Etawah Kathawachak: यूपी (UP) के इटावा के यादव कथावाचकों मुकुट मणि यादव (Mukut Mani Yadav) और उनके सहायक संत सिंह यादव (Sant Singh Yadav) के साथ जो कुछ हुआ...वो पूरी तरह से शर्मनाक माना जा रहा है. लेकिन अगर आप ऐसा सोच रहे हैं कि केवल यूपी में ही ऐसा होता है...तो आप गलत हैं क्योंकि यूपी के अलावा छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश (Chhattisgarh and Madhya Pradesh) में कथावाचकों के साथ बदसलूकी हो चुकी है...वो भी महिला कथावाचकों (female story tellers) के साथ. इन दोनों कथावाचकों के नाम देविका पटेल (Devika Patel and Yamini Sahu) और यामिनी साहू है. वर्तमान से थोड़ा पीछे चलें तो 2022 में तो महिला कथावाचक यामिनी साहू को तो ऐसे शब्द कह दिए गए थे...जिसे सुनने के बाद माथा भन्ना उठेगा...यामिनी साहू शुद्र जाति से ताल्लुक रखती हैं...वहीं देविका पटेल को तो उनके साथ उनके पिता को भी धमकी दी गई थी. देविका पटेल कुर्मी समाज से ताल्लुक रखती हैं. चलिए जानते हैं दोनों के साथ क्या क्या हुआ था.
((Whatever happened with Yadav story tellers Mukut Mani Yadav and his assistant Sant Singh Yadav of Etawah, UP...is being considered completely shameful. But if you are thinking that this happens only in UP...then you are wrong because apart from UP, story tellers have been mistreated in Chhattisgarh and Madhya Pradesh...that too with female story tellers. The names of these two story tellers are Devika Patel and Yamini Sahu. If we go a little back from the present, then in 2022, such words were said to female story teller Yamini Sahu...after hearing which your head will be stunned...Yamini Sahu belongs to the Shudra caste...while Devika Patel was threatened along with her and her father too. Devika Patel belongs to the Kurmi community. Let's know what happened to both of them.))
00:19शुद्र हो, कता नहीं, मुझरा करो, कता करनी है, तो ब्राह्मण योवकों से शादी कर लो, गैर ब्राह्मण कतावाचकों को इन शब्दवानों से गुजरना पड़ा है, यूपी के इटाव के यादव कतावाचकों, मुकटमणी यादव और उनके सहायक संत सिंध्य याद�
00:49मरवाद की आग में जलते कुछ लोग महिला कथावाचकों को भी जोंकने से बाज नहीं आए
00:55वर्तमान से थोड़ा पीछे चलें तो 2022 में एक महिला कथावाचक को ऐसे शब्द कहे गए
01:01जो सुनने में ही शर्मनाक है
01:03चले जानते हैं किस गैर ब्राहमन कथावाचक को क्या क्या अब शब्द कहे गए
01:09कथावाचक यामिनी साहू
01:12शुद्र हो कथा नहीं मुझरा करो
01:152022 में कथावाचक यामिनी साहू के लिए ऐसे शब्दों का इस्तिमाल किया गया
01:2136 गड के महा समुद में रहने वाली यामिनी साहू
01:252012 से कथावाचन कर रही है
01:28लेकिन 2022 में उनको अचानक से ही फोन पर धमकिया मिलने लगी
01:33उस वक्त कथावाचक यामिनी साहू ने पोलिस में शिकायत दर्ज की
01:37यामिनी साहु ने पुलिस को बताया कि फोन कर ध्हमकी देने वाले उन्हें कहते हैं वो शुद्र है
01:43व्यास मंच पर बैठ कर भागवद कथा नहीं कह सकती
01:47किसी भी गैर ब्राह्मण को व्यास की पीट पर बैठ कर कथा करने का अधिकार नहीं
01:52इसके साथ ही ये भी कहा गया कि जाकर मुझरा करो
01:55यामिनी साहू ने ये भी आरोप लगाए
01:58कि फोन पर धमकी देने वालों ने तो ये कहा
02:00कि अगर उन्होंने इसके बाद भी कथावाचन किया
02:03तो उनको मंच से उतार दिया जाएगा
02:06यामिनी साहू को यहां भी कहा गया कि तुम जैसे लोग केले के छिलके हो
02:11उस वक्त भी इस मामले में काफी बवाल हुआ था
02:14कथावाचक देवीका पटेल
02:1736 गड़ के बाद आते हैं MPK जवलपुर में
02:20यहां एक कथावाचक हैं देवीका पटेल
02:23जिनके साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ
02:25कथावाचक देवीका पटेल को इसी साल मार्च के महिने में
02:28कथावाचन नहीं करने की धमकी मिली
02:31गैर ब्राहमन यानि की जाती की कुर्मी होने की वजह से
02:34उनके साथ उनके पिता को भी धमकी दी गई
02:37इस मामले में कुछ ब्राह्मण युवकों ने कथावाचक देविका पटेल को धमकी दी कि वो एक अकैर ब्राह्मण है और इसी वजह से कथा नहीं सुना सकती।
03:07उनको कथा सुनानी है तो वो किसी ब्राह्मण से शादी कर लें। उसके बाद उनको और उनके पिता को धमकाया गया। जिसके बाद जवलपूर में काफी बवाल हुआ और गैर ब्राह्मण जातियों की सैंकडो लोग सड़कों पर उतराए। वहीं पुलिस ने कथावाचक द
03:37कथावाचक 36 गड की यामिनी साहू और एमपी की देविका पटेल के ये मामले समाच में ये भ्रांती नहीं फैला रहे कि कथावाचक केवल ब्राह्मण होते हैं। क्या किसी भी शास्त्रों और वेदों में ऐसा लिखा है क्या ये ब्राह्मण समाच की ताना शाही नहीं। �
04:07मापन प्राहर धर लुष्टों क्या है क्या है नहीं। अच्छावक का है। आपक 2 अर्फटों में परने समाच के खिए लिए नहीं। अपक अब्समाट 12 अभी नहीं।