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Etawah Kathawachak Video: शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद (Shankaracharya Avimukteshwaranand) ने इटावा की हालिया घटना पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि सार्वजनिक रूप से कथा कहने का अधिकार केवल ब्राह्मणों को है। साथ ही उन्होंने समाजवादी नेता अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) पर धोखाधड़ी करने वालों को सम्मानित करने का आरोप लगाया। कांवड़ यात्रा को लेकर शंकराचार्य (Shankaracharya) ने कहा कि कच्चा अनाज किसी भी जाति या धर्म से खरीदा जा सकता है। इसके अलावा, उन्होंने बिहार चुनाव (Bihar Election) को लेकर ऐलान किया कि हर विधानसभा सीट पर गऊ माता के नाम पर निर्दलीय प्रत्याशी उतारे जाएंगे। मामले पर क्या कुछ बोले शंकराचार्य जानें इस वीडियो में।

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Transcript
00:00किसी भी जाती में, सनातन धर्म की जितनी भी जातियां हैं, किसी भी जाती में जन्म लेना गुरव की बात है, भगवान की भगवान सबके हैं, भगवान की कथा कहने का सुनने का सबको अधिकार है, जब सार्विनिक रूप से कोई खथा होती है, तो उसमें ब्रामन वक्ता प
00:30उस घटना के हो जाने के बाद जिस तरह से उसका राजनिती को भीयोग किया जा रहा है
00:34हम समझते हैं वो और भी गलत है
00:36इसलिए दो लोग पहले दोशी थे अब ये तीसरे जो हैं वो भी दोशी हैं
00:40ऐसा हमारा मानना है
00:41ठीक है किस बात का सम्मान
00:44वो लोग अपनी जाती चुपा करके वहां गया ऐसा वहां के लोग कह रहे हैं
00:49तो जाती को चुपा करके जाना दोखा देना है
00:52तो जब दोखा देना है तो दोखा देने वाले को सम्मान करने का कैसे बनता है
00:56आप उनको सान तो ना दे सकते हैं कि भाई आपके साथ मार पीट हुई ठीक नहीं है
01:00लेकिन सम्मान अलग बस्तू होती है
01:02तो इसलिए मार पीट नहीं करना चाहिए था
01:05जिन लोगों ने मार पीट की बिल्कुल गल्ट किया उन्होंने
01:07इसलिए जिनको मारा गया उनके प्रती किसी की भी सानुबूती हो सकती है
01:11अगर अखिले स्यादों को सानुबूती है हमें भी है
01:14तो इसलिए हम उसको गलत नहीं कहेंगे
01:16लेकिन उनका साल उढ़ा करके सम्मान करना
01:19ये हम समझते हैं कि कुछ इतनी है
01:23ये जादा है क्योंकि उन्होंने भी दोश किया है
01:26गलती उनकी भी है उनको अपनी जाती नहीं चुपाना चाहिए था
01:29किसी भी जाती में सनातन धर्म की जितनी भी जातियां है
01:32किसी भी जाती में जर्म लेना गवरों की बात है
01:35क्यों क्योंकि सीधे भगवान के द्वारा चार वर्ण जो बनाए गए है वो सीधे भगवान की रचना है उन्हीं के अंगों से उनकी कलपना की गई है इसलिए हम जब एक ही परमात्मा के अंग हैं तो हमको इस बात का गवरा होना चाहिए
01:48जखार जया, �व्यक्तियों को गथा करने का अम्हारती नहीं है।
02:04देखिए जिसके गशर में सोने का सिंगासन है रज़स बुलती है, वगवान उसके घर में पिया आते हैं।
02:09जिसके गर में जगह ही नहीं है, दिवार में आला लगा करके, उसी के आले में ला करके बैठा देता है, तो अनंत ब्रम्हान नायक भगवान उसी आले में आके बैठ जाते हैं, इसलिए भगवान की को तो कोई बात नहीं है, तो भगवान की भगवान सबके हैं, भगवान की क
02:39ताकि हर वर्ण के लोग उससे सुन सकें
02:42कोई इतराज ने करें
02:43यही बात है ना कि आप पहले बहुत कथा कह रहे थे
02:50अब राम कथा कृष्ण कथा कहने लिए आगे
02:52और फिर आपने अपने कलपना करके जाती कर लिए
02:55और उस जाती के अनसार आपने कागज बनवा लिए
02:58और उसी के अनसार अपना नाम लिखने लग गए
02:59तो यह जो है इससे पता चलता है कि वो जो व्यक्ति हैं
03:03वो जिस जाती के हैं उस जाती में अपने को गवरो मحसूस नहीं कर रहे हैं
03:08इसलिए वो अपने आरोपित जाती एक दूसरी जाती बना करके आये हुए हैं
03:12तो उनको यह सनही करना चाहिए, जिस जाती में जन्म हो गया, उस जाती में एक से एक महापुरुश हुए होंगे
03:18अपनी जाती के महापुरुशों का आदर्श ध्यान में रखते हुए
03:22उनको अपनी जाती पर गवरों रखना चाहिए
03:23और उस जाती को किसी से भी कम नहीं समझना चाहिए

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