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BJP on Congress :

क्या कांग्रेस (Congress ) सच में संविधान (Constitution) की रक्षक रही है? या फिर इतिहास में डॉ. भीमराव अंबेडकर (Dr. Bhimrao Ambedkar) को किया गया उपेक्षित और 1975 में लागू आपातकाल (emergency) इसका उल्टा साबित करता है?, बीजेपी ने कांग्रेस पर कई तरह के गंभीर आरोप लगाए हैं...जिसमें उन्हों ने कांग्रेस को डॉ बाबा साहब अंबेडकर के प्रति दुर्व्यवाह करने का आरोप लगाया है...

इस वीडियो में हम आपको बताएंगे
- अंबेडकर के साथ क्या हुआ व्यवहार
- संविधान सभा में उन्हें क्यों नहीं मिली जगह ?
- 1975 की इमरजेंसी में संविधान का दुरुपयोग
- और क्या बीजेपी ने उनके विचारों को आगे बढ़ाया?

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~ED.104~HT.408~GR.125~

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Transcript
00:00नमस्कार, आज कॉंग्रिस खुद को भारतिय सम्विधान की सबसे बड़ी रक्षक की रूप में पेश कर रही है
00:11लेकिन क्या इसका इतिहास इस दावे का साथ देता है?
00:15आईए तथ्यों पर एक नजर डालते हैं
00:17जब उन्होंने दलितों के लिए अलग निर्वाचक मंडल की मांग की
00:46तो गांधी जी और कॉंग्रिस ने उनका विरोध किया
00:49ये कहते हुए कि वे ही पूरे भारत का प्रतिन धित्व करते हैं
00:54सम्विधान सभा में कॉंग्रिस ने अम्बेटकर को जगे नहीं दी
00:57मुस्लिम लीग और बंगाल की मदद से सदसे बन बाए
01:01बाद में बॉंबे से कॉंग्रिस ने अनिच्छा से टिकेट दिया
01:05वो भी सिर्फ इसलिए क्यूंकि वे सम्विधान मसौदा समिती के अध्यक्ष थे
01:10हिंदू कोट बिल और चुनाओं में हार
01:13अम्बेटकर जब देश के पहले कानून मंत्री बने तो उन्होंने महिलाओं की अधिकारों को
01:19मजबूत ही देने वाला हिंदू कोट बिल पेश किया पर कॉंग्रिस ने समर्थन नहीं किया
01:26उपेख्षा से आहद होकर उन्होंने 1951 में मंत्री पत से स्तीफा दे दिया
01:311952 और 1954 के चुनावों में कॉंग्रिस ने उन्हें हराने के लिए पूरा जो लगाया
01:38नहरू तक ने उनके खिलाफ प्रचार किया और अम्बेटकर दोनों बार हार गया
01:431956 में जब उनका निधन हुआ तो ना कोई राश्रिय शोक ना कोई राजकिय सम्मान उनका चित्र तक संसद में जन दबाव के बात लगाया
01:53आज वही कॉंग्रिस चुनावी मंचों पर उनकी तस्वीरें दिखा कर उनके आदर्शों की बात करती है
01:59एमर्जेंसी सम्विधान पर सबसे बड़ा प्रहार
02:0225 जून 1975 कॉंग्रस सरकार ने लगाया आपातकाल
02:0721 महीनों तक लोक तंत्र की आवाज को कुछला गया
02:11नागरिक अधिकार निलंबित कर दिये गए
02:14प्रेस पर सेंसर्शिप लगी
02:16एक लाग से ज्यादा विपक्षी कारेकरता जेल में डाल दिये गए
02:20और सम्विधान की प्रस्तावना में समाजवादी वधर निर्पेक शब्द जोड़ दिये गए
02:26बिना जन राए के
02:28क्या यही है सम्विधान की रक्षा?
02:30अंबेटकर के सपनों से किया विश्वास खात
02:33कॉंग्रिस ने 50 बर्शों तक शासंग किया
02:36लेकिन क्या वंचितों को वास्तविक सशक्ति करण मिला?
02:40डॉक्टर अंबेटकर की पार्टी को कभी सहयोग नहीं दिया गया
02:44धार्मिक रूपान तरणों को लेकर उनके चितावनियों को नजर अंदाज किया गया
02:50और तुष्टिकरण की राजनीती को बढ़ावा मिला
02:53जहां कॉंग्रिस प्रतीक वाद तक सीमित रही वहीं बीजेपी ने
03:00पंच तीर्थ अंबेटकर इंटरनाशनल सेंटर और समवधान दिवर्ज जैसी पहलेगी
03:05स्टैंडप इंडिया मुद्रा योजना इडाब्लूएस आरक्षन योजना बनाकर जमीनी बदला अपलाए
03:12रामनात कोविन जैसे दलित राश्टपती को चुनकर समावेश की मिस्साल पेश की
03:17आरेसेस महासचव दता त्रेय होसबाले ने जब कॉंग्रिस से एमरजेंसी के लिए माफी की मांगी
03:23तो यह सवाल और भी गहरा हो गया क्या कॉंग्रिस अब भी अपने अतीत का सामना करने को त्यार है
03:30समविधान की किताब दिखाने से पहले जरूरी है इस इतिहास से जूचना
03:36उसमें डॉक्टर अमबेटकर के साथ उपेक्षा हुई और लोकतंत्र को आपातकाल में कुछला गया
03:42क्यूंकि असली सवाल यह है कौन मुश्किल समय में समविधान के साथ खड़ा रहा

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