Jagannath Rath Yatra 2025: ओडिशा के जगन्नाथ पुरी मंदिर में आषाढ़ शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि के दिन 27 जून 2025 को रथ यात्रा निकाली जाएगी। रथ यात्रा का समापन 5 जुलाई को होगा। इस दौरान लाखों की संख्या में देशभर से भक्त पहुंचेंगे। पर क्या आप जानते है भगवान जगन्नाथ 7 दिन अलग अलग रंग के कपड़े पहनते है, आखिर क्यों आइये जानते है | Jagannath Rath Yatra 2025: Bhgvan Jagannath 7 Days Alag Alag Kapde Kyu Pehnte Hai...
Jagannath Rath Yatra 2025: Rath Yatra will be taken out on 27 June 2025 on the second day of Ashadh Shukla Paksha in Jagannath Puri temple of Odisha. But do you know that Lord Jagannath wears clothes of different colors for 7 days, let's know why
00:00ओडिशा के जगनाथ पूरे मंदर में आशान शुकल पक्ष की द्वित्या दिथी के दिन यानि की 27 जून 2025 को रथियात्रा निकाली जाएगी
00:11रथियात्रा का समापन 5 जुलाई को होगा इस दोरान लाखों की संख्या में देश भर से भक्त पहुँचेंगी
00:17मानिता है कि भगवान जगनाथ जी के दर्शन करने से भक्तों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं
00:23यदि भगवान का रथ खीचने का मौका मिल जाए तो जीवन और मृत्यों के चक्र से मुक्ते मिल जाती है
00:29मैं इस भवे आयोजन के लिए तैयारिया जोरो शोरो से शुरू हो चुकी है
00:33न सर्फ रथो को तैयार करने का अंतेम चरण चल रहा है
00:37बलकि भगवान जगनाथ बलभद्र और उनकी वहनसो बद्रा के लिए विशेश वस्त्र भी तैयार किये जा रही है
00:43ऐसे में कि आप जानते हैं कि 7 दिन चलने वाले इस पर्व में तकरीबन जगनाथ भगवान जी 7 दिन अलग-अलग रंग के वस्त्र पहनते हैं
00:53आखर ऐसा क्यों हैं आई आज की वीडियो में जानते हैं
00:56नमस्कार मैं हूँ आप सभी के साथ कृतिका और आप देख रहे हैं बोल्ड स्काई भगवान द्वारा पहने जाने वाले इन वस्त्रों का निर्माण ओडीशा में बुनकरों के परिवारों द्वारा किया जाता है
01:05खुद्रा जिले के रावत पड़ा गाउं में रहने वाले बुनकरों के परिवार सदियों से इन वस्त्रों को बनाते चले आ रही है पीडी दर पीडी भगवान के वस्त्रों को बनाने का काम बुनकरों के परिवार कर रही है
01:16साथ ही इन वस्त्रों का निर्मान बड़ी पवित्रता और साथ किया जाता है इन्हें हाथ से पारंपरिक तरीकों का प्योग करके बुना जाता है
01:24मैं साथ दिनों के वस्त्र विशेश रूप से अलग-अलग रंके बनाये जाते हैं
01:28इन्हें बनाने के लिए रेश्मी और सूती कपड़ों का इस्तिमाल तो किया ही जाता है
01:32वैसे रथियात्र के दोरान भगवान लाल सफेद पच्रंगी, पीले और काले रंके वस्त्र पहनते हैं
01:38जिनका अलग-अलग महत्व होता है
01:40जी हाँ भगवान जगनाथ हर दिन अलग-अलग रंके कपड़े इसले पहनते हैं
01:44क्योंकि ये परंपरा धारमिक्त महत्व और जोतिश्य माननेताओं से जुड़ी है।
01:48हर रंग का अपना एक विशिश महत्व है।
01:51और माना जाता है कि ये दिन के अनुसार देवी देपताओं को प्रसंद करता है।
01:55सोमवार को भगवान जगनात सफेद रंग यानि की शांती और शीतलता के प्रतीक के वस्त्र पहनते हैं।
02:01मंगलवार को लाल रंग के वस्त्र यानि की उर्जा और शक्ति का प्रतीक।
02:04बुदवार को हरा रंग यानि की सम्रिद्धी और विकास का प्रतीक।
02:08गुरुवार को पेले रंग यानि की ज्यान और शुब्ध का प्रतीक, शुक्रुवार को गुलाबी रंग यानि की प्रेम और सुन्धरे का प्रतीक, शनिवार को इला या काला रंग जो शनिदेव को प्रसन करने के लिए पहना जाता है, साथी रविवार को नरंगी रंग के �
02:38के बुरे प्रभावों को कम किया जा सकता है बहरहाल आज के लिए इस वीडियो में इतना ही और भी ऐसी स्टोरीज को देखने के लिए आप जुड़ रहे हमारे साथ तब तक के लिए नवसकार