Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 6/2/2025

Category

📚
Learning
Transcript
00:00मैं केमपस में था मन उदास था मैं तो दूर जाकर के और वहां पर ऐसे ही पत्थर था उस पर बैठ गया था तो एक कुट्टा होता हूँ मैं बैठा हुआ हूँ मैं अपनी कलपना उदासी इधर उदर की सोच तो कुट्टा आता है और ऐसे दोनों पाउं रखे ऐसे वे और �
00:30थोड़ी दिर मैंने उसके पाउंच हुए कुछ बहुत जरूरी चीज थी जो उस पल में उसने मुझे सिखा दी थी कोई बात हो कोई वजह हो तुस्तार अपने आप जुग जाता है लोगों को बहुत अजीब लगया पर मैं कहूंगा वो बहुत धार्मिक शान था वो जग
01:00छोड़ो उम्रों गहरा किसी छोटे बच्चे के साथ हो और किसी ख्षण में उससे कुछ सीख लेते हो उसके दोनों पाउं पकड़के पूरा सर अपना उसके पाउं पर रगतो कुछ सीखने को बहुत उखते की उम्र की थुड़े ही बात है

Recommended