Skip to playerSkip to main contentSkip to footer
  • 7/14/2025
Part- 14 रोजगार संवर्द्धि अनौपचारिक कारण एवं अन्य मुद्दे- II (ECO--भारतीय अर्थव्यवस्था का विकास--2--भारतीय अर्थव्यवस्था के सामने वर्तमान चुनौतियाँ )

Category

📚
Learning
Transcript
00:00कि हलो हाई नमस्कार मेरे प्यारे विद्धियाति उतकर्स के स्यूटी चैनल प्रहाट डेक श्वागत अभी नदर है तो मेरे प्यारे साथियों आज के इस क्लास में हम लोग पढ़ने वाले हैं कि सर्फ भारत कंद्र बैरोजगरी रेट क्या है बैरोजगरी क्या होती है और �
00:30बैरोजगरी को दूर करने के लिए बैरोजगरी को दूर करने के लिए इसके बारे में चर्चा करने वाले हैं
00:57तो देखिए सबसे बड़ी बात यह है कि सर्थ्ष्प भागिता दर है उसमें मैला और पुरुष है उनकी भी क्या है बैटा अलग अलग रहने वाली है तो यहां पर बेखेगा भारत में सभागिता दर से जुड़े पर्मु निव्न है अदेश में सभागीता की समग्र दर है
01:27तेखिए भी सेष्छेट्रों में सभागिता गरें फॉटी टू परसेंट है अगर बात करेंगे पचास परसेंट का लगभग लगभग
01:3642% regular yoga कारिय करते हैं बागी कि जो लोग है वो कई ने कहीं कह सकते हैं कारिय नहीं करते हैं
01:47जीडीक़ में कितना पने का इसे जो राश्टरि के व्ह रिधान है ुसमें ने का इस से नियोगदादा है
02:02कि अगर आप अगर उतंगे परसंट यानि चौंपन पर्तिसत है वह क्या है सब्वागिता डर है कि यह अगर बात करीगे सब्रक्राइब
02:27है यानि अगर इस लाइन का मतलब यह है कि सब्सक्राइब करते हैं अगर लोगों की अगर बात करते हैं तो यह कहीं नकई यह कहीं नकई जादा है
02:46बत्तब लोग कारिय कम करते हैं जो productivity जो काम होता है जो पॉड़ेक्टिवीटीटी काम होता है वो लोग कम करते हैं काम और अश्रीक लोगों की संख्या है वो क्या है जादा यहां पर होने वाली है ठीक है चलिये
02:59तो देश में साहब भागिता की समग्रदर का इस तर कम है जो उचे निर्बढ़ता अनुपात को दरसाता है इस परकार देश में पांच वैक्तियों में से केवल दो वैक्ति ही कारी सील है यानि तीन वैक्ति क्या होगे पांच यह करम बात करें कि टोटल कारी करने अगर हम टो
03:29अगर मालिक किसी देश के अंदर पांच वैक्ति है कितने वैक्ति बड़ी अगर किसी देश में कितने हैं पांच वैक्ति होने वाले हैं कौन से अगर हम बात करेंगे सर वह कारिय करने वाले भी है और कारिय नहीं करने वाले भी है तो यहां पर इस पांच मैंसे पांच मैंस
03:59काउंग छेंगने एंकि और देशंडियों का Olit गांड़ी छेत्रों सब्भागीता दर कुंकि
04:28क्यूंकि गाओं के अंदर उनकी जो निर्दंता होती है वह कहीं निर न कहीं उन्हें कार्य।
04:32करने के लिए फेरिद करती है या फिर उसको गरपे बैठे रहने के लिए।
04:37में मजबूर नहीं करती है कर मतलब यह होती है कि अगर हम सब्सक्राइब करते हैं कि सभागिता तर जादा क्यों अगर आप से सिंपल सा पूशन
04:46कुछ से निशेतर में जो ग्रामेड छेतर की कि एक सभागिता-पनल गेछागटा
05:05तो इसके क्या कारण लिखेंगे तो सबसे बड़ा जो कारण है वह हैं सर निर्दंता याफिर क्या सकते हैं निर्दंता के अलावा पुंजी का अभाव भी होता है ना पुंजी का अभाव हो गया दूसरी बात अपले के बैरोजगारी
05:26तो बैरोजगारी पुंजी का अभाव होता है तो कहीं नगई वो कारे करने लिए तयार हो जाते हैं तो सेरी चेत्रों की तुलना में जो ग्रामेंट चेत्रों में सब भागिता जो दर है वो उची है क्या है उची होने वादी तीक चलिए आगे बात करते हैं भारत में स्वर्
05:56प्रवादे के सर्मिक्स निन्दा सेंस यह हो गया कि अगर आपको कोई काम करवाना है तो आप तीन चार घुंटे के लिए एक दो दिन के लिए व्यक्ति को बुलाएगे अपना काम जैसे ही हो जाएगा पिर अपना जो भी काम है उसी निस हो जाएगा तो उस व्यक्ति को लो�
06:26क्या है सुव नियोजीत जैने खुद का अपना ओवन बिजनस है कहना का मतलब यह है क्योंकर खुद का क्या है और बिजनस है तता सेस फॉटी सेवन पर 307 कारियबल भाड़े के सर्मिक की रूप में कारिकर अगर हम बात करेंगी कि सर्वार्त में जो सर्मिकों की संक्या है �
06:56तो स्वान व्योजित सर्मिक कितने है बात करते हैं तो इस परकार का भी कोशन आपको जो डेटा है उससे एलेट पूछा जा सकता है
07:25यह आई मतलब यह है भारत में ना इचल सब्सक्राइट बस्थ
07:55सब्सक्राइब उ
08:08जो looking 32own कौन से बप्टा जी नियमित वेतन भोगी के रहीं dus
08:19यहां पर देकर काईय रगए की सर वह लगपक कुल कारीय बनीक मत्मा कितना है
08:26पर्सेंट 15% कितना है यानि टोटल जो कारी करते हैं इंडिया यह जो भी लोग काम करते हैं वह 15% है जो नियमित बेतन हो गी है
08:36तरह 2 80 को आए भारत्में भाड़ेант के कारिरत सर्मिकों में लगबक 68 जो केवल और यमित दीहाडी वाले मजबूर यह अग्त अग्त करते हैं लोग एड करेंगे
08:52कि जो 68% किया है 68% सर्मिक मतलब क्या हो गया कि जिनको आधिव दिन का कारिये मिलता ऐकुछ दिक विनिंगे लिए मुला लिया जाता है बाकी के बैठे रहें थे थे छा decía
09:19दियाडी मजदूर के अंतरगत आने वाला ठीक है चलिए भारत में भाड़े के कार्यात सर्मिकों में लगबग 68% जो है वो क्या है सर अनियमित दियाडी मजदूर है और यह दियाडी मजदूर भी क्या है अनियमित है
09:34अम नेयमित है और यह टोटल कार्यवल का कितना है 33% है अगरम कुल कार्यवल की बीशत्ते क्ली की हब आपको it
09:4333% है अगर हम कुल कारेबल की बात करते हैं कुल स्रमबल की हम लोग बात करते हैं जो कि इसकी कुल कारेबल की बात कुल कारेबल कारेबल का कितना परसंट है पेटा 33% कितना है 33% और ये कुल कारेबल का कितना परसंट हो गया ये कुल कारेबल का आपका 15% कितना परसंट 15% हो ग
10:13बाड़े के सर्मिक होगे, बाड़े के सर्मिक होगे, जो रेशयो है भारत के कितना 47% है, और स्वालियो जी तो जो है खुद का ओवन बिजनस 53% है, और 47% में जो नियमित वेतन बोगी है, वो 32% है, कितना है, 32% होने वाले हैं, और जो कह सकते हैं, ऐसे भी दियाडी मजदूर
10:43जो नियमित जो दियाडी मजदूर है, वो टोटल कारेबल का 33% है, कितना है, 33% होने वाला है, चलिए, सहरी छेत्रों में 42% सर्मिक नियोजित है, अगर हम सहरी छेत्र की बात करेंगे, तो आपके लगबग जो है, वो 42% स्वानियोजित है, और 58% भाड़े के सर्मिक है, किस
11:1356% हो गया, 56% है यहीं का बहुत ही जयादा रिश्यो है, और स्वानियोजित अगर हम बात करेंगे, अगर ग्रामियोजित की स्वानियोजित है, खुद का बिजनस है, वो कितने परसंट है, वो है, क्यों हो, 40, 40 क्या है, बिटा जी, 4% सर्मिक जो ऐसे है, जो खुद का कह सकत
11:43कारियबल, टोटल पूरुष कारियबल, 51% स्वानियोजित है, अगर हम पूरुष कारियबल की बात करता हूं, पूरुष कारियबल की अगर हम बात करेंगे, तो पूरुष कारियबल में लगबग, लगबग, 51% किसका रिश्यो बटागी, जो है स्वानियोजित का है, इसका
12:13अगर इसी में लोग बात करेंगे 49% है वो किसके है भाड़े के सर में अगर हम बात करेंगे तो यहां पर लिखा जाएगा सब्सक्राइब और पूरुसरों की बात की जाती है तो वो 51% सोन यूजित है किसमें देश के टोटल कारेबल के हम लोग बात करते हैं तो यह इसका रे
12:43सोन यूजित हैं और 45% मेलाइ भाड़े की रोप में मस्दूरी के रोप में करते हैं तो कहने किसके कुल को पूरुसरों का कारीब बते के 51% सोन यूजित है और 49% muta है कितुन का टोटल 55% है वो क्या हैसिए सोन� abundant है और बाज़ीगी 25% भाड़े इक सरमी के रोप में कार्य�
13:13महिलाओं का महिलाओं का इस तरह से हम लोग लेख सकते हैं इसको महिला कारियबल की यह पर बात की जा रही है तो महिला कारियबल में ध्यानक है कि सर यहां पर कितना दे रखा है वो दे रखा 55%
13:32किसी के अलावा जो 45% है वो क्या है भाड़े के सर्मिक भाड़े के सर्मिक तो यह चीज़े हैं थोड़ी सी ध्यान में रखेंगे चली आगे बाद करते हैं
13:58कि कारियबल सव भागिता दर को किस तर से कैलकुलेट किया जाता है और वेरुजगारी जो स्रम बल है उसका क्या फॉर्मुला होता और वेरुजगारी दर क्या होती है यह आपको इंपोर्टेंट इसको वेरी वेरी क्या कर देना इंपोर्टेंट कर देना इस परकार के फॉ
14:28वाली जनसंक्या का पर्तिसत कार्यबल सभागिता दर कहलाता है तो जो जनसंक्या का टोटल भाग होता है वो पर्तिसत कार्यबल सभागिता दर कहलाते जो वास्तों उत्पादन परकिरियम अपना उत्पादन किरियम अपना भाग लेते हैं उसे हम लोग क्या कहते हैं उसे हम �
14:58आपके पास जो है कुल स्रम्बल है मैं आपके पास बैसे इन टू हंडिड थी चलिए उसके बासमा Right
15:10करते हैं व्रॉज whopping करते हैं के तक मोद multip partly strambal कितना था स्रम्बल चाहिं क्या होता है यहां स्रमबल माईनस अ
15:20कार्य बल दे रहा है स्रंबल सकार्य यह तर थे चलिए अगर आप से पुछे में बै rollerskari क्याए कि एंगर इसको अनुपात को कि
15:45अर्य परकार मेर्क हम बाता है जो भाला वाड़े के प्रकार हूं फोड़ा और किवह देखे सोवय नियमित मस्दूर।
16:12मजदूर कौन से होते हैं अगर इसकी बात करते हैं आऊ लोग दीहाडी मजदूर होते हैं क्या होते हैं इसकी बात की जाती है यहतन हो जाएगा सवर्वतन भोगी
16:29वेतान भोग थे को मजदुर हो तो अगर स्यम्पा च entendu की बात करते हैं और अगर रहा करते हैं थाइं कि ये आप लोगों को बता है तो यह दिया
16:47हमावत थे हैं कि पर भी अनियमित मजुर होता है दिहा Means
16:53Juna naheed
16:59चलिय इसके बाद बात करते हैं और भारत में रोजगार सहर्वर्दी के हम लोग बात करते हैं सरो रोजगार की क्या स्ती सहर्भी दर्फ है
17:08उसके वारे में भारतीय नियोजन का वि dop काली नोडेश्यय रोजगार
17:15रहा है करते हैं जो प्लानिंग कमिशन है उसका जो ओब्जेक्ट के लोग तर्म अगरा एक्जब्जर्प्जेक्ट के लोग बात करते हैं तो वह क्या है सर्व आपना होने वाला है रोजगार सहीत सवर्दी मतलब क्या हुआ
17:32इसर्थ उत्पाधन में वर्दी के साथ साथ, यानि कह सकते हैं सकल गरेलो, सकल गरेलो, उत्पाधन के साथ साथ, साथ साथ,
17:53उसर्थ रोजगार के आश्रों में ब्रदी के जारी कि चलिए तो यह हो गया, यानि यह हो गया इस को क्या कहेंगे, इस स्तित्पी को क्या कहने वाला है, इसे कहने वाला है, रोजगार सहीत,
18:18रोजगार सहीत समर्दी के आपर बात की जारी है और एक दूसरा पॉइंट यह होता है इसमें एक चीज धियान रखना इसमें यह होता कि सकल गरेलो उत्पाद में वर्दी होती है
18:38अगर सकल गरेलो उत्पाद में वर्दी की अपेक्षा रोजगार की आउश्रों में वर्दी नहीं होती है
19:08कि सकल गरेलो उत्पाद में वर्दी की अपेक्षा रोजगार की आउश्रों में वर्दी नहीं होना
19:33क्या कहलाता है इस सब्सक्राइब को क्या कहेंगे हम लोग इस इस्तिति को क्या कहने वाले हैं यह जो इस्तिति कहलाईगी वो कहलाईगी सब्सक्राइब
19:40कि सब्सक्राइब
19:47सब्सक्राइब
20:14उत्पादन में तो वर्दी हो रही है सक यह रहे है तो भारतीय योजना का दिरिक काली नुझी यह रोजगार स्पहँता रहा है
20:41समर्दी का मतलब क्या हो गयाł
20:55अंतराल को अर्थ साथ्री ने उदेशी रोजगार रहीत समष्य का मतलब क्या हो गया
21:08GDP में वर्दी हो रही है लेकिन रोजगार के जो आउश्र है उसमें वर्दी नहीं हो रही है
21:14ऐसी वर्दी अनेक सामाजिक आर्थिक समश्याओं को जन्म देती है तो इस वज़ा से अगर GDP में वर्दी हो रही है लेकिन जो पर-capita income है नेशनल इंकम बढ़ रही है लेकिन जो पर-capita income है उसमें किसी दर से कोई वर्दी नहीं हो रही है तो उसे हम लोग क्या कहेंगे रो�
21:44संगटित शित्रों में लगे वे हैं एसे जो संगटन होते हैं जो अ संगटित शित्रों के दर आते हैं उसकी आम लोग याँ पर चर्चा करने वाले है तो चलिए नभे के दशक में भारतिय अर्थ ववश्ता में आर्थिक सुदारों हैं उदारी करण का दौर प्रारंब ह�
22:14जिसमें उधारी करण का दोर लागू हुआ था जो लाइसेंसिंग पदती को समग किया गया था जिससे अर्थ ववस्ता के निजी करण को भी बढ़ावा में दिया गया
22:36धार्णिक चेतर के इस्तान पर और तरष्टा में निजीजीए चेतर को अन्य प्रोस्तान के साथ आगे बढ़ाया गया, तुल
22:44बाथ जो नए आण्ठिक स्वुदार हुए। नए आण्ठिक स्वुदार में आपको पता है, तीन चीज that यह हुई थी, कितनी चीज
22:50तीन चीज थी जब से पहले उदारी करण, क्या है नगल दूसरा क्या है? निजी करण है, वैशपी करण कह सकते हैं को शमयशा नहीं है चीस है और वैशपी करण के अलावा इसका दूसरा नाम भी एक दिया गया है भूमंडली करण
23:15तो इसको एक भुमंडली करण भी आप नाम दे सकते हैं और इसके अलवा दीस रा जो है वह है नीजी करण ठीक है चलिए तो यह तीन इस्तिया यह जो तीन इस्तिया है किसमें उने वाली है यह आर्थिक जो सुधार लागू की आर्थिक शुधारों की जो प्रारंब हुआ थ
23:45करण है ना और उसके अलावा वैस्पी करण को भी यहां पर लागू किया गया था परिवर्तनों की इसी परिकिरिया में में बदला हुआ और सर्मिकों की रोजगार सरजना का कार्यबल के अनौपचारी करण की और भी जुकाओं बढ़ा मतलब लोग मतलब कह सकते हैं लोग
24:15अन्यमीति करण क्या होता है तो देखेगा यह वह परिकिरिया है जिसमें मजदूरों का परतिसत में क्या सकते हैं परतिसत कुल कार्य में बढ़ता है अगर हम बात करें कि अनौपचारी करण का मतलब क्या हो गया यह कैसी प्रोसेस ही होती है जिसमें मजदूरों का परतिसत
24:45वेतन भोगी करमचारी का अनियमित रोजगार में रुपांत्रन होता है
24:51मतलब लोग जो है हस्तान्तित कहां हो जाते है
24:54लोग कहने का मतलब यह है कि सर स्वा नियोजित जो स्वा नियोजित है
25:00नियोजित जो स्वा नियोजित व्यवस्ता है
25:05यह स्वान्युजी जो स्रंबल है यह सर्मिक है वो पलाइन कर जाते हैं किसमें वो पलाइन कर जाते हैं किसमें एक तो यह हो गया बटा जी किसमें एक तो वेतन बोगी और जो स्वान्युजी अगर है वो अन्यमित रोजगार में रुपांतर हो जाते हैं किसमें जो पलाइन क
25:35रोजगार में कर जाते का से यह तो आपके होगे तो नियमित वेतन बोगी होते हैं नियमित वेतन बोगी घुता है नियमित
25:52वेतन भोगी चलिए तो फिसमें रुपांतर होता है इस किरिया में
26:05रोजगार की गुणवत्ता में निरंतर घिरावट आती रहती है इस इस्तति में क्या आएगी बीटा
26:14कि पालोब करते हैं और फिर भात करते हैं और यूट करते हैं जो सर्विकारी करते हैं वह एसी कौन सी स्थिति हैं जहां पर लोग दो तरीके से इनको बाटने वाले यह तरह कि अलावप्चारिक चित्र और आ
26:36करते हैं इसको सब्सक्राइब कि नाम से भी जानते हैं कि यह रहें और ये और सब्सक्राइब करता है
26:55संकटित छेतर की यहां पर बाता किये जारी ठीक जी चलिए तो देखिए कि ओप्चारिक छेतर क्या होता है आपसे पुछा जाए कि सर अभी प्राई अर्थ वावस्ता के संकठित छेतर से हैं
27:15जिसमें ऐसे सरकारी विबाग सार्जनिक उपकरम यह निजी उंतम संब्लित किये जाते हैं जिसमें दस या उससे अधिक कारिये कर रहे हैं तो उसे हम लोग क्या कहेंगे उसे हम लोग संग्ने छेतर कहेंगे
27:32यानि ऐसे विवाग कोई भी सार्जनिक क्या सकता है ऐसे कोई भी सरकारी विवाग हो सकता है क्या हो सकता है कोई भी सार्जनिक अगर हम सार्जनिक उपकरम की बात करेंगे सार्जनिक उपकरम हो सकता है
27:49जार्जनी उपकरम हो सकता है या फिर कोई भी निजी उद्धम भी हो सकता है जो एक प्राइवेट फैक्ट्री भी हो सकती प्राइवेट उद्यों भी हो सकता है जिसमें कारिय करने वाले लोगों की संख्या
28:19कि कहने का मतलब यह है एसा संगटन जहां पर लोग 10 या 10 से अधिख करतें हैं चाहिप सरकारीर
28:39विपाग हो चाहिप सारजुनी उपकरम और निजी उपकरम हो तो ऐसी जो संगटन होते हैं उस संगटन का क्या नाम दिया गया है
28:46वो संग्टी छित्र होता जिसका नियमन सरकार के दोरा होता है
28:50यानि सरकार के नियमन के अनुसार चलती है
28:52क्या होता है
28:54सरकार के नियमन अनुसार कारिय करते है
29:05किसके अनुसार कारिय करते है
29:10सरकार के नियमन अनुसार कारिय करते है
29:13इस च्हत्रों के सर्मेक सामाजीक सर्माइजीक Σरुक साय। रखतो पाने का अधिकार भी रखते हैं।
29:18अगर हम बात करेंगे, इस परकार के जो च्हेत्र में कारी करने वühren लोग सब्सक diaper करते हैं।
29:26बात तो इने कही लभ मिलते हैं।
29:29क्या मिलसकते हैं प्लब जहें लाप स्वाजिव करना है
29:51और सरकारी लाप
29:55पर दस्ट अधिक लोग करते हैं पेला क्या और संग्टी शेत्र जो होता है वो सरकार के नियम अनुसार कारी करता है
30:14और इसके क्या क्या क्या सीतरी उनों सामझ सफुन सा साय मिलती है आफ सरकारी एक चैतर अनॉपकिर छेतर की बात कि जारी है किसकी आनॉपकिर क्या बात कर लेते हैं
30:26यह अर्थववस्ता का असंग्टित छेत्र है जो अनपचारिक छेत्र है वो उसको किस नाम चे जानते हैं वो सब एक असंग्टित छेत्र है इस छेत्र में किसान, छोटे दुकांदा, वैपारी, गरिलू, उतियोग, क्रशी मजदूर, निर्मान एवं सेवा छेत्र में कारिय
30:56इस परकार के लोगों को समलिद किया गया है जो हो सकते हैं जो दस से अधिक कारी एक जगव पर काम करते हैं जैसे हम लोग की रहने की दुकान बात करते हैं तो इस परकार के जो लोग होते हैं वो किस परकार के छेतर में काम करते हैं वो अनौप्टरिक छेतर में काम करते हैं �
31:26सामाज जी के सुर्कस और लाभ निए असमूर्थ होता है।
31:31उनका अदिकार है जो क्यों समाज में मिलने वाले में अधिकार हैं।
31:41उनका फार नहीं उटा पाते हैं।
31:47क्यों ग्रॉक्त dat a
31:50बैरोजगारी क्या होती है अगर रोजगार के अभाव का अर्थ सीक्फिशनी करने के योगिता है लेकिन उसे कारिय नहीं मिल पा रहा है उसे हम भाएगे बैरोजगारी काहिए
32:10शिंपल सा हंटा है, अगर आप से पूछू, मैं यह सर बैरोजगारी, तो सिंपल सा यही कहें कि सर बैरोजगारी का मतलब यह होता है,
32:16क्या कहेंगे कार्य करने के योग्य एं इच्छा होती है परंतु कार्य नहीं मिलता है
32:45परिवास परिवास हो सकती है कहने कर मतलब आंक बैरोस गैरी राध कर दिगके रहा सी इखती जहां स्रमशतिवर रोजगार के सवरू अंतर होताँ
33:12अगर बैरोजगारी की बात करेंगे सब्सक्राइब क्या होती है तो बैरोजगार के पीछ और रोजगार के आउश्राइब बात
33:32कि जाती है रोगर के अऊश्र ठीक निकों के बीच का जो दिफरेंस है यह क्या प्रदन की बात कर नके बीच का ऑंप्रेंस तरो क्या कहला एगा वो क्या कहलानेवाला है वह की बैरोजगारी चलए ऐसे हैं जिसमें वेक्ति वर्तमान या परचलित मजदु दरपर
33:52काम करने का इच्छुक होता है परंतु उसे काम नहीं मिलता है तो सिंपल सी बात है कि व्यक्ति कार्य करने का इच्छुक है कार्य करने के योग्य भी है लेकिन पर्चलित मजदुरी दर्व पर उसे किसी तरह से कोई काम नहीं मिलता है तो उसे हम लोग क्या कहते हैं उस स्थि
34:22कि बात करते हैं तो देखें यहां पर चीज़ें देए रखी आपको कि सर पहला ही बात दे रहे हैं ग्रामेड रिखेत्रों की बैरुजगारी किते टाइप ही होती है मौस्मी जो बैरुजगारी है वह वह कृशिच शेत्र में भी पाई जाती बटब करेंगी पाई पात करें�
34:52जो हम लोग गाओं के एंदर ही करते हैं इसलिए याँ पर घ्रामिट छेत्रों की बात की जा रहे हैं
35:00और नग्रिये छेत्रों में और दूसरी होती है उद्योदिक सिक्षित् बेरोजगरी
35:06तो यहां पर दो तरीके साम लोग इसको बाढ़ सकते हैं भारत में एक ग्रामिट चेत्र में होने वाली और एक नगरी यानि सेरी चेत्र की बात करता है
35:34तो यहां पर दो और इसमें दो होने वाली चलिए आगे बात करते हैं अगर भारत की बात करते हैं भारत में जो युवा सकती है वह बहुत ज़्यादा है
36:02लेकिन पहरोजगारी होने की वज़ए से जो मानव सकती है उसका वेर्थ चला जाता है वो वेर्थ चली जाती है और उसकी जो परत्यास है और यह सी पॉड्यक्टिवीट्य के दिरे घरे धिरेकर चालीस साल की बात करते
36:20तो इसमें व्यक्ति की productivity बढ़ती है, यानि वो इतना इतने वर्ष तक अपना अच्छे से काम कर सकता है, लेकिन धीरे धीर अगर 40 साल के बाद वो जाएगा, तो उसकी productivity क्या होती जाएगी बटा, कम होती जाएगी, ठीक है जी चलिए, आर्थिक संपन्ताओं में कमी, अगर ह
36:50हो रही है, क्योंकि बैरोजगारी की वज़े से किसकी वर्दी हो रही है, निर्दनता की वर्दी होने वाली है, पुझी निर्मान पर प्रतिकुल परभाव पढ़ रहा है, क्योंकि लोगों के पास रोजगार नहीं है, रोजगार नहीं है, तो बैटा कई न कई हम लोग कह स
37:20हम लोग प्रवाशन की बात करते हैं तो इससे क्या होता ये मानोसक्ति का निर्माण होता है कि थिर बात करते हैं
37:35सभ्सत्या विह परिश्थ स्रम का सोश्ण ठता है स्रम करते है honestly
37:48और समानताओं में वर्दी किया अँपर बात की जा रही है फिर राजनेतिक अर्शिर्टा होगा है evolution
37:54और सामा जीन चीकर और राजनितिक परिनाब को ओवगा।
38:00बहुरत, भारत में भारत में वरम। रोजपर करना क्या क्या हो
38:03पर पर है यह सबसे बडती जारी के सबसे बड़ा कशानका वर्दी जो कहां करने वाले तो कम है लेकिन जो जाल की आज स्क्राइब नियोजन का है
38:30अगर हम बात करेंगे सर उनका किसी तरह से यूटलाइजेशन है वो नहीं हो पा रहा है आरती विकास के धिनीगति है
38:41आरती विकास मतलब रेश कंदर जो रोजगार के जितने उत्पन होने चाहिए क्योंकि आपको पता है जो पंचवर्सी यूजनाय थी उन पंचवर्सी यूजनाओं का उधिशी क्या था रोजगार सहीत समर्दी था लेकिन कुछ ऐसे परिणाम आए कि जिडीप में तो वर्ती
39:11कार्ण होने की वज़द से और यंत्री करन यानि बंचीन लोगों का जो काम यानि ये मशीन कर लेती है इतना भारी बरकम जो कारिया होता है वो मशीनों के धौरा कर दिया जाता है फिर है बात करेंगे से विषिष्ट कारण क्या है इससा पर उन और नगरिये चित्रा में श
39:41करशी की मौश्मी प्रकर्टी मतलब करशी किस पर डिफेंड है अगर कार्या है तो कहीं नगहें
39:50आपकी मौशंब निर्वर है बढ़ता हुआ भार यानी बढ़ती हूए जन संक्या कि आपर बात की जारी है जन बहार मतलब
39:56डेकनल के सेका धर विद्ध मार जाना कि जुड नवान को विद्धा नहीं में पते हैं कि यह सब्सक्रमां के साफ आएसे पोई हमी मिल, इसले देएल से
40:20ynहों कहे उीं, नहीं कोई ब्रौक्रमाइ।
40:25ठीज सी ऐती है उन्हें रोजगार है कि बात करते हैं कि नंगरिय चांप प्रहजभालoqu करन रिज्जाइज करते हैं
40:38प्रणाली तो हमारे भार्त में रटन वीदिया मतलब रटन वीदिया हैं मतलब है सर अब जो पैक्टिकल के ओपर हम लोग ध्यान नहीं देते हैं
40:46उपाय के जीवन में पाइगा तो हमारी प्रनाली दो स्पून है पारा है
41:10पूजी परदान की चुनाव करें या सबसे बड़ा होता है तो जब हम लोग अच्छी करण
41:34करते हैं विर्परदान क्या है उसको साइड में कर देसे या फिर पर
41:38का सर्मिक जो है उसका कम परियोग करते हैं मसीर का ज्यादा परियोग करते हैं तो जिससे बैरोजगारी फैलती है
41:44कि विकाज की अधर है विन्यों का निर्थ उन्वेश्ट्मेंट नहीं करते हैं जब तक तक रोजगार उद्पन नहीं करेंगी करेंगे हमारी एकंदर बैरोजगारी तो दूर नहीं किया जा सकता
42:00तो आपके बात करते हैं तो सबसे पहले जो उपाई किये गए हैं तो सबसे पहले जो उपाई है जन संक्या नियंतरन करना पड़ेगा
42:18तो अगर आप मतरत करते हैं तो विश्यों में हम लोग प्रथम और दुत्थी इस्तान के बीच है या पर हम लोग पर हैं इसाब से देखें तो हमारा पर्थम इस्तान लगता ठीक चलीए विनियोग दरों में वरदी करनी होगी हमें इन्वेस्ट्मेंट बढ़ाना पड़ेग
42:48जो रोजगार नीयोजन करना पड़ेगा यानि कि हमें जो करना है वो रोजगार उन्मोख होना चीए ऐसे प्लानिक करने चीए जिसे लोगों को रोजगार भी दहें इसके अलबाब प्राकर्तिक साधनों का सर्वेक्षण करना चीए
43:06साम आज एक सुरकसा दी जाए उतमीता के गुणस का विकास किया जाईं कि हम यह कहते हैं सब देश के अंदर जो उतमीता होते हैं यह
43:16बनाया जाता है किसी तरह से उनको बनाया जाता सिहशित किया जाता हूं करना दोडूर यह
43:26जा सकता है तो ग्रामिन ओदय करन को बढ़ावा देना चाहिए च्छेत्र में छोड़ चोड़ जोड जो उद्योग है उन बढ़ावा देना चाहिए करशी में संस्तागत परिवर्तन सब्सक्राइब करना चीइए उसके बाद भूमी सुदार और कारिक्रम करना चीज़े
43:43भूमी सुधार करें जो भी बौमी सुधार का मतलब यहूंग नियुक्त बऔर जमिने उसकी निरबरता कम कि जा सके हैं
43:58बहुँ फसली क्रसी को परोसान देना पड़ेगा बहु फसली क्रसी का मतलब क्या हो गया हम लोग क्या करते हैं ऊड़।
44:28लेगों को प्रोसान देना चीह सेमेठ वेवारिक रूपता पर हुना चीह जालन पर सवचान पर deeper
44:57और उतारी करण नेती को फॉलो करना चाहिए तो यह कोई कारण है जो हम लोग बैरोजगारी को दूर कर सकते हैं ठीक चलिए फिर हम लोग बात करते हैं कुछ कोशन की क्या कोशन हो सकता इसमें सर ऐसी इस्तिति जिसमें स्रम वर्चमान मजदूरी गर पर काम करने को तयार है �
45:27सब्हुता नहीं तो यहिं के काटाई इसदित आणीन खोस बीरोजगारी क्या होता है जिसमें पार्चलित मजदूरी पर किस पर पर चलित
45:49मजदूरी पर Какळी को कारिया
45:52नहीं मिलना, कारियर नहीं मिलना, तेकि जी चलिए, तो option number कौन सा right हो जाएगा, इसमें, option number एक ही यहां पर बात की जारी, चलिए, उसके बाद, जो SHG है, जो self help, जो group होते हैं, उसका full form क्या है, स्वाइन साइता समू होते हैं, जो खुद की help, खुद करते हैं, तेकि जी चलि
46:22उन्हें वाला है, चलिए, आगे बात करते हैं, next question किये, स्रमबल और कारियबल का अंतर क्या कहलाता है, अगर हम स्रमबल की बात करते हैं, स्रमबल और कारियबल का जो अंतर होता है, उसे हम लोग क्या कहेंगे, बैरोजगारी स्रम कहेंगे, जो स्रमबल, हम लोग बात करते ह
46:52और यह दरश्य बेरोजगारी है इसमें राइट होने वाला नहीं है चलिए आगे बात करते हैं अगर हम 2021 की जणगणना की बात करते हैं अभी तक वापस हुई नहीं है और इससे पहले जो 2021 की जणगणना है
47:16उसके नुशार भारत में मर्तियुदर की बात करते हैं यह कोशन टॉपिक से अम जो भी पढ़ा उसे रिलेटेद नहीं है लेकिन वह कही न कहीं है रोजगार समर्दी अपचारी करण से इसको रिलेट कर सकते हैं तो हमारे देश के जो मर्तियुदर है वह कही न कहीं 7% कितनी 2011
47:46यह जड्ध्रशी बैरुद्ध्गारी समंते कारण है तो यह क्या करण हो सकता है कि एक तो मॉस का जे हो सकते हैं अध्य प्रकार की स॥ाहारी होती ने प्रशी ठीए ने
48:05हमों प्रुद्ध्शन बेच्चर है क्यास क्रश्चा को थ stripesoqu सम प्रशन
48:16बैरोजगरी या इसका नाम क्या है छिपी बैरोजगरी होता है
48:23छिपी बैरोजगरी भी कहते हैं इसको और इसके अलावा जो है वो अद्रश्य बैरोजगरी भी से कहते हैं
48:35इसका दोस्टा नाम और 25 दिखती नहीं है लेकिन बयुद्ब करतें सभी लोग नज़र आएंगे
48:43काम करते हैं सभी लोग नज़र आनेवाले हैं लेकिन उसमें संब कुछ पार्व को या कुछ लोगों
48:50को हटा भी दिया जाए तो उत्पादन की श्रम्ता पर किसी तरह से कोई परभाव नहीं पड़ेगा है तो उसे हम लोग क्या कहेंगे उसे हम लोग अध्रसी बैरुजगारी कहते हैं चलिए तो आगे बढ़ती हुई जैसे क्या मुंजी का अभाव है तो बिल्कुल इंकी वज
49:20या सार्जनिक उपकरम एव निजी उद्व जिसमें दस या उसे अधिक सर्मिक कारिय करते हैं वो कहनाते हैं तो सिंपल सी बात है जिस संगटन के अंदर दस या दस से अधिक लोग कारिय करते हैं चाहिए वो सरकारी छेतर हो चाहिए वो सार्जनिक छेतर हो चाहिए वो हम �
49:50या फिर जो संगटित छेत्र है
49:53कौन सा छेत्र
49:55संगटित छेत्र के याँ पर बात की जा रही है
49:58जिसे सामाजिक सुरुक्सा मिलती
49:59क्या मिलती बटा जी
50:00जिसे सामाजिक
50:02सामाजिक
50:07सुरुक्सा का
50:10लाब
50:14मिलता है
50:17सामाजिक सुरुक्सा का लाब
50:18इने मिलता है ठीक है जी तो इसमें देगी अनौप्चारी के अनौप्चारी के अनौप्चारी के अनौप्चारी के अनौप्चारी के अनौप्चारी के अनौप्चारी के अनौप्चारी के अनौप्चारी के अनौप्चारी के अनौप्चारी के अनौप्चारी के अनौप्
50:48सामज एक सुरुक्षा गदिगार नहीं होता ठीक है चलिए तो ऑप्शन नम्बर कौन सा राइट होगा बैटा इसमें ऑप्शन नम्बर वी इस दराइट होने वादा है
50:55अप्शन नम्बर बी की यहां पर बाता की जारी ठीक चलिए फिर बात करते हैं जी नैश्ट सरकार भारत के सकल गरल उत्पात की व्रदी दर रोजगार वरदी दर से अधिक है अर्थ असाजने इसे किस नाम से जानते हैं या इसका क्या नाम दिया अगया अगर हम बात करेंग
51:25य्थर है ही के गतर है उठीज है उकले हैं तो किसी इस्तित्ति रॉड़ाना दिया त्लुप्र रोजगार रहित � sono समर्थ और हम लोगों ने नाम दियंता ऑप्ष नम्बर क Guillemot
51:51दूब को लोग बात करते हैं जो कारे भल सराइब � Drew'dal की बात करेंगे तो कुल बल अपुन ऑपॉन कुल जल ओर
52:13सग्ष ताइब
52:17संख्या पहुंस रंबल का आकार या फिसमिन से कोई नहीं तो ऑफ्षन देगे आपको सबसे पहला जो ऑप्षिन है यह आपका करेक्ट होने वाला है क्या पहला जो है इसका अग्रह यह फिर बात करते हैं
52:44सर्भागिता की समग्रदर के संब्स में निम्नकत्णूँ पर विचार कीज़ीए अगर देश में 5 व्यक्तियों में से केवल 2 व्यक्ति कारिसील और 3 व्यक्ति आशित हैं
52:58सभागिता कि समगरदर से समध निलन कतनों पर विचार कीजिएगा कि सर डेश में पांच व्यक्ति है माना की उसमें से तीन क्या है
53:19तीन शेयर पर गट रोम ने शेत अगर हम बात करें से चेत्रों की टुल्ना में
53:27ग्रामेंट चेत्रों में साभागित अधिक है तो दोनों इस में करेक्ट होने वाले
53:38कॉन सा और फिर से हम लोग स्वागत करते हैं आपका बिनादम करते हैं
53:57कर्षिस कुछिट.. वकिछ से कुछ नच ता क्यांति कार्च्ट..

Recommended