वाराणसी, यूपी: धार्मिक नगरी काशी में मां गंगा रौद्र रूप में है। वहीं इस समय गंगा नदी का जलस्तर 66.06 मीटर तक पहुंच गया है। ऐसे में नदी किनारे 85 घाट पूरी तरह से डूब चुके हैं। जिसकी वजह से घाट पर पूजा-पाठ कराने वाले पुरोहित और नाविकों की आजीविका पर संकट आ गया है। प्रशासन ने छोटी-बड़ी नावों के संचालन पर रोक लगा दी है।
00:00पराटसी में मा गंगा अपने रोद्र रूप में हैं गंगा नदी का जलस्तर लगातार तेजी के साथ बढ़ रहा है फिलहाल नदी 6.06 मीटर पर बह रही है ऐसे में 85 घाटों का आपसी संपर्ख पूरी तरह से तूट देया है घाट परिसर के मंदिन जलमगन हो गए हैं जिन
00:30पर गेहरा संकर छाया हुआ है पुरो हितो का कहना है कि मा गंगा के रोदर रूप की वज़े से काम का आज ठक होता नज़र आ रहा है
00:39जब से गंगा पानी बढ़ रहा है अब तो हो गया 17 दिन लगभग हमारा 28 जून से बार शुरू हो गया लगभग कम से कम 45 शिणिया से उपर मार्गों पे आने से पंचकोशी के मार्गों पे जो गंगा घाट पे मंदिरे हैं पूरे घाट की मंदिर की संचालन यात्रा बं�
01:09शिणिया चलना अरंब हो गया अभी आज सुबह से हमारा 12 जुलाई दिन गंगा तटके ब्राम मनलोग सुबह आये तो वहां से चोकी हटा के उपर किये आज तो लगता है कि आज सनीवार है अब लगता है कि सितलता तो जल इतना हो है कि सितला माता को जाने के लिए भूसमा
01:39गाट पर जलस्तर के बढ़ने से प्रसाशन ने छोटी बड़ी नाओं के संचालन पर रोक लगा दी है जिसकी वजह से
02:08नाविकों को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ऐसे में नाविकों का कहना है कि जलस्तर बढ़ने से उनका रोजगार ठप हो गया है
02:38सावन के महीने में हर साल लाखों की संध्या में श्रद्धार उकाशी पहुंचते हैं लेकिन इस बार जलस्तर बढ़ने से घार चोटे पड़ रहे हैं
02:57जिसकी वज़ा से धार्मिक गति विडियो में भी दिक्कते हो रही हैं वही प्रसाशन ने सुरक्षा की दृष्टी से श्रद्धालों को गहरे पानी में इसनान ना करने की अपीर थी