जम्मू-कश्मीर में इस साल होने वाली अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा एजेंसियों ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की है. पुलिस, अर्धसैनिक बल और सेना के बीच मजबूत तालमेल बना कर बहुस्तरीय सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं ताकि तीर्थयात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके. विशेषकर 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा को लेकर अधिक सतर्कता बरती जा रही है. जम्मू-कश्मीर पुलिस के आईजीपी वी. के. बिरदी ने बताया कि इस बार पिछले साल की तुलना में भी ज्यादा व्यापक और गहन सुरक्षा व्यवस्था की गई है, जिसमें मल्टीलेयर सुरक्षा और डीप डिप्लॉयमेंट शामिल हैं ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति को तुरंत संभाला जा सके. इस यात्रा में देशभर से लाखों श्रद्धालु अमरनाथ गुफा मंदिर स्थित अनंतनाग जिले में भगवान शिव के प्राकृतिक रूप से निर्मित बर्फ के शिवलिंग के दर्शन और पूजा-अर्चना के लिए आते हैं. इस बार यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 38 दिनों तक चलेगी.
00:00पुलिस अधिकारियों के मताबिक पुलिस ने आगिसेनिक बलों और सेना के साथ काल मिलकर इस साल तीर थियात्रियों की सुरक्षा चुनेश्चेत करने के लिए कोखता सुरक्षा ववस्ता किये हैं
00:22तीर थियात्रा की समेदन शीर्टा और 22 अपरेल को हुए पहलगाम आतंगवादी हमले के बाद बने हालात को देखते हुए अतरिक्त सुरक्षा उपाए अपनाए गए हैं
00:31इसके लिए सुरक्षा के हवाले से जमुकश्मीर पुलिस केंद्रिया अर्दसैनिक जो सुरक्षा बल हैं और यहां पर तैनात आर्मी जो की में स्टेकोल्टर रहते हैं इस पूरे विस्तरिट सुरक्षा इंतजाम के लिए
00:47तो लहाज़ जमुकश्मीर पुलिस ने इन सब के साथ एक विस्तरिट सेक्योटी अर्इंजमेंट्स की गए हैं और पिछले साल की बनस्पत अतरिक्त सुरक्षा इंतजामात भी रहे हैं जो काफी मल्टी लेयर्ड इंतजामात हैं और काफी डीप डिप्लॉयमेंट्स के र
01:17होने की उमीद है शर्धा लोग भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हैं और प्राकरतिक रूप से निर्मित बर्फ के शिवलिंग के दर्शन कर आशीरवाद लेते हैं तीन जुलाई से शुरू हो रही अमरनात यात्रा इस बार 38 दिनों तक चलेगी