Jagannath Rath Yatra 2025: जगन्नाथ जी का महाभोग विश्व में प्रसिद्धि है. कहते हैं कि भगवान जगन्नाथ खुद सबसे पहले भोग ग्रहण नहीं करते, ये भोग देवी बिमला को पहले अर्पित होता है, कौन हैं देवी बिमला, आइए जानें | Jagannath Yatra 2025: Kon Hai Vimla Devi, Jagannath Yatra Bhog
00:00पुरी में सत्थ भगवान जगनात का मंदर हिंदू की पवित्र चार धामों में से एक है
00:06कहते हैं भगवान जगनात की मूर्ती में श्री कृष्ण का रिदे धड़कता है
00:10वैसे तो हर जगा भगवान कृष्ण राधा जी के साथ दिखाई देते हैं
00:14लेकिन यहां भगवान जगनात अपनी बहन सोभद्रा, बड़े भाई बलराम के साथ विराजमान है
00:19पुरी को मूक्ष देने वाला स्थान भी कहा गया है
00:21पुरी में भगवान जगनात और देवी विमला का गहरानाता बताया जवाता है
00:25मानेता है कि देवी को भोग लगे बिना भगवान जगनात प्रसाद नहीं चकते
00:30तो ऐसे में कौन है देवी विमला आईए जानते हैं
00:33नमस्कार मैं हूँ आप सभी के साथ पृतिकाव
00:35पुरी में देवी विमला को भगवान जगनात जी के समान ही पूजा चाता है
00:39देवी विमला माता सती का आदी शक्ती सुरूप मानी कई हैं जो भगवान विश्नू की बहन भी हैं
00:45पौरानेक मानिताओं के अनुसार देवी विमला जगनात पूरी की अश्ठी धात्री हैं
00:50यहां मंदर परिसर में ही विमला शक्ती पीठ है
00:52भगवान जगनाथ को चड़ाया जाने वाला पवित्र भोग देवी विमला को अर्पित करने के बाद ही जगनाथ जी क्रहेंड करते हैं
00:59जगनाथ जी का भोग सभी पवित्र धामों में सबसे खास माना जाता है
01:03पोड़ी में विष्णु जी के भोजन करने की मानेता के कारण ही यहां का महाभोग महाप्रसाद बहुत प्रसिद है
01:09इस महाभोग को लेकर एक कथा प्रचलित है अगवान जगनात जी यानि विष्णु जी का भोग स्वयम लक्ष्मी जी बनाती थी
01:15इस महाभोग को चकने के लिए नारत मुनी ने कई जतन किये।
01:18आखिरकार एक बार उन्हें देवी लक्ष्मी के वर्दान से महाभोग चकने का अफसर प्राप्त हो गया।
01:23लेकिन देवी लक्ष्मी ने उनसे कहा था कि महाभोग चकने की बात वो अपने दखी रखे।
01:28ऐसे में देवर्श्री नारत थोड़ा सा प्रसाद अपने साथ लेकर वहाँ से चले गए।
01:58लेकिन प्रसाद खत्म हो चुका था। इस पर पारवती जी को गुस्सा आ गया और बोली कि आपने अकेली ही प्रसाद चक लिया।
02:05अब ये प्रसाद सारे संसार को मिलीगा। रूठी हुई देवी पारवती शेवजी संग अपने भाई के घर जगनात धाम पहुँच गई।
02:12और लक्ष्मी जी से कहा भाई इतने दिनों बाद माय के आई हूँ भोचन नहीं कराओगी। जगनात जी सारा माजरा समझ गई। देवी पारवती ने एक रोध में कहा कि आपने महाभोग खुद तक ही क्यों नहीं सीमत रखा। ऐसे में जगनात भगवान विश्नु ने कह
02:42महाभोग तयार होगा, वो पहले आपको ही अर्पित किया जाएगा। उसके बाद ही मैं इसे ग्रहन करूँगा। ऐसे में देवी आप अपने भक्तु संतानों से विमल भाव में प्रेम करती हैं। इसलिए आज से आप भी देवी विमला के नाम से जगनात धाम में निवास