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  • 2 days ago
#dailymotion#admd#crimepetrol

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00:00स्ट oral
00:06ज्ड़ाउ
00:17क्यूंआ
00:21क क्या वाय।
00:26तोकलेट इत्टी शीव नाई इत्नी बारी त्रीके चलों और भाई
00:36प्रेश के लिए आपकी अप्रस्मोंटम अभी अब आपकी ए अब इंटिफाइगा लाई
00:46कप्रे उसी करें
00:48जोडता हुआ है
00:52जोडता हुआ है
00:54जल्दी आना
00:58जोगनेट लेकर कियाना
01:02क्यों क्यों मार दिया मेरे मत्ती
01:12वर्डी काफी टीकंपोज हो चुकी है
01:14लगबग आठ से नो दिन पहले मौत हुई होगी
01:16जिस्ते नगुवा हुआ हुआ उसे दिन मारा गया हूँ
01:18पुरी पस्पलीटी
01:20सेक्टर बच्चे को डुबोया गया था
01:22जॉप्ट
01:24सेक्श्वल असॉल्ट?
01:26नौ उसके कोई निशान नहीं है
01:28हम बच्चे को बचा नहीं पाए
01:30जो आदमी से ले गया था उसे धूनने पाए
01:32हाँ दिवया
01:38अर्पिता आई है थाने सा
01:40कह रही है उस अन्नोन कॉलर और अउरत ने अब उसे फोन किया था
01:42कल रात को
01:44उसने अर्पिता से कहा
01:46कि अब और भी बच्चों को निशाना बनाया जाने वाला है
01:48मैंने उसको बातों में लगा कर रखनी की बहुत कोशिश की
01:52और भी कुछ निकलवानी की कोशिश की
01:54उसने मजे कल फोन पर ही बता दिया था कि लालू को मारा जा चुका है
01:58मुझे लगा कि ऐसी ही बोल रही होगी
02:00लेकिन आज सुबह बता चला
02:02आज सुबह बता चला के लालू की डैड बॉड़ी मिली है बेडा घाट में
02:05पूरे बात शुरुवात से क्या हुई
02:07डिटेल में बता और पिता
02:09कौन हो तुम और क्यों ये खेल खेल रही हो
02:11मैं कोई खेल खेल रही हूँ
02:13मैं तो बस पुलिस की मदद कर रही हूँ
02:32मैंने पुलिस से कहा पर वुमान ही ने रहे
02:36देखती जाना अब कोरनी के दूसरे बच्चे भी मरेंगे
02:39एक एक करके पृती उन्हें मारेगी
02:42लालू के माबाब जिम्मेदार होंगी सारे बच्चों के लिए
02:45ये खुद पृती के शब्दे है
02:47ये सिफ शुरुआ थे वे
02:49देखो साफ साफ बताती क्यों नहीं हो
02:51ये पृती कहा है और कौन ही ये पृती
02:53हलो
02:55हलो
02:57बदले के बारे में कुछ नहीं बताया
02:59लालू के माबाब ने ऐसा क्या कर दिया था
03:01उसके बारे में कुछ नहीं बताया
03:03उसने जो कुछ भी बोला मैंने आपको बता दिया, उसने अचानक से मेरा फोन कट कर दिया था
03:07तुम तो मोलने कि सारी औरतों में जानती हो, आवाज पैचान में आई उसकी?
03:10नहीं सर, मैं उसके आवाज नहीं पैचान पाई, अगर मुझे पता चलता कि ये वही औरत है, तो मैं उसका कॉल रिकॉर्ड कर ली थी, सेल फोन से कॉल किया था सर उसने, रिकॉर्ड्स मंगवाए हैं उसके, हमारे लैंडलाइन के रिकॉर्ड्स भी आज ही आ जाएंगे
03:23गुपता परिवार शोक में है अर्पिता, लेकिन हमें उसे बात करनी है, ये जानने के लिए कि बच्चे को क्यों मारा किसी दे, और ये किस बतले की बात कर रहे है वह उरत, इस वक उनके हालत नहीं है कुछ बताने लाइक
03:53प्राइक
04:23झाल झाल
04:53वो आदमी कौन था?
05:01जिसका आना वीरु को बिल्कुल पसंद नहीं आया?
05:03जिसके साथ उसने कोई बात नहीं की उसकी तरफ देखा तक नहीं?
05:06जीतेंदर गुपता, हमारे चाचा जी
05:08और वीरु भुया को लगता है कि इन सब के पीछे वो हैं
05:11और हम आपसे कब से पूछे जा रहे हैं किसी भी कोई शक है, किसी भी कोई शक है तब तो आपने कुछ नहीं बताया?
05:16सर इसलिए नहीं बताया कि हमें लगाई नहीं कि चाचा जी कभी ऐसा कुछ कर सकता है
05:19कब रात में भईया ने बताय कि हो सकता कि चाचा जी इसके पीछे हो
05:22और आपने भी कहा था कि कोई करीबी ही हो सकता
05:25और हमारा चाचा जी से जगड़ा भी है
05:27पिस बात को लेका?
05:29धन्दे को लेका
05:30पहली दुकान पिता जी और चाचा जी ने मिलकर खोली थी
05:32उसके बाद जितनी भी दुकाने से भाईया ने खोली है
05:35अब चाचा जी को उसमें हिस्सा चाहिए
05:37ना तो उसमें उनकी लागत है और नहीं महनत
05:39कब की बात है यह जाए बारा साल पहले कि
05:42और वीरू को लगता है कि आप जाकर जितन्दर कुटा ने अपना बदला लिया
05:44शुरुवात में हमें असा लगा ही में लेकिन अब किसी ने हमारे लालू को छहीं लिया
05:49तो हमें लगता है कि उन्होंने किया है जी तू चाचा जी
05:52गरीश सिंग हाजी
06:03444780987 नाम तो मेरा है लेकिन नंबर मेरा नहीं है सर
06:14फोटो तो तुमारा है हाँ लेकिन सर पाच जुन को तो मैंने कोई सिम कार खरीदा ही नहीं है
06:19तो फिर मेरे फोटो कैसे है इसका जवाब तो तो में दो फोटो तुमारा लगा है
06:23हाँ, सर, लेकिन मुझे कुछ नहीं पता, ये मेरा नहीं है
06:26ये?
06:31मेरे नाम पर और एक नंबर वो भी पाथ जुन को
06:33देखिये, सर, मेरे पास मेरे एक ही नंबर है, इसके अलावा कोई है ही नहीं
06:38एक तीसर नंबर भी है
06:39पिश, सर, ये हो क्या रहा है?
06:45मतलब मेरे ही नाम पर फाज जून को ही तीन तीन नंबर लिया एकिसी न।
06:57वीरु? वीरु ने मेरा नाम लिया? वीरु ने कहा कि मैं �laughा कर सकता हूँ?
07:04क्या आपने ऐसा किया जीतेंदर जी?
07:05लालू मेरे पोते जैसा था मैडम
07:08बहुत दुख हुआ है सुनकर
07:10कि वीरू ने ये मान लिया
07:12कि मैंने उसके सगे चाचा ने
07:14उसके बेटे को अगवा किया और उसे मार दिया
07:16हमें पता चला आप एक जून से चार जून के बीच में जबलपुर में नहीं थे
07:19मेरी पत्नी के रिष्टदारी में एक शादी थी
07:22इन दौर में पूरे परिवार के साथ वहां गया था
07:25वापस लोटा तो पता चला कि लालू गायब है
07:28कैसे पता चला वीरू या सुरेन ने फोन करके बताया
07:31फोन किसी का नहीं आया था
07:33दूसरे रिष्टदारों और दोस्तों से पता चला
07:36वैसे हमारे बीच फोन कभी होता नहीं है ज़्यादा
07:38हाँ एक तनाव है जरूर
07:41तनाव?
07:42हाँ तनाव वही धन्दे को लेकर
07:45मेडम एक बात कहूं
07:48मैं वीरू से सिर्फ बारा साल बढ़ा हूं
07:51चाचा कम भाई जैसा रहा हूं
07:54बच्पन में साथ में खेले कूदे हैं
07:56सोचकर बड़ा अजीब सा लग रहा है
07:59उसने मेरा नाम लिया
08:01क्या आपने वीरू को दर्द देने के मकसद से ये किया?
08:04फांसी पर चढ़ा देना मेडम
08:05अगर आपकी तहकिकात में ये पता चले कि ये सब मैंने किया है
08:09मेरे लिए इससे बड़ी बदनामी की बात और क्या हो सकती है?
08:15नहीं सर मैं तो नहीं जानता इसे
08:17सर मेरे समझ में नहीं आ रहा है कि
08:19कोई मेरा फोटो देकर
08:21मेरी एड्रेस प्रूब देकर
08:22तीन-तीन सिम काड़ खरिता है और ऐसा क्राइम करता है
08:24कोई तुम्हारी जान पैचान कहीं होगा गरीश?
08:26नहीं सर मैं तो ऐसे किसी क्रिमिनल को नहीं जानता
08:28सीधा साधा आग्मियों सर
08:31सीधी साधी जिन्दगी है मेरी
08:33नंबर्स की लोकेशन्स जबलपूर में ही अलग-अलग दिखा रही है
08:36तीनों प्रीपेट सिम काड़ और तीनोंको अलग-अलग जगाउं से खरिदा गया है
08:39एक दमों से
08:41एक सागर से
08:42और एक वालेट
08:43तीनोंको पांज जून को खरिदा गया है
08:45तीन जून को लालू को एक आदमी ने किटनैप किया,
08:48पांथ जून को सिम कार्ट्स करी दे गए एक आदमी ग्रीश सिंग के नाम पर,
08:52पांथ जून की शाम को हमें एक अग्यात औरत का फोन आता है,
08:54जो एक दूसरी औरत पृती का नाम लेती है,
08:56जिसकी अपने डेटेल में पूछता आज़की, मगर कुछ नहीं दिखला,
08:59जैसे गिरीश के नाम का इस्तेमाल किया गया,
09:01सिम कार्ट खरिदने के लिए,
09:02ऐसी शायद पृती और उसके पती संजे के नाम का इस्तेमाल किया गया,
09:05हमें गुमरा करने के लिए,
09:06शायद भूफोन करने वाली और थी मास्टर माइंड हो,
09:09वीरू के चाचा जीतेंदर गुपता की पूरी स्कैनिंग होई,
09:12कुछ हाथ में लगा थी,
09:13लगता इनकी एक टीम है,
09:15लालु का किडनाप करने वालो आदमी,
09:17और कॉल्स करने वाली और थी,
09:18ज़रूर इनकी सासिश रही हो,
09:20तीन जुन को उसादमी ने लालु का गिटनाप किया,
09:21और उसे माड़ दिया,
09:23पांच जुन को इन लोगों ने इस अब तैक किया होगा,
09:25और कॉल्स करने शुरूर की थी,
09:26हमें गुमरा करने के लिए,
09:27चलो एक बात तो समझ में आती है,
09:29कि कॉल्स हमारा ध्यान बटाने के लिए किये गए,
09:32लेकिन जुर्म का मकसद,
09:34उसकी तरफ तो एक भी इशारा नहीं हुआ भी तो है,
09:36अर्पिता से बात करते वक्त तो सौरत ने बदले की बात की थी,
09:38वीरू और राधिका गुपता से बदला,
09:40वो तो एक और चार हो सकती है, जूटा एंगिल खुलवाने के लिए,
09:44या फिर वीरू या राधिका में से कम से कम किसी एक के साथ,
09:47खूनी का कोई जगड़ा रहा हूँ,
09:48अग्यात महिला कॉलर ने कहा था कि महले के दूसरे बच्चे भी शिकार किये जाएंगे,
09:56इसके चलते हमने हमारी एक पेट्रोल टीम भवानी नगर में तैनात कर दी,
10:01साथ ही हमारे आदमी साधे कपड़ों में भी बच्चों के आसपास नज़र रख रहे थे,
10:05अगर ये धंकी सच थी, तो उसे हर हाल में रोकना था हमें,
10:11एक और बच्चे के साथ इतना बहंकर हाथसा होने देने का सवाल ही नहीं था,
10:18फिर अचानक से अग्यात महिला ने फोन करना बंद कर दिया,
10:21हमें इस केस में फिर से वहीं पहुँच गए, जहां से शुरुवात की थी, एक अंधी कली.
10:51क्यों?
10:53हमने बच्चे उठाने वाले सारे हिस्ट्री शीटर्स को भी खंगाला है,
10:56कहीं कुछ मिला नहीं,
10:58हमने बच्चे को मॉलेस्ट करने वाले एंगल के बारे में भी सोचे,
11:02किसी ने शायद बच्चे के साथ बलात्कार किया हूँ,
11:03लेकर यासा कुछ हुआ नहीं है,
11:07सिर्फ कतल हुआ है.
11:08कौन ऐसा?
11:10कौन?
11:12बस एक बार उसे मेरे सामने लाकर खड़ा कर दी.
11:17मेरे छे साल के मासूम बच्चे को क्यों मारती आगे ऐसे?
11:23क्यों?
11:24क्यों बच्चों, मुझे मालूम है कि तुम लोगों ने कुछ नहीं दे,
11:34कि लालू किस अंकल के साथ गया था.
11:36लेकिन लुकाची भी खेलते हुए, लालू कहां चुपा था?
11:39मालूम है, कुछ याद है?
11:42वान, टू, त्री, पोर, पाइफ.
11:49नहीं अंकल, हम साब खुट कर चुपने में लगे थे,
11:53तुम्हार जयन लालू पर ही गया है, नहीं?
11:55बाद में मिला ही नहीं, तो पता ही नहीं चला, लालू कहां चुपा था?
12:00साब, कॉलनी में 134 परिवार है,
12:02हर परिवार के हर बंदे की कुंडली निका ली,
12:04कहीं से कुछ सामें नहीं आ है,
12:06हिस्ट्री सिटर्स के बीच भी इस केस को लेके कोई बात नहीं हो रही है,
12:08बिल्कुल सनाटा ऐसा, कोई चू तग नहीं कर रहे है,
12:10इसमें किसी हिस्ट्री सिटर का हाथ नहीं लग रहे है,
12:12तो फिर किस का हाथ है,
12:13मक्सद किया इस कतल का?
12:15कोई नीजी मामला नहीं, कोई विकरेट मामला नहीं
12:17एक बच्चे को एक महले से एक आदमी ले जाता है
12:20एक औरत हमको फोन करके यहां माद दोडाती रहती है
12:22फिर बच्चे की लाश मिलती है
12:24वो औरत हमें फोन करना बंद कर देती है
12:26और हम वही के भाई है, धरे के दरे
12:27सेक्शल असौल बिलकुल ही नहीं हुआ
12:33कोशिश तक नहीं हुई
12:34जी नहीं
12:35मैंने दो बार कन्फर्म किया है पोस्टम करने वाले डॉक्टर के साथ
12:38केस फाइल में लिखा है कि बच्चे ने अपने फादर से उस सुबह गूमने जाने की बात की थी
12:42और लॉट्टे वक्ट चॉकलेट लेकर आने की बात थी थी
12:45जी हाँ
12:46लालू ने अपने फादर से चॉकलेट लाने के लिए का था
12:48मैंने ऐसे काफी केसे स्टाडी की हैं, जिसमें एक किड्नैपर ने बच्चे को चॉकलेट का लालज दे कर किड्नैप किया है
12:53पर जादतर केसे में एक किड्नैपर विक्टम का कोई करीबी या पहचान वाला राव है
12:58वही तो हमारी प्रॉपलम है, हमने भी वहीं से शुरुवात किये है, जीरो से
13:02किड्नैपर बच्चे का कोई परीचित हो, जिसकी बच्चे के माबाब से कोई तुष्मनी हो
13:07या पर कोई सरफिरा, विक्रित, रिष्टेदा, जो बच्चे को मॉलेस्ट करना चाहता हो, शिकार करने के लिए निकला हो, एकर यहां तो बस बच्चे को ले जाया गया
13:15मुझे लगता है इस केस का बच्चे और उसके परेंट से कोई कनेक्शन ही ने, कहीं का गुस्सा कहीं और निकाला है, लालु गुपता पर
13:24बिना किजी कनेक्शन है, हाँ, रैंडम
13:26सोचे भी तो, हमारे पास है क्या है, सिर्फ एक CCTV फूटेज यह इस आत्मी का, जिसमें सिर्फ उसके पैड दिख रहे है
13:34पहले के दो कॉल्स आप को किया गया, पोली स्टेशन के लाइन पर
13:37और तीसरा मोहले की सोशल वर्कर अरपिता चौहान को किया गया
13:41हलो, अरपिता चौहान, जी, आप उसी को क्यूं किया गया, बच्चे के पैरंस को क्यों नहीं, बच्चे के माबाब के फोन हमने
13:49सर्विलेंस पर रखे थे, शायद इसलिए है, नहीं, मुझे नहीं लगता कॉलर को सर्विलेंस का डर है, नहीं तो वो पोली स्टेशन के लाइन पर फोन नहीं करती, तो आपका पॉइंट है कि सिर्फ अरपिता को ही कॉल क्यों किया गया, मेरा पॉइंट ये है, कि जिसने �
14:19प्रीती का नाम लिया गया, प्रीती को हमने थौरली चेक किया है, उसके अकरेंस समय कुछ भी नहीं मिला, लेकिन कॉलर चाहती है कि आपको प्रीती के खिलाफ कुछ मिले, इसलिए बार-बार कॉल करके उसका नाम लेकर आपको प्रीती की तरफ धकेला, मेभी बच्चे और
14:49शायद इस बच्च दौ।
14:53इस महले के किसी भी बच्च को उठा के गौनने का बस एक ही मक्सद रहा है।
14:57की प्रिती इस महले में रहती।
15:00इस प्रिती कुश्वा को संदिख समझने के बजाए ये पता लगा है कि प्रिती के दुष्मन कौन है।
15:05बोबाल से प्रीती और संजे खुश्वा को लेओ, दुवारा बत करनी है
15:08मेरे समझ में नहीं आ रहा है, आप लोग हमारी पीछे के पड़े हुए है
15:12उस औरत ने प्रीती कहा है ना, तो मैं दुनिया की अकेली प्रीती बची हो क्या
15:16अरे वो किसी और प्रीती का सिक्र कर रही होगी
15:18देखे, इस बार हम आपको शक की नसर से नहीं देख रहे हैं
15:23इसलिए आप प्लीज, रिलाक्स में जाएगे
15:25रिलाक्स, इस पुलिस टेशन में, वो भी तब जहों इस सारे काम काच के बीच से उठा कर लाया गया हूँ
15:31संजे, प्रीती, आप दोनों प्लीज मेरी बात ध्यान से सुमिए
15:34और याद कीजिए, जब आप लोग यहाँ भावनी नगर में रहते थे, तब किसी से कोई जगड़ा हुआ था
15:39पुरी एक साल थे आप लोग यहाँ
15:42संजे, तुम्हारे विजनेस में कुछ लेंदार है?
15:45दूदे सर, और वोबाल में मेरा खून चूस रहे हैं
15:47दोनों के नाम और कंटाक नबर
15:49सर कहीं, आप ये दो नहीं कह रहे हैं कि कोई हमें भसाने की कोशिश कर रहा है?
15:56वो सकता है, प्रीती तुम्हारा किसी के साथ कोई चगड़ा?
15:59नई, मैं तो जादातर घर पे ही रहती थी
16:01घर का काम, वाम, खाना, पीना
16:04कभी कदार मार्केट में किसी पडोसी से बातचीत हो गई, तो बस
16:07मैं नीट, दोनों लिंदारों को तुरंट का स्टड़ी में ले लोगा
16:11सर, संजे, तुम्हारा कभी किसी के साथ कोई अफेर था?
16:16मेरा मतलब है कोई लड़की जिससे तुमने शादीवादी का जूटा बादा कर दिया हूँ
16:19प्रीती, तुम्हारा कभी किसी के साथ कोई अफेर?
16:23शादी के पहले का कोई प्रेमी या फिर बात का, जो जल उठाओ?
16:26देखे, ये बहुत ही पर्सनल सवाल है, मैं मानता हूँ
16:28लेकिन एक बच्चा मारा गया है
16:30और हमें शक है, वो इसलिए मारा गया है, क्योंकि वो उसी महले में रहता था, जिसमें आप रहते थे
16:34ताकि शक आप पर
16:36मेरा किसी अवरत के साथ कभी कोई अफेर फेर नहीं रहा
16:38और आपने ऐसा पूछने की हिम्मत कैसे की?
16:40हमने कई कोशिशें की ये पता करने के लिए कि प्रीती और संजे कुश्वा से
17:01किसकी ऐसी रंजिश थी, जिसका बदला लेने के लिए उसने लालु गुपता की बेमतलब हत्या कर दी थी
17:07पर हम उनसे कोई ठोस नाम नहीं निकलवा पाए
17:10वो जो दो लेनदार थे संजे के, उनकी बड़ी बारी की और सक्ती के साथ पूछता चोई
17:18पर इस संगिन जुर्म में उनका कोई हाथ में जाने
17:21इस बार अरपिता के फोन का रिकॉर्डर आन था
17:38और इस अग्यात महीला कॉलर की बातें रिकॉर्ड की गए
17:41क्या मिलना चाहिए था पुलिस को?
17:44पता चुकी हूँ, प्रिती
17:46पर अब तक कुछ हुआ नहीं तो जाने दो
17:48क्या नहीं हुआ? क्या जाने दो?
17:50अब कुछ भी करेंगे तब ये लालू तो नहीं लोटने वाला है
17:53तो जाने दो ना इस सब को
17:54प्रिती ने लालू को क्यों मारा?
17:57हलो? हलो?
18:00सच में जाना चाहती हो क्यो?
18:01हाँ मुझे जानना है और लालू के माबाप को भी
18:04घर से निकाले जाने का दर्द समझती हो तो?
18:07तो क्या प्रिती को लालू के माबाप के विज़े से घर से निकाला गया था?
18:10बेगर कर दिया था प्रिती को
18:12अपने स्वार्थ के लिए अपने मतलब के लिए
18:14वो दर्थ जब वापस मिलता है
18:16तब पता चलता है कि दर्थ क्या होता है
18:18चोट कभी भी एक तरफा नहीं होती
18:20कहां से बेगर किया गया था प्रिती को
18:22और कहां से
18:24बेगर का मतलब समझती हो न
18:26ये समझ नहीं आ रहा है कि तुम प्रीती की क्या लगती हो
18:29क्या चाहती हो तुम
18:30कि मैं लालू की माबाब को ये संदेशा दे दू
18:32कि उन्हें सजा मिल रही है
18:34प्रीती को बेगर करने के लिए
18:36अग पहले तुम प्रीती को पकड़वा रही थी, अब उसकी हिमायत कर रही हूँ, तुम कौन हो, चाहती क्या हूँ
18:42मैं सिर्फ इतना कह रही हूँ कि प्रीती ने जो किया गलत किया, उसने मेरा भी इस्तिमाल किया
18:47मैं चाहती हूँ कि उसे उसकी किय की सजा मिलनी चाहिए, मुझे सिर्फ इस बात का बुरा लग रहा है कि मुझे पता था ऐसा होने वाला है, फिर भी मैं बच्चे की जान नहीं बचा पाई, वो आदमी कौन था, जिसने बच्चे को अगवा किया, हलो, हलो, हलो, हलो, और इसक
19:17चलता है कि दर्द क्या होता है, मैं सिर्फ इतना कह रही हूँ कि प्रिती ने जो किया गलत किया, उसने मेरा भी इस्तिमाल किया, मैं चाहती हूँ कि उसे उसकी की की सजा मिलनी चाहिए, मुझे सिर्फ इस बात का बुरा लग रहा है कि मुझे पता था ऐसा होने वाला है, फ
19:47पापा के साथ इजद से रही हूँ, इजद से विदा हुई हूँ हमें फालतू में इस मामने में खसीटा जा रहा है
19:53विरुए जे सौरत की बात कर रही है, रगता है ये प्रिती खुश्वा तो नहीं है
19:57पती पत्नी दोनों की बैकग्राउंड की बाल की खाल की है हमें
20:00फिर एसी दूसरी कौन सी प्रिती है, जिसको बेघर किया गया था, चोट पहुचाई गई
20:04मैंने किसको बेघर किया, मैंने किसको चोट पहुचाई
20:08मैंने कभी किसी को बेघर नहीं किया
20:11और क्यू करूंगी मैं, शादी के पहले माईके में कुछ हुआ था
20:17कोई प्रिती नाम की लड़की थी, रिष्टिदार या किरायदार
20:21जी नहीं
20:22और पृती तो छोड़िये
20:24मेरी पुरी जिन्देगी में मैंने किसी के साथ ऐसा जगडा नहीं किया
20:28ना मेरे घरवालों ने
20:30राधिका से शादी के पहले कोई और थी तुमारी लाइफ
20:33नहीं थी
20:35राधिका और मेरी अरेंज मैरेज देगा
20:38कभी किसी और के साथ arranged marriage होते होते तूटी हो
20:41या पिर किसी लड़की को कभी तुमसे एक तरफ अप्यार हुआ हो
20:44बर अरेंज शादी में सभी तीन-चार लोगों को देखा
20:47मैंने भी तीन-चार लड़कियों को देखा था
20:50पर कभी किसी को बेघर नहीं किया
20:52या औरत भी किष्टों में सोना रही है दास्तान और वह भी ऐसी दास्तान जो कहीं मेलनी खा रही है
21:00या औरत हमें गुम्रा कर रही है यह तो समझ में आ रहा है
21:02लेकिन कहां गुम्रा कर रही है यह समझ में नहीं आ रहा है
21:06Sir, यह पूरा का पूरा खेल फर्जी मालूम होता है.
21:09बच्चा अगुवा करके मारा गया. यह सच तो फर्जी नहीं है न, गुरू?
21:12ना कॉन बोल रहा है, सर. लेकिन यह भी तो सच है. कि मैंने आज तक बिना मकसद के कोई किड्नेपिंग या मर्डर नहीं देखा है.
21:17और मकसद है भी, तो उसकी भनक तक नहीं है हमें.
21:20कहीं अर्पिता तो यह पूरा खेल नहीं खेल रही है.
21:25मेरा मतलब है, और कौन बचा है शक करने में. एक ही प्रीती मिली उसी कॉलनी से. लेकिन उसका भी कोई कनेक्शन नहीं बैठ रहा है.
21:32हमने अग्यात महिला कॉलर की आवाज भवानी नगर के हर रहने वाले को सुराए. इस उम्मीद से कि कोई तो पहचान लेगा.
21:47हमने अर्पिता चोहान की पूरी बैक्ग्राउंड चेकिंग कर लिए. पता किया कि वो उसका लर्निंग सेंटर वहीं पर क्यों चला रही है. अर्पिता से सीधे पूछ लिया हम. क्या वही ये खेल खेल रही थी?
22:02मैं खेल खेल रही हूँ. कि बहुत ज्यादा हो गया सर. मैं आपकी इतनी मदद कर रही हूँ. आउट ओफ दवे जाकर और आप मुझे पर शक कर रहे हैं. अपने मेरे माबाब को फोन किया था मेरे बारे में पूछने के लिए. कि मैं लर्निंग सेंटर यहां क्यों चला रह
22:32शायद मैंने अपना बच्चा खोया है. बहुत दुखदर्द है मेरे जिंदगी में. अगर आप ऐसा सोच रहे हैं तो ऐसा बिलकुल नहीं है. मुझे बच्चे पसंद है. सोशल वर्क करना पसंद है. इसलिए मैंने यह लर्निंग सेंटर यहां पर खोला है. मुझे ऐसे ल
23:02परशक करने से पहले है. अर पिता, इस केस में ना तो हम अभी तक कल्प्रिट के बारे में कुछ जान पाए हैं और नहीं मोटिफ के बारे में. हमारे पास एक भी सुराग नहीं है. सालों में पहली बार आज किसी केस को लेकर इतना बेबस महसूस कर रहे है. मैं सब पर शक ह
23:32खायालाया. तीसरी गली के दूसरे गर में रहती थी वो वाली प्रिती, पर पूरा नाम क्या था, वो हमें पता नहीं था. वो बाबुराम जी है न, उनके मकान में बारे पर रहती थी. उसे घर से किसी निकाला था? वीरू और आधी काने? सर, हम सबने मिलकर ही निकाला था,
24:02उसे चे महीने की जेल भी हुई तो
24:03उससे पहले सबको लगता था कि सिर्फ चालू है
24:13आने जाने वाले यार है उसके
24:15एसा नहीं पता था कि धिंदा करती है
24:17एक और ख़बर पहले थी उस्ताइग
24:19के उसने दो तीन लेड़कियों की जूठी शादी करवा के उन्हें बेच दिया
24:22क्या है
24:27क्या है
24:43अब भी क्या भी घर खाली करो और निकल हमारे महलने से
24:45तुरं समान बादना शुरू करो और निकल यहां से
24:47अच्छा तुम्हारे बाप का खाती हूँ
24:49किराया देती हूँ वो भी पूरे का पूरा
24:52तुम लग होती को नो मुझे इस गर से निकालने वाली हम इस मोहल लेके शरीफ गरूं की शरीफ ओरते हैं
24:56यहां पर दंदा चलने नहीं देंगी तुम्हारा
24:59अपने शराफत अपने पल्लू में बान कर अपने गर पे रखो
25:02मेरा मूड खराब मत करो फूटो यहां से
25:04तुम्हारा तरे को दिखाती हूँ में
25:07हाथ किसको लगाती है
25:10कसम, मेरा हाथ उठाना तो यही के यही सब के सब रहेंगे लगेंगी
25:14हम इने इतनी मार क्वाई और इतनी मार मारी हैं
25:17कि कसम से
25:18तस जरहं तक तुम लोग मेरा मुकाबला नहीं कर पाऊं
25:20कि समझ गई? निकल यहां से
25:22तु यहां से निकल और कहीं और जाके मारपीट कर, हम तुझे यहां नहीं रहने देंगे, और हमने मकान मालिक बाबु राम जी को भी बुला लिया है
25:27ए, चोबी नाम है तरह, तेरे गर आती उदंदा करने, तेरे पती को पहला आपुसला है मैने
25:33ए, हमें ऐसे वैसे लोग नहीं चाहिए इस महौले में, तुम्हारे कस्टमर्स आते जाते रहते हैं, हमारे छोटे बच्चे हैं, उन पर क्या असार होगा इस गंदे महौल का, तु अपना सामान समेंटा हम निंकल इहां से
25:43फिर मकान मालिक बाबुराम जी आया और उसे गर से निकलना ही पड़ा, बहुत गुस्से में निकली थी वो यहां से, हाँ, उसने तो मारपेट की धमकी भी दे थी, यह राम, कहीं उसी नो तु नहीं किया यह सब
25:57नहीं सर, इन सब के बीच में मैंने उसे कभी कुछ नहीं कहा, मैंने भी नहीं कहा, मुझे तो यह सारी बाते काफी बात में पता चली, और उस वक्त तो मेया थी भी नहीं, जो आवाज हमने आपको सुनाई थी, वो प्रिती की हो सकती है, सर, दो सल पहले की बात है, आवाज
26:27उस वक्त तो हम वह थे भी नहीं
26:29पूरे महले से बतला लेने के लिए उसके हमारे अच्छे को निशाना पड़े
26:37सर मुझे पता होता कि वो धंदा करती है तो मैं उसको मेरा घर किराया पे क्यों देता
26:42और दिया भी तो बिना किसी एग्रिमेंट के
26:44कोई फोटो कोई अड्रेस कोई फोन नंबर कुछ तो होगा तुम्हारे पास
26:48सर जब घर से हैसे ही निकाल दिया तो एग्रिमेंट नंबर वो सब रख के क्या करता है
26:54हैंक दिया तुम्हारे पास कैसे आई थी कोई तो होगा जो इसके बारे में जानता होगा
26:58प्रिटी की तलाश में हम भोपाल तक पहुंच गए जबकि ये असली प्रीती ये ले गई होगी लालू को भोपाल और भोपाल में इस वाली बीटी की तलाश करते हैं
27:28चैएद वह बिड़ो ये प्रीती ही हो जो में गलत प्रीती के पीछे बेज रहे थी बताओगा उसे कि प्रीती कुछवा यहां जबलपूर में भवाणी नगर में रहती और अप लेक महिने से भोपाल में रहती है तो हमें बेज़ती है उसे यहां की भी सारी जानकारी होगी
27:58अब इस दूसरी प्रीती के लिए जबर्दस खोज शुरू हुई
28:05हमें यकीन था यही प्रीती इस जुर्म के पीछे है
28:08भुपाल का चप्पा चप्पा चारा हुआ
28:10और जबलपुर का भी
28:13इस प्रीती के वेवसाय की जानकारी होने के कारण
28:24हमने राज्य भर के रेड लाइट एरिया इसको टार बेगी
28:27इस उम्मीद से की प्रीती हमें यहीं कहीं मिल सकती है
28:31और यह प्रीती हमें मिली
28:43और काफी जल्दी मिल गई
28:45भुपाल से
28:46उस तक हम उसके गड़ने जरिये बास
28:54जी
28:59लालु गुप्ता को तुने यह मारा
29:00लालु गुप्ता?
29:02कौन है यह?
29:17अरे माडम आप किस लालु गुप्ता की बात कर वी यह?
29:20लालु गुप्ता ब्वानी नगरवाला
29:22शे साल का बच्चा
29:24तुम्हें भवानी नगर से भगा दिया गया था
29:26बेगर कर दिया गया
29:27हाँ
29:29इजचत के फालू दे हो गयते मेरे
29:30पर और उस दो साल पहले की बात
29:33बेगर कर दिया था पृति को
29:35अपने स्वार्थ के लिए अपने मतलब के लिए
29:38वो दर्द जब वापस मिलता है तब पता चलता है कि दर्द क्या होता है
29:42जोट कभी भी एक तरफा नहीं होती
29:44मैं सिर्फ इतना कह रही हूँ कि प्रिती ने जो किया गलत किया
29:48उसने मेरा भी इस्तिमाल किया
29:50किसकी आवाज है यह
29:52बड़ी बद्ती सी आवाज है
29:54मेरी तो नहीं है
29:55आप लोग मेरी तरफ ऐसे क्यों देख रहे हैं
29:59कोई अभी बोलेगा कि ये मेरी आवाज नहीं है
30:01लालू के कतले में तेरा साथ ही दार कौन था
30:03पहली बात तो ये है कि मैं धंदे वाली
30:05धंदा कर जो
30:06और इसके लिए कहीं बाद गिरफतार भी हो चुकी हूँ
30:09और सजा भी काटी है
30:10और दूसरी बात
30:12ये सिर्फ एक भवान ही नगर नहीं है
30:14जासे मुझे इस तरह से लात मार के निकाला गया
30:16आठ सालों से दंदा कर रहे हैं मैं
30:18और इन आठ सालों में कहीं जगा से
30:21अलग-अलग तरीके से बदनाम हुई हूँ
30:22पकड़ी गई हूँ, बेगर की गई हूँ
30:24इससे है अपनी लाइफ का मैड़
30:26कोई गम नहीं
30:27लेकिन ये बच्चा बच्चा मारने वाली जो बख्वास
30:31आप लोग ने की है न वो तो मतलब आप बंद कर दीजे
30:33क्योंकि मैंने ऐसा कुछ नहीं किया
30:35वीती, इस कमरे में ये सबसे ज़्यादा बोला गया जूट है
30:38पर सर, मैं जूट नहीं बोल रही हूँ
30:40मैंने सच में कुछ नहीं किया
30:42इस कॉलर ने चोट और दर्द की बात किया
30:44जो तुझे हुआ होगा
30:46जब तुझे भवानी नगर से निकाला गया होगा
30:48भले ही किसी और जगे भी हुआ हो
30:50पर यहाँ शायद सबसे ज़्यादा हुआ
30:52दर्द
30:53मैडम विटे के लाइफ में कोई एक दर्द हो तो गिन्माओ
30:57दर्दी दर्द है हमारे लाइफ में
31:00लेकिन फिर भी हस खेल के अपनी जिन्दगी काट लेते हैं
31:27इस तरह पागलों की तरह अपना बदला खून करके नहीं लेते
31:30यह तेरा दूसरा साथीदार जिसने लालू को ठाया है यहां तो सिफ बच्चा देख रहा है आदमी का है यह उसके पैर देख रहे है
31:40कौन है यह है सर भुपाल से फोरण सिख का फोन था इस प्रिति के आवाज उस रिकॉडड़िड आवाज के साथ मैचिंग के लिए भेजी गए थी आवास तो मैच नहीं हुई लेकिन उसने कुछ और बताया क्या सर यह जो कॉलर जो आपको इंफोर्मेशन या लीट्स देती �
32:10मतलब आवाज बदलने का software करेक्ट इस software से किसी भी मर्द की आवास औरत की आवाज में बदल दिया जा सक।
32:16आप चाहें किसी भी आवाज में बात करें यह यह एप यह यह software उसकी frequency को इस तरह से meditate करता है यह सामने wanna को औरत की आवाजी सुनाइ है
32:26जस वेट सर मैं आपको डेमेंस्टूशन देता हूँ
32:28सर मैं आप इस एप के जरी आपसे बात करूँगा
32:38हाँ बोलो मैं
32:40बेघर कर दिया था प्रीती को
32:45अपने स्वार्थ के लिए
32:46अपने मतलब के लिए
32:47जब किसी के दिल में चोट पहुंचती है
32:50तो चोट पहुंचाने वाले को पता नहीं होता
32:53कि दर्द कितना होता है
32:54वो दर्द जब वापस मिलता है
32:57तब पता चलता है कि दर्द क्या होता है
32:59चोट कभी एक दरफा नहीं होती
33:01समझे सर
33:04तो इसका मतलब इतने दिनों तक में गुमरहा किया गया
33:07एक तरीके से उल्लू बनाया गया हमारा
33:10हाँ सर
33:11जैसे आप औरत समझ रहे थे
33:12दरसल वो एक एप था
33:14जैसे कि आजकल के मोबाइल्स में
33:16मोबाइल असिस्सेंस की वोईस होती है
33:18जिसे आप अपनी मर्जी से
33:19मेल या फीमेल की वोईस में सिलेक्ट कर सकते है
33:22भला ही कॉलर ने हमें बेफकू बनाया
33:24लेकिन एक बास सच है कि फोन के दूसरी तरफ मुझरिमी है
33:27वो ये वाली पृती हो सकती है
33:30या कोई और
33:31पहले वाली पृती खुशवा की तरह
33:32इस पृती को भी भसानी कोशिश तो नहीं की जारी
33:35या पृती ये वोइस मोडिलेशन एप यूज़ कर रही थी
33:38पृती कह रही है जो आदमी सीसी टीवी ग्रैब में
33:43टेंपो में पीछे बैठा हुआ है लालू के साथ
33:45उसे लगता है वो उसे जानती है
33:46कौन आई है
33:49मुझे लगता है ये विवेक है
33:53विवेक भारती
33:54पर देखते पर चंग मोगी
33:56मुझे लगता है ये विवेक भारती है
33:58छे मैने रही हूँ उसके साथ
34:00बबकरीब से जानती हूं उसको
34:02वो बिलकुल ऐसा ही जूता पैनता था
34:04मैं पूरे यकीन के साथ कह सकते हूं ये विवेक भारती
34:07और यह विवेक भारती इस वाथ कहा मेले का?
34:09एड्रस तो नहीं है मेरे पास, पर नंबर दे सकते.
34:12चार दिन पहले फोन किया था इसना मुझे.
34:14याद आ रहे थी तुम्हारी.
34:16बूला दे मुझे पूरी तरह से.
34:17देख मेरा माथा खराब हो रखा है, मैं कुछ भी कर दूँगिया.
34:21नंबर दोसका.
34:23कैसे दूसर? फोन तो आपके पास है.
34:25पीसी उसे फोन करना, किसी सेल्स वेल्स कंपनी का नाम ले लेना.
34:28उसे बिल्कुल भी शक नहीं होना चाहिए.
34:29जो, क्रेडिट कार्ड कंपनी का नाम सुनते ही फोन काड़ दिया विवेक ने.
34:35वो तुमारे साथ दुबारा रिष्टा जोने चाहता है, ना?
34:37हाँ, पर एक नंबर का बीमार है.
34:39वो होते न, विक्रूद बुद्धी वाले, जिनके दिमाग में सिर्फ गंद भरी होती है, वो है यह.
34:44इन्हें चार साल की जेल भी काटी है.
34:46जेल?
34:47किसलिए?
34:48उनके चार्ज में अंदर साथ.
34:50प्रिती उसे कॉल करो, और उससे जूट मूट की सुले करो, और उसे अपने घर बलो.
34:54अरे सर्ब, वो पागल है, कुछ भी कर सकता है?
34:57कुछ नहीं को, तुम उससे बुलाओ घर, जैसी वो आएगा मुसे धर लेगा, घरनने की ज़रूत नहीं है.
35:12हलो, प्रिती?
35:14विवेग, कैसे हो तूँ?
35:16बूलो ना, आखिरकार हमारे असली मुझ्रिम के करीब पहुंच गए.
35:22उसे चालाकी से प्रिती के घर लाया गया, जहां हमने उसके लिए जाल बिचा रखा दा.
35:27हमें जरूरत ही नहीं पड़े की प्रिती के जरीए हम विवेग भारती की पहचान करवा.
35:41उसकी तस्वीर हमारे पास पहले से थे.
35:44जबलपुर के एक दूसरे थाने में उसके क्रिमिरल रिकॉर्ड थे, जहां उसे पक के लिए गिरफतार किया गया.
35:49इसके पहले की हम विवेग भारती को लालू गुप्ता मुर्डर केस के बारे में इंटेरोगेट करते हैं.
36:10हमें उसके अतीत का पता चला.
36:12पता चला कि ये आदमी वाकई में एक विकृत दिमाग वाला है.
36:16जिसे जिएक का अजीब सा एडिक्शन था.
36:19विवेग भारती की पहली शादी मधू नाम की लड़की से हुई थी.
36:24एक साल के अंदर डिवोर्स हो गया था.
36:26मधू को पता चला विवेग के वहशी से अडिक्शन का.
36:3024 गंटे तुसकी मांग करने वाले और उसके अलावा कोई रिष्टा नहीं रखने वाले विवेग से मधू तंग आ गए.
36:36और उसने शादी तोड़ दे.
36:37बहुत जल्द विवेग की जिन्दगी में नमर्ता आई.
36:42और विवेग उसके साथ रिष्टा बनाने में कामियाब हो गया.
36:46अपने घरवालों की मर्जी के खिलाफ नमर्ता विवेग के साथ भाग कर जबलपूर चली आई.
36:51जहां से विवेग बिलॉंग करता था.
36:52नमर्ता को बहुत जल्द पता चलने वाला था.
36:56विवेग के एडिक्शन के बादूर.
36:58नमर्ता भी विवेग की अस्लियत जानकर विवेग को छोड़ कर भाग दूर.
37:03पर विवेग ने उसका पीछा नहीं चोड़ा.
37:04वो उसके पीछे पागलों की तरह पड़ा रहा, उसे परिशान करने ले लेगा.
37:09इसके चलते नमर्ता ने विवेग के खिलाव की शिगायब दूर.
37:13और विवेग ने चार साल जेल में बिता है.
37:17मुझे मालूम था ये विवेग जेल से निकले.
37:19क्योंकि मैं भी उसी टाइम पर जेल से निकले थी.
37:22मेरी फ्रेंड है वंदना, उसने मिलवाया था मुझे इस विवेग से.
37:26उसका पती विवेग के साथ जेल में था.
37:28कैसा आदमी है ये विवेग?
37:30पागल तो है ही, जैसे मैंने आपको बता है.
37:32पर एक बाद है सर, काफी अच्छे खांदान से है, पड़ा लिखा है, सागर में रहते हैं उसके भाईवेण, पुष्टेनी जमीने, हवेली, सब कुछ है.
37:43माधो बता रहा था कि कोई सेल्समन का काम करता ही है विवेग, लेकिन काफी तगड़ी पाइटी है.
37:47पर एक नंबर का सरफिरा में फागल है बिल्कुल.
38:17के मामले में, कोई कोंपेटेशन लग जाना, तो अलम्टिक जीत किया है, आदे आदे गंटे पे तलब लगती थी, उसके लिए ना, लाइफ में और कुछ माईने नहीं रखता था इसके अलागा, अच्छे खासी तेक भाल तो करता हो तेरी, थोड़ा सा, थोड़ा सा, थो�
38:47के यहां भी यहां से नहीं निकला ना, तो पुलीस में जाके रुट फोगए, चल निकल, अइसा मद बोल पिती, अइसा मजा को है, मद बोल प्लीस, देख, समझने की कोशिश कर पिती, तेरी ज़रूरत है, तेल लगाने कही तेरी ज़रूरत, जाके ना, किसी दीवार से चि
39:17हालो, बोला साना, तेरे से फोन मत कर ना, फोन कर कर कर कर कर के दिनराथ दिमाग चाटता था मेरा, एक मैने से शान था, फोन वोन कुछ ने, पर अभी चार दिन पहले फोन आया था, मुझे तो लगता है मैडम, वो पूरी तरह से बच्चे को मार डाला, और अब लड़की की
39:47सिधे बताया जा दोलाई गरें तेरी अ कि उसने चाज की दमकी ने देनी चिया थी, उस प्रिती ने, पहले नम्रता ने फसाया फ़र ये प्रिती, समझ क्या रखाए, बच्चे लालू ने क्या भी गाड़ा था, उच नहीं, मैं प्रिती था, छिम्श किया भी अगा, था ब
40:17को फसाना चाहता था आवाज बदलने माला एप यह पहले से तेरी प्लाणिंग थी गिरिश सिंग की फोटो यूज करके उसके नाम पे तीन तीन जिमगाड खरीदे तुम्हें बच्चे को मानने के बाद मुझे समझ नहीं आ रहा था कि मैं यह बात प्रीटी तक कैसे पोचा �
40:47यह नहीं है उसे चोकलेटी यह है अंकल चोकलेट दोना दोना थोड़ा है यह वाली दो खतम होगी और नहीं है
41:17बढ़ पर है फ्रिज भर के जितना चाहिए ले ले ले फोरें किया है इंपोर्टेट जाहिए है तुछल मेरे साथ अंकल आपका गर जादा दूर्थ तो नहीं है ना नहीं पास में है तो उसे भवानी नगर से देवी चोकले गया अपने घर उसने कोई सवाल जवाब नहीं
41:47तू यहां बैठ जा मैं यह जलीवी प्लेट में डाल कर लाता हूँ कै पहले गर्मा गरम जलीवी खा ले और फे ठंडी ठंडी चोकलेट अंकल अब जल्डी से पूंको चोकलेट दे दो
42:16फिर मुझे घर भी जाने तू बच्चे को उठाने के राधे से चोकलेट देखर गया था भवाई नगर मैं अपने काम से गया था चोकलेट खाना तो मुझे कुद को पसंद है और जब बच्चे ने सामने से चोकलेट मांगी तब मैंने सूचा यह अच्छा तरीका है प्री
42:46अच्छा नाम के है तुमारा वैसे तो मेरा नाम लगत है लिकिन सब लोग मुझे प्यासे लालो बोलाते है
43:06बातरो में मारा बच्चे को बल्टी मडू बोकर लाश को कब ठीकाने लगाया उसी रात को
43:16लालू के माबाप वीरू और राधिका और पूरा भवानी नगर इस केस की अस्तियत जान कर सुन पड़े
43:35हमने विवेक भारती की लगातार पूस्ताज की ये पक्का करने के लिए कि प्रीती का इस मर्डर में कोई हाथ था या नहीं
43:43आखिर में हमने प्रीती को छोड़ दिया उसके खिलाफ हमें कुछ नहीं था
43:48उसी लगातार पूस्ताज में हर बार विवेक अपने बयान पर अड़ा रहा कि लालू खुद चलकर उसके पास आया था
43:57छे वर्षिय लालू की मासूमियत ने उसे एक अजनबी से चौकलेट मांगने से रोका नहीं
44:03और वो उस चौकलेट की चाह में उस अजनबी के घर तक बिना किसी शाख या संकोच नहीं
44:11झालू झालू कि यइनुो के लिवेकर मां भालू की तर्मोत्स के लिवेवया देलतार कि नहीं
44:19झाला ए distributed प्रिदी हो खाए रहा है
44:25यह झाला बना कि आहा है
44:30झाल nosotros इसके अजिए milag tä ne va

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