Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 2 days ago
Sher​ #DanishTaimoor​ #SarahKhan​ #PakistaniDrama​​ #DramaSerial​ #NewDrama2025​ #FamilyFeud​ #LoveStory​ #RomanticDrama​ #ZanjabeelAsim​ #AehsunTalish​ #SherZaman​ #Fajar​ #pakistanitvdrama​#parwarish​
#ainaasif​ #samarjafri​ #naumaanijaz​ #saveranadeem​#arydigital​ #pakistanidrama​#RaazEDil#DramaReview#PakistaniDrama#RomanticMystey#IshqEMann#DramaReview#PakistaniDrama#RomanticDrama#PakistaniDrama #PakistaniNewDrama #LatestPakistaniDrama #FirstEpisode #Drama2025

Category

🗞
News
Transcript
00:00अगर हसास नौजवान जो अपने वालिद के कारूबार से दूर रह कर खुद कुछ बनाना चाहता है
00:05सारा एक मतवस्थ गराने के बाहिमत लड़की जो अपने ख्वाबों और खानदान के दर्मयान तबाजन रिखती है
00:12सारा एक कालेज में सकालर्शीप पर पढ़नी वाली तालबा है जो अपने बाप के चोटे कारूबार में हाथ हटाती है
00:19और साथ साथ अपने खुआबों को पूरा करने के लिए अन तक मेहनत करती है
00:26बासीत जो एक दोलत मन खरानदान से तालुक रखता है इसी कालेज में दाखिल होता है
00:31मगर वो चाहता है कि लोग उसे इसके बाप के नाम से नहीं उसके अपने काम से पहचाने
00:38दोनें कि पहले मुलागाथ एक डिपिट मॉकाले में होता है
00:42और वो एक दूसे के मुखालिब होते है
00:45सारा सचाई की तरफ दारी करती है
00:47जब कर बासित मौका परस्ती का दिपा करता है
00:51वीवर्ज इन दूरे के तालुक के शुरुआत किस तरह होती है
00:56तो बासु मुबाहिसे के बात एक एसालम हा आता है
00:59जब बासित सारा के एक परिशानी में मदल करता है
01:02और वहां से दोनों का रिश्टा एक अजीब खामोशी में जुडने लगता है
01:06बासित सारा के खुदारी से मतासिर होता है
01:09जब के सारा को बासित की चुप हुए नर्मी और खलूस चूजाता है
01:13बासित के वालिद मुर्शिद इंडस्ट्रीस के मालिक सारा को निच तब के की लड़की समझ करें के रिष्टे के खिलाब होते है
01:21सारा का बाई क्यों लगता है कि बासित जैसे लोग सिर्फ दिल लगी करते है
01:25और वो अपने बेहन के हिपाज़त के लिए सखत रवी खियार करता है
01:29बासित को कमनी संबालने के लिए वापस जाना पड़ता है
01:32और वो सारा से वादा करता है कि जब सब कुछ टीक हो जाएगा वो लोट आएगा
01:38दो साल गुदर जाने के बाद सारा अब एक खुद मुखतार टीचर और राइटर बन चुकी है
01:45मगर वो अब भी रोज बासित की दी हुई खाली डायरी को देखती है
01:49जिसने जाते वक्त दीती ये कहकर इसमें हर वो बात लिकना जो तुम मुझ से कहना चाहो
01:56मैं लोटकर पढ़ूंगा
01:57एक रोज सारा लाइबरीरी में लेक्चर दे रही होती है
02:02और दर्वाजे पर एक शखक्ष कड़ा होता है बासित
02:05वो हाथ में वही डायरी तामे कहता है
02:08मैं हर लबस पढ़ने आया हो
02:09और अब वो अपनी बात लिकने आया हो
02:12दुनों के आँकों मैं आस वा होते है
02:14मगर लब उपर खामोश हो

Recommended