10:30बताव, ज wijऑ, तुर भॉर
10:35अॉर भॉर, बताव.
10:38पिरॉर
10:41कौन अबे तुम लोग?
10:42सब्ले
10:43क्या चल रहा है?
10:49सार साब
10:50साब
10:51साब
10:52साब यह दुरों में से जबताब सिखाने की कुछिश करने साब
10:54पॉपिकाला तरीके से
10:56अपको कैसे बताए साब
10:57चुप
10:58पे पे काम करती हो और अतक करी है तू
10:59अराम सबाए
11:00यह
11:01साले
11:02कोन है तू
11:03अपना खेला चाता है तू निकाल यह
11:04सपरमेन की अवलाग
11:05सुनले
11:07इसको पैसा देके लाएं समझा
11:09तू पैसे खड़की है
11:10तू पैसा देके लाएं तो कुछ में प्रके क्या
11:12चलतू
11:13हाथ मत लगा
11:14तो कुछ भी करेगा तू
11:15इस इंसानों से इंसानों जैसा विवार करना सी को समझे
11:18सुर्जबर दस्ति नहीं कर सकते
11:19अबे तू साले ज्यादा अपना ज्यान जाड़ने का ज़रूद नहीं है
11:22अग्यान का पूटली अपने जेबे
11:24अबे चालत
11:25अबे अबे लड़की से पूछ लेते हैं
11:35अगर वो जाना चाहती है तुम लोगों के साथ तो हम चुप चप चले जाएंगे
11:39साब हमको नहीं जा रहे हैं इनके साथ
11:41हम मेड़े को कह देगे इनके पैसे वापस कर दे
11:43अबे लड़की बोल रहे हैं नहीं जाना चाहते हैं तो तुम नहीं ले जा सकते बात खतम
11:51चलो तुमको घर छोड़ देते हैं ए चल पिजेट
11:54ऐसे बंदूख हमारे पास भी है एक नहीं सोय चले की ज़रूर याद रखना तुम
11:59अलोग पाठक नाम है हमारा याद रखना तुम लोग यहीं बंसोली गाव में रहते हैं आईवेज से 10 किलोमेटर दूर गाव हैं हमारा रोज 11 बजे यहां से गुजरते हैं
12:11जब भी दिल हो ना आजाना सारे बंदूग लेकर साले तुमारे नहीं डाल दिये ना तो कुद्दा पाल ले ना हमारे नाम का
12:21धिकास अगरवाल ओई चिंदाल
12:24मदद करने के लिए थैंके हमारा ना में रेनू है ठीक है जा अब
12:33बहुत भलादमी था साब इदद से घर पहुंचाया पूँको तुम्हारी कहानी में काफी धुर्मा है तुम कहीं कहानी बना तो नहीं रही हो
12:41क्यूंकि आजकल के जमाने में इतना भलादमी मिलना थोड़ा मुश्किल है
12:45साहब, हम क्यों ड्रामा बनाएंगे?
12:48सामने सा के आपको सब बात बता रहे हैं अखवार में देखे तो
12:50हुदाई हो या किसी ने भेजा है कहा नी सुनाने के लिए
12:52मत मान ये, हमको क्या है?
12:54पहले क्यों नी कहीं तुम पुलिस के पास?
12:56हद करते हैं साहब, आप
12:58पुलिस में जाते हैं तो हमारी सुनता कौन?
13:00अभी सामने से आ के आपको सब बात बता रहे हैं तो आपको हम पर यकीन नहीं हो रहा
13:04शिकायाद दर्ज करवाने जाते तो हमारी बात मान लेते आप लोग
13:07नहीं, उल्टा हमी को अंदर बंद कर देते
13:09मोही तो अविकास नहीं मारा है आ लोग को
13:11हमको जो बोलना था सब हम बोल दिये हैं
13:13अब आप देख लिजे आपको क्या करना है
13:15भाई जी, छुटकावला इस्पेक्टर आया है
13:27पर आया है जानभी बीबी सो कुछ पूशताश करनी है उसको
13:30सादना, सादा चर्वी चड़ गई इन लोग को
13:35ए इस्पेक्टर, क्या बात करने से दिवे
13:38परेला जी हम आपकी बटी जानभी से पूशताश करना चाहते हैं
13:41क्या पूशताश करना चाहते है तू?
13:42उलड़का अलोग पाठक, उसका बॉड़ीगार था ना?
13:44उसका बॉड़ीगार था ना?
13:45हाँ, तो?
13:46जानभी से कुछ पूशने की जुरूवत नहीं है
13:49जो पूशना हमसे बूश है
13:51अलोड़का अलोग हमारा आदमी था खासादमी, समझे?
13:54यह बात हम जानते हैं प्रेला ची
13:56और हम यह भी जानते हैं कि आलोग को तेड़ साल पहले आपने जानभी के साथ रखा था
14:00रखा था मतलब?
14:01अभे बोल क्या रहा है तुम है?
14:03मेरा मतलब था, जानभी की सिकरूइटी के लिए रखा था
14:06उसका बॉड़ीगार था हमारा आदमी मरा है
14:09और तुम लोग हमारे घर आके हम से पूस्ताच कर रहा है
14:12और जानभी को बीच पे घुषलने की हिम्मत कहा से हो तेरी?
14:15नाम क्या है तिरा है?
14:16राजन पासवान
14:17राजन पासवान
14:18अब ये घंशाब ने बताया तस वाद्व लॉन डगनाम क्या लाम रहा है उसका?
14:39आलोग हमारा खास आदमी था नौकर था
14:42जितना भी खास हो जानभी उससे क्यों बात करेंगी?
14:45अजनमी से पुस्थाच करेंगे तुम्हे क्या मिल लाखा जाना?
14:48जानमी यह नहीं है
14:51और अगर होती भी ना तो तुम्हे कुछ नहीं बताती
14:53तुम्हे कुछ नहीं बता
14:55निगल
14:56निगल
14:57इस्तरम बत करेंगे, जाइए, चली
14:59जाल निगल आश
15:01चलीए
15:02अगल मत दिखाना दुबारा हैं
15:05कितना बत्तमीज इंसान है
15:07पुलिस को अपनी पर्सनल सर्विस समझ रगा इसने
15:09पहले तो खुदी पुलिस के सर्वे चड़ रहा था
15:11कि चौबीस घंटे के अंदर हत्यारों को ढूड़ो
15:13और अप अपनी बेटी से भी बात नहीं करने दे रहा है
15:16मुझे तो पक्का लग रहा है
15:18पक्का लग रहा है कि आलोक के मुर्डर में इसी काहत है
15:20अलोक इसका खास आथमी था
15:22अरे क्या खास आथमी था
15:24पहले तो खास आथमी बोलता है
15:26और तूसरे पल उसे नौकर भी कहता है
15:28ऐसा कैसा खास आथमी था पता नहीं
15:31मुझे न्या आदमी रखा है ठीक सा समझा दिया उसको
15:34हम
15:36जानवी पर अच्छे से नजर रखे, नजर हाटी तो जान से जायागा, ठोक देंगे बता देना उसको, अच्छे समझा दिये हैं और फिर बोल देंगे, आप टेंसन मुट देंगे, अच्छा हो मार गया साला, अपने आपको सुपर मैं समस्ता पर, अपने आपको सुपर मैं स
16:06एक मिनट खतम होने से पहले डिसपेर कर दूगा तुम दोनों को समझा, कितना पूछा जा रहे है उतना मुखोलो, बलो, क्यो मारा अलो को, अपने कुछ नहीं किया है, नहीं मारे है सुपर मैंने का बहुत सोगता, किसी और को भी उंगली किया होगा, उंगली, तुम दोनो
16:36हुश हीमें, लेकिन उसको मारा नहीं, Дharzal उस रास अम लखनों में थे ही नहीं, उस दो टक की कोटेवाली को बचाने के लिए सुपरमृन बन रा था, इसकी क्या अवकात के है, है मुसे मारते है, तुम दोनों ने किसे बेज आ था ता उसको मारने के लिए, नामने उसको म
17:06लेकिन सिफ बोले थे, ठोके नहीं, अब उस तुच्छी सी उरत के लिए मडर करेंगे, चलियाई मूठा के थाने, हमारा नाम लेने, गुपता, रगड़ो तोनो, यह इस्पेक्टर, इस्पिक नहीं कर रहे हो, बहुत महेंगा पड़ेगा, साब, यह बभलो है ना, अलोक का �
17:36जो कि उसका बाप, वो पहला चोतरी करने नहीं दे रहा है, कुछ भी करके जानवी से बात करने का तरीका निकाल, कोई तोड़ निकाल के ला उसका, समझा, यह क्या बोल रहे हो साब, वो बाहु बली है, और हम ठेरे चोटा-मोटा खबरी, हमारी क्या होगा दे उसके सामने
18:06क्या कर लोगे तुम, मारोगे, बिंकी, इन देख के लगता तो नहीं कि तुम सीड़ी से गिर गई थी, भाया, हमने आपसे कहा न, पैर पिसल गया था हमारा, पैर पिसल गया था तुमारा, तो पैर में चोट काहे नहीं है, चेहरे पर काहे है, गबलू मारा है बिंकी को, मा
18:36पती-पत्नी की बीच के बाते हम देख लेंगे, तुम मत पड़ो, इसलिए, चोड़ा हमको, जी जाया तुमारे याद रखो, अगर हमारी बेहन पर हाथ उठाया न, तो सच में भूल जाओगे, जी जाया तुमारे, समझे, याद रखना ये बात, तो अपनी बेहन से जा के
19:06तुमारी होने वाली बेपी, तुमारी अम्मा पड़ो, तुमारी बातास करोगे, तुमारी बातास करोगे, तुमारी बातास करेंगे, तेकिन मत ननामर्तों की तरा हाथ न उठाएंगे उठाएंगे, समझे, बात बताओ, ये तुमारे यहाँ यहाँ चल रहा है, ये तुम
19:36यह बाद जान से मार देंगे तुमको
19:38एक ऐसी माँ जिसने बहुत शिद्दत से कड़ी मेहनत करके अपने बेटे और बेटी को पाल पोस कर बढ़ा किया था
19:53अपने जीवन का हर पल उन पर नियच्छावर कर दिया था
19:57सोला साल के थे हम सिर्फ सोला साल के जब आलोग हुआ था
20:05उसके दो साल बाद पिंकी पैदा हुई
20:08इनके पिता जी की मृत्यू के बाद हम भी उनी के साथ मर जाना चाहते थे
20:15ये बच्चे ही हमरे जीने का सहारा थे मेडम जी
20:18किसी को का मिला
20:21किसी को कामिल हम से आलोग को चीनके
20:25हमें दो लोगों पर शक है
20:28लेकिन किसी के खिलाफ कोई सबूत हाथ में नहीं है
20:31हम आपसे आपके दामाद बबलू के बारे में जानना चाहते हैं
20:36क्या आपको उस पर शक है
20:37बबलू की आई इसा
20:40नहीं अभी हमें ऐसा कुछ नहीं कह सकते
20:42लेकिन क्या ये सच है कि आपकी बेटी पिंकी और बबलू के आपसी संबंध ठीक नहीं है
20:46और अलोक ने बबलू पर हाथ उठाया था क्योंकि उसने पिंकी को मारा था
20:50अगर बबलू बुनेगार है तो फासी चढ़ा दीजे उसको गोली मार दीजे हमको कोई फरक नहीं पड़ता
20:58पूरे यकीन के साथ अभी नहीं कहा जा सकता कि उसी ने किया है लेकिन हम आपसे पूछना चाहते हैं
21:04क्या आलोक ने कभी कुछ जिक्र किया कि उसे कोई धमकी मिली थी या फिर जानवी जानवी के बारे में कुछ कहाओ कभी भी कोई भी बात जो आपकी दिमाग में हो
21:13जानवी, वो उसके मालिक परलाजी की बिटिया
21:18हाँ वही, जानवी
21:19नहीं, हमसे कभी कोनो जिक्र नहीं किया
21:23मेडम जी आलोग ऐसा था ही नहीं
21:27क्यों अपने मालिक की बिटिया पर गलत नज़र डालेगा
21:29आलोग ने कभी नहीं कहा कि उसकी जान को खत्रा था
21:32कोई उस पर हमला कर सकता था
21:34आपके बेटे के पास तो बंदूग थी
21:36बॉडीगाठ था
21:37घर भी लाता होगा बंदूग
21:38हम देखे हैं उसकी बंदूग
21:41और इभी देखे हैं कि हर जगा
21:43बंदूग को ले कर जाता था
21:45रात में घर लोटते समय भी
21:48उबंदुक अपने साथ ही लाता था
21:49हम लगभग रोज ही उसका इंतजार करते थे
21:53उसे अक्सर आने में देर हो जाती थी
21:56उच जीत भी करता था
21:57कि मा तुम खाना खाकर सोच आया करओ
22:00फिर भी हमरा मन नहीं मानताथा
22:02कि चौदा की रात को भी हम उसका इंतजार करते रहें हमको लगा कि कुछ ज्यादा काम होगा रुग गया होगा वही हमको का पता था कि अब हम रहा आलोग कभी वापस नहीं आएगा
22:18अलोग हमसे कभी को नव धंकी का जिक्र नहीं किया आप कामे किसी से भी पूछ लीजे मैडम जी उसका कभी किसी से कोई लडाई भी नहीं हुआ क्यों को इसकी जान ले ले बंसोली का बच्चा बच्चा जानता है हमरे अलोग को
22:38सब्सक्राइब अलोग का मुषट सच बोल थे जिस रात अलोग का मुड़र हुआ ये लोग दिल्ली में ही थे इनके दोस अरजुन से भी बात हुई
22:50हो सकता है जोनों हो प्यान खुड दिल्ली में हो लेकिन इनों नहीं यहां पर किसी को सैट किया वालो कमडर� करने के लिए उसकता है इक टीम लगिए हिस्टी शीम अलगे हुए हिस्ट ऋब्ड़ीए साट को काम दिया हुए करने के लिए शिर आलो के P
22:50อง हो सता है यह दोनों खुदिल्ली में हो लकिन इन्हों नहीं हैं यहांपर किसी को सेट किया ओलो को मदर करने के लिए हुक्त ऑपका हो सकता है
22:59एक तीम लगी है हिस्ट्य को सब्सक्राइख कांगा लने के लिए
23:01क्या पता इन ही मैं से किसी को काम दिया हो єからने के लिए
23:03फिर
23:05आलो के फोन में कुछ नमब्र्स मिले थी अचीब है
23:07इन नमब्र्स पे कॉल से पैटन में किया गाये
23:09पैटन, में? चैसे?
23:11चैसे किसर स्रा की अलो की नमब्र्स पे
23:14सेटर्डे शाम को और संडे को ही बाते होती थे तक्रीबन हर अरफते
23:18अंडर परसें लड़की का मामला है तो यही सामने आने बागी रह गया था चलो यह भी सही
23:23सर यह है पहली लड़की शाली निया वस्ती
23:26और दूसरी
23:29निकित अबारत
23:31कानपर सें दोनों लखनाओ से असर एड्रेस लखनाओ की पॉस्ष लोगरेटिका है अलो के पिछले तीन महीने के गॉलिकोर्स में यह नंबर्स लगातार दिखाई दे रहे हैं
23:40कॉल करो दूसरा में जानवी तक भी पहुंचना चाहिए जया सर जानवी से बात करना बेहद जरूरी है
23:46ठीके मैं लखनाओ के सीटी एसपी से बात करता हूं लेकिन तब तक यह दोनों शाल नी होने किता हैं दोनों को अब देखते हैं आलो के साधिन का क्या करक्षा ठीक है तो अलो के जीजा अब लोगी क्या रिकॉर्ट अब लगा एसर काम पर ये बवलू अलोग से बहुत डर
24:16पर तुम भी जानते हो कि उनके पूछने का मतलब क्या था जब से अमा पॉलिस वाले से मेली है ना अब से वो भी हम पर ही सक्करने लगे अगर सही में तुम ऐसा कुछ की हो ना बबलू हमारे भाईया के साथ तो मा कसम काट डालेंगे तुमको पिंकी हम भी बोल रहे हैं कि
24:46मारा कोई हाथ में एक तो चोरी उपर से सीना जोरी तुमको शर्म नहीं आती है इसका सरम नहीं आती है हम भोल रहे हैं कुछ नहीं की है लेकिन अमको यह बात पता है तो साहिए पुलिस को नहीं पता है साहिए का मतलब देखो बबलू भाईया के बारे में बक्वास मत करो �
25:16अलोग के माली की मरवाय हैं अलोग को हम पक्का जानते और बेवज़ा सबका नाम घचडदार है नहीं हमें तुम पर बिलकुल भरोसा नहीं क्योंकि हमारे भाईया ऐसे नहीं थी तुम्हारी कसम तुम्हारे भाईय का उस जान्मिके साथ चक्कर था हम देखे तो दोनों को
25:46जी अलोग को जानती हूं गया नामत के ना डीटेल्स है हमारे सामने देखे अब जो पूछेंगी हम बता देंगी लेकिन इस मामले में हमारा नाम नहीं आना चाहिए वो तो तुम्हारी कहान ही तरह करेगी कि तुम्हारा नाम आएगा या नहीं वैसे जितनी नर्वस तुम
26:16निकेता बारतवाची आपकी सही लिए उसने हमें बताई कि आलोग ने आपसे पुछ कहा था च्या कहा था
26:22आखरी संडे जब हमसे मिलने आय था ना तो उसने न हमसे एक बात बोली थी
26:30पर मैंने उसकी बात सुनी ही नहीं मुझे सच में मैंड़ कुछ भी नहीं पता है
26:34और आपको ये बत अजीब नहीं लगती है कि आप किसी को इतनी अच्छी तरह से चानते है
26:38तो उसका खून हो जाता है और आपको पता ही नहीं कि उसका खून क्यों हो आए
26:43घबराओ मत सब पता चलेगा शालनी को ठालिया है हमारी टीम ने निकिता
26:47सच सामने आ जाएगा तुम और शालनी अच्छे दोस्त हो और आलोक से बात किया करते है
26:52यह जो भी बात शालनी और आलोक के बीच में हुई है वो शालनी को पता है और तुमको नहीं
26:56मैं और निकिता आलोक को चार साल पहले मिले थे जिम में
27:21वो वहां पर ट्रेइनर था पहले हम दोनों की दोस्ती होई और उसके बाद दोस्ती से कुछ जादा और यह दोस्ती से कुछ जादा शादी के बाद भी चलता रहा मैडम बस इतना ही था आलोक के साथ मेरे हजमन अक्सर बिजनेस टुप्स पिचाते हैं तो उनके पास जाद
27:51किसके साथ जाती हो कहां जाती हो हमेशा आटो रिक्षा करके जाते थे और आलोक ने भी कभी हमारे से कुछ नहीं कहा पर हां शाली नी ने बताया था कि आलोक ने उसको जरूर कुछ बताया है सर जब वो संडे को मुझ से मिलने आया था तब मैंने उसे पूछा था कि वो कि
28:21अगर पैसो की ज़रूरत है तो हम दे देंगे
28:23नहीं
28:26चित्ता मत करो, हम पैसे वापस नहीं मागे
28:28कहा ना एक बार
28:30पैसो की ज़रूरत नहीं है
28:31तो फिर क्या बात है?
28:33इते परशान क्यों, किसी और लडगी का चक्कर है क्या?
28:35आलोग हम तुमसे पूछ रहे हैं, जवाब दो
28:39तुम और निकिता दोनों अपने पते से खुश नहीं है
28:44अचानक यह सवाल क्यों पूछ रहे हैं?
28:47क्योंकि शादी से पहले की बात और थी
28:49अब हमें ऐसा लगता है कि हम गलत कर रहे हैं
28:51अब हम गलत कर रहे हैं
28:52आलोग ए सही और गलत क्या होता है
28:54जब तक हम एक दूसरे की साथ खुश है
28:57तब तक सब सही है
28:58नहीं तो तुम अपने रास्ते हम अपने रास्ते हम
29:00कोई बंदन तो है नहीं
29:03कि तुम दोनों शादिशुदा, ऐसे ठीक लगता है क्या, तुम दोनों शादिशुदा होने के बावजुद अपने पती से चुप-चुप कर यहाँ, होटेल में मज़े लेते हो, है अलोग, यह तुमने अचारंग मौरल साइंस का पाठ क्यो पढ़ाना शुरू कर दिया, क्य
29:33यह सवाल तुमने किता से भी पूछ लगते हैं, हाँ, देखो आलोग, हमें तुम्हारे साथ अच्छा लगते हैं, हाँ, कभी-कभी हमारे पती के साथ भी हमें अच्छा लगते हैं, लेकिन जादा अच्छा तुम्हारे साथ लगते हैं, और हम तुमसे शादी नहीं कर सकते
30:03क्या बात? किसे से जगडा किया है? किसे ने कुछ बोला है? Nikita ने कुछ बोला दे.
30:10देख वाल, माना कि हम दोनों के पीछ में जिस्मानी संबंद है.
30:16और हम दोनों दोस्त भी तो है? तुम अपने दिल की बात हमें बता सकते हो.
30:22क्या पता हम तुम्हारी मदद करते हैं?
30:33पता नहीं कैसे है।
30:36क्यों?
30:37उनकी बेटी के बारे में कुई बात है।
30:41इतनी सी बात थी।
30:43हाँ वो थोड़ा भावुक हो गया था
30:45जब अपने मालिक प्रलाज चौधरी के बारे में बात कर रहा था।
30:48लेकिन जब मैंने आलोक से
30:50उसके मालिक प्रलाज चौधरी के बेटी जानवी के बारे में पूछा।
30:53तब सर वो एकदम से चुप हो गया।
30:56अचानक।
30:58सर मुझे तो लगता है कि जानवी के बारे में ही कुछ बात होगी।
31:15तुम्हारी बगल वाली सीप पर आकर बैठ जाए।
31:20नई।
31:24हम तुम्हें छोटा नहीं समझते हैं।
31:28यह आपका बड़पन है।
31:31पर जहां आप बैठी हैं बड़पन वहीं से अच्छा लगता है।
31:35तुम्हारी दोका तो नहीं दोगे ना अलोक।
31:44तुम्हारी दोका तो नहीं दोगे ना अलोक।
31:47तुम्हारे इस चुप्पी का क्या मतलब समझे है मालोक?
31:57सारा लोक बहुत ही अच्छा लड़का था और बहुत ही सूल्जा हुआ भी और अपनी मा के भी बहुत क्लोस था
32:03है टिल सर अब हमारे लिए जानवी से बात करना बहुत है थोड़ा और सोर लागाना पड़े हैं
32:17सुधेर कोई भी ठोस सबुत है तुम्हारे पास प्रलाज चौदरी के खिलाफ तुम्हें अंदाज़त होगा ही कि वो कौर एक गलत कदम और वो हम सब पर चड़ जाए और फिर वो अगर गुनेगा रहा भी तो बात हमारे हाँ से निकल जाएगा
32:35सर हमें प्रलाज चौदरी से बात करके कुछ नहीं मिलने वाला है हम प्रलाज चौदरी की बेटी जानवी से बात करना चाहते हैं
32:41सर यह लड़का अलोग पाठर जिसका मडर होगा है कि जानवी का बोडी गार्ड और ड्राइवर असमें यह दोनों साथ में होते अगर गोली मारकर हत्या हुई है तो तुम परे लेने वालों को क्यो नहीं टटो इस हत्या की जड़ नहीं मिलेगी प्रलाज चौदरी से बात
33:11नहीं लगा है तो कहीं है और ढूंडो सुला मैं फिर से कह रहा हूं यह बाहू बरी की बेटी से कुछ नहीं मिलने वादा सर मैं कह रहा हूं आलोग के मडर की वज़े आलोग और जानवी के रिष्टे में चिपी एसी कई बाते सामने आई हैं जो इस तरफ इसारा कर रही है
33:41फिलाल इस बारे में कुछ भी कहना मुश्किल है सुमझ जी आपको आलोग और इसके माली की बेटी जानवी के बारे में आपको कुछ भी पता नहीं है अलोग ने बताया नहीं कभी हमको इसके बारे में पर वो हमरा बेटा था हम कह रहे है कि आलोग बिल्कुल भी ऐसा नही
34:11बबलू के खिलाफ कुछ मिला है काप लोगों को, सब लोग कह रहें कि उसका हाथ हो सकता है
34:18हम इस बात को लेकर भी जाज कर रहे हैं, लेकिन अभी तक हम ऐसा कुछ नहीं मिला है जो बबलू की तरह बिशागर है
34:23एक तरफ एक लाचार मा थी, जो बेचैन थी ये जानने के लिए, कि उसके जीने के इगलोते सहारे को किसी ने क्यूं मार दिया
34:35और दूसरी तरफ लाचार पुलिस थी, जो बड़ी बेतावी से प्रलाद चौधरी की बेटी जानवी से पूछताच करने की परमिशन का इंपजार कर रही
34:44और साथ ही पुलिस बाकी सभी संभावनाओं को भी टटोल रही थी
34:49पुलिस ने इंवेस्टिगेशन से जुड़ी सभी कडियों को ध्यान में रखा था ताकि कोई चूख ना हो
34:54लेकिन क्या पुलिस सच में सही दिशा में अपने कदम बढ़ा रही थी
34:58आलोग की हद्या के पीछे का कारण आखिर था क्या
35:01अलोग जो हमसे मिलने आया था
35:03तब उसने अपने मालिक प्रलात चौधरी की नाराज़की के बार में हमें बताया था
35:09लेकिन उसकी जान को खतरा उसने हमें यह नहीं बताया था
35:12शाली ने तुम्हें क्या लगता है
35:13क्या सिर्फ वोही बात थी
35:16शायद नहीं
35:17क्योंकि वो जो हमसे बात कर रहा था, वो प्यार मोहबद वाली बात तो नहीं थी, बात कुछ और ही थी, किसी नैतिकता की बात कर रहा था
35:27क्योंकि शादी से पहले की बात और थी, अब हमें ऐसा लगता है कि हम गलत कर रहे हैं, हाँ कोई बंधन नहीं है, लेकि तुम दोनों शादी शुदा हो, ऐसे ठीक लगता है क्या, तुम दोनों शादी शुदा होने के बावजूद अपने पती से चुप-चुप कर यहाँ
35:39निकिता अगधो जानवी की बारे में बात होती, तो हमें अपने और जानवी की हैसित की बात ज़रूर कहता, क्योंकि ना तो दोनों का समाज एक था और ना ही ऑउकात, पर हमें एक बात समझने हाँ, इन सब बात में नयतिकता की बात कहां से आगे, तो फिर आलो कहना क्या �
36:09तुम्हें में धोका तो नहीं दोगे ना अलोग
36:15चल भाई राजिश अब तो बता अलोग को किसने मारा
36:29मुस्ताख सारे सूटर बेरुजगार बैठे हैं
36:32कोई काम पे नहीं बुलाता है
36:34सब लोग आपस में ही गुड बनाकर सारा काम कर लेते हैं
36:36तो फिर अलोग को किसने मारा
36:37कहीं वो प्रल्ला चौधरी का दायनाहत घंशाम तो नहीं
36:41देख भाई वो बड़ी पाटी है
36:44अगर घंशाम चौधरी ने अलोग को मारा भी होगा न
36:47तो कोई मूह नहीं खोलेगा
36:48ये बड़े घरों की बाते चार दिवारी से बाहर नहीं निकलती है
36:51और पता नहीं तुझे पता भी है कि नहीं
36:53कि अलोग का एक दोस्त था
36:54अच्छा तो उसने मारा अलोग
36:56अरे नहीं यार वो तो खुद अलोग के कातिल को ढूंड रहा है
36:59पुलिस कह रहे है कि अलोग के मालिक नहीं उसको मरवाया भरत
37:11पक्की बात है ये
37:13ये अपको नहीं बालू भरत
37:15पर जिस तरह से पिंकी कह रहे है कि बबलू ने कुछ नहीं किया है
37:19पर हमको बाहर बाहर लग रहे है कि बबलू नहीं कुछ
37:22समझा लिए अपने अपको, हम हैं ना आपके साथ
37:25तुम ने कोनो बात हुई है पुलिस से का
37:27ना, अब तक तो नहीं है
37:29लेकिन हम भी आलोग के कातिल के पकड़े जाने का इंतिजार कर रहा है
37:32भरत गुपता नाम है उसका
37:34आलोग का ये जो दोस्त है ना भरत
37:36आज कल काफी जोश में है है कातिल को पकड़ने के लिए
37:38पर ये सामने कैसे नहीं आए अवितार
37:51इसका मतलब है कि प्रला चौदरी का इसमें कोई हाथ नहीं है
37:54ऐसा नहीं है यार, और अगर ऐसा है भी
37:56तो भारत पहले उसे ढूंड रहा है जिसने आलोग पर गोली चलाई
37:59ताकि वो सुपारी देने वाले तक पहुश सके
38:01तो क्या जान्यू का चक्कर है?
38:03हो सकता
38:03लेकिन तुम्हें एक बार मजनू खेड़ा जाकर नजर घुमालो
38:06वहां तुम्हें कभीता शुक्ला मिलेगी
38:08अभी एक कभीता शुक्ला कौन है?
38:11कुछ जान्यू की चकर का खुलासा भी नहीं हुआता
38:13तो उसके पहले दो और चिडिया बाहर है
38:14चाली नहीं और निकीता
38:16उससे पहले रेनू थी
38:17कितनी सारी औरतों को फसा रखाता इसने
38:19तुम्हें एक बार मजुन खेड़ा चकर तो लगाओ
38:21तुम्हें ऐसा किसा हाथ लगेगा
38:23कि या लोग की मां से लेके बहन तक
38:25सबकी याददास तो वापस आ जाएगी
38:26उसके चर्चे गाव में अभी बंद नहीं हुए
38:47भाजी, अभी अभी ख़वर आई है के पाटी अधदख्ष आपको फोन करने वाले हैं
38:51पुलिस को पूछता, जमें सपोर्ट देने के लिए कहने वाले हैं आपको
38:55कौन पहुचा पाटी अधदख्ष था?
38:57बबर सर परवी लगवाईगी
38:58इसक्टर कुछ जादा इप्गर।
39:00तुमेह काम करें
39:02पहले उस इसक्टर कॉर दो क्या मैं उसे बात करना हैं
39:04आजी मसको बोल तो दें
39:06लिकिन वझत आपसे नहीं, जानवी बीमी सबात करना चाहता है
39:09जानवी जानवी
39:11इसला रभी कहा हैं, पता कराँ
39:13आप उसकी जिन्ता मत करिये, वो यहां दोबारा कभी ने लिगी गए अब ये क्या नहीं बला है मुश्टा, कौन है कविता शुक्ला?
39:26मजनु केडा के रहने वाली साब, शादी शुदा औरत है, संजु शुक्ला, पती का नाव, ये संजु शुक्ला मजनु केडा में छोटा मोडा कारोबर करता है
39:33इस कविता का अलोग के साथ अफेर था? अफेर के बाद छोड़िये साब, इस औरत के हिम्मत की दाद दिनी पड़ेगी, अपने पती का अगर छोड़के, अलोग के गर रहने चले गए थी
39:41जी, अलोग जी कर पे है? नहीं, वो तो नहीं है, कुछ काम था तुमको
39:56चले ये, कोई बात नहीं
39:57अरे, अंदर कहां गुर्से जा रही हो? कौन हो तुम? पर इस समान किसका है हा?
40:04जी हम कविता है, अलोग जी की पत्नी और ये हमारा इस समान है
40:08पत्नी? जी, अरे, हम तो भूली गए
40:11रणाम, हम जानते हैं आप हमारी सासुमा है
40:17अब हम यहीं रहेंगे इस सी घर में, अपने पत्नी आलोग जी के साथ
40:21सुमझी इतनी बड़ी बात बताना आप हमसे भूल कैसे गई?
40:25ये बात एक साल पहले की थी साहब, खतम हो गई थी
40:28और बात बहुत छोटी थी, तो कहा बताते आपको?
40:31बात छोटी थी? ये बात छोटी लगी आपको, इतना बावाल हुआ था
40:34कविता के पती शंजीव शुकला ने हंगामा किया था
40:37एक औरत अचानक आपके बेटे आलोग की पत्नी मन के घर में आ गई, पूरे दो महीने आपके घर में रही
40:41और ये बात बतानी आपने हमें जरूरी नहीं समझी
40:44तो काई सब कविता और उसके पते संजीव ने किया है?
40:46पता ने, आप भी बताई ये क्या है ये सब?
40:48कविता वाली बात आपको छोटी लगी, इसलिए आपने हमें बतानी जरूरी नहीं समझी
40:52और आपके बेटे आलोग के दोस्त, भरत, उसका क्या?
40:55वो खुद आलोग के कातिल को ढूंडने में लगा है?
40:57हो, हो क्या रहा है ये?
41:04अच्छा, तो गन भी है?
41:05मतलब अगर अलोग का हत्यारा तो मैं मिल जाता, तो उसे गोली मार दोगे?
41:09इसका लाइसेंस भी है हमारे पास, जिस फैक्टरी माली क्या रख्वाली करते है ना, उसने दिलभाई है
41:13अगर अलोग के हत्यारे को पकड़वाना था, तो आकर अमारी मदद क्यों नहीं की?
41:17कुछ नहीं कर पाएंगा आप लोग उसका, उसकी ताकत है ना, आप सबको दबा देगे
41:21एक मैट, इसकी ताकत के बत कर रहे तो, कौन है जिसने आलोग को मारा है या मरवाय है, आपको का लगता है
41:27पता होता हमको तो उडानी दियो अब तर, कौन है भे तू, इस महुले का हीरो है तू, हाँ, यो से उडा देता?
41:33आलोग दोस्ता मेरा, तो ठीक है, आने में चलके बात करते हैं, तूम दोनों के दोस्ती की और आलोग के दूसरे दुश्मनों के, चल्बैट, बैट
41:41जानवी का फोन आया था, सामने से, क्या करें, हमसे बात करना चाहती है, कुछ बताना चाहती है, हम एक बात बताना चाहते है, परवादा करो कि इसके बाद आलोग के हत्यारों को सजा मिलेगी, तूम बताओ तो सही किस ने मार आलोग को, पहली ये बताओ, कि आलोग के हत्य
42:11सब्सक्राइब
42:41क्या आलोग की माँ सुमन और उसका दोस्त भरत उसकी मौत का बदला खुद देने पर दुले हुए थे
43:07या फिर आलोग की मौत का आसल रहस से जानवी के साथ जुड़ा हुआ थे
43:11जाएब
43:12जाएब
43:13झालोग की याएब
43:15झालोग की याएब
43:17झाल झाल

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