सावन का पहला सोमवार है। इस पावन दिन पर दुग्धेश्वर नाथ के दर्शन कीजिए, जिन्हें छोटी काशी भी कहा जाता है। ये तीर्थस्थल उत्तर प्रदेश के देवरिया के रूद्रपुर कस्बे में स्थित है। ये स्थान महर्षि दधीचि और गर्ग ऋषि की तपोस्थली माना जाता है। सावन के महीने में हजारों की संख्या में शिव भक्त सरयू नदी से जल भरकर लाते हैं और बाबा दूधेश्वर नाथ का जलाभिषेक करते हैं। इस मंदिर में साल के 12 महीने तक रुद्राभिषेक होता है। यहां के शिवलिंग को उज्जैन के ज्योतिर्लिंग का उपलिंग माना जाता है, जो नीसक पत्थर से बना है। मान्यता है कि सिर्फ शिवलिंग को छूने से मनुष्य के सभी पाप धुल जाते हैं।
00:00आज सावन का पहला सुंबार है इस पावन दिन पर दुगधेश्वरनात के दर्शन कीजिए जिने छोटी काशी भी कहा जाता है ये तीर्थिस्थल उत्तर पुदेश के देवरिया के रूद्रपूर कस्बे में इस्थित है ये स्थान महर्शिद अधीच और गर्गरिशी की �
00:30सावन के महीने में हजारों की शंक्या में शुभक्त सर्यू नदी से जल भर कर लाते हैं और बाबा दुधेश्वरनात का जला विशेख करते हैं इस मंदिर में साल के बारा महीने रुद्रा विशेख होता है इस मंदिर की माननेताओं के बारे में यहां के महंत ने जानकारी