देवस्नान पूर्णिमा के शुभ मौके पर मशहूर रेत कलाकार और पद्म श्री पुरस्कार विजेता सुदर्शन पटनायक ने पुरी समुद्र तट पर रेत से भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र की एक शानदार मूर्तियां बनाई हैं. इस खास रेत कलाकृति को भगवान की मूर्तियों के साथ 108 कलशों की कलात्मक स्थापना के साथ पूरा किया गया है. इसका मकसद लोगों को इस खास उत्सव के आध्यात्मिक माहौल से जोड़ना है. अधिकारियों के मुताबिक देवस्नान पूर्णिमा के मौके पर किसी भी अनहोनी को रोकने के लिए खास इंतजाम किए गए हैं. रेत से बनी ये खास कलाकृति परंपरा, भक्ति और रचनात्मक अभिव्यक्ति की मिली-जुली खूबसूरती को बयां कर रही है. इसे देखने के लिए बड़ी तादाद में श्रद्धालु, पर्यटक और कला प्रेमी खिंचे चले आ रहे हैं.
00:00देविस्तान पूडिमा के शुब मौके पर मशूर रेत कलाकार और पदमिश्री पुरसकार विजेता सुदर्शन पटनायक ने पुरी समुद्रतट पर रेत से भगवान जगनात, देवी सुबद्रा और भगवान बलभद्र की शानदार मूर्तियां बनाई हैं।
00:15इस खास रेत कलाकरति को भगवान की मूर्तियों के साथ 108 कल्शों की कलात्मक स्थापना के साथ पूरा किया गया है।
00:45अधिकारियों के मताबिक देविस्नान पोडिमा के मौके पर किसी भी अनहोनी को रोकने के लिए खास इंतजाम किये गए हैं।
01:15अधिकारियों के साथ 10 कि आपने के साथ 10 कुछ पूरा किया गया है।
01:17आपने के साथ 10 कि आपने के साथ 10 किते हैं।
01:23But on this pious occasion, sand artist Padmashtri Sudarshan Patnaik has put up a very beautiful sand art of the Sranapurnima ritual.
01:32So we pray before Mahaprabhu for his blessings to everyone and may there be peace and happiness for everyone.