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  • 6/24/2025
जम्मू कश्मीर में राजौरी के एक सरकारी स्कूल के दिव्यांग शिक्षक तिलक राज सूदन अपनी कस्टमाइज्ड कार में आध्यात्मिक यात्रा पर निकले हैं. वे हिमाचल प्रदेश के सभी प्रतिष्ठित शक्ति पीठों का दर्शन करेंगे. उनकी यात्रा ऑपरेशन सिंदूर की कामयाबी के लिए भारतीय सेना को सम्मान देने के लिए है. तिलक राज को सोमवार को राजौरी से हरी झंडी दिखा कर रवाया किया गया. उन्हें पुलिस अधिकारियों और नागरिक समाज ने शुभकामनाएं दीं. पिछले साल तिलक राज सूदन ने अपनी खास तौर से डिजाइन की गई कार में अकेले साहसिक यात्रा की थी. उन्होंने परेशानी भरे इलाकों और चरम मौसम का सामना करते हुए राजौरी से लेह, मनाली और वापसी की यात्रा की थी. इस बार उनकी योजना चामुंडा देवी, चिंतपूर्णी, बगलामुखी, ज्वाला जी, आनंदपुर साहिब और कई दूसरे प्रतिष्ठित शक्ति पीठों और पवित्र मंदिरों का दर्शन करना है. 

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00:00जम्मु कश्मीर में राजोरी के एक सरकारी स्कूल के दिव्यांग शिक्षक तिलक राजसूदन अपनी कस्टमाइज कार में आध्यात्मे क यात्रा पर निकले हैं।
00:11वे हिमाचल प्रदेश के सभी प्रतिष्ठित शक्ती पीठों का दर्शन करेंगे।
00:15उनकी यात्रा ऑपरेशन सिंदूर की काम्यावी के लिए भारतिय सेना को सम्मान देने के लिए है।
00:45तिरक राज को समवार को राज़ाओरी से हरी जंडी दिखा कर रवाना किया गया।
00:54उन्हें पुलिस अधिकारियों और नागरिक समाज ने शुब कामनाएं दी।
00:58सिक्योर्टी फोर्स के मनोबाल को बढ़ाने के लिए और ऑपरेशन संदूर को डेडिकेट करने के लिए
01:05राज़ोरी से निकलके ये मुक्तली फलाकों से होते हुए हमाचल, कांगणा और अलाग अलाग शक्ति पीट पे जाके
01:12पुझापाट करके देश की एकता, खंडता और शांती के लिए प्राथा करेंगे और ये सभी राज़ोरी वस्यों के लिए फखर की बात है
01:22जिनको फिजिकली जिनकी दोनों टांगें नहीं चलती है, फिर भी वो गाड़ी चलाके इतना दूर सफर करेंगे
01:52पिछले साल तिलक राज सुदर ने अपनी खास तौर से डिजाइन की गई कार में अकेले साहसिक यात्रा की थी
02:04उन्होंने परशानी भरे इलाकों और चरव मौसम का सामना करते हुए राज़ोरी से लेह, मनाली और वाप्सी की यात्रा की थी
02:12इस बार उनकी योजना चावुंडा देवी, चिंतपूर्णी, बगला मुखी, ज्वाला जी, आनंदपूर साहिब और कई दूसरे प्रतिष्ठित शक्ति पीठों और पवित्र मंदिरों का दर्शन करना है

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