00:00ये कम से कम छे भईने हो गए इसको काम रुके हुए ये प्रसासनीक तंत्र का पूरी तरह से फेलियर है ये केवल मुआबजे के कारण यहाँ पर काम रुका हुआ है
00:30मेरा नाम अमित सिंग है मैं यही सुभम सिटी का निवासी हूँ
00:56ये कम से कम छे भईने हो गए इसको काम रुके हुए ये प्रसासनीक तंत्र का पूरी तरह से फेलियर है इसको कहिए कि जब तक मुआबजा नहीं दिया गया और काम चालू कर दिया गया
01:16ये केवल मुआबजे के कारण यहां पर काम रुका हुआ है और प्रसासनीक तंत्र का पूरी तरह से फेलियर है ना तो यहां सर्विस रोड बनाई जा रही है ना तो नाली बनाई जा रही है
01:26और नहीं इसका फ्लाई ओवर का काम आगे बढ़ाया जा रहा है यहां कम से कम पांच लाख आदमियों की आबादी है यहां पर यहां से लेकर के मौंदा तक पूरा यहां से कम से कम 15 कालोनिया तो यहां पर आपको केवल एक किलोमेटर के अंदर 15 कालोनिया मिल जाएंगी उ
01:56बच्चे हैं औफिस हैं कोई समय पर पहुंच नहीं पहुंच पा रहे हैं उच्छे महिने से काम बंद कर रखा हो और रेलवे फोटक बगल में ही है आप बगल में चाहूंगा आप दिखा दे कितना लंबा रास्ता आप लोगों को सफर घूम करके जाना पड़ता है या तो हम
02:26कर दिया गया उसका भी काम एक्दम ठपड़ हुआ है हम लोगों ने माननी ग्रह मंत्री जो है हमारे रख्षा मंत्री राजनासीं में उनके पास गये महापौर जी के पास गये मंत्री जी को भी आविदन हम लोगों ने भेजा हुआ है समय समय पर हर जी कर अखबारों में भ
02:56लगबग ये एक साल हो गया एक से चौदा मैंने हो चुके हैं चौदा मैंने से काम रुका हुआ है काम केवल मुआबजय के विवाद को लेके रुका हुआ है
03:11सरकारी तंत्र है कई बार हम लोग हर जगा पे अपनी गुहार लगा है पता चला कि लडिये से इसका नक्सा भी पास है अब लडिये और जो हमारा तैसील है इस मामले में ये पूरी हमारे 6 की 5 लाग की आबादी सफर कर रही है पूरा फुल बनने का जो निविदा आई थी वो
03:41ये माली जे 7 लाग की आबादी बगल में मुख्यमंत्री ने अपनी एक योजना अनद नगर योजना बनाई है उसका भी बड़ी सफर हो रहा है पंडित खेड़ा संदा अमावसी गौरी गंगा खेड़ा सुभम सिटी केशन वियार ये सारी कालोनिया सफर कर रही है एक ही �
04:11साथ बजे निकलना पड़ता है साम को अगर वो छे बजे आता है तो अपने घर पर आट बजे पहुंसता है केवल इस केसरी खेड़ा फाटक की वज़र से अब ये एक ऐसा मुझसमा आप देख रहे होंगे कि लगा है कि ये मकान क्या है कैसे है ये सरकारी संत्र जाने अगर
04:41आता है और ये इसका काम चला था अंदर ही अंदर और बाहर प्रेंटिंग मेंटिंग चले थी तो ये तो एक आप ये समझ जाहिए कि
04:47अचा
05:11कर दो करें दो कि ये समय क्या है कि ये समय कुछ नग्या थाव ये ुजा-ई