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Part- 01 मानव भूगोल (प्रकृति एवं विषय क्षेत्र) (GEO--मानव भूगोल के मूल सिद्धांत--1--मानव भूगोल के मूल सिद्धांत )
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00:00अश्कार, राम राम, रादे रादे
00:02तोस्तों आज हम रारम करने जा रहे हैं
00:05C.E.V.T की क्लासें जैसा कि आप सभी जानते हैं
00:08और आज हमारा जो पहला टोपिक है
00:10वो है मानवभोल प्रक्रतियम विशेशिक्त
00:14तो आज की टोपिक का नाम देखते हैं
00:17तो नाम क्या है जैसा कि आप जानते हैं
00:19तो हमने यहां पर बात की हैं
00:20मानवभोल प्रक्रतियम विशेशिक्त
00:27प्रक्रतियम विशेशिक्त
00:37यानि मानवभोल के अंदर हमें क्या पढ़ना है
00:39थोड़ा सामें सबसे पहले देखना है
00:41यही चीच
00:42सबसे पहले हम यही देखना है पहले तो हम भूगोल के बारे में दीखें एक इ Anders वेदा एक बैसमें को खाइन करते हैं isके लिए दोस्तों आप जानते in inglés May आ एक शब्द का इस्ते है जिल 2
00:57कोई जनक और है इस पर का बुगोल की कितने शाखाएं होती है या बुगोल की परिवाशा वगरा सभी देखने वाले हैं तो सबसे पहले हम परिवाशा देखने वाले हैं फिर दोस्तों इसके लिए इसमें जो वर्ड इस्तमाल किया जाता है जो ग्रोफी इसका अर्थ क्या हो
01:27और ये सारी चीजिए पिर बात आती है दोस्तों, अगर मानवीय वगोल के अंदर मानवीय वगोल प्टते हैं तो मानवीय वगोल में विदवान हैं वह सारी वगोल बेता हुएं
01:47पड़ियों को परिभाशा दिये जईसे रेट रेटर रेट जेल अलग में जब शॉए से पहंदों बातरा अब से
02:16अगर हमें पता होगा, तो मेरे इसाब से बहुती बढ़िया होगा, ये भुगोल क्या है दोस्तों, तो एक चीज का ध्यान रखिए, भुगोल के लिए एक परिवाशा काम में ली जाती है, और वो है पृत्वी पर दोस्तों, जितने भी विभिन, भुवा करती हैं, पृत्व
02:46उन सभी के अगर बात के अंतर समंदों, जहां रखिए हम मैं बात कर रहा हूँ, कि हमारी पृत्वी पर दोस्तों, विभिन, भुवा करती हैं, उनका शेत्रिय वित्रण, अंतर समंदों, मानविय क्रिया कलापों का अध्यन करना, यानि दोस्तों कहने का मतलब यह है, हमारी
03:16पृत्वी पर विभिन, भुवा करती हैं, कॉमा, उनका शेत्रिय वित्रण, कॉमा, हम कहेंगे कि मतता मानविय क्रियाओं का भी अध्यन करना, ये सारा क्या है दोस्तों, भृत्वी के अंतर गता है, तो समसे पहले हमें परिवाशा ध्यान रखने हैं, कि भृत्वी क्या कह
03:46परित्वी की भृत्वी की वेभिन भुवा करती हैं, वेभिन भुवा करती हैं, नहां कि अनके शेत्रिय वित्रण,
04:13तथा मानविय क्रिया कलाफों का अध्यन किया जाता है
04:21का अध्यन किया जाता है
04:38तो सबसे पहले हमें इसी बात का पता होना चाहिए
04:41ये बात हमने अच्छे रूप से देख ली है
04:44किन किन के चीज़ों का जाना चाहिए
04:45हमने देखा बुगोल में दोस्तों क्या पढ़ते हैं
04:48तो हम कहेंगे इस बुगोल में पिर्ट्वी कि उपर भुगोल सारी
04:50प्रवा करती हैं परवत हैं प्रवत हैं पठार हैं
04:52तो तमाम मानवी करिया कलापों का अध्यन किया जाता है यह बात आपको ध्यानक नहीं है
05:22अब इसके लालाब इसकी बात करें दोस्तों तो ध्यानक नहीं जो घूर्फी
05:39जियो का मतलब क्का मतलब क्या होता है
05:42हम बहुतें जियो ग्र gefी लेकिने नों को अलग लग तोड़ देंगे तो यह बनागा जियो ग्राफू
05:46तो ये बात आप सभी कुछी रूप से ध्यान अपनी है
05:48तो हम यहाँ पर क्या कहेंगे दोस्तो
05:50कि भुगोल शब्द के लिए एक शब्द का इस्तमाल हम करते हैं
05:54आप सभी जानते हैं
05:55क्या कहेंगे दोस्तो
05:56कि भुगौन शब्द के लिए एक शब्द का इस्तिमाल करते हैं
06:13यह कैसी भाषआ का SHBD है
06:15हम लिखेंए यह गृक भाष बहुण का मतलब क्या है युनानी भाषा का
06:20कैसी भाषा से समंद्द कर बात कर रहा हूँ मैं
06:23युनानी भाषा की बात कर रहा हूँ
06:26तो ध्यान विखेगा यह एक ग्रिक भाषा का शब्द है
06:28सबसे पहली बात
06:29इस शब्द को अगर दो भागों में तोड़ दिया जाए
06:32या सबसे पहले हम कहें
06:33इस शब्द को देने वाला व्यक्ति कौन था
06:35तो हम कहेंगे दोस्तो इस व्यक्ति को
06:38यानि कि इस शब्द को सबसे पहले इस शब्द का जनक किसे कहा जाता है
06:41इस बात का हमें अच्छे रुप से पता होना ची
06:43इस शब्द को सबसे पहले किसे ने दिया था
06:45तो हम कहेंगे दोस्तो इस शब्द का जनक कौन है
06:49तो irien zur��اش है
06:51कौन हैं दोस्तो हम कहएं
06:52irien zur SKT
06:53कौन हैं दोस्तो
06:56irien zur SKT
06:57तो ये बात भी आप सभी को ध्यानक नहीं
06:59इस शब्ढ़ का जनक कौन है
07:00i START
07:01अब बात आती है
07:02जो आप जियोग्राफी सब्ढ़ करर रहे हैं
07:05इसका अर्थ क्या होता
07:06तो इसे हम दोस्तों दो भागों में तोड़ लिते हैं
07:09एक शब्द तो आपके सामने आ रहा है जियो
07:11ठीक है और एक आ रहा है दोस्तों ग्राफो
07:14ठीक है ये शब्द आ रहा है जियो और ग्राफो
07:23अब सबसे पहली बात आती है जियो शब्द का मतलब क्या है
07:26और grapho शब्द का मतलब क्या है
07:28अगर इन दोनों शब्दों को जोड़ दें दोस्तों
07:30Gio plus grapho चलो मैं बराबर ये लिख लेता
07:32Gio plus grapho
07:34इन दोनों को जोड़ दें
07:40इनका अर्थ क्या होता है
07:41तो हम कहेंगे इस शब्द का मतलब होता है
07:42प्रित्वी का वर्णन करना
07:44तो ये बात आप सभी को यहां पर अच्छी रूप से ध्यान अकनी है
07:55सबसे पहले हमने इसके बारे में देखा है
07:57देखे बुगोल में हम प्रीज चीज का दिन करते हैं
08:00हम कहेंगे बुगोल में प्रित्वी की विविन भुवा करतियों का
08:02उनके शेत्रिय वित्रण का वित्रण तथा ध्यान रखेगा यहां पर एक बात ध्यान रखेगा तथा मानुवियक किरिया कलापों का अध्यन किया जाता है
08:13फिर हमने देखा कि भुगोल के लिए शब्द, जिवोग्राफी शब्द कर एसकिमाल करते हैं, ग्रिक भाषचा का शब्द है, युनानी भाषचा का शब्द है, यह शब्द देने वाले विक्त्ली को थे-अरैंट उस्तनिस थे, अब आपके इमर में घिरेंट उस्तनिस घ्र
08:43परसन पूचा जा सकता है तो यह आपको ध्यान रखना है एक बार आप नोट कर लिजिएगा फिर दोस्तों हम आगे बढ़ने वाले हैं
08:48नोट कर भी लिए होगा आईए आगे बढ़ते हैं तो अब आपसे पूचा जागा बताओ भूगोल की शाखाईं कितनी हैं आपसे क्या पूचा जा सकता है आपसे पूचा जा सकता है भूगोल की शाखाईं वोगोल की शाखाईं से परसन मत सहता है भूगोल की शाखाईं तो
09:18अधार पर इनी बाता गया है यह भी हम अच्छे रूप से पता होना आजी तो आप ज़ानकना है
09:26हम कहेंगे जहाने को सब बाता गया है hanova
09:46को से हैं दोबर लोसनों सबसे पहले देखेंगा Of सबसे पहले हम बात कर लेते हैं एक टो होता है तो कौन सा होता है फोतिक गुगोल होता कि वह होता
10:14ब्धोर्ट में दोस्तों किस चीस का आधियन किया जयता है तो आप आप
10:21सब्हें कहींगे दोस्तों इसके अंदर हम जंशं시면 का जिया किरेंगे 500 इन संख्या तो
10:29करने है प्रयावन का औियान करना है सूर्वन का इन करना है परवत पठार
10:34पर्वत का पठार का जीव जंत्वों का प्रयावरण का गुनस्पति का जोर मंडल का या वहीयू मंडल की सरचना का यह सारी जिए जिए जाता है तो परवत-ठार सारी क्या है
10:53करतियां हैं तो हम कहेंगे दोस्तों इसके अंदर स्थला करती का
11:00कि स्थला करती जलवायू कि स्थला करती जलवायू कि स्थला करती जलवायू
11:10कि स्थला करती जलवायू और इसके लावा गर बात करें स्थला करती जलवायू हम कहेंगे परियावरण
11:16हम बात करेंगे दोस्तों सोर मंडल
11:21वनस्पती
11:27वन्य जीव
11:32वायू मंडल का संगठन
11:38वायू मंडल का संगठन
11:43आदि
11:46इन सभी का ध्यान के जो अध्यान होता है
11:50वो किसमे किया जाता है भूतिक भूल में किया जाता है
11:52इन सभी का दिन किसमे करते हैं हम तो इन सभी का जो अध्यान किसमे किया जाता है
11:56तो हम कहीं इन सभी का ध्यान है भूतिक भूल में किया जाता है
11:59तो मानवी अब गोल में किसका दिन होता, जैसे कि जनसंक्या है, जैसे कि मानव है, और मानव का प्रियावरण की बीच क्या समझ है, जैसे कि हम बोल सकते हैं, जैसे जनसंक्या का दिन कर रहे हैं, हम उनके दोस्तों गहे का, ग्राम का, नगर का, मानवी एक किरिया कलाप है, य
12:29कि इसके अंदर मानव वय प्रयावरण के मानव वय प्रयावरण के बीच के अंतर समंधों का ध्या नकिएगा अंतर
12:48अंतर समंधों का फिर हम बात करेंगे जन संख्या का ग्रह का ग्राम का नगर का व्यावसाय का प्रिवहन का
13:18कि अधिक अधिन किया जारता है तो आप सभी को यहां पर ध्यान अखना है बुगोल की टोटल कितने शाकाई है तो बुगोल को बुगोलिक तत्यों के अधार पर दो शाकाओं में बाटा गये भूतिव और मानव वय प्रयावरण के बीच में क्या समंध है फिर जैसे कि दोस्
13:48जैसे वैवसाइब ब्रिवन आधिक आधिन किया जाता है यह बात आप सभी को यहां पर ध्यान अखने होगी तो आगे बढ़े दोस्तों यहां तक आपने नोट कर रहे हैं उसासा आनन से नोट करते जाएं और ध्यान से सुनते जाएं बिलकुल तो आईए दोस्तों आगे �
14:18जोगरफी शब्द के बारे में हमने यह देखा कि यह शब्द सबसे पहले इन इंटो स्रेज ने दिया है यह शब्द का जनक को नहीं यह है लेकिन प्रिक्षा में कई बार यह पूछ लिया जाता है कि बताओ बुगोल का जनक कोन है तो आपको यह भी ध्यान अखना होगा �
14:48जनक हिकेटियस को कहा जाता है किसे कहा जाता है तो आप सभी को यहां पर ध्यान अखना है दोस्तों भुगोल का जनक हिकेटियस को कहा जाता है यह आपको ध्यान अब आगे बढ़ते हैं मानव भुगोल के बारे में बात करते हैं यहां तक आपने देख लिया है आई आगे
15:18इसका अधियन कब प्रारम हुआ
15:21तो आप सभी को बड़े अच्छे रूप से ध्यान अक्ना है
15:231859 की मैं बात करा हूँ
15:24किसकी दोस्तो 1859 यानि की 19 वी श्ताब्दी की बात करा हूँ
15:2719 वी श्ताब्दी में दोस्तो एक बहुत बड़े विद्वान हुए
15:30जिनका नाम की चाल्स डार्वीन की मैं बात करा हूँ
15:32जीव भी जूए नहीं हुए हैं
15:36उनके दो आएक पॉस्तक लिखी गई थी दोस्तो
15:38ओरिजन अफ स्पिसेज
15:40जीवों की उत्पत्ती से समध्यत एक पॉस्तक लिखी गई थी
15:42और ध्यान अक्या है
15:44यह पुस्तक 1859 के अंदर प्रकाशित हो जाती है।
15:47इस पुस्तक में दोस्तों सपस रूप से क्या गए?
15:49इसी पुस्तक के अंदर पहली बार दोस्तों मानवगोल का अध्यन प्रारब हुआ था।
15:52यानि कि इनकी जो पुस्तक प्रकाशित हुई इसके बाद में ही मानवगोल का अध्यन दोस्तों क्या हुआ था प्रारब हुआ था।
15:59यानि जिवेव के उत्पति कैसी हुई है, जीव कैसा रहता है. इसके बारे में सारी जानकर इसमें दी गए थी।
16:06वहीं ने कहीं चार्स डार्विन की जब यह पुस्तक परकाशित हो गई तो लोगों के जैसे बजार में बजाद मार्केट में पुस्तक पुँची लोगों ने इस पुस्तक को पढ़ा तो बहुत सारे गोल विद्वानों को दोस्तों ने प्रभावित किया कि जीव के उत्पत
16:36कार्स डार्विन उनकी पुस्तक आई थी जिसका नाम का आप जानते ओरिजन ऑफ स्पीसिज जीव के उत्पति यह 1859 में प्रकाशित होती इसी के बाद दोस्तों मानव भुगल का अधियन प्रारम कर दिया तो इस पुस्तक में सपस्टूप से कहा गया था कि मान लीजे को�
17:06सब्सक्राइब करते हैं तो मानव भुगल का अधियन कब अपरारम गवा आई यह बात करते हैं तो हम कहेंगे दोस्तों
17:34कि उन्निश्वी स्टाब्दी में ध्यान रखेगा हम कहेंगे उन्निश्वी स्टाब्दी में चाल्स डार्विन चाल्स डार्विन ने
17:52आप जानते हैं जीवों की उत्पत्ति
17:59जीवों की उत्पत्ति पुस्तक को लिखा
18:08पुस्तक को लिखा पुस्तक को लिखा
18:17आप जानती इसे ओरिजन ओफ स्पेसिस भी कहा जाता है ओरिजन ओफ स्पेसिस तो उन्निश्वी स्टाब्दी में चाल्स डार्विन
18:24जीवों की उत्पत्ति पुस्तक को लिखा ठीक है इसके बाद हम बात करें इस पुस्तक का प्रकाशन
18:33इस पुस्तक का प्रकाशन 1859 में हुआ कब हुआ 1859 में हुआ
18:49इस पुस्तक का प्रकाशन कब हुआ है तो हम कहेंगे इस पुस्तक का प्रकाशन 1859 में हुआ
18:54इस पुस्तक के बाद, इस पुस्तक के बाद, हम बात करेंगे, ठीक है, इस पुस्तक के बाद, मानव गोल का अध्यन प्रारब हुआ,
19:10ही которой
19:16कि अध्यन प्रारम स्टनिय क्या थन्तक महता है तो पुननीर क्या कोड़ एक प्रारम हुआ
19:34क्यों परारम हुआ क्योंकि चार्ज रालम ने एक पुस्तक लिखी ती जियों कितपती जिसे ओरीजन आउस पेसिस कहा जाता है इस पुस्तक में दोस्तों बहुत सारी बाते लिखेगी ती उसी को देखकर उस पुस्तक को पढ़कर जो विद्वान थे जी विग्यानित उनके म
20:04जो जीव अपने आपको जो जीव अपने आपको प्रयावरण के अनुसार जो जीव अपने आपको प्रयावरण के अनुसार ढाल लेगा
20:28वह संतान उत्पत्ति करेगा यानि जीवित रहेगा तो संतान भी प्राइदा करेगा उत्पत्ति करेगा संतान की लेकिन
20:45जो जेव प्रयावरण के अनुकोल
20:55अपने आपको ढालने में ऐसमर्थ रहेगा
21:09अपने आपको ढालने में ऐसमर्थ रहेगा
21:25वह नस्ट होगा वह क्या होगा नस्ट होगा तो यह बात लिखी गए थी ओरिजन ऑप स्पेशिज जीवों की उत्पत्ति पुस्तक में और किसने लिखी है चाल्सदारवी में यानि कि मानव कुल मिलाकर हम यह कह सकते हैं दोस्तों कि मानव गोल का अधिन का प्रारम होगा उन
21:55अब दोस्तों हम बात करते हैं एक व्यक्ति हैं फ्रेडरिक रेटजल उनके बारे में बात करने एक बारे इसे नोट कर लेजेगा फिर हम आगे बढ़ेंगे
22:01जी आईए आगे बढ़ते हैं अभी हम बात करने वाले हैं फ्रेडरिक रेटजल के बारे में
22:15इनके बारे में बात करें
22:26अब इन्होंने क्या कहा है उनके बारे में सारी बात बताने वाला है
22:30इन्होंने दोस्तों ये बात सबस्तोर पर कही है
22:33इन्होंने कहा है कि मानव को जिवित रहने के लिए प्रकृति का सहयोग लेना अवश्चक है
22:39जरूरी है
22:40ये बात दोस्तों किस पुस्तक में लिखते हैं तो आप सभी को पता है एंथ्रोपो जिओग्राफिया पुस्तक में इन्हों ने ये बात लिखी थी और इन्हों ने इस पुस्तक में दोस्तों जो मानविया पक्ष हैं उन पर बहुत ज़दा बल भी दिया था इसलिए फ्रेड
23:10इन्होंने अपनी पुस्तक में, इन्होंने अपनी पुस्तक एन्थ्रोपो जोग्राफिया में कहा है कि
23:31मानव को जीवित रहने के लिए प्रकृती से सहयोग लेना आवश्यक है
24:01क्या लेना आवश्यक है प्रकृती से दोस्तों ध्यान रखिये सहयोग प्राप्त करना आवश्यक है
24:08सहयोग प्राप्त करना आवश्यक है
24:13यह बात इन्होंने अपने पुस्तक में लिखी थी
24:16इनकी पुस्तक का नाम क्या है
24:18तो आप देख पा रहे हैं
24:19अविश्चक है
24:23ठीक है
24:28आगे बढ़ते हैं
24:31साथ इसाथ हम ये भी कहेंगी
24:33इन होने अपने पुस्तक में
24:35इन होने
24:37अपने पुस्तक में
24:41मन विये
24:45क्रिया कलापों
24:51मानवी है क्रिया कलापों
24:58के पक्ष पर बल दिया
25:01के पक्ष पर
25:04बल दिया
25:08इसी लिए इन्हें
25:13ध्यान रखेगा
25:14इसी लिए इन्हें
25:17मानवी अभगोल का जनक कहा जाता है
25:24तो ये बात आप सभी को अची रुप से यहां पर ध्यान रखनी है
25:40कि फ्रेट्रिक रेटजल के दोरा एक पूस्तक लिखी गई थी
25:44जिसका नाम था एंथ्रोपो जोग्राफिया
25:47दोस्तो ध्यान रखेगा
25:48इस पूस्तक में इन्हों ने क्या कहा इन्हों ने कहा है
25:50मानव को जीद रहने के लिए प्रकृति से सहयोग तो प्राप्त करना आप शक है
25:53यानि प्रकृति से योग लेना आफ शक है
25:55अगर मानव ने प्रकृति का सहयोग नहीं लिया
25:57अगर मानव ने प्रकृति के अनुसार अपने आपको नहीं ढ़ला तो वो जीवीत नहीं रहेगा
26:01जैसा कि दोस्तों औरीजन और स्पेसिस पुश्तक में भी कहा गया है
26:04जैसे कि आप अच्छी रूप से जानते हैं
26:06तो ये बात आप सभी को अच्छी रूप से ध्यानक नहीं हुए
26:09अब दोस्तों मानव गोल को
26:11बहुत अलग-अलग विद्वानों ने
26:13अलग-अलग तेके से परिभाशीत किया है
26:15तो अब हमें मानुभ गोल के बारे की परिभाशा देखनी हो
26:17तो दोस्तों मानुभ गोल के लिए क्या-क्या परिभाशें देगे हैं
26:22वो तमाम परिभाशें अभी देखेंगे
26:23एक बार इसे नोट करें फिर आगे बढ़ेंगे
26:25तो आईए देखते हैं
26:29मानो भुगोल की परिभाशाएं
26:32मानो भुगोल की
26:36परिभाशाएं
26:40मानो भुगोल की क्या है परिभाशाएं
26:44अगर मानो भुगोल की परिभाशाओं की बात करें
26:47तो हमें दोस्तों मुक्षत है तीन परिभाशाएं
26:49अच्छे रूप से पता हुँन के परिवाशा एंदे है लेकिन हम बात करें दोस्तों तो खास तूर पर हमें तीन
26:57फ्रेडरीक रेट जेल की परिवाशा ऐलन सी सेंपल की और दोस्तों ध्यान अखिए गहां और कुण से हैं तो वोल-विढाल-डी आप जानते हैं अच्छे
27:19प्रेडरिक रेट जेल की प्रिवाशा यहाँ पर देखने वालो है यह कहा के रहने वाले थी यह भी।
27:28ये भी आप सभी को मैं जरूर बताऊँगा तो आप सभी को ध्यान अकना हैं दोस्तों
27:32फ्रेडरिक रेटजेल की द्वरा क्या कागे इन्होंने का है कि जो मानव गोल है वो दोस्तों क्या है
27:37हम कहें मानव गोल मानव समाजों और ध्यान किया दोस्तों मानव समाजों और ध्यातल के बीच समंदों को संसलेशित अध्यान है
27:46मानव समाज और ध्यातल के बीच के समंदों का संसलेशित अध्यान है
27:50मानव भूगोल के मानव समाज और ध्रातल के बीच का जो संसलेसित अध्यन है तो सबसे पहले हम इसकी परिभाशा लिख लेते हैं आप से प्रेक्षा में हो सकता सीधा सीधा परशन दे दे किस परकार का परिभाशा दी जाएगी और इसके अंदर आप से पूछ ले जाएगा
28:20मानव गोल मानुविय समाज और ध्रातल के बीच का और ध्रातल के और ध्रातल के बीच के सवंधों का
28:41पूआ कर अब्हें सब्सक्राइब अब इसमें एक शब्द आया है दोस्तों ध्यानके सब्सक्राइब अद्यार कि मानुविय जो समाज है
29:03और ध्रातल उनके बीच के जो संबंद है दोस्तों उन दोनों संबंदों को जोड कर पढ़ना यह किसे ने काया फ्रेडरिक रेटजल ने काया कि मानव गोल के अंदर जो मानव समाज है मानव है और जो ध्रातल है इन दोनों की जो आपस में संबंद है इन दोनों को एक साथ प
29:33संसलेशन पर जोर दिया तो यह बात आप सभी को अच्छे रूप से ध्यान रखनी है अब दोस्तों फ्रेडरिक रेड़ियल की प्रिवाश्या तो हमने देख लिए इन्हें की एक सिश्य थी एलन सी सेंपल इन्हें की एक सिश्य थी जिनका नाम था
30:00अब दोस्तों जिए सेंपल क्या कहती है अलन्सी सेंपल के बारे में सुझणी बड़ी शांदर प्रिवाश्या कहीए
30:20प्रवर्तिं सेंंपल क्या कहती है कि मानब गोल जो पृत्वे हैं वाप जानते हैं दोस्तों अपने अक्ष पर घुणन भी कर रहे हैं और सासा सूरे के चक्कर भी लगा रहे हैं
30:44तो हैस्थिर नहीं है तो ईलन्सी सैंपल कहती है कि मानमे भुगोल ऐस्थिर प्रित्वी और जो गती शील मानव है इन दोनों के बीच में जो परीवर्तिन शील सेड़े तो यह बात इनहोंने कहीं है आइए देख लेते हैं इन्होंने क्या कहा थो मानव भुगोल
31:09मानव गोल ऐस्तिर पित्वी और गती शील मानव के बीच में दोस्तों
31:39करण रेवर्थन चील समन्थों का अध्यन यह थोड़ा सा द्यन अंख़िये एयलन सी सैंपल नैं लृक कि आइ अध्यत्य है वी नोट कर लीजिए का यहÇ दो प्रिवाशन दी जाएगी तो आपको जैसे की कि
32:08तो यहां पर आप नोट कर लिया होगा आए आगे बढ़ते हैं और हम पोल विडाल डी लाबलास्की देख लेते हैं
32:38पोल विडाल डी लाबलास्की हम परिवाशा देखने वाले हैं
32:43यह क्या कह रहे हैं अब इनके बारे में देख रहा हूँ मानब गोल के बारे में इनकी क्या राय है
33:02मानब गोल की कैसा समझते हैं यह क्या कहते हैं कि हमारी जो पृत्वी है दोस्तों उसको नियतित करने वाले कुछ भोतिक नियम हैं
33:09और इस पर रहने वाले जो जीव हैं हमारी पृत्वी को जो हमारे दोस्तों क्या है हमारी जो पृत्वी है इसको नियतित करने वाले कुछ भोतिक नियम हैं
33:17तथा जो इस पर रहने वाली जीव हैं दोस्तों उनके मध्य के जो समन्ध है इनका जो संसलेशित ज्यान से उत्पन जो संकलपना है वो मानवभूर है
33:27यानि कि हमारी जो दोस्तों क्या है, हमारी जो पृत्वी इसको नियत्रित करने वाले कुछ भोतिक नियम हैं, दोस्तों इसको नियंत्रित करते हैं, संतुलर मनाई रखते हैं, यानि कि भोतिक नियम हैं, जो इसको संतुलित रखते हैं, तो हमारी पृत्वी को नियंत्रित करन
33:57से भी देखेगा इन्होंने क्या बोला है इन्होंने ये कहा है कि हमारी प्रित्वी मानुभ गोल
34:02मानुभ गोल
34:06मानुभ गोल हमारी प्रित्वी
34:11मानुभ गोल हमारी प्रित्वी
34:14को नियंत्रित करने वाले हमारी प्रित्वी को
34:18नियंत्रित करने वाले
34:23मानुप गोल हमारी प्रिफ्विक को नियतित करने वाले भौतिक नियमों
34:32भौतिक नियमों
34:38तथा इस पर रहने वाले जीवों
34:43इस पर रहने वाले
34:48जियाओं के
34:53मत्याइण
34:58समंधों के
35:02सासलेशन से
35:07उत्पन
35:11ज्यान
35:16कांशी 1
35:19कांशी 2
35:21पुあぁ हमारी पिर्फ्वी को नियतित करने वाले भौतिक नियमों
35:21टाथा इस पर रहने वाले जीवों के
35:23मत्याइण
35:23सम sytu associated
35:25के सांसलेशन
35:26के सांसलेशन से उत्पन ज्यान को
35:28ध्यान झेवाले दोस्तों
35:30दोस्तों यहां पर हम बात कर रहे हैं कि इस पर रहने वाले जिवों के मध्या है जो समन्द है दोस्तों जो समन्द है उनके संसलेशित ज्यान से उत्पन दोस्तों क्या है संकल्पना है तो हमारी प्रिट्व को नेतित करने वाले भोतिक निमों तता इस पर रहने वाले जिवो
36:00यह मत किसे नहीं करको पोल विडाल दी लाबलाश है यह बात आप सबी को ध्यां रखनी तो हमने यहाँ परिंग के बारे में बात की है यह आप सबीकों सीienen अरिपरिक्षा में
36:13दोस्तों इनसे और क्या प्रसन बन सकते हैं पोल विडाल दी लाबलाश हैं दोस्तों ये प्रिभाशा के सास इन्हों ने क्या बात और कही थी कि मानव गोल दोस्तों मानव प्रयावरण के बीच अंतर समंदों की एक नमीन संकल्पना है ये बात भी इन्हों ने कही है प्रिक्
36:43तो हम कहेंगे पोल विडाल डी लाबलास ने कहा है
36:46तो हम यहाँ पर कहेंगे कि मानो गोल
36:49मानो गोल परियावरण
36:57वे मानो के बीच
37:02अंतर समंदों की
37:07एक नवीन संकलपना
37:12एक नवीन संकलपना
37:17तो एक चीज़ बताईएगा
37:20मानो गोल को दोस्तो धान के
37:22प्रयावरण और मानो के बीच
37:24जो अंतर समंदों इसकी नवीन संकलपना
37:26किस ने कहा है तो पोल विडाल डी लाबलास ने कहा है
37:29तो यह बात भी आप सभी को अच्छी रुप से
37:31ध्यान रखनी होगी प्रेक्षा में सिधा सिधा पूचा जा सकता है
37:34कि मानो गोल को दोस्तो प्रयावरण और मानो के बीच के
37:37समंदों की
37:38नवीन संकलपना किस के दौरा कहा गया है
37:41तो सिधा सिधा प्रसन पूचा जा सकता है
37:42कि ये सारी बात आप सभी को चरुक से ध्यान रखनी हो
37:46तो अभी तक हमने जो पढ़ा है एक बार दुबारा मैं इसको दोहरा रहा हूँ
37:49आप देखिएगा
37:50हमने दोस्तों आज मानभ गोल की पहली क्लास प्रारम की है
37:54प्रकर्ती एम शेतर से प्रकर्ती एम विश्य शेतर की बात है
37:57यहाँ पर हैडि में दोस्तों ध्यान अखिए का प्रकर्ती एम विश्य शेतर है
38:03तो इसके बारे में हम बात कर रही है
38:06और हमें इसके बारे में पता होना चाहिए
38:08सबसे पहले भुगोल
38:09तो बुगोल में प्रित्वी की विबिन भुवा करती हूं, उनके शेत्रिये वित्रण तथा मानविये जो किरियकला पर इन सभी का धिन किया जाता है, बुगोल का जनक हम किसे कहते हैं, हीकेटियस को कहते हैं, बुगोल के लिए एक शब्द का इस्तमाल किया जाता है जोग्र
38:39वर्णन करना फिर बात आती भुगोल की शाखाएं कितनी है तो आप कहोगे
38:43भुगोलिक तत्यों के दारपरी से दो भागों में बांटा गया भुतिभुल और मानवे भुगोल
38:48भुतिभुल में हम स्था करती हैं होगी जैसे प्रवत पठार नदिया सारी आगी
38:51जैसे की हमारी जल्वायू होगी जैसे हमारे बन्यजीव होगा जैसे हमारी वरस्पती होगी जैसे सोर मंडल
39:17आगे बढ़ते हैं और आगे देखिएगा फिर मैंने बताई था मानव भूल के बारे में मानव भूल का अधियन कब प्रारम गवात हो तो एक विद्वान हुए जिनका नाम है चाल्स डार्विन है
39:33चाल्स डार्विन के अगर हम बात करें तो आप सभी अच्छे रूप से जानते हैं कि चाल्स डार्विन ने एक पुस्तक लेगी थी जिवों के उत्पत्ति इस पुस्तक के अंदर दोस्तों ध्यान रखेगा इस पुस्तक कब प्रकाशी तो ही थी 1859 में ये पहले बार प्रका�
40:03चाल्स नहीं डाल पएगा वह नश्ट हो जाएगा फिर आपने देखा फ्रेडरिक रेटद इन्हों एक पुस्तक लेखी थी एंञ्ट्रोप जेर ए description बहुत जाब बल दिया था
40:24इसलिए इन्हें मानविया भुगोल का जनक कहते हैं, तो एक चीज़ देखें, भुगोल के जनक कोन है?
40:28एक एटियस.
40:30जो गरुफी शब्द किसे नहीं दिया है?
40:32इरेंटोस्त्रीस.
40:33जो गरुफी शब्द किस भाशा का है?
40:34ग्रिक भाशा का है.
40:35फिर हम कह रहे हैं, मानविया भुगोल का जनक कोन है?
40:38तो आप देख सकते हैं, फ्रेडरिक रेटिजल है.
40:41आगे देखें, यहां पर क्या लिखा है?
40:42मानविया भगोल की प्रिबाशे हैं
40:43तो फ्रेडरिक रेटजेल क्या कहते हैं
40:45मानविया समाज जो ध्रहतल के बीच के समंदों का संसलेशित आतियर है
40:49इन्होंने संसलेशन पर जोड़ दिया
40:51यानि कि मानविया समाज ध्रहतल के बीच के जो आपस में समंद है
40:53इन दोनों को जोड़कर पढ़ने पर बल दिया है, कि मानव भगोल दोस्तों तभी पढ़ना संबभ होगा, जब हम मानव ये भगोल के साथ साथ है, जो ध्रातल है, उसके भगोल को भी साथ साथ अगर जोड़कर पढ़ लें, इन दोनों के समन्दों पापस में जोड़कर प�
41:23इन्हों ने दोस्तों स्पर्च तोर पर क्या का खाये की जो मानुवभुण वह नर्व कि बीच अंतर शब्दों के नवीन संकल्पन है तो यह बात आपको दोनों ध्यानक निछूगी ध्यानकी इंगाई तीन परिवाशे आपको अच्छे रूप से पता होंडेगा है शर्पर
41:53पुलिया पीज़्षाय परीज़ उस्ताद में उस्ताव किस voter ने तो चाल्स कार्मिन एक फुस्तक लिकृती जिवा उन्तपति जो आने डियान के निदुत सिर्येव спोषैब when
42:09परारब हुआ था लेकिन आगर देखा जाए दोस्तों इस पुस्तक में ऐसा क्या लिखा था कि दूसरे विड़ान इस बूगल को पढ़ने के लिए दोस्तों प्रेवित हुए थे फिर आता है फ्रेडरिक एटजल तो फ्रेडरिक एटजल ने कौन सी पुस्तक लिखी है फिर �
42:39दोस्तों मानОभ गुल का उन्हें क्या कहा जाता है तो मान autonomous गोल का इन्हें जनक कहा जाता है बाद में प्रिवाशें हैं तिनो प्रिवाशें द्हान आठ लिएगा सबसे परमुकRad बाद फ्रेडरिक एटजल ने दोस्तों मानोभ गँवाशन के अंदर किस पर जोल दिया है
43:09यानि दोस्तो मानव और प्रयावन के भी जो समन्द है वो दोस्तों क्या एक नमीन संकल अपना है इसी को मानव भूल कहा गया यह बात किस ने कही थी पॉल विडाल दी लाब लाशने तो आज हम इतने ही बात करने वाले हैं तो दोस्तों आज इतना ही आप सभी ने प्रेयंस �
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