दुनिया भर में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है, लेकिन छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले में टेमरी गांव के लोग हर रोज योगाभ्यास करते हैं. इस गांव के लोग सालों से योगाभ्यास कर रहे हैं. गांव के कई नवयुवकों ने योग का मुफ्त प्रशिक्षण लिया और अब प्रमाणित प्रशिक्षक के रूप में काम कर रहे हैं. इस अभ्यास से न सिर्फ लोगों की सेहत अच्छी हुई है, बल्कि यहां के युवाओं के लिए करियर के नए मौके भी खुले हैं. गांव वालों का कहना है कि वे अपनी बिगड़ती जीवनशैली को लेकर चिंतित थे. इसी वजह से उन्होंने 2015 से नियमित योगाभ्यास शुरू किया. टेमरी गांव के लोगों का इरादा बिना खास मौकों का इंतजार किए रोजाना योगाभ्यास का है. माना जाता है कि योग की उत्पत्ति सदियों पहले भारत में हुई थी. जानकारों का कहना है कि योगाभ्यास से शारीरिक और मानसिक सेहत अच्छी रहती है.