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  • 7/7/2025
Kawad Yatra 2025 Meaning: 11 जुलाई से कावड़ यात्रा की शुरुआत हो रही है, लेकिन क्या आप इसका मतलब जानते है ?

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Transcript
00:00हर हर महादेव दोस्तों, क्या आपने कभी सोचा है कि कावड का मतलब क्या होता है?
00:0511 जुलाई 2025 से सावन की शुरुआत हो रही है और ऐसे में इसे दिन से कावड यात्रा का आरंभ शुरू करने जा रही हैं
00:14पवित्र नदियों से जल लाकर शिर्वभक्त शिवलिंग का अभिशेक करते हैं
00:18ऐसे में चली आज की इस वीडियो में जानते हैं कि आखिर कावड का मतलब क्या होता है?
00:23कावड क्यों लेकर जाते हैं? और आखिर इसका इतिहास क्या है?
00:27नमस्कार मैं हूँ आप सभी के साथ क्रतिका और आप देख रहे हैं बोल्ड स्काई
00:31कावड एक संस्क्रिट शब्ध है जिसका अर्थ है कंधे पर रखा गया एक विशेश उपकरण या सनरचना
00:38जिसमें दो तरफ जल पात्र यानि की कलेश होती हैं
00:42याम तोर पर बास्या लकडी से बना होता है जिसे एक व्यक्ति अपने कंधे पर रखकर दोनों तरफ बैलेंस बनाए हुए चलता है
00:49इसमें पवित्र गंगा जल रखा जाता है जिसे दूर दराज से लाकर शिवलिंग पर अर्पित किया जाता है
00:55इसका मुख्यव देश्य है भक्त के शरीर और मन का संतुलन और साथ ही ईश्वर की सेवा के प्रती समर्पण
01:03अब सवाल आता है कि आखर कावड क्यों लेकर जाते हैं
01:07हर साल सावन महीने में लाखो श्रधालू कावड लेकर हरिद्वार गंगोत्री कौमुख या किसे भी पवित्र घाट में गंगा जल लेकर जाते हैं
01:14गंगा जल को लाकर वो अपने गाउं या शहर के शिव मंदिर में भगवान शिव पर जड़ाते हैं लेकिन क्यों
01:21दोस्तो पौरानेक माननेताओं के अनुसार समद्र मन्थन की समय जब हला हल विष निकला था तो भगवान शिव ने उसे पी कर अपने कंठ में रोक लिया इसी कारण उनका कंठ नीला पढ़ गया और उन्हें नील कंठ कहा गया लेकिन विष के प्रभाव से उनके शरीर में
01:51अब आईए मैं आपको कावड यात्रा का कुछ इतिहास बताती हूं सबसे पहली कावड यात्रा करने वाले भगवान परशुराम माने जाते हैं उन्होंने ही गंगजल लेकर भगवान शिव पर जड़ाया था जिसे शिव को विष के प्रभाव से राहत मिली थी धीरे धीर
02:21श्रधालू कई किलोमीटर पैदल चल कर गंगजल लाते हैं और श्रिव मंदिरों में अरपन करते हैं कावड यात्रा केवल एक धार्मिक परंपरा ही नहीं बलकि एक आध्यात्मिक तपस्या है भक्त यात्रा के दौरान ब्रह्माचर्य का पालन करते हैं ना मासाहार खाते ह
02:51अब आप जान काई होंगे कि कावड यात्रा का अर्थ सिर्फ एक धाचा ही नहीं बलकि वो श्रधा, आस्था और समर्गर का प्रतीक है अगर आपको आज की वीडियो पसंद आई है तो इसे शेयर करना ना भूलिएगा फिलहाल आज के लिए इस वीडियो में इतना ही और �

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