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  • 5 days ago
#Behkaway #YashmaGill #YasirNawaz

Behkaway Episode 51 - [Eng Sub] - Yashma Gill - Yasir Nawaz - Hiba Ali Khan - 4th June 2025 - Har Pal Entertainment

#Behkaway #YashmaGill #YasirNawaz #HibaAliKhan

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Transcript
00:00तू मना के रेणा
00:08असलम भई, भई को डॉक्टर के पास लेके जाना है
00:13पैसे चाहिए था जुबेर भई को
00:15पैसा है कहाँ मेरे पास
00:16अब तो पैसे अब तो पैसे
00:19स्टोर आप ही तो देख रहे हैं
00:20मुझसे क्यों मांग रहा है
00:21अब तो आमदनी का
00:24कहा है
00:26मगान किसके नाम पर किनाम पर या
00:32किसके नाम पर है
00:35हमा कि नाम पर या
00:44अब ये लड़की के ता भौफ भी लगाओं
00:49जी भाय जी
00:50जहा रहा हूं कि उस तो सज्जाओं और का
00:52आप रो लड़का है ना मुफ़ब
00:53जो हो कम आपका
00:55चुंगे लिए अपने लाज करा दोट नहीं है लेकिन ने तो टीक हूं जिनोंसे नजर नहीं
01:12तो उन्स बेर भई कैसे हैं काफी तो पहले से बहुत ज़्यादा खराब उसकी बार दर्बी कर लिए लड़की के साथ बहुत भी लगाओं जी बाई जी चाहरा हूं कि उस तो संजाओं और का पर वह लड़का है ना मुफबर जो हो कम आपका उस तो चुटी करा उठा ने चल
01:42हमाई लाज कराएं तो उतना किया हैं हमने आपके लिए भाई कराएं जितना कर सकते हैं मारे पास नेने कपनों के लिए पैसे हैं तो आईए
02:12वजीर उसे यहां बैठाने जारा तुबेट खराब हो रही है वरी क्या होगे भाई
02:30अब तुम तुम हमें मशुरा दो लिए
02:42कराएं तुम हमें तुम तुम तुम है तुम तुम तुम मचा बताओ तुम इसी बाते हो
02:58कितनी हजियत मैं हुँ है इस जितागी से बहुत बतर है आपाएं
03:12सितारा सिर्फ बेवफा नहीं है जान से मार में मैं तो कहती हूँ फॉरन पर चाकटवा उसने की कोशिश किया उसने तुमें उस चोर नहीं उस काटला के खिला उसके खिलाफ तो उन्हों सब कुछ लूट किल ले गए
03:24उसने उसने जाल कर सितारा का जाता है जेसे उसने उसके उपर झूल जलम किये अब पच्छ आने का क्या फायिदा ड्सी तरफ आप देखेंगे एकिस सितारा और जहांगीर के साथ तो बहुत हीद बुरा हुआ
03:46जहांगीर वहां से भागने की कोशिश करता है लेकिन वहां पर भाई जान आ जाता है सितारा को लेकर और जहांगीर को मार देता है और जहांगीर भिहोश हो जाता है
03:57और जहांगीर को ऐसे ही कमरे में डाल देते हैं उसकी कोई खबर नहीं लेते
04:01क्योंके जहांगीर अब चोट लगने की वज़ा से मर चुका है और ना ही उसकी खबर ली जाएगी
04:08अब भाई जान सितारा के बारे में कहता है कि इसको काम पर लगाओ
04:12और ये अपने धंदे पर काम पर लगे और उस लड़के को निकालो यहां से उसकी चुटी करवाओ
04:17वो अपने आदमियों को कहता है जब उसका आदमी जहांगीर के पास जाता है तो देखता है कि जहांगीर तो बिहोश पड़ा है और जब वो उसका चेक करता है तो जहांगीर मर चुका होता है
04:29और वो भागा हुआ जाता है भाई जान के पास हो जाकर बताता है
04:33कि जांगीर तो मर गया है तो भाई जान कहता है कि अगर मर गया है तो इसको बाहिट फैंक दो
04:38सितारा तो बुरी तरीके से फस चुकी है अब वहां से निकल भी नहीं सकती
04:43क्योंके अब जहांगीर तो रहा नहीं और जहांगीरी निकाल सकता था
04:47अब सितारा के साथ तो ऐसा होना इथा क्योंके इसने दूसरों के साथ बुरा किया
04:52तो उसके खुढ के साथ भी तो बुरा होना था
04:53फिर आप देखेंगे जुबैर वजीर से कहता है कि वो जीनत को ढूंडे और उसकी बच्चीयों को ढूंडे
05:03वजीर को बहुत ज़दा फिकर होती है कि जुबैर का इलाज होना चाहिए और वो असलम के पास जाते है और उसे कहता है कि
05:09زبیر کے لیے پیسے چاہیے
05:12उसकालाज करवाना है
05:13तो असलम कहता है
05:14कि मेरे पास कहां से आएं पैसे
05:15और लेकिन वजीर कहता है
05:17कि स्टोर तो आप ही देखते हो
05:19और आप से ही हमने मांगने है
05:21और जुद्यर भरकिया
05:22इलाज करवाना है
05:23असलम तो उसे डांड देता है और कहता है कि नहीं मेरे पास पैसे नहीं है जुबैर के लिए
05:28और वहां पर स्टोर पर एक डॉक्टर आता है और डॉक्टर जुबैर का पूछता है
05:34اور کہتا ہے کہ زبیر کہاں پر ہے
05:36تو وزیر ان کو بتائے گا
05:37کہ زبیر کے ساتھ تو یہ سب کچھ ہوا ہے
05:39اور ان کی آنکھوں کی روشنی چلی گئی ہے
05:41تو وہی ڈاکٹر
05:43زبیر کا علاج کرے گا
05:45کیونکہ زبیر اب
05:46بالکل صحیح ہو چکا ہے
05:47اسے اپنی بچیوں اور اپنی بیوی کی فکر ہے
05:50اور وہ یہی کہتا ہے
05:52کہ وہ اپنی بچیوں کی خاتی ٹھیک ہوگا
05:54لیکن اس کی ماں کہتی ہے
05:56کہ ہمارے پاس پیسے نہیں ہے
05:58तुम्हारे लाज करवाने के लिए सिद्रा भी कहती है कि भाई हम आपका लाज करवात रहे हैं और कैसे करवाएं और जुबैर कहता है कि तुम्हें अपने ने कपड़ों के लिए पैसे हैं और मेरे लाज के लिए पैसे नहीं है जैसे तुम लोग मुसे जो मांगते थे मैं प
06:28करे कि अपना हख मागो
06:29और सिद्युरा की मंगनी हो जाती है
06:31लेकिन जॉबेर खुश नहीं है
06:33वो अपने कमड़े में चला जाता है
06:35वो बस अपनी बच्षी और जीनत को याद करता रहता है
06:38और वो बहुत ज़बा रोता है
06:40जीनत को याद करके जैसे उस ने
06:42उसके उपर जल्म किये और अपनी बच्चियों की उपर जल्म किये अब पच्चान्य का क्या फायदा
06:47द दूसी तरफ आप देखेंगे कि सितारा और जांगीर के साथ तो बहुत ही बुरा हुआ
06:51जहांगीर वहां से भागने की कोशिश करता है लेकिन वहां पर भाई जान आ जाता है सितारा को लेकर और जहांगीर को मार देता है और जहांगीर भी होश हो जाता है
07:02और जहांगीर को ऐसे ही कमरे में डाल देते हैं उसकी कोई खबर नहीं लेते
07:07क्योंके जहांगीर अब चोट लगने की वज़ा से मर चुका है और ना ही उसकी खबर ली जाएगी
07:13अब भाई जान सितारा के बारे में कहता है कि इसको काम पर लगाओ
07:17और ये अपने धंदे पर काम पर लगे और उस लड़के को निकालो यहां से उसकी चुटी करवाओ
07:23वो अपने आदमें को कहता है जब उसका आदमी जहांगीर के पास जाता है तो देखता है कि जहांगीर तो बिहोश पड़ा है और जब वो उसका चेक करता है तो जहांगीर मर चुका होता है
07:34और वो भागा हुआ जाता है भाई जान के पास हो जाकर बताता है कि जांगीर तो मर गया है तो भाई जान कहता है कि अगर मर गया है तो इसको बाहिट फैंक दो
07:43सितारा तो बुरी तरीके से फस चुकी है अब वहां से निकल भी नहीं सकती क्योंकि अब जहांगिर तो रहा नहीं और जहांगिरी निकाल सकता था
07:52अब सितारा के साथ तो ऐसा होना ही था क्योंकि उसने दूसरों के साथ बुरा किया तो उसके खुद के साथ भी तो बुरा होना था
07:59फिर आप देखेंगे जुबैर वजीर से कहता है कि वो जीनत को ढूंडे और उसकी बचीयों को ढूंडे
08:08वजीर को बहुत ज़दा फिकर होती है कि जुबेर का इलाज होना चाहिए और वो असलम के पास जाते है और उसे कहता है कि जुबेर के लिए पैसे चाहिए उसका इलाज करवाना है तो असलम कहता है कि मेरे पास कहां से आए पैसे और लेकिन वजीर कहता है कि स्टोर तो आप ह
08:38जुबैर का पूचता है और कहता है कि जुबैर कहा पर है तो वजीर उनको बताएंगा कि जुबैर के साफ layout की � руки होई और उनकी रोशनी चली
08:46तो वो ही डाक्टर जुबेर का ईलाज करेंगा क्योंकि जुबेर अब बिलकुत सही हो चुका है, उसे अपनी बच्ची और उपनी बीवी की फिकर है
08:55और वो यही कहता है कि वो अपनी बच्ची की खाती ठीक होगा और लेकिन उसकी मा कहती है कि हमारे पास पैसे नहीं है
09:03कि तुम्हारे लाज करवाने के लिए सिद्रा भी कहती है कि भाई हम आपका लाज करवा तो रहे हैं और कैसे करवाएं और जुबैर कहता है कि तुम्हें अपने ने कपड़ों के लिए पैसे हैं और मेरे लाज के लिए पैसे नहीं है जैसे तुम लोग मुसे जो मांगते थे म
09:33कि अपना हक मागो।
10:03जहांगीर को मार देता है और जहांगीर भिहोश हो जाता है और जहांगीर को ऐसे ही कमरे में डाल देते हैं उसकी कोई खबर नहीं लेते हैं क्योंकि जहांगीर अब चोट लगने की वज़ा से मर चुका है और ना ही उसकी खबर ली जाएगी अब भाई जन सितारा के बारे मे
10:33है कि जहांगीर तो बिहोश पड़ा है और जब वो उसका चेक करता है तो जहांगीर मर चुका होता है और वो भागा हुआ जाता है भाई जान के पास हो जाकर बताता है कि जहांगीर तो मर गया है तो भाई जान कहता है कि अगर मर गया है तो इसको बाहर फैंक दो सितारा तो �
11:03के साथ भी तो बुरा होना था फिर आप देखेंगे जुबیर वेजी से कहता है
11:11कि वह जीनत को ढूने और उसकी बच्चियों को ढूने वेजीर को बहुत ज्यादा
11:15फिकर होती है कि जुबیर का इलाज होना चाहिए और छो असलम के पास जाते है
11:19कहता है कि हाँ जुबैर के लिए पैसे चाहिए उसका इलाज करवाना है तो असलम कहता है कि मेरे पास कहां से आए पैसे और लेकिन वजीर कहता है कि स्टोर तो आप ही देखते हो और आप से हमने मांगने है और जुबैर भाइकिया इलाज करवाना है असलम तो उसे डांट दे
11:49हुआ है और उनकी आँखों की रोशनी चली गई है तो वही डाक्टर जुबैर का इलाज करेगा क्योंके जुबैर अब बिलकु सही हो चुका है उसे अपनी बच्ची और उपनी बीवी की फिकर है और वो यही कहता है कि वो अपनी बच्ची ऑफी ठीक होगा और लेकिन उसकी
12:19के लिए पैसे नहीं है जैसे तुम लोग मुसे जो मांगते थे मैं पूरी कर देता था लेकिन अब मैं महताज हो गया हूं और तुम लोगों के पास मेरे पास पैसे खतम हो गए है दुसी तरफ आप देखेंगे कि असलम सिद्रा को कहता है कि ये घर किसके नाम पर है तो सि�
12:49जादा रोता है जीनत को याद करके जैसे उसने उसके उपर जलम किये और अपनी बच्चियों के उपर जलम किये अब पच्चाने का क्या फाइदा दूसी तरफ आप देखेंगे कि सितारा और जहांगीर के साथ तो बहुत ही बुरा हुआ जहांगीर वहां से भागने की को�
13:19चोट लगने की वज़ा से मर चुका है और ना ही उसकी खबर ली जाएगी अब भाई जान सितारा के बारे में कहता है कि इसको काम पर लगाओ और ये अपने धंदे पर काम पर लगे और उस लड़के को निकालो यहां से उसकी चुटी करवाओ वो अपने आदमें को कहता है
13:49जांगीर तो मर गया है तो भाई्जान कहता है कि अगर मर गया है तो इसको बाई पहन spouse है बेंक तू बरी तरीके से फश की है वहाँ से निकल कि नहीं प्योगे अब जांगीर है और
14:01और जहांगीरी निकाल सकता था अब सितारा के साथ तो ऐसा होना ही था क्योंकि उसने दूसरों के साथ बुरा किया तो उसके खुद के साथ भी तो बुरा होना था फिर आप देखेंगे जुबैर वजीर से कहता है कि वो जीनत को ढूंडे और उसकी बच्चीयों को ढूंडे �
14:31आएं पैसे और लेकिन वजीर कहता है कि स्टोर तो आप ही देखते हो और आप से हमने मांगने है और जुबैर भाइकिया इलाज करवाना है असलम तो उससे डांट देता है और कहता है कि नहीं मेरे पास पैसे नहीं है जुबैर के लिए और वहां पर स्टोर पर एक डॉक्�
15:01क्योंके जुबैर अब बिल्कु सही हो चुका है उसे अपनी बच्चियों और उपनी बीवी की फिकर है और वो यही कहता है कि वो अपनी बच्चियों की खाती ठीक होगा और लेकिन उसकी मा कहती है कि हमारे पास पैसे नहीं है कि तुम्हारे लाज करवाने के लिए सिद्रा �
15:31हो गया हूँ और तुम लोगों के पास मेरे पास पैसे खतम हो गए हैं दुसी तरफ आप देखेंगे कि असलम सिद्रा को कहता है कि ये घर किसके नाम पर है तो सिद्रा कहती है कि मुझे नहीं मालूम तो असलम उसे कहता है कि अपना हक मांगो और सिद्रा की मंगनी हो जाती
16:01अब पच्टाने का क्या फाइदा दूसी तरफ आप देखेंगे कि सितारा और जहांगीर के साथ तो बहुत ही बुरा हुआ
16:07जहांगीर वहां से भागने की कोशिश करता है लेकिन वहां पर भाई जान आ जाता है सितारा को लेकर और जहांगीर को मार देता है और जहांगीर भिहोश हो जाता है
16:18और जहांगीर को ऐसे ही कमरे में डाल देते हैं उसकी कोई खबर नहीं लेते
16:23क्योंके जहांगीर अब चोट लगने की वज़ा से मर चुका है और ना ही उसकी खबर ली जाएगी
16:29अब भाई जान सितारा के बारे में कहता है कि इसको काम पर लगाओ
16:33और ये अपने धंदे पर काम पर लगे और उस लड़के को निकालो यहां से उसकी छुटी करवाओ
16:39वो अपने आदमियों को कहता है जब उसका आदमी जहांगीर के पास जाता है तो देखता है कि जहांगीर तो बिहोश पड़ा है और जब वो उसका चेक करता है तो जहांगीर मर चुका होता है
16:50और वो भागा हुआ जाता है भाईजान के पास हो जाकर बताता है
16:54के जहांगीर तो मर गया है तो भाईजान केहता है कि अगर मर गया है तो �ola और भाईट फैंक दो
17:00सितारा तो बुरी तरीके से फस चुकी है यह आब वो वहाँ से निकल भी नहीं
17:04सकती कι। यूँ कि अब जञ़ांगिरश नहीं और ज़ांगिरी निकाल
17:08सकता था। अब सितारा के साथ तो ऐसा होना ये था किय। कि उसने
17:12दूसरों के साथ बुरा किया तो उसके �खुद के साथ भी तो
17:14بُرا होना था फिर आप देखेंगे जुबैर जुबैर से कहता है
17:21कि वो जिनत को ढूंडे और उसकी बच्शियों को ढूंडे वजीर
17:25को बहुत ज्ञदा फिकर होती है कि जुबैर का इलाज होना चाहिए
17:28और वो असलम के पास जाते है और उसे कहता है कि जुबैर
17:32के लिए पैसे चाहिए उसका इलाज करवाना है तो असलम कहता है कि मेरे पास कहां से आए पैसे और लेकिन वजीर कहता है कि स्टोर तो आप ही देखते हो और आप से ही हमने मांगने है और जुबैर भरकिया इलाज करवाना है असलम तो उसे डांट देता है और कहता है कि नहीं
18:02चली गई है तो वही डाक्टर जुबैर का इलाज करेगा क्योंकि जुबैर अब बिल्कु सही हो चुका है उसे अपनी बच्ची और उपनी बीवी की फिकर है और वो यही कहता है कि वो अपनी बच्ची ओपनी खाती ठीक होगा और लेकिन उसकी मा कहती है कि हमारे पास पैसे �
18:32तुम लोग मुसे जो मांगते थे मैं पूरी कर देता था लेकिन अब मैं महताज हो गया हूं और तुम लोगों के पास मेरे पैसे खतम हो गए हैं दुसी तरफ आप देखेंगे कि असलम सिद्रा को कहता है कि ये घर किसके नाम पर है तो सिद्रा कहती है कि मुझे नहीं माल�
19:02अब च्शाइब करके जैसे उसने उसके उपर जलम किए और अपनी बच्चीयों की ऊपर जलम कियए अब पशताने का क्या फाइदा दूसी तरफ आप देखेंगे कि सितारा और जहांगीर के साथ तो बहुत ही बुरा हुआ जहांगीर वहां से भागने की कोशिश करता है ल
19:32मर चुका है और ना ही उसकी खबर ली जाएगी अब भाईजान सितारा के बारे में कहता है कि इसको काम पर लगाओ और ये अपने धंदे पर काम पर लगे और उस लड़के को निकालो यहां से उसकी चुटी करवाओ
19:44वो अपने आदमियों को कहता है जब उसका आदमी जहांगीर के पास जाता है तो देखता है कि जहांगीर तो बिहोश पड़ा है और जब वो उसका चेक करता है तो जहांगीर मर चुका होता है और वो भागा हुआ जाता है भाई जान के पास हो जाकर बताता है कि जहांगीर त
20:14अब सितारा के साथ तो ऐसा होना ही था क्योंकि उसने दूसरों के साथ बुरा किया तो उसके खुद के साथ भी तो बुरा होना था फिर आप देखेंगे जुबैर वजीर से कहता है कि वो जीनत को ढूंडे और उसकी बचीयों को ढूंडे
20:29वजीर को बहुत ज़दा फिकर होती है कि जुबैर का इलाज होना चाहिए और वो असलम के पास जाते है और उसे कहता है कि जुबैर के लिए पैसे चाहिए उसका इलाज करवाना है तो असलम कहता है कि मेरे पास कहां से आए पैसे और लेकिन वजीर कहता है कि स्टोर तो आप ह
20:59पूछता है और कहता है कि जुबायर कहां पर है तो वजीर उनको बताएगा कि जुबायर ke साथ तो ये सब कुछ हुआ है और उनकी आँकों की रोशनी चली गई है
21:04के जुबैर के साथ तो यह सब कुछ हुआ है और उनकी आँखों की रोश्णी चली गई है तो वही डाक्टर जुबैर का इलाज करेगा क्योंकि जुबैर अब बिल्कु सही हो चुका है उसे अपनी बच्ची ओर उपनी बीवी की फिकर है और वह यही कहता है वह अपनी बच्
21:34के लिए पैसे हैं और मेरे लाज के लिए पैसे
21:36नहीं है जैसे तुम लोग मुसे
21:38जो मांगते थे मैं पूरी कर देता था
21:40लेकिन अब मैं मुहताज हो गया हूं
21:42और तुम लोगों के पास मेरे
21:44पास पैसे को घएया है
21:45दूसी तरह आप देखेंगे किüsselम सिद्रा
21:48को कहता है कि ये घर किसके नाम पर है तो सिद्रा कहती है कि मुझे नहीं मालूम तो असलम उसे कहता है कि अपना हक मांगो और सिद्रा की मंगनी हो जाती है लेकिन जुबैर खुश नहीं है वो अपने कमरे में चला जाता है वो बस अपनी बच्ची और जीनत को याद करता रहत
22:18जहांगीर वहां से भागने की कोशिश करता है लेकिन वहां पर भाई जान आ जाता है सितारा को लेकर और जहांगीर को मार देता है और जहांगीर भी होश हो जाता है और जहांगीर को ऐसे ही कमरे में डाल देते हैं उसकी कोई खबर नहीं लेते
22:33क्योंके जहांगीर अब चोट लगने की वज़ा से मर चुका है और ना ही उसकी खबर ली जाएगी
22:39अब भाई जान सितारा के बारे में कहता है कि इसको काम पर लगाओ
22:43और ये अपने धंदे पर काम पर लगे और उस लड़के को निकालो यहां से उसकी छुटी करवाओ
22:49वो अपने आदमियों को कहता है जब उसका आदमी जहांगीर के पास जाता है तो देखता है कि जहांगीर तो बिहोश पड़ा है और जब वो उसका चेक करता है तो जहांगीर मर चुका होता है
23:01और वो भागा हुआ जाता है भाई जान के पास हो जाकर बताता है
23:04कि जांगीर तो मर गया है तो भाई जान कहता है कि अगर मर गया है तो इसको बाहिट फैंक दो
23:10सितारा तो बुरी तरीके से फस चुकी है अब वहां से निकल भी नहीं सकती
23:15क्योंकि अब जहांगीर तो रहा नहीं और जहांगीरी निकाल सकता था
23:19अब सितारा के साथ तो ऐसा होना ही था क्योंकि उसने दूसरों के साथ बुरा किया
23:23तो उसके खुद के साथ भी तो बुरा होना था फिर आप देखेंगे
23:27زوبیر
23:30وزیر سے کہتا ہے
23:32کہ وہ زیند کو ढूंडे
23:33اور उसकी बודspe Clay की जोएं को ढूंडे
23:34وزیر को बहुत ज़ता फिकर होती है
23:37کہ زوبیر का इलाज होना चाहिए
23:38और वो असलम के पास जाते है
23:40उसे कहता है
23:41کہ زوبیر के लिए पैसे चाहिए
23:43उसका इलाज करवाना है
23:45तो असलम कहता है
23:45के मेरे पास कहां से आए पैसे और लेकिन वजीर कहता है के स्टोर तो आप ही देखते हो और आप से ही हमने मांगने है और जुबैर भाय किया इलाज करवाना है असलम तो उसे डांट देता है और कहता है के नहीं मेरे पास पैसे नहीं है जुबैर के लिए और वहां पर स्टोर
24:15का इलाज करेगा क्योंके जुबैर अब बिल्कु सही हो चुका है उसे अपनी बच्ची और उपनी बीवी की फिकर है और वो यही कहता है कि वो अपनी बच्ची ऑपनी खाती ठीक होगा और लेकिन उसकी मां कहती है कि हमारे पास पैसे नहीं है तुम्हारे इलाज करवाने के �
24:45लेकिन अब मैं महताज हो गया हूं और तुम लोगों के पास मेरे पैसे खतम हो गए हैं दुसी तरफ आप देखेंगे कि असलम सिद्रा को कहता है कि ये घर किसके नाम पर है तो सिद्रा कहती है कि मुझे नहीं मालूम तो असलम उसे कहता है कि अपना हक मांगो असलम और सि�
25:15बच्चियों के उपर जिम किये अब पच्टाने का क्या फाइदा दूसी तरफ आप देखेंगे कि सितारा और जांगीर के साथ तो बहुत भुरा हुआ जांगीर वहां से भागने के कोशिश करता है लेकिन वहां पर भाई जान आ जाता है सितारा को लेकर और जांगीर को मार �
25:45भाई जान सितारा के बारे में कहता है कि इसको काम पर लगाओ और ये अपने धंदे पर काम पर लगे और उस लड़के को निकालो यहां से उसकी चुटी करवाओ।
26:15सितारा तो बुरी तरीके से फढ़ चुकी है अब वहां से निकल भी नहीं सक्तीकर these जानगीर थी लख जानगीर सक्ता था
26:24अब सितारा के साथ तो ऐसा होना ही था क्योंकि उसने दूसरों के साथ बुरा किया तो उसके खुद के साथ भी तो बुरा होना था फिर आप देखेंगे जुबैर वजीर से कहता है कि वो जीनत को ढूंडे और उसकी बचीयों को ढूंडे
26:40वजीर को बहुत ज़दा फिकर होती है कि जुबैर का इलाज होना चाहिए और वो असलम के पास जाते है और उसे कहता है कि जुबैर के लिए पैसे चाहिए उसका इलाज करवाना है तो असलम कहता है कि मेरे पास कहां से आए पैसे और लेकिन वजीर कहता है कि स्टोर तो आप ह
27:10शुबैर का पूछता है और चाहिता है जूबैर कहां पर है तो बजीर न को बताएगा के साथ चाहता है
27:32तो स्या-जादि चाहता है कि हम्मारे पास पैसे नहीं है तक त नुमारे फ्मारे लाज करवाने के लिए
27:38भाई हम आपका इलाज करवा तो रहे हैं और कैसे करवाएं और जुबैर कहता है कि तुम्हें अपने ने कपड़ों के लिए पैसे हैं और मेरे इलाज के लिए पैसे नहीं है जैसे तुम लोग मुसे जो मांगते थे मैं पूरी कर देता था लेकिन अब मैं मुHTाज हो गया ह�
28:08गो बे कुजबा बच्चे और चारी में अक्तिके साहरे प्जाधा ने मीड़ने के रहते हैं।
28:32आ जाता है सितारा को लेकर और जहांगीर को मार देता है और जहांगीर भी होश हो जाता है और जहांगीर को ऐसे ही कमरे में डाल देते हैं उसकी कोई खबर नहीं लेते क्योंकि जहांगीर अब चोट लगने की वज़ा से मर चुका है और ना ही उसकी खबर ली जाएगी अब �
29:02जहांगीर के पास जाता है तो देखता है कि जहांगीर तो बिहोश पड़ा है और जब वो उसका चेक करता है तो जहांगीर मर चुका होता है
29:12और वो भागा हुआ जाता है भाई जान के पास हो जाकर बताता है कि जांगीर तो मर गया है तो भाई जान कहता है कि अगर मर गया है तो इसको बाहिट फैंक दो
29:20सितारा तो बुरी तरीके से फस चुकी है अब वहां से निकल भी नहीं सकती
29:25क्योंकि अब जहांगिर तो रहा नहीं और जहांगिरी निकाल सकता था
29:29अब सितारा के साथ तो ऐसा होना ही था क्योंकि उसने दूसरों के साथ बुरा किया
29:34तो उसके खुद के साथ भी तो बुरा होना था फिर आप देखेंगे जुबैर वजीर से कहता है कि वो जीनत को ढूंडे और उसकी बच्चियों को ढूंडे
29:45वजीर को बहुत ज़दा फिकर होती है कि जुबैर का इलाज होना चाहिए और वो असलम के पास जाते है और उसे कहता है कि जुबैर के लिए पैसे चाहिए उसका इलाज करवाना है तो असलम कहता है कि मेरे पास कहां से आए पैसे और लेकिन वजीर कहता है कि स्टोर तो आप ह
30:15जुबैर का पूशता है और कहता है कि जुबैर कहां पर है तो वजीर उनको बताएगा कि जुबैर के साथ तो ये सब कुछ हुआ है और उनकी आंकों की रोशनी चली गई है तो वही डाक्टर जुबैर का इलाज करेगा क्योंकि जुबैर अब बिल्कु सही हो चुका है उसे �
30:45रहे हैं और कैसे करवाएं और जुबैर कहता है कि तुम्हें अपने ने कपड़ों के लिए पैसे हैं और मेरे इलाज के लिए पैसे नहीं है जैसे तुम लोग मुसे जो मांगते थे मैं पूरी कर देता था लेकिन अब मैं मुहताज हो गया हूँ और तुम लोगों के पास मेर
31:15है वो अपने कमरे में चला जाता है वो बस अपनी बच्ची और जीनत को याद करता रहता है और वो बहुत
31:21जादा रोता है जीनत को याद करके जैसे उसने उसके उपर जलम किये और अपनी बच्चियों की उपर जलम किये अब पच्टाने का क्या फाइदा दूसी तरफ आप देखेंगे कि सितारा और जहांगीर के साथ तो बहुत ही बुरा हुआ जहांगीर वहां से भागने की कोशि
31:51चोट लगने की वज़ा से मर चुका है और ना ही उसकी खबर ली जाएगी अब भाई जान सितारा के बारे में कहता है कि इसको काम पर लगाओ और ये अपने धंदे पर काम पर लगे और उस लड़के को निकालो यहां से उसकी चुटी करवाओ वो अपने आदमें को कहता है
32:21जांगीर तो मर गया है तो भाई जान कहता है कि अगर मर गया है तो इसको बाहिट फैंक दो सितारा तो बुरी तरीके से फस चुकी है अब वहां से निकल भी नहीं सकती क्यों कि अब जांगीर तो रहा नहीं और जांगीरी निकाल सकता था अब सितारा के साथ तो ऐसा होना ह
32:51बहुत ज़दा फिकर होती है कि जुबैर का इलाज होना चाहिए और वो असलम के पास जाते है और उसे कहता है कि जुबैर के लिए पैसे चाहिए उसका इलाज करवाना है तो असलम कहता है कि मेरे पास कहां से आए पैसे और लेकिन वजीर कहता है कि स्टोर तो आप ही देखते
33:21और कहता है कि जुबैर कहां पर है तो वजीर उनकों बताएगा कि जुबैर के साथ तो ये सब कुछ हुआ है और उनकी आँखों की रोशनी चली गई है तो वही डाक्टर जुबैर का इलाज करेगा क्योंके जुबैर अब बिल्कु सही हो चुका है उसे अपनी बच्ची और �
33:51कशे करवाएं और जूबैर कहता है के तुम्हीफ अपने ने अपड़ऊं के
33:55लिए पैसे हैं और मेरे ुलाज के लिए पैसे नहीं है जैसे तुम
33:58लोग उसे जो माग ते थे मैं पूरी कर देता था लेकिन अब मैं
34:02محتاج ہو گیا हूँ اور تم لوگوں
34:04کے پاس میरे पैसे खत्म
34:06हो गए है दूसी तरफ आप देखेंगे
34:08कि अस्लम सिद्रा को कहता है
34:10कि ये घर किसके नाम पर है तो सिद्रा
34:12कहती है कि मुझे नहीं मालूम
34:14तो अस्लम उसे कहता है कि अपना हक
34:16मागो और शिद्रा की
34:18منگनی ہو جاتی ہے لیکن زوبیر خوش
34:20نہیں ہے وہ اپنے کمرے میں
34:22چلا جاتا ہے وہ بس اپنی بچیوں اور
34:24زینت کو یاد کرتا رہتا ہے
34:25اور وہ بہت زیادہ روتا ہے
34:27زینت کو یاد کر کے جیسے اس نے اس کے اوپر
34:30ظلم کیے اور اپنی بچیوں کی اوپر
34:32ظلم کیے اب پشتانے کا کیا
34:34فائدہ دوسری طرف آپ دیکھیں گے
34:36کہ ستارہ اور جھانگیر کے ساتھ
34:38تو بہت برا ہوا جھانگیر
34:40وہاں سے بھاگنے کی کوشش کرتا ہے
34:42لیکن وہاں پر بھائی جان آ جاتا ہے
34:43ستارہ کو لے کر اور جھانگیر
34:46کو مار دیتا ہے
34:48اور جھانگیر بھی ہوش ہو جاتا ہے
34:50اور جھانگیر کو ایسے ہی کمرے میں
34:52ڈال دیتے ہیں اس کی کوئی خبر
34:54نہیں لیتے کیونکہ جھانگیر
34:56اب چوٹ لگنے کی وجہ سے
34:58مر چکا ہے اور نہ ہی اس کی خبر
35:00لی جائے گی اب بھائی جان
35:02ستارہ کے بارے میں کہتا ہے کہ اس کو
35:04کام پر لگاؤ اور یہ اپنے
35:06دھندے پر کام پر لگے اور اس
35:08لڑکے کو نکالو یہاں سے اس کی چھٹی
35:10کرواؤ وہ اپنے آدمیوں کو کہتا ہے
35:12جب اس کا آدمی جھانگیر
35:14کے پاس جاتا ہے تو دیکھتا ہے کہ جھانگیر
35:16تو بھی ہوش پڑا ہے اور
35:18جب وہ اس کا چیک کرتا ہے
35:20تو جھانگیر مر چکا ہوتا ہے
35:22اور وہ بھاگا ہوا جاتا ہے
35:24بھائی جان کے پاس ہو جا کر بتاتا ہے
35:26کہ جھانگیر تو مر گیا ہے تو
35:28بھائی جان کہتا ہے کہ اگر مر گیا ہے
35:30تو اس کو باہر پھینک دو
35:31सितारा तो बुरी तरीके से फस चुकी है अब वहां से निकल भी नहीं सकती
35:36क्योंकि अब जहांगिर तो रहा नहीं और जहांगिरी निकाल सकता था
35:40अब सितारा के साथ तो ऐसा होना ही था क्योंकि उसने दूसरों के साथ बुरा किया
35:45तो उसके खुद के साथ भी तो बुरा होना था फिर आप देखेंगे जुबैर वजीर से कहता है कि वो जीनत को ढूंडे और उसकी बच्चियों को ढूंडे
35:55वजीर को बहुत ज़दा फिकर होती है कि जुबैर का इलाज होना चाहिए और वो असलम के पास जाते है और उसे कहता है कि जुबैर के लिए पैसे चाहिए उसका इलाज करवाना है तो असलम कहता है कि मेरे पास कहां से आए पैसे और लेकिन वजीर कहता है कि स्टोर तो आप ह
36:25इबने पयाइब पास पैसे नहीं है तुमारे पास पैसे नहीं है तुमारे लाज करवाने के लिए
36:52सिद्रा भी कहती है कि भाई हम आपका लाज करवा तो रहे हैं और कैसे करवाएं
36:57और जुबैर कहता है कि तुम्हें अपने ने कपड़ों के लिए पैसे हैं और मेरे लाज के लिए पैसे नहीं है
37:03जैसे तुम लोग मुसे जो मांगते थे मैं पूरी कर देता था लेकिन अब मैं महताज हो गया हूँ
37:08और तुम लोगों के पास मेरे पैसे खतम हो गए हैं दुसी तरफ आप देखेंगे कि असलम सिद्रा को कहता है
37:15कि ये घर किसके नाम पर है तो सिद्रा कहती है कि मुझे नहीं मालूम
37:19तो असलम उसे कहता है कि अपना हक मांगो
37:22जैसे खतम और सिद्रा की मंगनी हो जाती है लेकिन जुबैर खुश नहीं है

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