00:16कि रोजाना कई कई कई कई करोड जानवर कतल किये जा रहे हैं
00:25प्रजातियां पौधों की जानदरों की खत में ही हो गई है। दुनिया में कभी ऐसा नहीं हुआ कि बड़ी बड़ी नदियां सूखने का गार पर खड़ी है। कुछ सूख गई कुछ सूखने के लिए तयार है। जो तुम्हारी इक्षा है। एक अच्छा करियर, अच्छे �
00:55और हर बच्चा जो आता है, वो अपने साथ भूख लेकर के आता है। धर्ती तुम्हारे देखते देखते नश्ट होगी।