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  • 6 days ago
कोलकाता के कुमारतुली क्षेत्र के कारीगर दुर्गा पूजा की तैयारियों में दिन-रात जुटे हैं. यहां की मूर्तियां न सिर्फ भारत, बल्कि अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, यूरोप और खाड़ी देशों में बसे बंगाली समुदायों तक भेजी जाती हैं. 2021 में दुर्गा पूजा को यूनेस्को द्वारा ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’ का दर्जा मिलने के बाद अंतरराष्ट्रीय मांग में वृद्धि हुई है. मूर्ति निर्माता मिंटू पॉल के अनुसार, अमेरिका जैसे देशों से ऑर्डर पहले से अधिक मिल रहे हैं. मूर्तियां फाइबर से बनाई जा रही हैं ताकि वे टिकाऊ हों और ट्रांसपोर्ट में क्षतिग्रस्त न हों. एक मूर्ति को विदेश भेजने में करीब 4 से 5 लाख रुपये का खर्च आता है. इसके बावजूद, कारीगर इसे जारी रखे हुए हैं क्योंकि यह परंपरा प्रवासी भारतीयों को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ने का काम करती है. दुर्गा पूजा सिर्फ एक त्योहार नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति की वैश्विक पहचान बनती जा रही है.

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Transcript
00:00पशिममंगाल में कोलकाता के बीचोबीच बसे कुमार तुली पल्ली इलाके को मूर्तिया बनाने वाले कारीगरों की वजह से खास तौर से जाना जाता है।
00:11दुर्गापुजा उत्सव में अब 100 दिन से भी कम वक्त बचा है।
00:15ऐसे में यहां के कारीगर मादुगा की मूर्तियों को बारीकी के साथ पूरा करने में जुटे हैं।
00:21इन मेंसे कई मूर्तियों को पूजा उत्सव के लिए दूसरे देशों में भी भेजा जाएगा।
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01:44विदेश
01:45भार्ट
01:46भार्टियों को
01:47अपनी सम्रिद
01:48सांस्क्रितिक
01:49परंपरा से
01:50जुड़े रहने
01:51और उन्हें सन्रक्षित
01:52करने का मौका देता है
01:53अप्रोक्सिमिक
01:54खर्चा कितना आता है
01:55इस में को पर लें
01:56खर्चा देखिए
01:57मोटा मुटी
01:58हम लोग को
01:59डेकोरेशन के उपर
02:00डिपेंड करके
02:01मौर्टिका साई
02:02डेकोरेशन
02:03एक लाग पचास जार से लेके
02:05तीन सारे तिर लाग तक
02:06मौर्टिका प्राइस होता है
02:08उसके एक्ष्टा जो खर्चा है
02:10वह रहे टांस्पोर्टेशन
02:12वह भी दो लाग तिर लाग का खर्चा आता है
02:14जो यूए से जाता है
02:16यूए से मौर्टिका खर्चा जादा है
02:18एसिया महादेश यूरोप
02:20तो थोड़ा कम खर्चा है
02:21एक मौर्टि बाहर भेजने के लिए
02:23कम से कम 4-5 जलाग का खर्चा आता है
02:26दुर्गा पुजा उच्छों के लिए
02:29दूसरे देशों में भेजी जाने वाली मौर्टियों को
02:31फाइबर से बनाया जा रहा है
02:33ताकि इवे सुरक्षित रहें
02:34फाइबर से बनी मौर्टियां लंबे समय तक टिकती है
02:37और लंबी दूरी के सफर के दौरान
02:39इनमें तूट फूट की आशंका भी नहीं रहती
02:42इसलिए कारिगर फाइबर से मौर्टियां बनाना ज्यादा पसंद करते है
02:46दुनिया भर में मौर्टियों की बढ़ती मांग को देखते हुए
02:51कुमार तुलिखे कारिगर त्योहरी सीजन से पहले
02:54इन्हें पूरा करने के लिए दिन रात काम कर रहे हैं

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