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  • 2 days ago
#dailymotion#admd

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00:00मेरे शलीम जहां भी है, जैसा भी है, शाजिया के साथ है जिसके सात्रे है, लेकिन वो जब सही सलाम है, वह नहीं सुन सकती, वह सही भीरा सलीम नहीं रहा।
00:14बहुल मुश्ताक।
00:16मैंने नहीं मारा साब कसम से,
00:18चार साल पहले शाजिया प्रफ लेकर लेकर चली गए थी.
00:22तुम तोनों ने साथ मिलके बच्चा चुड़ाया
00:24और और उसके बाद तुने उसे यहीं असानी साथ से दान्य दिया?
00:26साब मेरे आद में कभी कुछ था ही नहीं,
00:28ना तो चार साल पहले हो ना ही हाट साल पहले हुटॉ
00:30दोड़िये ना साथ
00:31रिपोर्ट फाइल करेंगे कि इसने साजिय और सालीम का मटर कबूल किया
00:34और फिर भागने के कोशिश की तो ने से ठोक दिया
00:36अभी निए अच्छाप। आप आप करियेगा
00:39मैं न भूल करता हूँ के मैं�内.. मैं न हम भूल कर तो मेरा हथ था लेकिन उसके राओे भाद मेरा यांत बंग गया था
00:46घजी तक तु मेरी बढ़ी गल्ती थै्लकिन म问 केसी का फ़ाहिए निहीं कर सकता हूँ साब
00:53मैं इतना बुरव यादमी नहीं है
00:54एक खब एक खब एक खबर भी एक मदर्सा भील एक रामभूर में जहीज मुष्टाब और शाजीय ने थाखना इस अबर्चर बेटा है यह हमें कैसे पड़ा गया है यह झाली सभाए जिसे इन दोनों ने चुटाया था आम मैने सुना जंदर ने बताया और मुष्टाग बार
01:24उसे नहीं पता साजिया और सोहिल कहा है और अब हम आपकी क्या मदद कर सकते हैं देखिए हमने पूरे नून बरी विगतपूर और रामपूर में साजिया का पता करने की बहुत कोशिश है और उसका कहीं से कुछ पता नहीं चला कि वो कहां से जी उसका परिवार है या नहीं �
01:54यह हमारा सलीम है जी नफीसा हमारा सलीम है तेक कितना बड़ा हो गया वसीम यह चार साल पहले की फोटो शाजिया ने इसका नाम बदलकर सोहिल कर दिया तो अब कहा है वो हम पता लगा रहे नफीसा
02:24और हम पता लगा के रहेंगे अब तो और भी बड़ा हो गया होगा हमें पैचाने गापबू अब आप
02:38साब मुष्टा कुस और तो कहां से उठा के लाया उसके आगे पीछे कॉन था उसने आमें कुछ नहीं बोला इस बारे में ताना जी इलाल मिया तरफिकिंग का चार्ज लगा रहे हैं मुष्टा का बच्चे चोरी कर अग्जा में बच्चे चोरी कर जाने का अजाम है बच्
03:08क्यों वैपोत अलगीं को और जो मेरे साथ दुआ है वो जुर्म नहीं है इतना बड़ा दोका दिया हुझे शादियों के बारे मुझे किसी ने कुछ नहीं पताया बे इंरान को अपने माएं के जा रही हूँ नहीं इस वक तुम कही नहीं जा सकती रुपे क्यों नहीं जा स
03:38कासे हो तुम? मुंबई. मुंबई में कौन है? और करते क्या हो? वह कोई नहीं है. मेरा कोई नहीं है. यतीम अब्बू?
03:47अब्बू, उमर खांदान वांदान से मेरा कोई वास्ता नहीं है
04:00और आप लोगों कोई वास्ता नहीं होना चाहिए
04:01देख मुश्टाज, बात सिर्फ उमर के वही है
04:06मुझे तो शकल से बड़ी स्टंट लगती है ये लड़की
04:08देखे, आपको जायर गोर ला ना
04:13तो मेरे पीट पीछे महीं मेरे सामने कोदी ?
04:15और तुमने हमारी पीट पीछे हमारे पेटे का अबने दुपत्ते में लपकेथ लिए वह बच्या यहाई वजुद्टे कोई हैज आपने दूपत्ते सेलपेथ लिया
04:23अरे अगर ऐसा ही था ना तो छोड़ा क्यों अपने पल्लू से पांगे रखती ना
04:26बस एक लब और बात नहीं होगी
04:29मुश्ताद हम तेरे निका में शरीक नहीं होगे
04:32अरे पुक कैसी बाते कर रहे हैं
04:34आप और अमीजान निका में शरीक नहीं होगे तो निका कैसे होगा
04:36क्यों तुम अपनी अम्मी के पल्लू से बंदे हो
04:38आज ना पैसला लेई लो मुश्ताद मिया
04:41कि तुमें पल्लू चाहिए या दुपट्दा
04:44मुश्ताद
04:45तेरे सामने तेरी अम्मी और तेरी कोहिन कर रही है यह बद्जाद
04:49तो तो इसे बीवी बनाएगा
04:50बीवी बनाएगा
04:51शोहरो वाली सारी हडकते कर चुक है अपका मुन्ना
04:54हम बिस्टार हुए बिना कर जिंदी आती राजबाबू को
04:57तब मैंने का, सभी भई, निकाही कर लो
05:00तो कोई चीज होगी है
05:02शाजिया, दो निट खामोश रहोगी तुमके
05:05खामोश रहेगी मेरी जूती
05:06पहले ना, तुम अपनी अम्मी जान को खामोश करो और अब्बू जान को
05:09तुम से निकाह कर भी, इन दोनों से नहीं
05:11वो तो उनों मुंबई लोड़ गए
05:13मुझताक हर अफते पून करता था
05:15आकाश के पून पर, पर कभी पे उसने वो सारत का जिक्र नहीं किया
05:19हमें तो लगा पला टल गई, फोड़ दिया मुझताक ने उस औरत को
05:22इसने तो रिष्टे भी दूना शुरू कर दिये थे अपने बिराद्री में
05:25अ फिर अचानक एक साल बाद दोनों फिर से आधम के
05:28वो भी एक बच्चे के साथ
05:43असलाव अलेको अबू
05:44वालेकुम असलाव
05:46अलहमदलिल्लाइ
05:52ये, ये क्या है?
05:54आपका पोता है अब जुए
05:56मुदिकाई नहीं देंगे अमने
06:00ये बच्चा कौन है?
06:02कहां से लाया?
06:04तौबा तौबा वुट्ट
06:06किसी शर्मिन की वेली बात कर रहा है
06:08आपके खांदान के बीच को पूरे नौ महीने सीचा
06:10ये सोहिल शेक है
06:12वल्द मुष्ताक शेक वल्द बिलाल शेक
06:14साब हमें शक्तो था कि कुछ गडबड है
06:18और पच्चा चोरी का होगा
06:20ये तो हमारे जहन में भी नहीं था
06:22ले डूबी हमारे मुष्ताक को
06:24और आप लोग आप लोग ले डूबे
06:26कुछ अपने जूट के कुवे में
06:28लालत है आप दोनों पर
06:30तुमारा बेटा मुष्ताक शाजी असलीम
06:32नामपूर में जाकर क्यों बजगे थे
06:34मालिक अमने मुष्ताक को अपना लिया
06:36हमारा इकलोता बेटा है
06:38पर एक छोटा खेत है
06:40उसी को सभालना खाला थे
06:42मैं भी बच्चे के प्यार में पड़ गई थे
06:44बहुत चाहा उसे
06:46उस तक चार साल बात लोटा
06:48कुका शूर हूचुका था साप
06:50अरे मुष्ताक
06:54अरे मुष्ताक
06:56अचारु
06:58अचारु
07:00चाजे अर्सुर नहीं आये
07:02क्या हो
07:04कुछ बोलेगा या नहीं
07:06वांग भी मुझे शुका
07:08हमें बाद में पता चला के उन दोनों का निकाय नहीं हुआ था
07:10अगर हमें पता होता के बच्चा चूरी का है
07:12तो हम खुद पुली स्टेशन आगे शिकायत करते
07:14मुझे शुकायत करते
07:16मुझे नहीं भनक तक नहीं पढ़ने दी
07:18मुझे तो कई दफा शाक होता था
07:20कि हो ना हो ये बच्चा शाजिया की नाजाज अलाद रहा होगा
07:22हमें लगा जो हुआ
07:24चलो अच्छे के लिए हुआ
07:26हमने मुझे तागर दुबारा बसा दिया
07:28वतलब मेरी सिस्दे की उचाड़ी
07:30ऐसी बात नहीं है रुबीना
07:32हमने तुमसे से वह बात चुपाई जिसे हम कुद भी याद करना नहीं चाहते थे
07:36हम लए सिरे से मुझे जिंदगी बनाना चाहते थे
07:38हमें क्या पता था
07:40फिर एक बार उसका साया हम पराकर पड़ेगा
07:42मुझे विश्वास नहीं हो रहा
07:44कि मुझे थे बच्चे की चोड़ी के बारे में
07:46कुछ नहीं बताया ओका तुमस्ष्थ
07:48मुझे रहे बताया साहब
07:50मुझे खामोश रह सकता है
07:52इसे पर जूट नहीं बोल सकता. उसे सच में नहीं पता कि वो दोनों कहा है. आप यकीन कीजे उसका.
07:59यकीन तो अब अब हम तभी करेंगे जब शाजी और सलीम तक होचें. तब तक तुम लोग, तुम सभी लोग चक्के दारे में हो हमारे.
08:13Sohil?
08:15Sohil, आरह जो जन्धी पाह रागा
08:19है sohil
08:23क्या वा दादी
08:24गोंब कर रहा हू हुआ
08:26जन्धी सा के जरा अन्य अम्मी को इससदी दीज़ा
08:31अरजा तो कमर पक्ड़ी गये?
08:33दमादू?
08:34इसमीदा
08:35जा
08:35अपनी अम्मी कुला
08:36मावल खेडा गाउं जिला धन्बार वहीं की है यह आपकी साजिया नक्वी इस वत मावल खेडा गाउं में होगी यह तो साब आपको पता करना पड़ेगा वहाँ जाकर उनकी माह मुंताज छोटा भाई है जावेद और उसकी बेगाम तबस्व और हाँ वो सोहिल भी वहीं है
09:06मावल खेडा नामे शाजे गाउं का सलीम है वहाँ खबर यह है कि सोहिल है वावल अमारा सलीम अमारा सलीम जिसे उन्होंने प्सोहिल बना दिया है आपको
09:36कि में अम्ताज लगवे हो यहाँ अपलो हाम मुम्भी पोलिस यह कि आपकी बेटी शादी है
09:57बोलाई तो है व्लाः ये से वो यह नहीं रेती आठ साल से भाग रहे है बहुत है त्यक्रानी कॉन है और शाजिया का सोहिल को कोई तालूग नहीं है लेकिन सोहेल का अपनी असली अमी नंथ उप्सीम और भाश्या तो तालू के तान
10:20हैं?
10:22वोग हैं ये लोग और क्या बख्रेया भी अनाप शनाप?
10:27क्या हो अम्मी?
10:29कौन है ये लोग?
10:30कह रहें मुंबई पुलिस से हैं
10:32शाजिया को ढूंड रहे हैं
10:34और हमारे सोहिल के लिए तो नई अम्मी और अभू भी पैदा कर दी
10:37नई अम्मी अभू नहीं असली अम्मी असली अभू
10:40जिनका दो महिने का बच्चा सलीम चिराय था शाजिया में
10:43क्या बख्वास कर रहें आप?
10:47वसीमी
10:51मेर बाबा की मजार पे चद्दर चड़ा देना
10:54और दुआ करना हमारा सलीम हमें पहचाल दे
10:57वह हमें कैसे पैचानेगे तो अद्ला ही जाए
11:01वेकिन हम तो उसे पैचाल देगे
11:13अर्या क्या बोलेंगा?
11:15उस्ती बोलेंगा?
11:16उस्ती बोलेंगे हमार सनल
11:24क्या हुआ रगी?
11:27यह है Sohail
11:28मेरा पोता
11:29मेरे बेटे जाविद
11:30और तबस्तुम का असली बेटा
11:33यह सब क्या हो रहा हमें?
11:34कौन है यह लो?
11:35कहरे मुंबई पुलिस से है
11:37बहु लिए हो गए है
11:39कहरे शाजिया
11:40हमारे सोही को मुंबई से चुरा कर यहां लाई है
11:46शाजिया?
11:47सर, शाजिया की शकल देखे वे नौ साल हो गए है
11:50तुम कहरे हो के सोहील शाजिया का बेटा नहीं है?
11:52कैसे हो सकता है सर
11:54सबस्सुम ने जना है उसे
11:55हम मुंबई से वसीम और नफिसा को हाजर करें
11:57पिर वो लोग बताएंगे कि कैसे आप लोगों की शाजिया ने
12:00शाजिया ने उसके बच्चे सलीम को मुस्ताक नाथ के साथ चुड़ा कर अपने पास रख लिया था
12:04उसका नाम सोहिल रखा
12:05मैं इसे नहीं जानता सर
12:08और आप जिस बच्चे की बात करें वो कोई और होगा
12:10क्योंकि ये कभी सलीम था ही नहीं
12:12शाजिया नौ साल पहले घर चोड़कर चली गई थी
12:14पर सुहिल मेरा बेटा है मैने जनाहे से
12:16मेरा और जावेद का बेटा है
12:18जावेद पंचाहिद को बुला है
12:20पुरे गाओ को बुला है
12:22वो बताएंगे ने अस्री बात
12:23देखिये हम कोई बखेडा करना नहीं चाहते
12:25लेकिन इसाच है कि आप लोगों की शाजिया ने
12:27मुंबई के कुड़ा एलाकी के कर्स्ट्रेक्शन साइट से
12:29दो महिने के बच्चे सलीम को चुराया
12:31मुस्ताक के साथ आठ साल पहले
12:33वो कोई और बच्चा होगा
12:35का नाम सुहेल है, सलीम नहीं
12:37शाजिया और मुस्ताक ने बच्चे का नाम सुहेल ही रखा था
12:39अरे कहां नाम ने आप से
12:41शाजिया को देखे हुए हमें नौ साल हो गए
12:43तो सुहेल के अस्पताल का सर्टिफिकेट
12:45और स्कूल के रिकॉर्ड्स दिखाओ
12:47जी रिजे सर, सारे काकजाद हैं
12:57बच्चे की जरम पत्री से लेके उसके मदर्सा के सर्टिफिकेट तक हैं
13:01और सर अगर आपने अब ही कहाना कि इस सोहेल नी सली में
13:05तो सच में बहुत पखेडा खड़ा हो जाएगा
13:09क्या रहे है सर
13:13तबस्व
13:15तो बच्चो के लेके बाहर जाओ
13:17जाएग
13:19सर, बच्चे को बीच में क्यूं खसीट रहो
13:21मैं बताता हूँ आपको सब कुछ
13:23ठीक है
13:25अविता, साथ में रहे
13:29सार्टिफिकेट में मा का नाम साजिया लिखा है
13:33क्या वो रहते तुम लोग बाहर
13:35कर रहे थे
13:37मदरसा के दाखने में भी शाजिया है
13:39साजिया का पुरा नाम लिखा है
13:41साजिया कादरी
13:43और कोई हिदायत कादरी बच्चे का बाप बन कर बैठा है
13:45जावेद तेरा खेल खतम
13:47तेरा सोहेल मुंबई से चुरायवा सलीम ही है
13:49अरे सर आप नहीं कहा ना
13:51कि सलीम आठ साल का होना चाहिए
13:53पर हमारा सोहेल 11 साल का है सर
13:55अब सड़िवेट में देखो उसका डेटो बड़त
13:57हाँ और मदरसा का दाखने पर देखी
13:59पात सल का है वो दो हजार बारा में
14:01यह भी तो फर्जी है
14:03अरे फर्जी नहीं है सर
14:05आप लोगों ने तो आके बिचारे बच्चे को अंदर से हिला के रख दिया
14:07सर हमारा सोहेल 11 साल का है
14:09आप नहीं कहा ना वो बच्चा सलीम
14:11मुंबई से चोरी हुआ तो दो मेने का था
14:13पर 2010 में
14:15और तब तो हमारा सोहेल तीन साल का था
14:17मा का नाम बड़ सर्टिफिकट पर शाजिया है
14:19यह तरी बीबी तबसुम का नाम होना चाहे था ना
14:23अपोलो क्यों चुप
14:25हाँ
14:27शाजिया नाम है
14:29क्योंके
14:31क्योंके
14:33हमारा सोहेल
14:35शाजिया का ही बच्च्चा है
14:37हिदायत खाद्री
14:39शाजिया का पहला शौर था
14:412006 में
14:43दुनों की शादी हुई थी
14:45और 2007 में
14:47शाजिया ने शाजिया को जगू दिया था
14:49अम्मी
14:51यह शाजिया कौन है
14:53तेरे अबू की आपा है
14:55तेरी फूपी तेर ये लो क्या कह रहे कि वो मेरी अम्मी है
14:59सोहिल के पैदा होने के एक साल के अंदर ही शाजिया के शोर हिदायत का एक कार एकसिलेंट में इंतिकाल हो गया
15:08शाजिया के अपने ससुराल वालों के साथ हर रोज डडाई होती थी
15:11अपने बच्चे को लेकर वह यहां आगे वहती मूपटर बेकल थी मेरी शाजिया जिंदकी जीने की तमीज नहीं थी उसे
15:20अच्छा बुरा इस बात के तो कोई माईन ही नहीं थे उसके शराम आरी है मुझे अपनी आपाबे हाथ उठाना पढ़ रहा है
15:27अरे दस जुम्हे नहीं हुएं तुझे बेवा हुए भा तेरे फुझे शुरू हो गए अरे बेवा हुए उ उच्छा एउ बुढ़ी हुए उच्छा पर्था हीुए जी जायो पूँए उखे अगर अगली बैसे उसके हाथ जो अट कर दोशेगी अंग्ना है तो उसकी अ�
15:57तो अपने कानों में रूल थूश के निकला कर सड़क पर और अमी तुम भी लोग क्या बोलते हैं थेंगा फरक परता मुझे
16:09बच्चलंधी मिरी बेटी शरम नहीं हया नहीं जिम्मेदारी का कोई एजास नहीं अपने बच्चे को यहां छोड़कर मुंबई भाग गई
16:182009 में उसके जाने के बद हमारी उसे एक बार भी फोन पर भी बात नहीं हुई है
16:22सोहल हमारा इसाब सिर्फ हमारा आपको जो चेकिंग करनी है कर लीजे सब लेकिन हमारा सोहल आट साल का नहीं 11 साल का है
16:30हम सब यहां सोहिल के साथ अच्छे से रह दे थे
16:32हमने उसे कभी यह पता नहीं चलने दिया
16:35कि तमसुम उसके अस्लिमाने ही है
16:36अराज आप लोगो के महरवानी से वो भी हो गया
16:40कैसे शुक्रियाद अप लोगों का
16:42बच्चे का भरोसा तोड़ा है अप लोगों ने
16:44हमारे पुराने जख्मों को फिर से कुरे दिया सर आप
16:48इस्पेक्टर साथ सोहिल हमारे मदरसे में पढ़ता है
16:53और वो वाकई में 11 बरस का है
16:55पर आपको यह बात बालू है
16:57कि शाजिया है उसके अस्लिमाव देखिये साथ
16:59दुनिया के हर तैजी में यह साथ माना गया है
17:02कि जनम देने वाली से बड़ी पालने वाली माव हुदी है
17:05अगर से नहीं बल्कि सारा गाव यह बात जानता है
17:08कि साजिया सोहिल की माँ थी तो
17:10लेकिन उसे जावेद और तबस्म नहीं
17:12अपनी उलाद बना कर बड़ागी है
17:14मौल्वी साथ, शाजिया ने बच्चा चुरा कर उसका नाम सोहिल लककत बढ़ा किया है
17:18शाजिया ने जो गई तो किसी को नहीं मालूम वो कहाँ गई क्या किया
17:23अब आप आकर बता रहें कि उसमें बच्चा चुराया और बच्चे का नाम भी सोहिल रखा है
17:27उसे जरूर बच्चा छोड़ने का मलाल रहा होगा
17:30तभी तो बच्चे का नाम भी सोहिल रखा है
17:33सोहिल बटा, एक्चुल हम किसी औरी सोहिल को डोल रहे हैं
17:42औरो तुम बिल्कल नहीं
17:43सॉरी
17:44क्राइम ब्रांच की टीम शाजिया के अतीव तक तक तो पहुंच पाई थी
17:56पर शाजिया तक पहुंचना भी बात भी
17:59मुश्राग अपनी बात पर अडा रहा कि शाजिया सुहिल को लेकर 2014 में चली गई
18:04बिगतपुर, नूनबारी, रामपुर और मावल खेला सभी गाहों में शाजिया के पोस्तर लगवाजिये गए और हिनाम भी खुषिट किया थे
18:14और पुलिस की टीम मुश्राग के साथ मुश्राग के साथ भई लोटा है
18:18जो सुहेल अभे में है वो शाजिया का है
18:21कि अपरी तो बोला थे कि अमारा सलीम है
18:24साब हमारा सलीम का है
18:27आपने वालग को सुबान दी दिए
18:29कि आप सलीम को डूंडेंगी
18:30नफिसा मेरी जवान अभी बरकारा है
18:32पर जो सुहेल हमें मिला है वो वागवी मैं शाजिया का बिटा है
18:35उसकी पेले शाधी से है一定要 सांगा
18:38तो तो हारा सलीम नुभी तो अपराऊ सलीम का है
18:41अब अब इस जब यह कशी कैस मेरे पास आया उस वक्त हमारे बहले हात कुछ नहीं
18:44अब तो काफी कुछ जनकरी है हमारे पास
18:47अगर उसे सलीम को सॉहेल बनके चुपाया है
18:49उसके सोहल को हमारे आवाले कर दीग है, उसको खबर लेगी, तो खुद बाखुद मेरे से निकलेगी
18:53नहीं पसी, बच्चा जाहे किसी कभी, बच्चे को मोरा बना ना खायर का दो, इंसानियत के खिलाफ है
19:00इंसानियत, कौन सी सानियत के बात कर रहे हैं, वो शाजय और मुष्टाप में अगर इंसानियत का खत्रा भी होता ना साफ, तो वो लो इतना बड़ा सखम नहीं नहीं, मेरे पहले ही कहा था, मत को लिए ये पिटारा, मत दीजी हमें उमीद, लेकि नहीं, पहले हम लोगों को �
19:30को है मेरा सली मुष्टख, को है? मुझे लएपदा शाजया और सलीम कहा है वसे मुझे नहीं, वो चुराया मेरे बच्चे को तुने, शाजया तुझे अपना माना था मैं, बाही चाहता संजाता तेरे को, दीज़े तु तू शाजया पारे में जानता एंप, मुझे तू त
20:00मेरा सुहेल है
20:02सुहेल ही क्यों?
20:04सल्मान या शारुक क्यों नहीं?
20:06नहीं हीरो अलाराम
20:08नाम तो सुहेल ही होगा
20:12ये मेरा सुहेल है
20:14मैं तेरे बच्चे को तुमें प्यार देया दितना तुम्स्ता भाई
20:18सुले
20:19बहुत अर्मान थे में दिल में तरे बच्चे की ने लेकिन शाजिया ने सब बर्बाद कर दी वो वो चड़ते बर्बादी की
20:26एक दिन चैन से नहीं जाता ना एक रात हम जानवरों की आउखात पे आ गए थे वसीम की
20:30हमने अजलत ही नहीं गुना किया था शाजिया के जखकर में आकर मैंने तुम लोगों की जिन्दगी बर्बाद कर दी थी और फिर एक रात वो मेरे सुहेल तेरे सलीम को लेकर जली गई
20:42सिंदे की में फिर सकभी उसे सोहेल ना कहना हूँ वो सिर्फ और सिर्फ मेरा और नफीसा का सलीम है आँ तुम्हारा सलीम सिर्फ तुम्हारा
20:58मुश्ताक और शाजिया की प्रेम कहानी साधारन नहीं दोनों के बीच एक विचित्र एक अजीव सा रिष्टा था
21:05यह सब उस कंस्ट्रक्शन की साइट पर शुरू हुआ जहां वो पहली बार 2009 में मिले थी
21:14और पहली नजर में ही मुश्ताक शाजिया पर लट्टू हो गया था
21:18चाहत जिस्मानी थी दोनों तरफ एक जरूरत थी भूप थी
21:23जो एक ऐसे जजबे में वदल गई जो दो इनसानों को ना मिटने वाले गहरे प्यार के भ़म मिटा दो
21:30मुश्ताक के लिए शाजिया एक जरूरत थी फिर एक आदत और आखर में एक नशीली लटसी बन गई थी
21:37उस पर शाजिया के प्यार का जुनून इस हब तक चड़ा हुआ था कि उसके माता-पिता के कहने के बावजूद मुश्ताक शाजिया को छोड़ने के लिए तयार नहीं था
21:46यहार नहीं था
21:47इसे बाते कर रही हो तो अपने अम्मी अभू का इगलाउता बेटा हुँ मैं उने कैसे चोड़ सकता हुँ मैं
21:52तो रहला था उनके साथ देखाने कितना जलील के अनों मुझे
21:55शाजिया, एक काम करते हैं
21:57एक बच्चा पैदा करते हैं
21:59देखना अम्मी अभू यू माल जाएगा
22:00तुमा करा अभू है यह नौ मैने की तकलिफ मैं यह जहल सकती
22:03मतलब शादी के बाद भाद भी तू बच्चा नहीं चाहिए
22:06अरे तु समझ क्यू निरा अगर बच्चा हो गया ना
22:09तो हमारे पीच के यह जो मज़े हैं यह प्यार ना
22:11यू गुल हो जाएगा
22:15और वैसे भी
22:16मैं इतना दड में बरदाश कर सकता
22:18देख शाजिया
22:20बच्चे के बिना तू और मैं खुश रह सकते
22:22और मैं खुश रह सकते
22:23लेकिन बच्चे की मिना अव्मी अब्व का मनाना बहुत मुश्किल है
22:27तो उठाले है इसा बच्चा
22:28उलेते मतली
22:30तू यह बच्चा दिखाना है ना
22:31वो किसी कभी बच्चा उठाले तो
22:33क्यादेंगे कि अपने
22:34उतालेते नई
22:35तेरा निमाग खराब हो गया गया?
22:37जीता जाकता बच्चा, जिसे उपने बोद में लेंगे, उसे खिलाएंगे, उसे बढ़ते हुए देखेंगे, एक बढ़ते हुए दिखाने से काम हो जाएगा.
22:43तो रख लेंगे हैं में शेखेंगा?
22:44शाजिया ने पूरी प्लाइनिंग के साथ पांच महीने प्रेगनन नफीसा को टार्गेट किया, उन्होंने तैय कर लिया था कि नफीसा की गोख में बल रहा बच्चा उनका बच्चा हो पूरे पांच महीने उन्होंने नफीसा और वसीम का भ्रोसा जी और प्लाइनिंग के अ
23:14जाजिया की लव स्टोरी तो खत्मूई था पर उसकी वज़ा से कई जिंदगियां भी तबाह हो गी आठ साल से दर्द के अंदिरे में जी रहे नफीसा वसीम और फलक पर आशा की एक गिरन जंपी तुखी पर फिर हुने ने ने राशा की गाई में देल बेगी
23:27Sir, Sir हमने मुष्ताक को बेह साफ तोड़ा उसके ए रामपूर की घर और अंगन को भी खुटवाया हर जेगे से बना मुष्ताक के अंदर से कुछ निकला और नो इसके घर के अंदर से अंदर से लाद दिया गया है शाजिया और सोहिल के हो सकता है वो सकता है वो यह मुंबाई �
23:57अइसरी मेरा प्राइब कि यह वो सकता है कि इस केस में भी मुड़र हुआ हो सोहिल का क्या हम सलीम का मदर हुआ हूगा यह कहना अवइड कर सकते है यहां तक कि सोचना भी, नहीं सुना है मचे?
24:19Okay, sir. Sorry, sir.
24:20Focus करो तुम दोनों, किस सलीम को हम सही सलामात उसके माबाप ता कमचाने वाले हैं, और इसके लिए हम क्या-क्या कर सकते हैं, ये सोचो.
24:28निगेटिव थिंकिंग की हाँ, कोई गुंचाइश नहीं है. क्लिया?
24:30Thanks, sir.
24:31दो.
24:31इस डबल मर्डर केस को लोकल इंवेस्टिकेशन टीम ग्रैक नहीं कर पाई.
24:43So, you take over.
24:44एक्स्टामेरेटल अफेर लगता है.
24:46पतिको उठाओ.
24:47और अपने ही स्टाइल से तोलो.
24:49जरूर टूटेगा.
24:50और अगर...
24:53शेघर?
24:56Sorry, sir. Got it.
24:58उठा लेता, wife.
24:58wife मर्चुकी है, यार.
25:01पतिको उठाना है.
25:02वो क्या है?
25:04ओफ हो.
25:05रात को सो इनी हो.
25:08शाजिया और सलीम मिले नहीं है, sir.
25:11असीम, नफीसा, फलक, आस लगाए बैटे.
25:16यानि, कमिट क्या हूं लोग असे, sir?
25:17ये क्या बढ़बर कर रहे हो?
25:19कौन है ये लोग?
25:29फैंटास्टिक जो.
25:30मैं डेली रिपोर्ट्स देख रहा था.
25:32एक्सेलेंट.
25:34पर सलीम मिला नहीं है, sir.
25:35तुमने अपनी और से पूरी कोशिश किये, that's all.
25:39तुमें काम करो.
25:40इस केस के एक फाइनल स्टेटस रिपोर्ट मुझे भेजो.
25:41मैं उसे कोट और चाइल्ड वेलफेर को भेज़ दूगा.
25:46ओके, sir.
25:56तुमने कोट में आज़ी है, तुमने कैसे भी करके तुझे जुझे जुडिशल कस्टड़ी में करी जाए.
26:01रिमान मागँगा, तेरी.
26:02पर तुमने के लेका हूँगा, और उसके बाद कोली मुमार तुमने कोट बस.
26:06आज तुम मार दीजे ना कोली, sir. ख़दम करिये मुझे. मैं भी ठग गया हूँगा.
26:10साले बच्चा जोड ड्रामा करता है हूँगा.
26:12यह जाजिया और सालेम कहा है? कहा भार काड़ा उने? कला दबाया था या काटा था?
26:17मुझे कुछ पता ही नहीं तुम प्रे क्या बोलू आपको?
26:20मैंने कुछ नहीं किया है, मुझे कुछ नहीं पथा था.
26:24यह पता है मुझे बच्चा बटाओगा.
26:26कि अच्चा बटाओगा.
26:31असमोल भी ने सही का, शाजिया वो जरूर अफसोस अश्तावा होगा कि उसके अपने बिड़े सोहीं लोगा.
26:38इसलिए उसने सलीम का नाम सुने रागगा.
26:41अब यह मुस्ताप को भी शोड़ दें, और सलीम को देकर बातें.
26:46जिरूर उसे नाम अदलाओगा, ताकि मुस्ताप उस तक नाम परिसे.
26:50सोचो तुम तोनों क्या नाम रखाओगा सुने.
26:53सर, जिन्होंने पहला नाम दिया सलीम, अब तो उसके माबाप नफिसा और वसीम भी पोछना चोड़ दिया.
26:59अपने अपनी जिंदिगों में वापस लॉड़ है.
27:01सर, अदरवाइस मत दिया.
27:02लेकिन इस केस में आप, आनन सर और मैने,
27:05हमने हमारे कमान के हर एक तीर को चला दिया है.
27:08अब ना हमारे पास कोई तीर पचा होना ही निशाना?
27:10सर, अगर नाम बदल भी दिया, तो क्या होगा?
27:12कोई छोटा देश तो नहीं आपाना.
27:14एक पत्थर भी उठाकर पिका तो किसी सलीम,
27:16सोहिल, सलमान, राजू या बाबू को जरूर लगी.
27:20सर, वो एक्स्ट्रा मेरिटल अफर डबल मुडर के,
27:23मेरिटल अफर डबल मुडर के,
27:24में पीटर एक जवर्दस टिप लेका है.
27:25क्या टिप?
27:31हलो?
27:32आप शेकर साहब बोल रहे हैं?
27:33हाँ, बोल रहा हूं, कौन?
27:34सलाम साहब.
27:35मैं मावाल खेडा से रफीक आहमत बोल रहा हूं.
27:37मावाल खेडा?
27:39मावाल खेडा खेडा से रहा हूं.
27:41आप शाहब मैं शाजिया को जानता हूं.
27:43कहा है शाजिया, शाहब?
27:44चार दीन पेले तक मेरे साहथ ही थी,
27:46मुमभई में अगा हूं?
27:47शाह निवे तुम कहा हूं शाहब?
27:49और तुम कहा हूं शाहब?
27:50तुम्हें टिकट लेता हूं अभी मुंबई पॉचो तुर्ण
27:52मैं मुंबई में हूँ साथ एक बच्चा भी है अठ साल वे जी यहाँ ताप ने बच्चा था था था था था था
27:57अटनुट मैं मौलवी साफ से बता चला कि शा minder अखे वे जाता हैं।
28:23जब मैं वापस आया तो शाजिया भाग गया तो शाजिया भाग गया तो पेट से बना कर भाग गया था
28:47उसे सहारे की जरुरत थी, काम टूबना चाहती थी साब। अभच्पन से जानता था तो मैंने उससे और उसके बच्चे को पुना और जो चोटे मुटे काम करने लगे।
28:55प्रवां करने लगी।
28:56पच्चे का दाखिला मुरस्फर स्कूल में करवाना था तो मैंने अपना नाम दे दिया कि मैं ही उसके बच्चे का बाप हुए।
29:01और अब तक उसके शोहर होने का नाटक करता रहा हुए।
29:04चार साल से मुझ साथ में ही थे।
29:06तरहसल शाजिया शर्मिंदा थी कि उसने अपने शोहर से होने पहले बच्चे स्वहल को छोड़ दिया था।
29:11इसलिए वो स्वहल को पालप उसके बढ़ा करना चाहते थी।
29:14पर उसे उसने वादा लिया था कि मैं गाउनों को नह बताओं उसके और उसके बच्चे के बारे में तो मुझ सालबाद गया तो मुझ सामने बताया कि सौहल चोरी का बच्चा है तर मुझ से गलती हो गई
29:29क्या गलती हो नहीं नहीं रफीक यह सब जूट है यूस मुश्तां की चाल है मुझ से बदला लेने के लिए
29:35मुश्तां की रासत में और पुलिस को खोचते हुए आम मावल खेडा तक हुए
29:39सुन मैं ट्रेन पकड़ रहा हूं और वहां जाते ही अपन क्राइम ब्रांच जाएंगे और तू सब सच पुल इसको बता दे रहा है जो भी सच है तुम्हारा समझी
29:47प्राज्या हां सुन रही हूं ठीक है तुम आजाओ ऐसे ही कड़ते है
30:09और जब मैं लौट आप शाज्या और सोम्हेल नहीं थे नना उनका समान्ता साभ
30:15उसके बाद से उसका फोन बंदा रहा है
30:20क्यों कि आँ ठीक थों तुम ने मेरे को नहीं मालूमता ना साभ कि शाज्या बच्चे को चुराई होगी और भाग जाएगी
30:25शाजिया और सोहिल की हाली की फोटो है?
30:27अहाँ सब है ना
30:28शाजिया का नंबर सोहिल के स्कूल का पता
30:43और तुमारे घर का पता
30:44लेखो जल्दी
30:45आनन मुंबई का एक कोना भी जोटना नी चाहिए
30:53दोरात अगर जन्न में भी बसी है न
30:54तो महाँ सा भी खेश के लाएंगे स्टूड़ा था
30:56सर रफीक सच बोल रहा था
31:11सोहिल पिछले तीन साल से गोरे काउंग एक मुल्सपर स्कूल का स्टूड़न्ट है
31:14पादर जिम रफीक एमद मदर जिम शाजिया है
31:17वाज इस स्कूल आया है?
31:18नो सर्फ
31:19सोहिल थार्ड स्टूरेडर्ड का स्टूूरें अपिछले तीन दिन से अप्सम्थले एपसिन
31:22नविठी के फोन के बाद स्षाजय नहीं उसके सूल नहीं है
31:24कोई नहीं शूए एफीक इस वार तो बचकर भागने सथी
31:28बच्छ जान जाए
31:30झाल झाल
32:00नखीज़ा
32:15नखीज़ा
32:18नखीज़ा
32:20नखीज़ा
32:20फॉनगरी तरौने मेसेज्च की मेसेज आ रहे है
32:25यह धेक है
32:28भलत बस्चे की फोटो भी छापिय Elect
32:29यह देखाप यह देख।
32:32नाफीजा देख।
32:33नहीं देखना मुझे।
32:36नाफीजा ओमारा सलीम जिनदा है।
32:37इस आते देख।
32:38बिल्कुल तेरे पे गई हैं नाफीजा
32:40जॉटीन पहले का मेसेज ने
32:41इसमें लिखार पुलिस अभी भी सलीम को ढूंद रही है
32:54क्या हो नफिज़ा?
32:57यह अपना सलीम है नफिज़ा
33:11इस केस में खबरियों ने ओवर टाइम काम करके यह पता लगाया था
33:26कि शाजिया सुहिल के साथ इसी बस्ती में छुपी है
33:29पुलिस और शाजिया के बीच बस एक दरवाजे के पुरी है
33:41तुम तुनों पीसे से कवर करो, क्विक
33:52क्या है? वारपन कोई नहीं है
33:59पेटा, पेटा, आप दरो मत भी हमें अंदर आने नहीं
34:06नहीं
34:07शाजिया बाहर आजाओ देगो तुम्हेरा खेल खत्म
34:10मैंने बोला ना घर पर कोई नहीं है
34:12ओके हझा, कोई बात आप दरूमाद, मेरी बास हो है
34:16अम्मे
34:17इपने अम्मे के बात आज़ा आप
34:27अब आई उटनी पहाड पहाड के नीचे
34:29पेटा हम आपके अम्मी के मासी ले जारा है
34:33आप सरब देख
34:35जोड़ दो मेरी अम्मी को!
34:36जोड़ दो!
34:38जोड़ दो, जोड़ दो!
34:41अम्मे!!
34:58गया है मेरी अम्मी?
34:59मुझते हो मेरी अम्मी के पाष जाना हे!!
35:01सुहीं Better,
35:03जिसे तुम अपनी अम्मी कह रहे हो?
35:05वो तुम्हारी अम्मी नहीं है नहीं, वो मेरी अम्मी है, मुझे अम्मी के पास जाना है
35:10सोहिल, तुम्हारी अम्मी, तुम्हारे अबोर, तुम्हारी बेहन फालग, वो आ रहे हैं तुम्हारे पास
35:15और तुम्हारा नाम सोहिल ये जिसे तुम अपनी अम्मी कह रहे है शादिया उस ने रखा है
35:20मुझे ले असलिनाम है सलिय है
35:22नाइयि, मैं न� Мेरी अम्मी में ले आधा मुझे मेरी अम्मी के पास जाना है
35:39सलाम वालाम नहीं करोगी
35:40अपने बच्चा चोरी के जोरीदान को
35:43मैंने शुवी से ही सोहिल को अपने बच्चे की तरह पाला है
35:47और इस चनलाज से दूर होने के बाद ही
35:52मैं उसे अच्छी परवरिश्टे पाई हो साथ
35:54अच्छी मा का खेल खेलने से
35:56अच्छी मानी बन जाएगी तू
35:58मुझे मेरे दिल में मालूम है साथ
36:00मैंने बहुत गलत किया दूरीज को तुखा कर अच्छी पर उसे भी वड़ी गलती की थी सालीग को चुडा कर
36:10पर साथ उस दिन के बाद
36:13पुरे आठ चानों तक मैंने से अच्छा किया साथ
36:18थारे गुना मिठा दिना
36:21अधिया, गुना कोल कबड़ो पर लगा दाग नहीं है
36:25और कर्म कोई जागवाला साबू नहीं जिसकर तारे गुनाओं को पोया जा सके
36:29तंगीन जुर्म किया है तुम लोगों
36:31ट्राफिकिक के चार्ज लगेंगी तुम पर बहुत लंबी जेरों
36:34इतने लंबी, सोहेल का चैरा तक भूल जाओगी तुम
36:38सुहेल
37:00ये तुम्हारे अबूला वसीव
37:03और ये तुम्हारी बहन है फलक
37:08और ये तुम्हारी अम्मी है नफीसा
37:13अग्ष्चर्डिव
37:14अग्ष्चर्श
37:15अग्ष्चर्ड अग्ष्चर्ड़
37:18ये तुम्हारी नफीसा
37:23झाल
37:25स्थ्चर्ड़
37:30मुझे मेरी अशली अम्मी जाहिए, उनका नाम शाजिया आए
37:48मुझे मेरी अशली अम्मी जाहिए, उनका नाम शाजिया है
37:54जाहिए, आए उनका नाम शाजिया है
38:01सलीप
38:04मुझे सलीप, में आम सोहील है
38:08बात भी मत करना मुझे से छोँ मिमाज
38:12सोहील बिटा
38:14अब हमें तुम से सबकु सज मताना हो
38:18मैंने कहा था न तुम से
38:20कई साल पेले तुम अपनी अम्मी से अलग होपे थी
38:22कर समय को थो सिर्द तो महींचे ते जब शाज्या ने तुम्मारी अश्ली अम्मी आफीसा से चुराया था कि
38:29इसलिछ निफ बुषया को अपनी हमी समझ रहे है शाजिया तुम्हारीशाइल आफीस आ
38:42आप लोग जोड बोल रहे हो, बुरे लोग हो आप सब, आप सब बुरे लोग हो, आप सब बुरे लोग हो आप
39:02चलो
39:05मुझे मेरी अम्पी जाईए, बाताथ करम उसके
39:12पुरे आठ साल बाद, उन्हें अपना बिछड़ा हुआ बच्चा मिला, पर वो उसी औरत को मा मान चुका था, जिसने उसे चुराया था
39:34सुहेल को चाइल्ड केर कमेटी को सौप दिया गया, उन्होंने उसे एक चाइल्ड वेलफेर सेंटर में तब तक रखा
39:41जब तक ये साबित नहीं हुआ कि वो वाकई में नफीसा और वसीम की आउलाद हैं, नफीसा और वसीम को चाइल्ड वेलफेर सेंटर में सलीम उर्फ सोहिल से मिलने की अनुमत ही थी, उन्होंने उसके करीब जाने की कोशिश की और वो उन्हें बतावर माबाब अपनाने से
40:11अगर अचानक से आकर कोई बोले कि तुम्हारी मा तुम्हारी मा नहीं है, कोई और मा है, तो नाच्रोली बचे पर काफी भारी ट्रॉमा होगा
40:27अगर जूती मा अपना जूत और जूत बच्चे को बता दे तो
40:41शाजिया, अगर तुम छूट भी गए, तो कोई तुम्हें कभी सोहिल से मिलने की परमिशन देगा
40:53वो मेरा बेटा ऐसा, शाजिया वो तुम्हारा गुना है
40:57और हर गुना की सजा होती है, कम से कम साथ साल तो कहीं नहीं गए
41:01शाजिया, अब तुम ये सोचो जब तुम जेल में होगी, तो सोहिल का क्या होगा
41:07मैं साथा वोगतने के लिए तैयार हो साथ
41:11पर मेरे सोहिल को मुझसा अलग मत कीज़े
41:17मैं एक बार सोहिल को अलग कर चा क्यों
41:22अब दुबारा नहीं, दुबारा नहीं कर सकती साथ
41:31सब यही कहेंगे
41:33कि शाजी अच्छी वरत हो यह राग
41:37पर माँ अच्छी है
41:41आप मैंने
41:44मैंने बहुत महनत किया उस अच्छी परवरिश देने के लिए
41:47तो क्या तुम अब यह नहीं चाहते
41:49कि उसकी अच्छी परवरिश बढ़कराता है
41:52वो एक खुश मिज़ाज बढ़ा निकाह काबिल इंसान ने
41:55देखो शाजी जो भी सच है बता तो उसे
42:00तुमने उसे क्यों चुलाया था तुम्हारा क्या मकसद था
42:03सब कुछ सब सच बता तो
42:04ताकि वो अपनी अम्मी अप्पो को एकसेप्ट कर सके
42:08यह उसके भविश्य का सवाल है शाजी नहीं तो सोचो जब तुम जेल में होगी
42:14क्या होगा उसको वो भटकता रहेगा हमारा मच्चों की तरह
42:19एक बार उसके भविश्य के बारे में सोचो
42:21यह उसके भवशिया का सवाल है शाजिया
42:25उसे सच बता दो शाजिया
42:28यही बेतर हो
42:30देखो तुम्हारे गुनाहों की भरभाई यही हो
42:32उपएवाला तुम्हें एक और मौका दे रहे
42:35कवाओ मन
42:36सोहे, सोहे, सोहे, मरुचे
42:46सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोहे, सोह
43:16आपनेगा? नहीं, मैं नहीं मानूँगा!
43:18वहे?
43:20तुमेर अच्छा अचाएरा
43:23तुझे मेरी एक बात सुननी कड़ी
43:27तुझे जो पते मुझे इस जेल में क्यो लाए
43:30क्योंकि मैंने तेरे साथ बुरा किया
43:32उसी वज़े से मुझे इस जेल में लाया
43:35तुम मेरी पेट से नहीं
43:38नपीसा के पेट जाया
43:41तो मैने तुझे उसे चुनाया था
43:45यही सच है
43:48और सच यह है
43:52मैं तेरी अपी नहीं हो
43:55नपीसा तेरी अपी है
43:58और आगे भी बोटेरी अपी रहेगी
44:03कर दो
44:33कालो की सद्री बनाई तेरे लिए खा? और क्या खाएगा इसके साथ रोटी रुक चावल देतीं पेटेशरस ही ते तरही है कि अहीज़ है तो कि में और रहा पर भी आली पेटा शुक्त जावर काली काली प्याना प्यानल व्लक जाओए दो अवार में यह तरहे श्चानर तो क
45:03अच्छा स्कूल है, मज़ा आएगा
45:06चलेगा ने?
45:07चलेगा फराट
45:08जरूर चलेगा
45:10पहले इसे खाना खाले
45:12और तू भी खाले
45:17इले पिटा
45:22आगे
45:33मुश्ताख शेख और शाजिया नकवी पर आईपीसी की धारा 363 के तहत अपरन के चार्जिस फ्रेम हुए हैं
45:45साथ ही धारा 365 लागू है एक इनसान को गलत तरीके से बंदी बनाने के लिए
45:50और धारा 34 भी लागू हुई है
45:52कॉमन इंटेंट यानिके मिलकर जुर्म की साज़िश रचने के लिए
45:57सलीम और सुहेल आखिरकार नफीसा और वसीम को बतार माबबस भीकार करने लगा
46:04और फलक को अपनी बढ़ी बेहन
46:06सलीम और सुहेल आखिरकार अपने घर को लौट रहा है
46:11केस को क्लोजर दिया वो अब अपने अगले केस में कूत पड़ी

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