00:00मैं तो कह रही है अब इसको या तो फास ही दो और हम अपने आखों से देखना चाहते हैं उसे गोरी मार दो
00:07जैसे मेरी बेटी तड़ पी है न वो भी तड़ा तड़ के मर है
00:12मैंको भी हैं शानती नहीं होसकती तूने सुरु में इसे राकी बंदवाई है तो लाटी KI लाज रख कि हमारे नहीं होता है ऐसे तो लोहों कि होताओगा कि भेहनं से कर ली या हमारे नहीं होता है
00:26तेरी मैं ऐसे दुप के लिए आपको बेटी के लिए और आरोपी गेवतार होगे क्या कहीं ज़िए
00:33मैं तो कह रही है अब इसको या तो फासी दो और हम अपने आंखों से देखना चाहते हैं उसे गोली मार दो
00:41जैसे मेरी बेटी तड़ पी है ओ तड़ तड़ के मरें कर उसकी लास हम अपनी आखों से देखना चाहते हैं हां मेरी भी पता चले कि हां इसे मार दिया है
00:55मेरी बेटी की आत्मे को जब ही शामति मिले अगरा में भी शामति मिमेले om
01:00कब से परिशान करता था बेटी को कुछ दिनों से परिशान करने लग गया था
01:12है वह जेस अब ऑफि जाती थी उसको परिशान करता था कि फोन नहीं करती बात नहीं करती है
01:20बेटी ने मुझे बता अभी था। इस से बोल लिया।
01:26कि भोल कि परेशान कर रहा है। जब अगली यह देशएबसकि मतलब नहीं रखना चाहना चाहती।
01:32परेशान करता है।
01:35तो काड़ता था फौन करता था।
01:39उसके बाद फिर बोलने लग गया था।
01:41एक बर इसके शाथी का प्रस्ताव रखा,
01:44मैं बिए शांदी नहीं हो सकती,
01:46तूने सुरू में इसे राखी बंदवाई है,
01:48तो राखी की लाज रख,
01:51हमारे यहां राखी को पवित्र रिस्ता बाना जाता है,
01:54किसी के राखी बानते हैं,
01:56तो हमारे यहां पवित्र रिस्ता होता भाई बेन का,
01:59तूने काया मेरी बहन नहीं है,
02:01मैं इसको बहन बना रहा हूँ,
02:04इससे राखी बंदवाना चाहता हूँ,
02:05तो मैं बहन बहना चलो,
02:06कोई बात नहीं हम राखी बंदवा रहा तो,
02:09लेकिन राकी था कि अपने रिस्ता रखियो
02:12कभी यह नहीं कि आहां के चल के तू कोई और बात बोले
02:17उस बात को हम नहीं मानेंगे
02:19केरन नहीं है ऐसी कोई
02:21तो अब इसने उससे राकी का वो शादी के प्रस्ता रखा
02:26लड़की नहीं भी बताया
02:27मैंने इसको समझाया
02:28मैंने कि हमारे नहीं होता ऐसे बिल्कुल भी
02:30तुम लोगों के होता होगा कि भेहन से कर ली
02:33यह हमारे नहीं होता
02:35तेरी काश्टा लगा हमारी काश्टा लगा
02:38मैंने कि उसमें लड़की को परशान मत करी
02:42ख HOLinaire ची वहूँ करने लगी जब तो मुना कर दी इसने पिर मेरे लड़की निए से बात करनी बन कर दी थी छोड़ दीकि दुझा
02:49पृण को परेषान करने लगी हाइब जिसे लड़की जोफ करने जाती थी अच्छी कंपनी में
02:54लगी थी तो चार लोग गोबे बैठती है फोन भी आते है अपसरों के अब उनसे बात करती थी लड़की तो कहता किस से बात कर ली है इसके फोन किसका फोन आया है यूँ पूसता रहता था मैंने उसको कमेंन को भी एक बता चार लोगों के फोन आते हो पसमें जाती है तुझ
03:24मेरे लड़की को मैं कही रहा हूं एक लड़कीन संद्रो फोल रहा हूं।
03:36मैं जा हám एक दम जी को में के रहे हैं।
03:42दो खेला जेनगे भीजा से विश्ची संद्थन।
03:48मैं इसको जैसे कुछ बोलती थी, तो मुझे ना कोई जवाब देता था ना बोलता था, ऐसा कभी लगता नहीं था, कि इस तरह की वो कभी मेरी लड़की के साथ बाढ़ता करेगा.
04:01तो तेईस तारिको वो कैसे घर में आया थे वो?
04:04तेईस तारिकों घर में मतलब हम तो इसके पापा लेटे थे, जैसे वो उठी, सुबह मैंने उठाया, वो फ्रेस होई, फिर चाई पिये उसने, फिर वो कैरी मम्मी मोटर चला दो, मैं पानी भर रहाती हूं, कपड़े भी उपर दोती थी, मसीन थी उपर, वो चड़ी है, ज�
04:34पापा कहे रहे, चल, देखता हूं में जाकर उपर, तो जब यह उपर गए थे, तब वो लड़की को मार रहा था, और लड़की का गला गोट रहा था, अच्छा, उपर जाके, हाँ, इसके पापा गए है, जब इन्होंने देखा कि यह कोन है, मार रहा है, और उसका गला द
05:04जब दिल्ली सरकार से पुलिस से मही मांग करते हूं, बस उसे जल्दी से जल्दी, फासी दी जाए, गोली मारी जाए उसको, और हम अपनी आपकों के सामने उसे देखना चाहते है, जब भी हमें लगेगा कि हाँ, हमारी लड़की को इंसाब में लिया,
05:34हमारी लड़की के आत्मा को शानती मिल गई, अब वो परस देख रही है, बैठी होई, अगर ऐसा होगा तो उसके आत्मा को भी शानती मिलेगी, कि मेरे मम्मी बापा ने मेरा बदला उस से ले लिया, मुझे इंसाब दिलवा दिया,
06:04लड़की के आत्मा को शानती मिलेगी, कि मेरे मेरे में लिया, मुझे आत्मा को भी शानती मिलेगी, कि मेरे में लिया,