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00:00पून्टी करता है और नौशीन को इसके खुश खुश इखलापी पसनाती है वो रोस तोड़ा तोड़ा बात करती है अहसे अहसे नौशीन इसके दिल के बंद दर्वाजे पर दस तक देने लिखती है एक दिन नौशीन हिम्मत करके पूचती है आप रोज रात को एक नमबर �
00:30जाक समझा अब हर रात उन्हें अपने दिन बर की बाते सुनाता हो शायद वो कहीं सुन रही हो
00:36नोशीन के आंकों मैस हुआ जाते हैं इस दिन के बाद नोशीन अक्सर आदिल की दुकान पर आती है
00:43कभी मुबाइल खरीदने कभी सिम बदल वाने कभी यू ही बात करती है
01:00अपने चोटी सी कमरे में वापस आ जाता है कोई दोस्त नहीं कोई पैमली नहीं बस एक पून है
01:05उसमें एक नमबर महपूस है जिस पर वो रज़ाना रात को काल करता है और फिर पून कान से लगा कर खामोची से बेटा रहता है
01:14ये नमबर कभी बन होता है कभी गन्टी अचिलते ही मगर कोई उटाता नहीं गिली वाले उसे जीब समझते है
01:22कोई कहता है ये पागल है किसी लड़की के इश्क में मारा गया कोई कहता है शायद कोई मर चुका है और वो बुला नहीं पा रहा
01:31एक दिन दुकान पर एक नौजवान लिलकी नौशीन आती है जिसके अपून खराब होता है
01:36हादिल बड़े अदब से उसके अपून टीक करता है
01:39और नौशीन को इसके खुश इखलाकी पसनाती है
01:43वो रोस तोड़ा तोड़ा बात करती है
01:45अहस्त अहस्त नुशीन उसके दिल के बंद दर्वाजे पर दस तक देने लिखती है
01:49एक दिन नुशीन हिम्मत करके पूचती है
01:52आप रोज रात को एक नमबर पलकार्ल करते हैं क्योँ?
01:56आदिल एक तवील खामोशी के बात कहता है
01:58ये मेरी मा का नमबर है जो 50 साल इंतिकाल कर गई
02:01वो हमेशे कहती थी के बेटा जब भी कुछ कहना हो मुझे पूर्ण कर लिया करना
02:07मैंने तब मजाग समझा अब हर रात उन्हें अपनी दिन बर की बाते सुनाता हूँ
02:13शायद वो कही सुन रही हो
02:14नोशीन के आंकों मैस हुआ जाते है
02:18इस दिन के बाद नोशीन अक्सर आदिल की दुकान पर आती है
02:21कभी मुबाइल खरीदने कभी सिम बदलवाने कभी यू ही बात करती है
02:26हेलो वीवर्ज आदिल लाहूर के चोटी से गली में मुबाइल शाब चलाता है
02:31जिन बर वो गाको को मुबाइल बेचता है
02:34रिफेरिंग करता है और शाम होते ही
02:37दुकान बन करके अपने चोटी सी कमरे में वापस आ जाता है
02:41कोई दोस नहीं कोई पेमली नहीं बस एक पून है
02:44उसमें एक नमबर महपूस है जिस पर वो रज़ाना रात को काल करता है
02:48और फिर पून कान से लगा कर खामोची से बेटा रहता है
02:52यह नमबर कभी बन होता है
02:54कभी गंटी चलते ही
02:56मगर कोई उटाता नहीं
02:58गिली बाले उसे जीब समझते है
03:01कोई कहता है ये पागल है किसी लड़की के इश्क में मारा गया
03:04कोई कहता है शायद कोई मर चुका है और वो बुला नहीं पा रहा
03:10एक दिन दुकान पर एक नौजवान लड़की नौशीन आती है जिसके अपून खराब होता है
03:15हादिल बड़े अदब से उसके अपून टीक करता है और नौशीन को इसके खुश इखलाकी पसनाती है
03:21वो रोज तोड़ा तोड़ा बात करती है अहस्ते नौशीन उसके दिल के बंद दरवाजे पर दस तक देने लिखती है
03:28एक दिन नौशीन हिम्मत करके पूचती है आप रोज रात को एक नमबर पलकाल करते हैं क्यूँ
03:34आदिल एक तबील खामोशी के बात कहता है ये मेरी मा का नमबर है जो 15 साल इंतिकाल कर गई
03:40वो हमेशे कहती थी के बेटा जब भी कुछ कहना हो मुझे पून कर लिया करना
03:46मैंने तब मजाग समझा अब हर रात उन्हें अपने दिन बर की बाते सुनाता हो शायद वो कही सुन रही हो
03:53नोशीन के आंकों मैस हो आ जाते है इस दिन के बाद नोशीन अक्सर आदिल की दुकान पर आती है कभी मुबाइल खरीदने कभी सिम बदल वाने कभी यू ही बात करती है
04:04हیلو वीवर्ज अदिल लाहूर के चोटी से गिली में मुबायल शाप चलाता है
04:09दिन पर वोग गाको को मुबायल बेचता है
04:13रिफेरिंग करता है और शाम होते ही
04:15दुकान बन करके अपने चोटी से कमरे में वापस आ जाता है
04:19कोई दोस्ट नहीं कोई पेमली नहीं बस एक पून है उसमें एक नमबर महफूस है जिस पर वो रोजाना रात को काल करता है और फिर पून कान से लगा कर खामुच इसे बेटा रहता है ये नमबर कभी बन होता है कभी गंटी चलते ही मगर कोई उताता नहीं गिली बाले उसे �
04:49दुकान पर एक नवजवान ललकी नुशीन आती है जिसके अपून खराब होता है है दिल बड़े अदब से अपून टीक करता है और नुशीन को इसके खुश-खलापी पसन आती है वो रोज तोड़ा तोड़ा बात करती है अहसना नुशीन उसके दिल के बंद दरवाजे �
05:19कहती थी के बेटा जब भी कुछ कहना हो मुझे पून कर लिया करना मैंने तब मजाग समझा अब हर रात उन्हें अपने दिन बर की बाते सुनाता हूँ शायद हो कही सुन रही हो
05:32नोशीन के आंकों मैस हो आ जाते हैं इस दिन के बाद नोशीन अक्सर आदिल के दुकान पर आती है कभी मुबाइल खरीदने कभी सिम बदल वाने कभी यू ही बात करती है
05:43हेलो वीवर जादिल लाहूर के चोटी से गली में मुबाइल शाब चलाता है
05:48दिन पर वो गाको को मुबाइल बेचता है
05:51रेफेरिंग करता है और शाम होते ही
05:54दुकान बन करके अपने चोटी सी कमरे में वापस आ जाता है
05:58कोई दोस्ट नहीं कोई पेमली नहीं बस एक पून है
06:01उसमें एक नमबर महफूस है जिस पर वो रज़ाना रात को काल करता है
06:06और पिर पून कान से लगा कर खामोची से बेटा रहता है
06:09ये नमबर कभी बन होता है कभी गंटी चलते ही मगर कोई उटाता नहीं
06:16गिली बाले उसे जीब समझते है
06:18कोई कहता है ये पागल है किसी लड़की के इश्क में मारा गया
06:22कोई कहता है शायद कोई मर चुका है और वो बुला नहीं पा रहा
06:27एक दिन दुकान पर एक नौजवान लड़की नुशीन आती है जिसके अपून खराब होता है
06:32आदिल बड़े अदब से उसके अपून टीक करता है
06:35और नौशीन को इसके खुश इखलाकी पसनाती है
06:39वो रोज तोड़ा तोड़ा बात करती है
06:41अहस्ते नौशीन उसके दिल के बंद दर्वाजे पर दस तक देने लिगती है
06:45एक दिन नौशीन हिम्मत करके पूचती है
06:48आप रोज रात को एक नमबर बलकाल करते हैं क्यूँ
06:51आदिल एक तबील खामोशी के बात कहता है
06:54ये मेरी मा का नमबर है
06:55जो पिज़े साल इंतिकाल कर गई
06:57वो हमेशे कहती थी
06:59के बेटा जब भी कुछ कहना हो
07:01मुझे पून कर लिया करना
07:03मैंने तब मजाग समझा
07:05अब हर रात उन्हें अपनी दिन बर की बाते सुनाता हो
07:09शायद वो कही सुन रही हो
07:10नौशीन के आंकों मैस हुआ जाते है
07:14इस दिन के बाद नौशीन अक्सर आदिल के दुकान पर आती है
07:17कभी मुबाईल खरीदने, कभी सिम्द बदल वाने, कभी यूँ ही बात करती है
07:22हैलु वीवर्जादि लाहूर के चोटी से गली में मुबाईल शाब चलाता है
07:27दिन पर वो गाको को मुबाईल बेचता है
07:30रिफेरिंग करता है और शाम होते ही
07:33दुकान बन करके अपने चोटी सी कमरे में वापस आ जाता है
07:37कोई दोस्त नहीं कोई पेमली नहीं बस एक पून है
07:40उसमें एक नमबर महफूस है जिस पर वो रज़ाना रात को काल करता है
07:44और पिर पून कान से लगा कर खामोची से बेटा रहता है
07:48ये नमबर कभी बन होता है कभी गंटी चिलते ही मगर कोई उटाता नहीं
07:54गिली बाले उसे जीब समझते है
07:56कोई कहता है ये पागल है किसी लड़की के इश्क में मारा गया
08:00कोई कहता है शायद कोई मर चुका है और वो बुला नहीं पा रहा
08:06एक दिन दुकान पर एक नौजवान लिलकी नौशीन आती है जिसके अपून खराब होता है
08:11हादिल बड़े अदब से उसके अपून टीक करता है
08:14और नौशीन को इसके खुश इखलाकी पसनाती है
08:17वो रोस तोड़ा तोड़ा बात करती है
08:19अहिस्त अहिस्त नुशीन उसके दिल के बंद दर्वाजे पर दस तक देने लिखती है
08:24एक दिन नुशीन हिम्मत करके पूचती है
08:26आप रोज रात को एक नमबर बलकारल करते हैं क्यूँ
08:30आदिल एक तबील खामोशी के बात कहता है
08:32ये मेरी मा का नमबर है जो 50 साल इंतिकाल कर गई
08:36वो हमेशे कहती थी के बेटा जब भी कुछ कहना हो मुझे पूर्ण कर लिया करना
08:42मैंने तब मजाग समझा अब हर रात उन्हें अपने दिन बर की बाते सुनाता हो
08:47शायदो कहीं सुन रही हो
08:49नोशीन के आंकों मैस हो आ जाते है
08:53इस दिन के बाद नोशीन अक्सर आदिल के दुकान पर आती है
08:56कभी मुबाईल खरीदने कभी सिम बदलवाने कभी यू ही बात करती है
09:00हेलो वीवर्ज अदिल लाहोर के चोटी से गली में मुबाईल शाप चलाता है
09:05जिन बर वो गा कुकु मुबाईल बेचता है
09:09रिफेरिंग करता है और शाम होते ही
09:11दुकान बन करके अपने चोटी सी कमरे में वापस आ जाता है
09:15कोई दोस नहीं कोई पेमली नहीं बस एक पून है
09:19उसमें एक नमबर महपूस है जिस पर वो रुजाना रात को काल करता है
09:23और पिर पून कान से लगा कर खामोची से बेटा रहता है
09:27ये नमबर कभी बन होता है
09:29कभी गंटी चलते ही मगर कोई उटाता नहीं
09:33गिली बाले उसे जीब समझते है
09:35कोई कहता है ये पागल है किसी लड़की के इश्क में मारा गया
09:39कोई कहता है शायद कोई मर चुका है
09:42और वो बुला नहीं पा रहा
09:44एक दिन दुकान पर एक नौजवान लड़की नुशीन आती है
09:48जिसके अपून खराब होता है
09:50आदिल बड़े अदब से उसके अपून टीक करता है
09:52और नौशीन को इसके खुश इखलाकी पसनाती है
09:56वो रोस तोड़ा तोड़ा बात करती है
09:58अहस्ते नौशीन उसके दिल के बंद दर्वाजे पर दस तक देने लिखती है
10:03एक दिन नौशीन हिम्मत करके पूचती है
10:05आप रोज रात को एक नमबर बलकाल करते हैं
10:08क्यूँ आदिल एक तबील खामोशी के बात कहता है
10:11ये मेरी मा का नमबर है
10:13जो पिज़े साल इंतिकाल कर गई
10:15वो हमेशे कहती थी
10:16के बेटा जब भी कुछ कहना हो
10:18मुझे पूर्ण कर लिया करना
10:20मैंने तब मजाग समझा
10:22अब हर रात उन्हें अपनी दिन बर की बाते सुनाता हो
10:26शायद वो कहीं सुन रही हो
10:28नौशीन के आंकों मैं आसु आ जाते है
10:31इस दिन के बाद नौशीन अक्सर आदिल के दुकान पर आती है
10:35कभी मुबायल खरीदνे कभी सिम्ध बदलवाने कभी यू ही बात करती है
10:39हیलो वीवर्य जादिल्लाहूर के छोटी सी गली में मुबायल शाफ चलाता है
10:44दिन पर वो गाकों को मुबायल बेचता है
10:47रिफिरिंग करता है और शाम होते ही
10:50दुकान बन करके अपने चोटी सी कमरे में वापस आ जाता है
10:54कोई दोस नहीं कोई पेमली नहीं बस एक पून है
10:57उसमें एक नमबर महफूस है जिस पर वो रज़ाना रात को काल करता है
11:01और पिर पून कान से लगा कर खामोची से बेटा रहता है
11:05यह नमबर कभी बन होता है कभी गंटी अचिलते ही मगर कोई उटाता नहीं
11:11गिली बाले उसे जीब समझते है
11:14कोई कहता है यह पागल है किसी लड़की के इश्क में मारा गया
11:18कोई कहता है शायद कोई मर चुका है और वो बुला नहीं पा रहा
11:23एक दिन दुकान पर एक नौजवान ललकी नौशीन आती है जिसके अपून खराब होता है
11:28हादिल बड़े अदब से उसके अपून टीक करता है
11:31और नौशीन को इसके खुश इखलाकी पसन आती है
11:35वो रोज तोड़ा तोड़ा बात किरती है
11:37अहस्ता नुशीन उसके दिल के बंद दर्वाजे पर दस तक देने लिखती है
11:41एक दिन नुशीन हिम्मत करके पूछती है
11:44आप रोज रात को एक नमबर पलकाल करते हैं
11:47क्यों आदिल एक तबील खामोशी के बात कहता है
11:50ये मेरी मा का नमबर है जो 50 साल इंतिकाल कर गई
11:53वो हमेशे कहती थी
11:54के बेटा जब भी कुछ कहना हो मुझे पूर्ण कर लिया करना
11:59मैंने तब मजाग समझा
12:01अब हर रात उन्हें अपनी दिन बर की बाते सुनाता हो
12:04शायद वो कहीं सुन रही हो
12:06नोशीन के आंकों मैस हो आ जाते है
12:10इस दिन के बाद नोशीन अक्सर आदिल के दुकान पर आती है
12:13कभी मुबाइल खरीदने कभी सिम बदलवाने कभी यू ही बात करती है
12:17हेलो वीवर्ज आदिल लाहोर के चोटी से गली में मुबाइल शाप चलाता है
12:23जिन बर वो गाको को मुबाइल बेचता है
12:26रिफेरिंग करता है और शाम होते ही
12:29दुकान बन करके अपने चोटी सी कमरे में वापस आ जाता है
12:33कोई दोस नहीं कोई पेमली नहीं बस एक पून है
12:36उसमें एक नमबर महफूस है जिस पर वो रज़ाना रात को काल करता है
12:40और पिर पून कान से लगा कर खामुची से बेटा रहता है
12:44ये नमबर कभी बन होता है
12:46कभी गंटी चलते ही
12:48मगर कोई उटाता नहीं
12:50गिली बाले उसे जीब समझते है
12:52कोई कहता है ये पागल है
12:54किसी लड़की के इश्क में मारा गया
12:56कोई कहता है
12:57शायद कोई मर चुका है
13:00और वो बुला नहीं पर रहा
13:02एक दिन दुकान पर एक नوجवान लड़की
13:04नुशीन आती है जिसके अपून
13:06खराब होता है
13:07अधिल बड़े अदब से उसके अपून टीक करता है
13:10और नुशीन को इसके खुश खलाकी पसनाती है
13:13वो रोस तोड़ा तोड़ा बात करती है
13:15अहस्ते नुशीन उसके दिल के
13:17बंद दर्वाजे पर दस तक देने लगती है
13:20एक दिन नुशीन हिम्मत करके पूचती है
13:22आप रोज रात को एक नमबर पलकाल करते हैं
13:25क्यों आदिल एक तबील खामोशी के बात कहता है
13:28ये मेरी मा का नमबर है
13:30जो पिज़ए साल इंतिकाल कर गई
13:32वो हमेशे कहती थी
13:33के बेटा जब भी कुछ कहना हो
13:35मुझे पूर्ण कर लिया करना
13:38मैंने तब मजाग समझा
13:39अब हर रात उन्हें अपनी
13:41दिन बर की बाते सुनाता हो
13:43शायद वो कही सुन रही हो
13:45नुशीन के आंकों मैस हुआ जाते है
13:49इस दिन के बाद नुशीन अक्सर आदिल के दुकान पर आती है
13:52कभी मुबाइल खरीदने कभी सिम बदलवाने कभी यू हिब बात करती है
13:56हेलू विवर जादिल लाहूर के चोटी से गली में मुबाइल शाप चलाता है
14:01दिन बर वो गाको को मुबाइल बैचता है
14:04रेफेरिंग करता है और शाम होते ही
14:07दुकान बन करके अपने चोटी सी कमरे में वापस आ जाता है
14:11कोई दोस नहीं कोई पेमली नहीं बस एक पून है
14:14उसमें एक नमबर महफूस है जिस पर वो रज़ाना रात को काल करता है
14:19और पिर पून कान से लगा कर खामोची से बेटा रहता है
14:23ये नमबर कभी बन होता है कभी गंटी चिलते ही मगर कोई उटाता नहीं
14:29गिली वाले उसे जीब समझते है
14:31कोई कहता है ये पागल है किसी लड़की के इश्क में मारा गया
14:35कोई कहता है शायद कोई मर चुका है और वो बुला नहीं पा रहा
14:40एक दुकान पर एक नوجवान ललकी नोशीन आती है जिसके पून खराब होता है
14:45हादल बड़े अदब से उसके अपून टीक करता है
14:48और नोशीन को इसके ख़़ुश उखलाकी पसन आती है
14:52वो रोज तोड़ा तोड़ा बात किरती है अहस्ता नुशीन उसके दिल के बंद दर्वाजे पर दस तक देने लिखती है
14:59एक दिन नुशीन हिम्मत करके पूछती है आप रोज रात को एक नमबर पलकारल करते हैं क्यों आदिल एक तबील खामोशी के बात कहता है
15:07ये मेरी मा का नमबर है जो 55 साल इंतिकाल कर गई वो हमेशे कहती थी के बेटा जब भी कुछ कहना हो मुझे पून कर लिया करना
15:16मैंने तब मजाग समझा अब हर रात उन्हें अपनी दिन बर की बाते सुनाता हो शायद वो कही सुन रही हो
15:24नोशीन के आंकों मैसु आ जाते है इस दिन के बाद नोशीन अक्सर आदिल के दुकान पर आती है कभी मुबाइल खरीदने कभी सिम बदलवाने कभी यू ही बात करती है
15:35हेलو वीवर जादिल लाहूर के चोटी से गली में मुबाइल शाब चलाता है
15:40दिन बर वो गाको को मुबाइल बेचता है
15:43रिफेरिंग करता है और शाम होते ही
15:46दुकान बन करके अपने चोटी सी कमरे में वापस आजाता है
15:50कोई दोस नहीं कोई पैली नहीं बस एक कुर्ण है
15:53उसमें एक नमबर महभूस है जिस पर वो रज़णा रात को काल करता है
15:57और पिर कुर्ण कान से लगा कर खामुच इसे बेटा रहता है
16:01ये नमबर कभी बन होता है कभी गंटी चलते ही
16:06मगर कोई उताता नहीं
16:07गिली वाले उसे जीब समझते है
16:10कोई कहता है ये पागल है
16:11किसी लड़की के इश्क में मारा गया
16:13कोई कहता है
16:15शायद कोई मर चुका है
16:17और वो बुला नहीं पा रहा
16:19एक दिन दुकान पर एक नौजवान लड़की
16:21नौशीन आती है जिसके अपून खराब होता है
16:24आदिल बड़े अदब से उसके अपून टीक करता है
16:27और नौशीन को इसके खुश खलाकी पसनाती है
16:30वो रोस तोड़ा तोड़ा बात किरती है
16:32अहस्ता नौशीन उसके दिल के
16:34बंद दर्वाजे पर दस तक देने लिखती है
16:37एक दिन नौशीन हिम्मत करके पूचती है
16:40आप रोज रात को एक नमबर पलकारल करते है
16:43क्यों आदिल एक तबील खामोशी के बात कहता है
16:46ये मेरी मा का नमबर है
16:47जो पिज़ए साल इंतिकारल कर गई
16:49वो हमेशे कहती थी
16:50के बेटा जब भी कुछ कहना हो
16:52मुझे पून कर लिया करना
16:55मैंने तब मजाग समझा
16:56अब हर रात उन्हें अपने दिन बर की बाते सुनाता हो
17:00शायद वो कही सुन रही हो
17:02नौशीन के आंकों मैआस हुआ जाते है
17:06इस दिन के बाद नौशीन अक्सर आदिल के दुकान पर आती है
17:09कभी मुबाइल खरीदने
17:10कभी सिम बदलवाने
17:12कभी यू ही बात करती है
17:13हेलो वीवर्ज अदिल लाहूर के
17:16चोटी से गली में मुबाइल शाब चलाता है
17:19दिन बर वो गाखो को
17:20मुबायल बेचता है रिफेरिंग करता है और शाम होते ही दुकान बन करके अपने चोटी सी कमरे में वापस आ जाता है कोई दोस्ट नहीं कोई पेमली नहीं बस एक पून है उसमें एक नमबर महफूस है जिस पर वो रज़ाना रात को काल करता है और पिर पून कान से लगा कर
17:50लगी के अश्क में मारा गया कोई कहता है शायद कोई मर चुका है और वो बुला नहीं पर रहा एक दिन दुकान पर एक नौजवान लड़की नुशीन आती है जिसके अपून खराब होता है है दिल बड़े अदब से उसके अपून टीक करता है और नुशीन को इसके खु�
18:20करते हैं क्यों आदिल एक तबील खामोशी के बात कहता है ये मेरी मा का नंबर है जो 15 साल इंतिकाल कर गई वो हमेशे कहती थी के बेटा जब भी कुछ कहना हो मुझे पून कर लिया करना मैंने तब मजाग समझा अब हर रात उन्हें अपने दिन बर की बाते सुनाता हो शाय
18:50कि यू爆ात करती हैं
18:52हेलोविवर जादिल लाहूर के चोटी से गली में मुबायल शाब चलाता है दिन बर वो गाको को मुबायल बेचता है रेखेरिंग करता है और शाम होते ही दुकान बन करके अपने चोटी सी कमरे में वापस आजाता है
19:07कोई दोस्ट नहीं कोई पिमली नहीं बस ईक पूर है उसमें एक नमबर मुझार रौतो है और फिर कूर कांट से लगा करखा कर खामुची से बेटा रहता है
19:19ये नमबर कभी बन होता है कभी गंटी चलते ही मगर कोई उच्टाता नहीं गिली बाले उसे जीब समझते है
19:27कोई कहता है ये पागल है किसी लड़की के अश्क में मारा गया
19:31कोई कहता है शायद कोई मर चुका है और वो बुला नहीं पा रहा
19:36एक दिन दुकान पर एक नौजवान लड़की नौशीन आती है जिसके अपून खराब होता है
19:41हादिल बड़े अदब से उसके अपून टीक करता है और नौशीन को इसके खुश इखलाकी पसनाती है
19:48वो रोस तोड़ा तोड़ा बात करती है अहसे नौशीन उसके दिल के बंद दरवाजे पर दस तक देने लिखती है
19:54एक दिन नौशीन हिम्मत करके पूचती है आप रोस रात को एक नमबर पलकाल करते हैं क्यों आदिल एक तबील खामोशी के बात कहता है
20:03ये मेरी मा का नमबर है जो 50 साल इंतिकाल कर गई वो हमेशे कहती थी
20:08के बेटा जब भी कुछ कहना हो मुझे पून कर लिया करना
20:12मैंने तब मजाग समझा अब हर रात उन्हें अपनी दिन बर की बाते सुनाता हो शायद वो कहीं सुन रही हो
20:19नौशीन के आंकों मैस हुआ जाते है इस दिन के बाद नौशीन अक्सर आदिल के दुकान पर आती है
20:26कभी मुबाइल खरीदने कभी सिम बदल वाने कभी यू ही बात करती है
20:31हेलो वीवर जादिल लाहूर के एक चोटी से गली में मुबाइल शाब चलाता है
20:36जिन बर वो गाको को मुबाइल बेचता है
20:39रेफेरिंग करता है और शाम होते ही
20:42दुकान बन करके अपने चोटी सी कमरे में वापस आ जाता है
20:46कोई दोस्त नहीं कोई पेमली नहीं बस एक पून है
20:49उसमें एक नमबर महपूस है जिस पर वो रुजाना रात को काल करता है
20:53और फिर पून कान से लगा कर खामोची से बेटा रहता है
20:57ये नमबर कभी बन होता है कभी गन्टी चिलते ही मगर कोई उटाता नहीं
21:03गिली वाले उसे जीब समझते है
21:06कोई कहता है ये पागल है किसी लड़की के इश्क में मारा गया
21:09कोई कहता है शायद कोई मर चुका है और वो बुला नहीं पा रहा
21:15एक दिन दुकान पर एक नौजवान लिलकी नौशीन आती है जिसके अपून खराब होता है
21:20हादिल बड़े अदब से उसके अपून टीक करता है
21:23और नौशीन को इसके खुश खलाकी पसनाती है
21:26वो रोज तोड़ा तोड़ा बात करती है
21:28अहस्त अहस्त नुशीन उसके दिल के बंद दर्वाजे पर दस तक देने लिखती है
21:33एक दिन नुशीन हिम्मत करके पूचती है
21:36आप रोज रात को एक नमबर पलकारल करते हैं क्यूँ
21:39आदिल एक तबील खामोशी के बात कहता है
21:42ये मेरी मा का नमबर है जो 50 साल इंतिकाल कर गई
21:45वो हमेशे कहती थी के बेटा जब भी कुछ कहना हो मुझे पूर्ण कर लिया करना
21:51मैंने तब मजाग समझा अब हर रात उन्हें अपनी दिन बर की बाते सुनाता हो
21:56शायद वो कही सुन रही हो
21:58नोशीन के आंकों मैस हुआ जाते है
22:02इस दिन के बाद नोशीन अक्सर आदिल के दुकान पर आती है
22:05कभी मुबाइल खरीदने कभी सिम बदलवाने कभी यू ही बात करती है
22:09हेलो वीवर्ज आदिल लाहूर के चोटी से गली में मुबाइल शाब चलाता है
22:14जिन पर वो गाको को मुबाइल बेचता है
22:18रिफेरिंग करता है और शाम होते ही
22:20दुकान बन करके अपने चोटी सी कमरे में वापस आ जाता है
22:24कोई दोस्त नहीं कोई पेमली नहीं बस एक पून है
22:28उसमें एक नमबर महपूस है जिस पर वो रज़ाना रात को काल करता है
22:32और फिर पून कान से लगा कर खामोची से बेटा रहता है
22:36ये नमबर कभी बन होता है कभी गंटी चिलते ही मगर कोई उटाता नहीं
22:42गिली बाले उसे जीब समझते हैं
22:44कोई कहता है ये पागल है किसी लड़की के इशक में मारा गया
22:48कोई कहता है शायद कोई मर चुका है और वो बुला नहीं पा रहा
22:53एक दिन दुकान पर एक नौजवान लड़की नुशीन आती है जिसके अपून खराब होता है
22:59आदिल बड़े अदब से उसके अपून टीक करता है और नौशीन को इसके खुश इखलाकी पसनाती है
23:05वो रोस तोड़ा तोड़ा बात करती है अहसे नौशीन उसके दिल के बंद दरवाजे पर दस तक देने लिगती है
23:12एक दिन नौशीन हिम्मत करके पूचती है आप रोज रात को एक नमबर पलकाल करते हैं क्यूँ आदिल एक तबील खामोशी के बात कहता है
23:20ये मेरी मा का नमबर है जो 50 साल इंतिकाल कर गई वो हमेशे कहती थी
23:25के बेटा जब भी कुछ कहना हो मुझे पून कर लिया करना
23:29मैंने तब मजाग समझा अब हर रात उन्हें अपनी दिन बर की बाते सुनाता हो
23:35शायदो कही सुन रही हो
23:37नौशीन के आंकों मैस हुआ जाते है
23:41यस दिन के बाद नौशीनकसर आदिल के दुकान पर आती है
23:44कभी मुबाइल खरीदने कभी सिम बदल वाने
23:46कभी यूँ ही बात करती है
23:48हेलو वीवर्ज आदिल लाहूर के चोटी से गिली में मुबाइल शाप चलाता है
23:53जिन पर वो गाको को मुबाइल बेचता है
23:56रिफेरिंग करता है और शाम होते ही
23:59दुकान बन करके अपने चोटी सी कमरे में वापस आ जाता है
24:03कोई दोस्त नहीं कोई पेमली नहीं बस एक पून है
24:06उसमें एक नमबर महफूस है जिस पर वो रज़ाना रात को काल करता है
24:11और पिर पून कान से लगा कर खामोची से बेटा रहता है
24:14ये नमबर कभी बन होता है कभी गंटी चिलते ही मगर कोई उटाता नहीं
24:21गिली बाले उसे जीब समझते हैं
24:23कोई कहता है ये पागल है किसी लड़की के इशक में मारा गया
24:27कोई कहता है शायद कोई मर चुका है और वो बुला नहीं पा रहा
24:32एक दिन दुकान पर एक नौजवान लड़की नुशीन आती है जिसके अपून खराब होता है
24:37हादिल बड़े अदब से उसके अपून टीक करता है
24:40और नौशीन को इसके खुश इखलाकी पसनाती है
24:44वो रोज तोड़ा तोड़ा बात करती है
24:46अहसे नौशीन उसके दिल के बंद दरवाजे पर दस तक देने लगती है
24:50एक दिन नौशीन हिम्मत करके पूचती है
24:53आप रोज रात को एक नमबर पलकाल करते हैं क्यूँ
24:56आदिल एक तबील खामोशी के बात कहता है
24:59ये मेरी मा का नमबर है जो 15 साल इंतिकाल कर गई
25:02वो हमेशे कहती थी
25:04के बेटा जब भी कुछ कहना हो
25:06मुझे पून कर लिया करना
25:08मैंने तब मजाग समझा
25:10अब हर रात उन्हें अपने दिन बर की बाते सुनाता हो
25:14शायद वो कहीं सुन रही हो
25:15नौशीन के आंकों मैं आसु आ जाते है
25:19इस दिन के बाद नौशीनकसर आदिल के दुकान पर आती है
25:22कभी मुबाइल खरीदने
25:24कभी सिम बदलवाने
25:25कभी यू ही बात करती है
25:26हेलू वीवर्जादी लाहूर के चोटी से गली में
25:30मुबाइल शाप चलाता है
25:32दिन पर वो
25:33गाको को मुबाइल बेचता है
25:35रिफेरिंग करता है और शाम होते ही
25:38दुकान बन करके
25:39अपने चोटी सी कमरे में वापस आ जाता है
25:42कोई दोस्ट नहीं
25:43कोई पेमली नहीं बस एक पून है
25:45उसमें एक नमबर महपूस है
25:47जिस पर वो रोजाना रात को काल करता है
25:49और पिर पून कान से लगाकर
25:51खामोची से बेटा रहता है
25:53ये नमबर कभी बन होता है
25:55कभी गंटी चलते ही
25:57मगर कोई उटाता नहीं
25:59गिली बाले उसे जीब समझते है
26:01कोई कहता है ये पागल है
26:03किसी लड़की के इश्क में मारा गया
26:05कोई कहता है
26:06शायद कोई मर चुका है
26:09और वो बुला नहीं पा रहा
26:11एक दिन दुकान पर एक नوجवान
26:13ललकी नुशीन आती है
26:14जिसके अपून खराब होता है
26:16है दिन बड़े अदब से उसके अपून टीक करता है
26:19और नुशीन को इसके खुश इखलाकी
26:21पसन आती है
26:22वो रोज तोड़ा तोड़ा बात करती है
26:24अहिस नुशीन उसके दिल के
26:26बंद दर्वाजे पर दस तक देने लिखती है
26:29एक दिन नुशीन हिम्मत करके पूछती है
26:31आप रोज रात को एक नमबर पलकारल करते है
26:34क्यों आदिल एक तबील खामोशी के बात कहता है
26:37ये मेरी मा का नमबर है
26:39जो 50 साल इंतिकाल कर गई
26:41वो हमेशे कहती थी
26:42के बेटा जब भी कुछ कहना हो
26:44मुझे पून कर लिया करना
26:47मैंने तब मजाग समझा
26:48अब हर रात उन्हें अपनी दिन बर की बाते सुनाता हो
26:52शायद वो कही सुन रही हो
26:54नोशीन के आंकों मैस हो आ जाते है
26:58इस दिन के बाद नोशीन अक्सर आदिल के दुकान पर आती है
27:01कभी मुबाइल खरीदने
27:02कभी सिम बदलवाने
27:04कभी यू ही बात करती है
27:05हेलो वीवर्ज आदिल लाहोर के
27:08चोटी से गली में मुबाइल शाप चलाता है
27:10दिन बर वो गाको को मुबाइल बेचता है
27:14रिफेरिंग करता है और शाम होते ही
27:16दुकान बन करके अपने चोटी सी कमरे में वापस आ जाता है
27:20कोई दोस नहीं कोई पेमली नहीं बस एक पून है
27:24उसमें एक नमबर महपूस है
27:26जिस पर वो रज़ाना रात को काल करता है
27:28और फिर पून कान से लगा कर खामोची से बेटा रहता है
27:32ये नमबर कभी बन होता है
27:34कभी गंटी अचिलते ही
27:36मगर कोई उटाता नहीं
27:38गिली वाले उसे जीब समझते है
27:40कोई कहता है ये पागल है
27:42किसी लड़की के इश्क में मारा गया
27:44कोई कहता है
27:45शायद कोई मर चुका है
27:47और वो बुला नहीं पा रहा
27:49एक दिन दुकान पर एक नوجवान लड़की
27:52नुशीन आती है जिसके अपून
27:54खराब होता है
27:54है दिल बड़े अदब से उसके अपून टीक करता है
27:57और नुशीन को इसके खुश खलागी पसनाती है
28:01वो रोज तोड़ा तोड़ा बात करती है
28:03नुशीन उसके दिल के बंद धर से पर दस तक देने लिखती है
28:08एक दिन नुशीन हिम्ट करके पूछती है
28:10आप रोज रात को एक नमबर पलकार्म करता है
28:13क्यों आदिल एक तबील खामोशी के बात कहता है
28:16ये मेरी मा का नंबर है जो पिज़े साल इंतिकाल कर गई
28:20वो हमेशे कहती थी के बेटा जब भी कुछ कहना हो
28:23मुझे पून कर लिया करना
28:25मैंने तब मजाग समझा
28:27अब हर रात उन्हें अपने दिन बर की बाते सुनाता हो
28:31शायद वो कहीं सुन रही हो
28:33नोशीन के आंकों मैस हुआ जाते है
28:36इस दिन के बाद नोशीन अक्सर आदिल के दुकान पर आती है
28:40कभी मुबाइल खरीदने कभी सिम बदलवाने कभी यू ही बात करती है
28:44हेलो वीवर जादिल लाहूर के चोटी से गली में मुबाइल शाब चलाता है
28:49दिन पर वो गाको को मुबाइल बेचता है
28:52रिफेरिंग करता है और शाम होते ही
28:55दुकान बन करके अपने चोटी सी कमरे में वापस आ जाता है
28:59कोई दोस नहीं कोई प könnte नहीं बस एक पून है
29:02उस में एक नंबर मह�χूर से जिस पर वो रजानारात को करता है
29:06और फिर पून कान से लगाकर खामूची से बेटा रहता है
29:10यह नंबर कभी बन होता है कभी गंटी अचिलते ही
29:15मगर कोई उताता नहीं
29:16गिली वाले उसे जीब समझते है
29:19कोई कहता है ये पागल है
29:20किसी लड़की के इश्क में मारा गया
29:23कोई कहता है
29:24शायद कोई मर चुका है
29:26और वो बुला नहीं पा रहा
29:28एक दिन दुकान पर एक नौजवान लड़की
29:31नौशीन आती है जिसके अपून
29:32खराब होता है अधिल बड़े अदब
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29:36और नौशीन को इसके खुश इखलाकी
29:39पसनाती है वो रोस तोड़ा-तोड़ा
29:41बात करती है अहस्त नौशीन
29:43उसके दिल के बंद धर्वाज़े
29:45पर दस तक देने लिखती है
29:46एक दिन नुशीन हिम्मत करके पूचती है
29:49आप रोज रात को एक नमबर पलकाल करते हैं क्यूँ
29:52आदिल एक तबील खामोशी के बात कहता है
29:55ये मेरी मा का नमबर है
29:56जो पिज़्दी साल इंतिकाल कर गई
29:58वो हमेशे कहती थी
29:59के बेटा जब भी कुछ कहना हो
30:02मुझे पून कर लिया करना
30:04मैंने तब मजाग समझा
30:06अब हर रात उन्हें अपनी दिन बर की बाते सुनाता हो
30:09शायद वो कही सुन रही हो
30:11नुशीन के आंकों मैसु आ जाते है
30:15इस दिन गण नुशीन अक्सर आदिल के दुकान पराती है
30:18कभी मुबाईल खरीदने
30:19कभी सिम्ब बदल वाने
30:21कभी यू ही बात करती है
30:22हेलो वीवर्ज और जादिल लाहूर के
30:25चोटी से गिली में मुबाईल शाप चलाता है
30:28दिन बर वो गाको को मुबाइल बेचता है
30:31रिफेरिंग करता है और शाम होते ही
30:34दुकान बन करके अपने चोटी सी कमरे में वापस आ जाता है
30:38कोई दोस नहीं कोई पेमली नहीं बस एक कुन है
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30:49ये नमबर कभी बन होता है कभी गंटी चिलते ही मगर कोई उटाता नहीं
30:55गिली बाले उसे जीब समझते हैं कोई कहता है ये पागल है किसी लड़की के इश्क में मारा गया
31:01कोई कहता है शायद कोई मर चुका है और वो बुला नहीं पा रहा
31:07एक दिन दुकान पर एक नوجवान ललकी नुशीन आती है जिसके अपून खराब होता है
31:12है दिन बड़े अदब से उसके अपून टीक करता है और नुशीन को इसके खुश इखलाकी पसनाती है
31:18वो रोज तोड़ा तोड़ा बात किरती है अहस्ता नुशीन उसके दिल के बंद दर्वाजे पर दस तक देने लिखती है
31:25एक दिन नुशीन हिम्मत करके पूछती है आप रोज रात को एक नमबर पलकारल करते हैं क्योँ आदिल एक तबील खामोशी के बात कहता है
31:33ये मेरी मा का नमबर है जो 50 साल इंतिकाल कर गई वो हमेशे कहती थी
31:38के बेटा जब भी कुछ कहना हो मुझे पून कर लिया करना
31:42मैंने तब मजाग समझा अब हर रात उन्हें अपने दिन बर की बाते सुनाता हो शायद वो कहीं सुन रही हो
31:50नोशीन के आंग को मैं आस हुआ जाते है इस दिन के बाद नोशीन अक्सर आदिल के दुकान पर आती है कभी मुबाइल खरीदने कभी सिम बदलवाने कभी यू ही बात करती है
32:01हेलो वीवर जादिल लाहोर के एक चोटी से गली में मुबाइल शाब चलाता है
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