Kanwad Yatra 2025 में रुहेलखंड के 500 साल पुराने गौरीशंकर मंदिर में विराजमान शिवलिंग के दर्शन करें OneIndia की एक्सक्लूसिव रिपोर्ट में। मुख्य महंत ने हमें बताया इस प्राचीन मंदिर के रहस्य और क्यों यहां जल चढ़ाने का विशेष महत्व है। श्रद्धालुओं के चेहरे पर भक्तिभाव और आस्था साफ झलकती है।
इस वीडियो में देखिए कैसे भक्त जल चढ़ाते हैं, मंदिर की प्राचीनता और महंत के साथ हुई खास बातचीत।
00:00इंडिया में आपका स्वागत है मैं हूँ पीली भीत के सबसे एहत्यासिक मंदिर गौरी शंकर मंदिर हमारे साथ है लल्ला महराज जो यहां के महंत है प्रोमुक महंत है मैं सही कह पा रहा हूं आपको सही तो महंत जी बहुत सारी चीजे होती है मैं आपसे जिसने से बात करना
00:30कामर का तो विसेज महत है सावन में पिर्था चली आ रही है तुनारी लोगों की आस्ता जूड़ी है कामर से और हम बात करें का मंदिर की पिलीवीत में इससे है यह पहली बातों बताने चाहूंगा जो शिबलिंग है वो सेंबू है इनको स्टापना नहीं करीगी यहां पर
01:00मोरी जंकर भाबा को अरफित करते हैं विसे रूप हमारे सावन के संवार होते हैं जो के आज संवार है और मेरे ख्याल में सब्सेन में लोग आज पर सावन की बात करें और संच्ट कितने हजार लाक को ुई कराश कर गी होगे आاع लाक तो नहीं लेगीं हां लाक के आसफा�
01:30दर्शन करेंगे जल चड़ाएंगे आज का जो मेरे जो है क्योंकि अलाई स्पेक्टर से बात हुई थी डेड़ सो दगड़े यहां से गए हैं जो कजला घाट से जल बरके पेली भी आ रहे हैं यहां पर मैं मानूं के ज्यादत तर लोग जो जल लाते हैं वो जो बदायू के �
02:00आपकी विवस्ता पुलिस की विवस्ता सारी चीजों से आप संतुष्त हैं जी बिल्कुर प्रशाशन का तो प्रसेश्च सयोग मिलता है हमको हमारी टीम भी पूरी लगी रहती है यहां पर प्रशाशन का आप देखूंगो बरी गेर्टिंग बगररा पर लिग्यों लगव
02:30कि पास है और यहां पर लाखों से ज्यादा शुदालु आते हैं तो तरह का उनके अंदर वह है किस तरह की सुन आप और पर देख सकते हैं घीर दीर बहुत है दुशता लगातार बनाइजा रही है धीर धीर शुदालु को देल चड़ा के आगे बढ़ा जाता है तो फिराल प
03:00कर दो आऐ बंठा थिवा उन्या लग लόक कर दे सकता है