आपातकाल लागू होने के 50 साल पूरे होने के अवसर पर दिल्ली में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने सुमिता आर्य को बधाई दी और संविधान की एक प्रति भेंट की। एएनआई से बात करते हुए सुमिता आर्य ने कहा कि उस दौरान संविधान की हत्या की जा रही थी। भारत में लागू आपातकाल के दौरान सुमिता आर्य और उनके तीन बच्चे जेल में बंद थे। #Emergency #50YearsofEmergency #AmitShah #SumitaArya #AmitShahVideo #SumitaAryaFamily #asianetnewshindi #Nationalnews #Hindinews #LatestNews #HindinewsLive #asianetnews #Todaynews #HindiSamachar #HindiNewsUpdate #ViralVideo #HindiLiveNews #BigNews #SamacharInHindi #National
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00:00उसने सविधान की हत्या की जा रही थी, अपनी मनमाननी कर रही थी
00:04अभिनंदन और स्वागत है
00:08सारे 11 मेंबर ही चले गए जेल में तो बच्चों को कहा चोड़ के जाएं
00:12स्रिमती सुरुमित्रा आरे जी
00:15अपनी मनमाननी कर रही है यह, हमारे को को यह दिखार ही नहीं दे रही है
00:21आपातकाल के समय दिल्ली के रानी बाग में आपका निवास था
00:26आपके पडिवार के 11 लोग आपातकाल के दौरान गिरफतार हुए
00:31इसमें तीन पुरुस और पांच महिलाएं, साथी तीन छोटे बच्चे थे
00:37आप सबको जानकर यह अशर्य होगा कि उस आपातकाल के दौरान
00:42स्रिमती सुमिता आरे जी के साथ वो तीन बच्चे भी जेल में रहे
00:47आपका अभिनंदन और स्वागत है
00:53आपको अंगवस्त्र देकर डॉक्तर अनिर्वान गांगुली जी
00:57मानिये ग्रिहमंत्री जी आपका सम्मान करेंगे
01:01और साथी संविधान की एक प्रती भी आपको भेट करेंगे
01:05स्रिमती सुमित्रा आरे जी के ससुर
01:11उस समय मानिये जिला संगहचालक के दाईट उपर थे
01:14और पूरा पड़िवार इमर्जेंसी की यातनाओं में
01:18लंबे समय तक जूजता रहा
01:19आपका बहुत-बहुत अभिनंदन और स्वागत
01:22उसने सविधान की हत्या की जा रही थी
01:25अपनी मनमाननी कर रही थी
01:27जो मैं कहते हूं वह सचाही है
01:30चाहे कोई मच जया पीट जया बच्चा मूँ हो
01:34नीख थे खोल सकते थे
01:37कि हमारे साथ क्या क्या जुलम हो रही है
01:39इसने देखा कि आप तो देखं
01:42इसे �ंब याप तो मैं जाने वाली हूं
01:47तब इसे रात तो रात ये फैसले तैय कर लिया कि इनको तो छोड़ने पड़े कि जेले भरते जा रहे है इसके पास तो खाना भी खतम हो रहा था इस टेम जो में डाल मिलती ती तरी गंदी डाल सबजियां ये राज माता सिंदिया जी गैठे विया है ये हमारे को लेके गए �
02:17तो बच्चों को कहां चोड़के जाएं तो इन्होंने हमारी बड़ी वेलकम की जतकिरी और कहते हैं दूद ले जाओ दई ले जाओ बड़ी प्यार लियता है अपने कमरे में लेके गए कहते हैं कोई चीज गिजराहत को कास्टो तो मिर्क बुलाना है
02:33क्या हुआ था जब अच्छानक से डिपलेर हुआ सारी चीज और आप लोगों को पता भी नहीं चला लोगों को जेल जाना पड़ा तो कैसा अब
02:45कि यह हमारे कई दिनों से यह चल रही थी समस्था कि यह सभी दान की हत्या की जा रही है अपने मनमाननी कर रही है यह हमारे को गया दिखार ही नहीं दे रही है तो मेरे कास्ट तो यह अमरे जन्स इसको लगानी पड़ी कि यह कोई बोल भी न सकते हैं
03:06अभिनंदन और स्वागत है आपको अंगवस्त्र देकर डॉक्टर अनिर्वान गांगुली जी मानिये ग्रिहमंत्री जी आपका संबान करेंगे और साथ ही संविधान की एक प्रती भी आपको भेट करेंगे
03:22स्रिमती सुरुमित्रा आरे जी के सकुर उस समय मानिये जिला संगहचालक के दाईट उपर थे और पूरा पड़िवार इमर्जेंसी की यातनाओं में लंबे समय तक जूचता रहा