00:00एक पक्ष कहता है कि उस समय भी हमारे पास aviation technology थी नहीं तो पुषपक कहां से आता एक बताने में लगा हुआ है कि तब telecommunications भी थे नहीं तो इतनी दूर दूर बात कैसे हो जाती एक क्या रहा है कि संजय यह जो दिव दृष्टी से देख रहे थे इतनी दूर से यह आपको पत
00:30सकता है क्योंकि तेल के खुए तो भारत में थे नहीं तो एनरजी कहां से आ रही है और इंजन का भी कोई जिक्र नहीं में एक साहाब है और वो साइंटिस्ट है वो बोल रहे हैं यह माइक्रो फिजन रियाक्टर से चोटे-चोटे हैं जिनको आप जेब में रखके उड़ स
01:00कि यह है कि वो जो संदेश देना चाहते हैं आप उस संदेश को समझिए आपके पास जो है वो ऐसी चीज है जो समय से आगे की है जो मौडर्निटी से आगे की है जो फ्यूचर से भी आगे की है आप उसका सम्मान करना तो सीखिए