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  • 6/24/2025
Ashadh Amavasya 2025: हिंदू धर्म में आषाढ़ अमावस्या के दिन पितरों की पूजा करने का विशेष विधान है। इस दिन को पितरों की आत्मा की शांति और उनके आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए बहुत शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमावस्या तिथि पर पितर पृथ्वी पर आते हैं और श्रद्धा से किया गया तर्पण उन्हें तृप्त करता है। इस दिन पितरों के निमित्त तर्पण, पिंडदान और दान करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। पितरों की आत्मा को शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। अब ऐसे में आषाढ़ अमावस्या के दिन पितरों की पूजा किस विधि से करने से लाभ हो सकता है।Ashadh Amavasya 2025: Ashadh Amavasya Par Pitaro Ki Puja Kaise Kare,Dosh Nivaran Upay.

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~HT.318~PR.111~ED.118~

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Transcript
00:00इंदू धर्म में आशाण अमवस्या के दिन पित्रों की पूजा करने का विधान है।
00:06इस दिन को पित्रों की आत्मा की शांती और उनके आशरवाद प्राप्त के लिए बहुत शुब मानते हैं।
00:12धर्मिक मानता अनुसार अमवस्या तिफी पर पितर प्रत्वी पर आते हैं और श्रद्धा से किया गया तरपण उन्हें तृप्त करता है।
00:20इस दिन पित्रों की निमित्त तरपण पिंड़दान और दान करने से पित्र दोश से मुख्ती मिलती है।
00:26पित्रों की आत्मा को शान्ती और मोख्षी प्राप्ती भी होती है
00:29एसल आशाण अमावस्या 25 जून को मनाई जा रही है
00:33आईए सवर्यों में जानते हैं कि पित्रों की पूजा किस विधी से करने से आपको लाब मिलेगा
00:39साथी पित्र दोश निवारं भी हो जाएगा
00:42आशाण मावस्या के दिन ब्रह्म मुहुर्त में उठे
00:46संभव हो तो किसी पवित्र नदी में स्नान करें या निथा घर के पानी में ही
00:50गंगा जल में लाकर स्नान करें
00:52इसके बाद स्वाच्छ वस्त्र पहने
00:54एक तामबे के लोटी में शुद्र जल, काले तिल, जो और थोड़ा गंगा जल में लाए
00:58अपनी अनामिका उंगली में कुष की अंगूठी धारन करें या हाथ में कुष पकलें
01:03तरपण करते समय दक्षन दिशा की उर्गन करके बैठें क्यूकि ये पित्रों की दिशा बानी गई है
01:08अपने हाथ में जल, कोशा और काले तिल लेकर पित्रों का तरपण करने का संकल कलें
01:13ओम आगच्चनतु में पित्र एवं ग्रहन तू जलान झलिन या ओम पित्र भ्य नम मन्तर का जाब करते हुए पित्रों का स्मरण करें
01:24और धीरे-धीरे जल अर्पत करें पित्रों को अर्पत किये जाने वाले जल में कुष दिल और फूल मसुट करने चाहिए
01:31यदि संबब हो तो इसे दिन पित्रों के निवित्त पिंड़ दान करें
01:35कि कारी किसी योगी ब्रहम्हत से कराना उचित होगा
01:37पीपल की पेड के नीचे इस दिन दीपक जरूर जलाएं
01:41और साथ बार उसकी परिक्रमा करें
01:42पीपल में पित्रों का वास माना गया है
01:45भगवान अशर्व और भगवान वश्ण की आरादना करें
01:47शिवलिंग पर जल और बेल पत्र अर्पत करें
01:50पिश्णू शहस्तर नाम का पाट करना फलदाई होगा
01:52घर की दक्षन दिशा में काले तल डाल कर सरसो के तेल का नीपक जलाएं
01:57आशान मावस्य के दिन दान का खास महत्व है
02:00अन्यवस्तर तिल आटा गुड और दक्षन का दान गरीबू ब्रामनों गाई और जरुवत मंदों को करें
02:06पित्री स्तोत्र का पाट करने से पित्री दोश से मुक्ति मिलेगी और पित्रों का अशरवाद भी मिलेगा
02:12बल्हाल उस वीडियो में इतना ही वीडियो को लाइक और शेयर करें साथी चैनल को सब्सक्राइब करना ना भूले

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