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  • 3 days ago
#dailymotion#admd#crime

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00:00सर कहा हम इसे शेहर के भाहर धूण रहे था और यह यहां कलोजी नगर में खड़ी दी आधी इसके मिलने से एक और सावाल खड़ा हो गया है
00:10क्या सर गाड़ी का नंबर प्लेट है यलो है
00:13हासर इस कार को पतोल टैक्सी उसकिया जा रहा था क्योंकि अगर चेंज करना ही था तो पूरा नंबर प्लेट चेंज करते या कार ताकि टैक्सी पहचान में ना आये लेकिन विनोद ने जो गाड़ी की पेपर्स दिखाये थे उसमें कमर्शनल उसके बारे में कुछ नहीं लि
00:43जालेगी एक काम करो आटियो से क्रॉस्फे करो कि गारी का रेजिस्ट्रेशन किया था और अगड़ सही निकले तो शहर में जितनी भी कैप कंपनी साथ कि एक गाडी किस कंपिर ऐस्ट्रेट थी
00:51तर्मिट लीगल है एक प्राइवेट काप कम्पनी ये राइट कैप्स मनिशी कार वहीं पर रेजिस्टर्ट थी
01:00मैंने सारी डिटेस रागीरी को दे दी
01:02इस कार का ओनर मनिश तोलंगी मॉंटेड है इसकी कार आपके कंपनी वे कब से रेजिस्टर्ट है
01:14मतलब कि इस गाड़ी का एकॉन 20 मार्च 2019 के बाद लोगिन नहीं हुआ जयाने कि इस गाड़ी ने 20 मार्च 2019 के बाद कोई सवारी नहीं हुआ अच्छा और इस क्या पका रेजिस्टर्ट ड्राइवर कौन था एक मैं प्रुप्सा हूँ
01:44अजिस्टर्ट ड्री नंबर युष्च्ण तरुम्झेस्टर्ट जहें और इस त्षान अगेर फिलाल स्ञिटर्ट अ कर दर्कें तटर एज़ा एजर्सेह का भॉभ क॥ Krism
02:03सर, राइट के आप कंपनी से पता चला है, कि मनिश्टी कार को इस धुरूफ साहो नाम का ड्राइवर चला रहा है, कि आप कंपनी से धुरूफ साहो का रेडिस्टर्ड मुबाइल नंबर मिला, जो फिलाल सुच दोग, और इसके घर का अड्रस, सर रागी ने गई है, वहाँ,
02:33पर इस बार ऐसी ख़वर लाया हो कि आप खुद चाह के लिए पूछोगे, तर इस दुरूफ का नंबर भी ट्रैकिंगे टालती, जैसी होनोग, अब इस इस की लोगेशन पता चला है, अब गरंग होगा है, मुझे डबल मुटकी सुपारी थिना, उसके बारे में पता चल �
03:03आशाद को मारवाना जाता था सब, किसने थी सुपारी? यड़की के आशिक मनीश सुलंकी ने, उसे लड़की चाहिए थी, और ये खबर देने वाला कौन है, तब नाम तो नहीं बताया उसने, सोनु अने ने नेटवर्क को और टाइट को, किसी भी हालत में मज़े मनीश स�
03:33काल करने वाला ये जानता होगा कि हम भी मनीश को ढूण है, और हमें भी यही लगता है कि सुपरिया और असद को मनीश न अपनी दिवानगी की वज़े से बारा हूं, पर खबर देने के लिए तनी मैनत है, हम बात कुछ औरी है, हमें सिर्फ गुमराह किया जा रहे है, या �
04:03कहीं ऐसा तो नहीं है कि कोई और नाम भी है इस कहाले में, जिसे हम नदर अंदास कर रहे हैं, जो छूट रहा है हमसे?
04:10कि अगरागी ने, सर अस दूरूफ के घर पर तो ताला लगा हुआ है, लगता है उससे पुलिसानी की खबर मिल गई होगी, तल रात तक तो उसका फोन चालू था, लेकिन आज सुबा से बन बें, लेकिन ये दूरूफ हमसे भाग क्यों रहा है, हो सकता है ये मनीश के साफ म
04:40और उसी के साफ भाग रहा हूँ, लागी ने, एक काम करो, आसपास पता करो दूरूफ के बारे, मनेश की गाड़ी तो काम पर जा नहीं रही थी, तो उस बीचे दूरूफ कहां था, क्या कर रहा था? ये सब, दूरूफ साओ को चानते हो, तुमहरा पडोसी? जी मेडम, क्य
05:10मिलेगा? दूरूफ? क्यों, क्या हुआ मैडम? उसने कुछ किया है कि? यहीं तो बता करना, दूरूफ का है? जी, परसो रात को एक सवारी को लेकर मुझे गया था, वैसे तो आस सुबह तेक उसे वापस आ जाना चाहिए था, पर जब मैने उसे फोन के तो उसका फोन ओफ �
05:40उसके बाद उसका कुछ भी पता नहीं. वो टूर्स और ट्रैवल्स के ओनर अभए ने दूरूफ से आखरी बार बाद कल सुबह की थी. इसकी कॉल टेटेज रिपोर्ट क्या कहती है? दूरूफ की लास्ट लोकेशन मुंबई में जोगश्वरी एरिया थी, दुबहर बारा
06:10पीकेंडी ट्रैवल्स के दुकान पर भी निग्रा ने रखिये और उसका फोन तो ट्रैकिंग पर है ही. दूरूफ के वापस आते हैं, हमें पता चल जाएंगा.
06:17मेरा मनिश कोई कुण करी नहीं सकता. वो कोई गलत काम नहीं कर सकता. पेटा है वो मेरा. बहुत अच्छी तरह से जानती हूं मैं उसे. क्या हम सच में मनिश को जानते हैं, लटा? मैं उसके लिए पुलिस से लड़ता रहा है. कहता रहा कि हमारा बेटा कभी कुछ गलत नही
06:47हम से जुट बोलता रहा है. M.B.A. कोचिंग के नाम पर हम से दो लाक रुपे लिए और उसकी गाड़ी खरीदी. एक लड़की को प्रपोज किया और उसके इंकार करने के बाद भी उसके लिए जोलरी खरीदता है. और अब जबकि उस लड़की की लाश मिली है तो पुलिस
07:17उसे रातो रात दस लाक रुपे चाहिए. हमने मनिश से कभी सवाल लेंगे लेकिन करना चाहिए था. तुमसे एक लाग तीस हजार रुपे लेकर वो फरार है और हमारे पैसो पर वो अपने जुर्म से भाग रहा है. तुम कसम खाओ. कसम खाओ लता कि अगर उसका फोन आया
07:47पड़ी मुसीबत में फसा हुआ है.
08:17पुलीस, हाँ अम्दाबाद के बारी हुआ हुआ हुआ हुआ है.
08:47पुली से भाग लुआ हुआ है.
08:53वाग वाग बारी हुआ हुआ हुआ है.
08:57इंस्पेक्टर साहब है
09:26मुझे मिलना हो
09:28आप कौन?
09:30मैं धुरूफ
09:30धुरूफ सागूँ
09:31शायद मुझे ढूंद रहे
09:34आप में मंबई से लॉट रहा था
09:35मेरी रास्ते में गाड़ी खराब हो गई
09:37रात बहुत थी
09:38तुबह तक इंतजार करना पड़ा
09:41पर कैसे भी करके कोई मेकानिक ढूटा
09:43गाड़ी की करवाई थी
09:44पुरा दिन निकल गया मेरा
09:46पून की चार्जिंग हतम हो गई थी
09:47मेकानिक के बास पोन चार्ज किया
09:49तो अबे भाई का फोना है
09:50तो बोलने लगे कि आप लोग ढूंड रहे हैं मुझे
09:53तो अब पता है हमें मार्च ता गाड़ी चला रहा था तो इसकी
10:19अहां साब मैं मनेशी गाड़ी चला रहा था और जैसा कि आपने बोला मार्च तक
10:23उसके बाद मुझे नहीं पता वो कहां पर है
10:26आखरी बार कब बला था मनेशी ते पुछ तीम महिने पहले जब मैं गाड़ी कर रहा था उसके यहां पर
10:30जान पेचान कैसे होई थी तरी उसके साथ ताब वो मेरे पुराने ओफिस के पास रहता था जहां पर में गाड़ी चला था पहले
10:36पिक इंडिय अजिंसी नहीं साब माज जड़ी ट्रेवल्स वो महीं पर ही आता था गाड़ी भाड़ी पे लेने के लिए तभी हमारी बाच्चीत होने लगी जान पेचान हो गई थोड़ी से
10:45अच्छा तो बस ऐसे याते जाते तेरी जान पहचान होगी उसके साथ पर उसने अपनी गाड़ी थामादी तरे हाथ में चलाने तिरफ आते याती नहीं साब दरसल मनीश टेक्सी चलाने के बारे में काफी कुछ जानना चाहता था बस उसी चकर में हमारी बहुत सारी बाते
11:15बहुत तरे हाथ में चलाने करता हो अपने गाड़ी नहीं नोकरी करता हूं 15,000 बन जाता महीने का तरी जानी हर दिन का 500 हां और माले के तना कमा लहाए यान आसे जानी कितने कमाता ये मोटी रगामी कमाता होगा बाई पता नी कितने कमाता है फिर भी कोई अन्दासात होगा
11:45हाँ भाई इता है तो बनता ही होगा नहीं गाड़ी गरित के तंदेवे लगाना क्या फाइदा है तुम क्यों पूछ रहा है नहीं पस ऐसी तुम कुछ नहीं बताया उसे पर कुछ दिन बाद फोन करके एक गराज भी पुलाया
11:58क्या हो मनिज भाई इतना अर्जंट क्यों बलाया तरसे के इंपॉर्टन काम है एक गाड़ी को चला कर दे कि इस क्याला ठीक है नहीं पर क्यों गाड़ी किसकी है अरे आप तु सवाल बौत करता है यहले चाभी चला सब बजाता हूं बाद में
12:28यह थो सब्सक्राइब करेंगा एक चला को में ठीक है इस को फिर्ण बाद में वाल देखा को आप के बादे के अलगे चाप कामने में लगाने के शोच्छों चुछ नहीं के काड़ी को खरीद कर एक ड़िद कर देख अब कुछ नहीं पैसे बन जाएंगे अब यह बता कि कि
12:58मुझे कितने मिलते पंदरा
13:00मैं आठ थारा जार दूंगा
13:02हाँ चलाएंगे ना बाई
13:04बिल्कुल
13:05साब मनीश लड़का अच्छा था
13:07पैसे अच्छे दे रहा था
13:08अब मैं भला क्यों मना करने लगा
13:10उसने गाड़ी खरीब ली मैं राज चलानी शुरू कर दी उसके
13:12मनीश लड़का अच्छा था पैसे भी अच्छे दे रहा था
13:16तो पिर तीन महीने पहले तुने उसकी गाड़ी चलानी बंद क्यों की
13:18साब मौनीश को धन्दे की असलिये दिखाई दे गई धी
13:21धन्दा उसे जितना असान लग रहा था उतना था नहीं
13:24उपर से गाड़ी का खर्चा अलग
13:26इस महीने भी सिर्फ पंतालीज जार हुआ
13:30अठाराजार तेरी सेलरी, बीच जार गाड़ी ये खर्चा निकालने एक बाद भी सिर्फ साथ जार बस्ते
13:34तुने तो गादा चालीजर बस्ते और पिचले तो महीने जाई आला बस
13:38तो भाई मैंने अपने मालिक के लिए बोला था ना वो
13:42दस गाड़ी है उसके पास, एक खराब होती है दूसरी चलती है
13:45एक का दूसरा पूरा कर देती है उसका बच जाता है
13:49तुने पहले क्यों नहीं बता है अरे तो तुमने पूछा ही नहीं पहले और मैंने बोला तो था
13:53मत पड़ा उन सब चक्कर में पालतू सर्दर दी है
13:56मार्च के महिने में कुछी दिन और चला ही होगी मैंने गाड़ी
13:59जब एक सुबा गाड़ी साफ करते हैं मनीश आया और बीस मार्च ते गाड़ी खड़ी कर देना
14:03गाड़ी कर देना मतलब तुम को यह और काम दो लिए
14:06क्यों कैप कर दंदे बहुत उता है
14:09साब जैसा उसने का था मैने बिल्कूल वैसा ही किया
14:1520 मार्च उ गाड़ी व सक घर के नीचे आगे खड़ी कर दी मैने
14:18जांगी इसके हाथ में रख दी मैने
14:19अब वो कैसा है कहां पर है मुझे नहीं पता
14:22पता नहीं है
14:24जपर बताना नहीं जाता
14:26साब �태सी बात कर रहो हमाने सब बता तो दिया आपको
14:29पर तुने अभी ता कमें यह नहीं बता है, कि मनीश ने इतरे साथ मिलकर सुप्रिया और असत को मारने का प्लान बनाय था, और उसके बाद मार डाला दुनों के
14:35मारने का प्लान?
14:37साब, यह क्या कह रहे हैं आप?
14:41मनीश ने कुछ कर दिया क्या?
14:42तो दो मडर करके फरार है, मनीश नोलंकी, और एक तुई है, जो सबसे जादे उसके साथ तरच में था, तेरी बाच्चीत होती थी, सबसे जादे उसके साथ, दोस्ती हारी में आपके तू भी इसके प्लान में शामिल हो गया होगा और मार दिया होगा तुनों?
14:52साब मनीश के साथ मेरी अच्छे जान पैचान थी, ये बात सही है, लेकिन उतने ही बात सही है, बीस्मार्च को उसके हाँ पर गाड़ी खड़ी करने ये बाद में उससे नहीं मिला, मैंने नहीं ट्रावल एजनसी जोइन कर ली, आप लेजर चेक कर लो मा जाकर, मैं और क्य
15:22ये कि इस दिन पर दिन खूमते है जा रहे है, इसका कोई एंड ही समझ नहीं है, सर अभी तक तो ऐसा लग रहाता है, सब कुछ मनीश का क्या जा, उसी नहीं सत को मारने के सुपारी निकल वाई, और उसके बाद अपने घरवालों से जितने पैसे हो सके हो लेकर भरारोग, �
15:52बोलो, किस में दे सुपारी?
16:07तब तच में बता रहे हमें, कुछ नहीं बता रहे है, तुम में से ही किसी ने उनका काम तमांच किया, और अब यहां की नाटक कर रहे है?
16:13सलाप पता निए कोन उठाये सुपारी और पुलीस है ना अपने नाचने दम करके रखे ला है जब दिल में उठा लिया और एक ही सबाइब तुपारी किसमे लिया हरे कुछ और भी पूछ लो देख मज़े के बात क्या है कि जिसको सुपारी लेनी थी उसने सुपारी ले भी �
16:43देख तुमो बंद रखना अगर उसको पता चल गया ना तो तेरी निकाल देगा वो सुदोसो में सुपारी
16:49हाँ सुनू बोल नाम मिला नाम भी मिलार पता भी था लगता इस बार अपना काम हो जाएगा जल्दी बोल
16:57अबे पिंटू या लड़की लोग के माफिक धीरे धीरे हाँ चला रहा है वड़ा दम लगा आना वाना खाये के नहीं तुन्हे अबे रुख क्यों गया जाब सुग्या गे तरको
17:21पेह रंगीले पिंटू को छोड़ चला हमार साथ जेल तेरी मालिश का इंतिजाम करके रखा है अब साब बात क्या हुआ अब साब मेस्टेज बता रहा हूँ मुझे सुपारी के लिए बोला था पर मैने सुपारी नहीं उठाई तूने का और हमने मान लिया सुपारी उठा
17:51कि उसे पूछ रहा आप मनेश तो लंगी यही नाम है असका बता निस अब नाम तुमेने यह पेली बार सुना कि साले नाटक करता है कहा है मैं सच बता रहा हूँ मुझे किसी मनेश सुपारी नहीं दी तो पर किस ने दी यह साला मनेश खोद तो निकल गया हमें फसा गया हा
18:21कि इतने दिनों से ड्रामा कर रहे थे हमारे साथ कब बताओ अकेले किया
18:51हाँ सब्सक्राइब यह है चल आफ बोलना शुरू करते हैं अगर तरे इस ड्रामे की वज़े से मेरा सर गोंगया ना तो बिटा पौनने का लाइफ नहीं बचाएगा तो
19:21सुप्राइन हमारे परिवार की नाग काटने की ठहन ली थी जिए जिए से मारने के लवा मेर पास और कोई चारानी था और उसका जूर्म यह था कि एक लड़के के साथ अफेर था किसी दूसरे धर्म के लड़के के साथ अफेर था इसलिए मरवा दिया दोनों को चल पहँ �
19:51अगर मेरा बस चलता तो मैं उसी बगतासत की चान ले लेता
20:21लेकिन इन सब में वो अकेला नहीं था तो प्रिया भी उसके साथ था या कुछ भी बोलता या कुछ भी करता तो सारी बात भीगड़ जाती बद्रामी होती लोगों को पता चलता इसलिए मैंने चुपी रहना सही समझा अखेर गलती तो मेरी बहन की थी थिया ना
20:37सपरेट
20:41मैंने किसी को कुछ ने बता है और अगले दिन काम का भाना बना के मैं आमदवात आया और असद के वारे में पता करने लगा असद का रूटीन पता करने के बाद उसे सिर्फ मारना बागी था
21:05मुझे ओछा को ओधिए को है
21:08सिर्फ मारना बागी था इसके लिए मुझे अशे आदमी की ज़रुत हिल थी तो एक काम थंदे की तरह करता हूं राजुरंगिला
21:13इमयं सां पहुन
21:29राजू को देने के लिए एक लाख रुपे नहीं थे मेरे पास
21:49लेकिन मैं इस काम को जाधा दिर्दर टाल भी नहीं सकता था
21:52इसलिए मैंने खुद असद को मारने का प्लान मना है
21:56असद को मारने के लिए मैंने एक देशी कट्टा खरी था
22:01असद को मारने का प्लान तो मैंने बना लिया था
22:04लेकिन उसे अंजाम देने के लिए सही समय मुझे नहीं मिल रहा था
22:08और उधर सुप्रिया की छुट्टियां भी कतम हो रही और मैं दुबारा सुप्रिया को असद से मिलने नहीं दे सकता था
22:13ये सुप्रिया जब एहमदाबाद जाने के लिए निकली तो मैं भी राज़कोट से एहमदाबाद के लिए निकली तो
22:19मैं उसकी बस के पीछे ही था, मैंने उसी दिन असद को मारने की खान दी तर कुछ और ही हुए
22:25जब मैंने सुप्रिया को एमदाबाद पहुशने से पहले ही बीच रास्ति में उतरते हो गई
22:31मुझे पहले तो पिक समझ नहीं है
22:33पर फिर मेरी नजर असद पर पड़ी, जो कि शायद उसे लेने आया था
22:39और सुप्रिया असद के साथ हाईवे से अंदर जंगल की तरफ चली गई
22:43मैं भी गाड़ी साइड में लगा के उनके पीछे गए
22:47जहां वो दोनो
22:49वो दोनो
22:51क्या वो दोनो
22:53सरासे भी शर्मनी बचिती उन्दोनो
22:55वो दोनो जंगल में
23:23सुप्रिया
23:24शर्म नी आई
23:32अरे शर्म नी आई यह सब करते हो है
23:34अँआ
23:36अँआ
23:39उन दोनों को मारने के बाद मैंने कच्टा और उन दोनों के मुबाईल नहर में फिकती
23:49और राजकोट आगया
23:51और फिर घरा के यसे ड्रामा किया जैसे कुछ हुआ ही नहीं
23:53सुप्रिया को मारने का प्लाइन पहले से था
23:56या फिर गलती से मारी गई
23:57असद को मारने के बाद मैं सुप्रिया को भी मार डालता
24:00क्यूंकि मैं सुप्रिया को अच्छी तरह से जानता था
24:02बहुत जिद्दी थी हो, मैं उसे कितना भी समझाता लेकिन वो असद को नहीं बूल पाती, बात का पतंगड बनाती, और जिस बात को में दबाना चाहता था वो उस बात को सारे जहान में का देती, और अगर मैं दोनों को नहीं मारता तो मैं अपने पिताजी को अच्छी तरह
24:32तो मैं भी भई खेल के ले लगा, मैंने भी कहा कि हाँ, मनीश नहीं तुपरिया को मारा इसलिए तुने ने वारे खफ़री को फोन किया, तुमें को मुम्रा करने के, किसने तुपारी को अच्छी के आशिक, मनीश तोलं के उसे लड़की चाहिए तु जैसा मैं चाहता था �
25:02अगरी परिवार की इज़र मिट्टी में मिला दी थी, ये जो दो दो खून की हैं तुने, क्या लगदा है तुझे, ये तुने अपने परिवार का नाम बहुत रोशन कर दिया है, बहुत ही गटिया सोच है तेरी, विकृत, तेरे जैसे लोगों को तो जेल में होना चाहिए
25:32किस लाग रुपे मांगना, छूट बोलना, अलग-अलग A.T.M. से पैसे निकालना, अकर किस कान में फासावाया हूँ, सर मनीश की फैमिली की माने, तो मनीश आरोपी नहीं, विक्टिम है, हमें इस केस को एक अलग नजरिया से देखना हो, मनीश से जुडी भी एक डिटिय
26:02लिए आप सब उसे गलत मन पठे थे, उसे कभी क्रिमिनल, कभी कुनी, बदा नहीं क्या कहते थे, तो फिर, अनिश है का? अब ही भी वक्त है, कुछ कीजिये ना, नेरे बेटे को बचा लेजिये ना, तो नेरे बेटे को बचा लेजिए ना, जर, चार्ज उनकी शाम तक,
26:32मनिश का फोन लोकेशन उसका रूम में थे, और उसके बाद उसका फोन, यहां बोपल में देखे, जहां वो देर रात तक ओन रहा है, जहां से उसने पने माबाब, अपने जीदी, जीजा, अपने दोनों दोस्ते, सलील, और वेबब, इंसब को कॉल सकी, और सुबत अकरीब
27:02मनिश के माबाब उसके दोस्तों का तो यही कहना है कि इस एरिया में इसकी जान पेचान का कोई नहीं थे, तर एक और अजीब बात, जिन चार एटीम से पैसे निकाले गए थे, यहनी पांच जुन को, ओधव, और कालूपुर, और छे जुन को, जानखेडा, और जुहाप�
27:32तो फिर उसे बोपल से इतनी दूर जाकर पैसी निकालने की क्या ज़राती है, सर, हो सकता है मनिश किसी दर के निजरों से बचना चाह रहा है, हाँ, लेकिन मुझे लगता है कि इन चारो एटेम की लोकेशन हमारा ध्यान बटकाने के लिए चाने के लिए ता कि हमारा ध्यान
28:02काम मुश्किल तो है, लेकिन इस केस की गुत्ती यही सुल्जेगे से, यहाँ जरूर कुछ ऐसा है, कुछ इस केस के लिए है
28:32चाचा, एक चाहे, कड़क, हाँ, अपानी का, फिक है, अबर, यह मिला के तेरे पुराने हिसाब के, ने खजार एक्षोठ थाईशुन में हो गया
28:53चाचा, यह रखो, बाकी एडवांस में जोड़ लेना
29:01बड़े पैसे आ गया है तरे पास बबन, वह लोट्री बोटी लगी है क्या
29:04लोट्री मेरी नहीं, विकास की लगी है, उसी से उधाल लिया है
29:06उस फुकल विकास की लोट्री लगी है, कहाँ चला गया हुँ
29:09पिछे दो अफ्तों से मुम्बे ही गया है
29:11फैक्टी का काम का छोड़ या क्या
29:12वो सब तो पता नहीं, पर हाँ, उसके हाथ में गहरी चोड़ लेकर
29:16मजबुरन छुट्री देनी बड़ी मालिक है
29:17उस फटीचर विकास की तो नसी भी खुल गे, लोट्री भी लग गया ही, और छोटी भी भी लिए
29:22साब यही बोपल इलाके में रहता है, मैंने पता किया
29:24कल तो उसको खाने के ला ले थी
29:26अब आज काम दंदा छोड़कर मुमे में गुम रहे है विकास
29:29और उसके इलाके में लोग बता रहे है कि एक बहेंगा वाला टीवी भी लिए
29:31उसके उकात निया साब यह सब करने के
29:33वोपल में एक फैक्टरी में काम करता है
29:35वहां पता किया तो पता चला कि एक काम परी नहीं आ रहे है
29:37कि एक काम परी नहीं आ रहे है कुछ चोट वोट लगी उसको चार पास तरेक के आसपास इस विकास का मनीश से क्या करेक्ट यह तो पता नहीं है सर मनीश गाया बहुत चार तरेक और उसे के आसपास है विकास भी बाहर है उपर से लौटरी भी लगी अंदेरे में तीर हसा�
30:07पूरा कालू पूरा और चांद खेड़ा के एटियम के पास था इस विकास का भी सेम था ठीक उस टाइम पर जब एटियम से पैसे निकाले इसका मतलब यह भी हो सकता है कि मनीश की जगे पर विकास गया हो पैसे निकालने एटियम से श्या फिर यह विकास भी मनीश के साथ ह
30:37मनिश्टा कमें यहीं पोचाएगा ठागलास आदेगा
30:42कि अच्छल दुरू बाहरा चल चल चल चल अब क्या हुआ रे चल ना ट्रेवर बनके बहुत भुमाया तो अब मनिश्टा पहुचाने काम भी ते रही है चल
30:59देख जुट बोलने की या कानी बनने की ज़रवत नहीं है यह केल तू ने और विकास साथ में मिलके खेला है यह तुम दोनके को रिकॉर्ड रिकॉर्स से पता चल गया है में अब तू यह पता है मनिश्टा है और वह चुपा वाक्यों है
31:13क्यों है?
31:15बता रहो मैं साब, बता रहो, साब!
31:18साब मैं गुजराथ में पैसे कमाने आया था, यूपी से
31:23मेरको अपनी टेक्सी करीद नहीं थी
31:25कारोबार जामाना था मेरको यहाँ पर
31:27और ड्राइविंग करके गुजारा हो नहीं पाय रहा था
31:30मैं बहुत ही ज़्यादा परशान हो गया था, जब मनीश से मिला
31:34और कुछ दिनों बाद उसने गाड़ी करीद ली, मैं गाड़ी चलाने लगा
31:38मुझे पता था साब, इसको दंदे के बारे में ज़्यादा पता नहीं है
31:42तो मैं
31:42मैं दंदे में तोड़ा एरफेर करने लगा
31:46कभी गाड़ी ये मरममत के बाहन है
31:49कभी उसका डीजल बेच कर, मैं हेरफेर करने लगा पैसो का
31:53मेरको लगा मैं इसको पता नहीं चलेगा
31:56पर एक-दो महिने बाद उससे सब पता चल गया
31:59और पिर उसने नौकरी से निकाल दिया मिरको
32:03रूफ
32:03बीज मार से गाड़ियां हिधाडि गर देना
32:07करको दिदिए गाड़ी कर देना मतलथ
32:09सुमको यह और काम रूथ दो ज्विद Bapt
32:10सब पैसे कुछ भछ पुछ बहुत थी मिरको
32:12और मनीशे दे सकता था मेर को पैसे, मेर को लगा इसके वास पैसे हैं, फिर मैंने उसका किड्नैपिंग करके फिरोती मांगने का प्लान बनाया, मैं अकेला ना कर पाता ये काम, तो मैंने विकास को पूछा उसको पैसे की जुरत थी, कितना मांगेंगे, दस लाग रुपर, इ
32:42कि उत्ता जल्दी, सब मनीशन नहुकरी से सवरून निकाल दिया था मेर को, पर आते जाते मेरी मुलाकात होती रहती थी उससे, तो किड्नैप करना कोई बड़ी बात नहीं थी मेरे लिए, बस जहां सा देना था कैसे भी करके, अले चलो ना तुम भी, बड़े दोस्का, प�
33:12मनीश को बोपन ले आया, विकास के खरेपर, कैसी लगी पार्टी? अई बढ़ते में तो मजा आगया, मेरा वो गया, अले ले लोड़, बस बस
33:20कड़े चा कर रहा है, अले गया, रूफ, जाएजे, घर फोन कर अपने, दस लाग मगा चल, किस बाल के दस लाग? ए, अपने पो गया तु, तु तब आ जा दोगा, तब दस लाग रुपे में मिलेंगे, जा मुस बास करें तुम लोग, पैसे माग रहा हूं, घर पे फोन कर
33:50मनीश को काबू करने के बाद, हमने मनीश के घरवालों को फोन लगवाया उससे, बरजन डिकाम है, वो दस लाग रुपे जाए, सब के सब, सालों के पास पैसे ही नहीं थे, उसके जीजा से कैसे भी करके, एक लाग तीसा रुपे का जुगाड़ उपाया, जो उसने मनीश क
34:20पैसे ले लेते हैं उससे, नहीं तो इतनी महनत की है, वो भी बरबाद जाएगी, और इसकी जीजा ने पैसे बेज दी, ले सी गाड़ी जाबी, ले एटियम, निकाल ले ने पैसे हां, चुन, पोन पर ले जा, और ये हूडी पैन के जाना स्की, वो एटियम के कैमरे में शक
34:50क्या करना इसका, क्या करें, चोड़े ते इसे, छोड़ेगा, सला सब बोगतेगा, पुलीस वो लोग जाकर, कुछ तो करना बड़ेगा असका, मैं इस थोड़े ना छोड़ सकते हां, पर इसे, विकास बोल ला था, इसे मार के फेग देते हैं, उसके लावा कोई चारा नही
35:20चेना चलेगा?
35:30चाले!
35:31मेरे साथ दोगा किया तुम लोग अने!
35:33चाकोबेक, आप तुम्हें पता लगा किसना पंगालिया तुने?
35:36अनि ज़्वाइच आपको फेंगतों लग जाएगा, हम तो छोड़ने वाले तुमको अभी!
35:38तुमत बॉल कमीने!
35:40तुमत बॉल!
35:46खेट, खेट!
35:48जाले! जेस खालीब खाया उसे में ठेच किया तुने!
35:50उटोंगे जालेब, उटोंगे तुम!
35:52पैट तासी ठीक दो!
36:00मनेश की लाश का क्या किया तुने?
36:02हमने उसकी लाश को पास के जंगल में ले जाकर उताफना दिया
36:32मैंनीश के खार को एक संसान जगर पाक कर निगल गये मनीश्य तो की पता होता है कि मैंनीश की वाद पैसा नहीं है
36:46मैं कभी निगरता साभी है सच मकतार अरफ साभी कि बती से हो गए
36:53तेरी इस लालच की वज़े से एक नोचवान लड़के की जान चली गए और वो भी उसकी जिसने नौकरी थी ती तुझे
37:01भरोसा करता था तुझ पर और तुझ ये गलत फेमिका नाटक कर रहा है अगर मनीश के जेगे कोई और होता ना उसके साथ भी तु ये ही करता
37:07विकास के वापिस लौटते ही पुलिस ने उसे भी मनीश की हत्या की जुर्म में गिरफ़तार कर लिया
37:24और पुलिस को विकास के घर से वो सारे सुमूत मिले जो मनीश की दर्दराख हत्या को बया कर रहे थी
37:31जहां एक तरफ मनीश के परिवार वालों को ये स्विकार करने में बहुत मुश्किल हो रही थी
37:41ये किसी और के लालच के अंध्यपन की वज़ा से उनके बेटे की हत्या कर दी गई थी
37:46वहीं किशोर को ये यकीन ही नहीं हो पा रहा था
37:50कि उनके अपने बेटे सतीश के अंदर भ्रे जहर की वज़ा से उनकी बेटी सुप्रिया उनसे दूर हो गई थी
37:58और तीसरी ओर सतीश की दक्यान उसी सोच के कारण असब के परिवार ने अपनी लौती उम्मीद अपना बेटा खो दिया था
38:06ये सकता की बेट यहरे भ्रे ने की दंदरे हो बेटा सतीश के कि थे जनके वज़ mot can
38:26ल Обेटी में आसे में ह假 कि से दोलया की वज़तीश से उनका है

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