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00:00आईने में अपने आपको देख करके कौन प्रपोस कर देता है? होता है ऐसा? कह रहे आज मैं सेड्यूस हो गया, कैसे? कंगा मार रहा था और फिदा हो गया, होता है ऐसा?
00:08एहे, रहा नहीं जाता, थड़प ही ऐसी है ना?
00:12रुमैंस में ये अनिवारे शर्थ होती है कि सामने वाला आपको आपसे बिलकुल भिन लगे
00:22महभूगा की आखों को लेकर के आपने शायरी पढ़ी होगी
00:26महभूगा के कानों को लेकर पढ़ी है गया? क्योंकि आदमी औरत के कानों में φर्क कर पाना मुशकिल होता है
00:31अब नाक दोनों की एक सी होती, तो उसकी नाक छेद देंगे, माथे भी दोनों के एक से होते हैं, तो माथा भी अलग कर दो, कैसे, या टिकली लगा दो, बिंदी, अब देखो, हाए, हाए, तेरी बिंदी आ रहे, तेरी बिंदी आ रहे, तेरी बिंदी आ इतनी पसा, खुद �