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  • 6/1/2025
Part- 02 राज्यों का पुनर्गठन(POL--स्वतंत्र भारत में राजनीति--2-- राष्ट निर्माण की चुनातियाँ)

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00:00तो नमश्कार विद्यार्थियों मैं सुरेश भाटी आप सभी का आज की स्क्लास में एक बार फिट से हार्दिक स्वागत और अभिननदन करता हूं
00:08सुरेश हम लोगों ने पिछली क्लास में चर्चा प्रागम की थी राश्ट निर्मान की चुनौतियों
00:13राश्ट निर्मान की चुनौतियों के अंतरगर्थ आज हम आगे बढ़ते हुए चर्चा करेंगे किस प्रकार से राज्जियों का पूरर कठन किया गया और साथ ही इस चेप्तर के कुछ
00:23कि एम सी क्विस्ट पर भी चर्चा होगी लेकिन पिछली क्लास में हमने जो पड़ा था थोड़ी सी चर्चा हम एक बार उस पर कर लेते हैं आप सभी को पता है राश्ट निर्मान की चुनौतियों के अंतरगर्थ हमने देखा कि जब भारत आज़ाद वा उसके समक्स कुछ
00:53जो थे उनको भारतिय संग में सामिल करने आपने देखा किस प्रकार से रजवाडों का विले जो भारत में किया गया वह बहुत जटिल प्रोसेस को पूरा करने में सर्दाम अलभणाई पटेलें बहुत एहम हमी का निफाई थी
01:07565 रजवाडों में से जादा तर रजवाड़े तो भारतिय संग में सामिल हो गए उखुद ही छुप थे इसलिए उपाने विले पत्र पर हस्ताक्षर कर दी लेकिन कुछ ऐसे रजवाड़े थे जिन में जूनागर्ड मनिपूर हैदराबाद जमू कश्मीय जिनका विले भ
01:37भारत के साथ सेहमती को अकर दिया था नहीं तो उनोंरे भारत के साथ विले पुर नहीं हो किया था लेगन एक शर्थ पर किया था और वह शर्थ कया की MAनिपूर एक स्वायत रज्ची होना चाहिए जहां भारत सरकार का आंत्रिक मालौ में कोई हस्तक्षित हए नहीं होगा
02:07यानि कि नियूंतम आयू के आधार पर गोटिंग कर वाई गई थी बिना किसी भेदभाव की।
02:13चुनाओ संपन्द होने के पस्चाथ मनिपूर कॉंग्रेस जो थी वो भारत के साथ मनिपूर का विलय चाहती थी।
02:19मौत चंद्र शिंग पर भारत सरकाण ने दबाव बनाया और मौत चंद्र शिंग ने भारत के साथ विलय पत्र पर हस्ताक्षर कर दिया।
02:43बगेर मनिपुर का भारत में विले कर दिया गया.
02:46अब हम बात करते हैं हिद्राबाद के विले की.
02:49हिद्राबाद जहां का साशक निजाम कहलाता था,
02:53उस समय के जितने भी धनी लोग थे उनमें से एक था निजाम उस समय.
02:58निजाम भारत से अलग रहना चाहता था.
03:00इसलिए भारत सरकार ने भी हैदराबाद को एक स्वतंत रियासत का दर्जा दे दिया
03:04लेकिन एक सर्थ पर और उस सर्थ ही ये थी कि हैदराबाद में लोगतंत्रात्मक शासन प्रणाली के अधार पर ही चुनाओ शासन चलाए जाना चाहिए
03:13कुछ समय में ही निजाम ने वहाँ के लोगों पर अत्याचार प्रार्म कर दिये
03:18तैलंगाना के किसानों ने और मजदूरों ने एक अंदोलन सुरू किया जिसका नित्रत्व हैदराबाद कॉंग्रेस तथा कॉम्मिनिस्ट पार्टी ने किया
03:28इस विद्रोह को दबाने के लिए हैदराबाद के निजाम ने अपने अर्द सेनिक बल को भीजा जिसे रज्जाकार कहकर उकारा जाता था
03:37रजाकारों ने वहां के लोगों को उचलना प्रारम किया सांपरदा एक अधारपद जो गैर मुस्लिम थे उनको टार्गेट किया गया
03:46बहार सरकार ने इसके किलाफ एक ऑपरेशन चलाया जिसे ऑपरेशन पूर्लो नाम दिया गया
03:51और सेना के मादियम से हैधराबाद की सेना को पराजित किया और हैधराबाद के निजाम को आत्म समर्पन करने के लिए मजबूर किया गया
03:58इस प्रकार से हैधराबाद का विलया भारत में किया गया
04:01तो यह विलया किस प्रकार से हुआ आपने देखा
04:04हमने पिछली क्लास में ये भी चर्चा की थी कि भारत पाकिस्तान विभाजन बड़ा दर्दनाग था क्योंकि लापों की सेंखिया में लोगों को एक देश से दूसरे देश में विस्थापन का सामना करना पड़ा था
04:15इस दर्मियान लगबग पांच लाख लोग मौत का सिकार में थे जिनकी हत्या कर दी गई थी लगबग असी लाग के आसपास लोग विस्थापित हुए थे जो कि अपना आपने बहुत बड़ा विस्थापन कहा जा सकता है तो स्टूडेंट्स आज की स्क्लास में हम चर्चा क
04:45में एक अंदोलन हुआ था और अंदोलन का नेत्रत्व किया गया था पॉट्टी स्रिरामुलू के द्वारा
04:51तैलूगु भासी शेत्र जो आन्रे प्रदेश का था तैलूगु भासी शेत्र उसे आन्रे प्रदेश नाम से एक अलग राज्य का दर्जा दिये जाने की मांग वहां के लोगों ने उठाई थी
05:07और इस मांग का नित्रत्व एक गांधीबादी नेता जिनका नाम था पौट्टी स्रिरामुलू उनके द्वारा किया गया था
05:19उन्होंने लंबे समय तक इस मांग को कंटीनिवस किया और 56 दिन के उखवास के पस शाथ पौट्टी स्रिरामुलू की मरत्यू हो गई
05:26अंद्रप्रदेश भासा के अधार पर एक राज्य बनाया जाएगा तो अंद्रप्रदेश भासा के अधार पर राज्य बनेगा इसकी गोश्चना कब की गई
05:431952 दिशंबर में की गई इसके द्वारा की गई केंद सरकार पंडि जवाहलाल नहरू के द्वारा की गई क्यों की गई क्योंकि तेलुगो भासी क्षेत्र को आंद्रप्रदेश का दर्जा दिया जा एक राज्य का दर्जा दिया जा है ये मांग उठी थी एक अंदोलन हु�
06:13आएक टू बैक राज्य पुनर्गठन आयोग कठित किया गया स्ट्रेट री ओर्गेनाइजेशन कमिशन जिसको हम कह सकते हैं यह अगों कभ स्थापित किया गया तो यह बनाया गया उनीशो प्रेपन 1953 तीन सदस्य थे इस आयोग के जिसका नेत्रत्व फजल अली के द्वा
06:43यह पता लगाई है कि भारत में जो राज्यों का पुनर्गठन किया जाएगा वो किस आधार पर किया जाएगा
06:491955 में इस आयोग ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा भाषा के आधार पर राज्यों के पुनर्गठन का सुझा होती है
06:591903 में जिस आयोग का वेठन किया गया था जिस आयोग के तीन सदस्य थे आप देख सकते हैं इसमें केम पणिक का रिदयनाथ कुंजरू फजल अली यह तीन सदस्य आयोग था और इसना अपनी रिपोर्ट 1905 में देते वे कहा कि राज्यों का पुनर्गठन भाषा के आधार
07:29था इंट्रप्रदेशस बना तो दिकें बहुत चोटी चोटी से प्वेहां से पहला बना और प्रदेस अंद्र प्रदेश क्वेशिक वर्देस हैं
07:44इस आंदोलन के नित्रत्रों किस ने किया था पॉर्टी स्री रामुलू में किया था कब आंद्रप्रदेश को भासा के आधार पर राज्य बनाय जाने की घोष्टना की गई थी
07:531952 दिसंबर में की गई थी राज्य पॉर्ण गठन आयोग कब इस्थाफित किया गया 1953 में इस्थाफित किया गया कितना सदस्य था तीन सदस्य अध्यक्सता किसने की थी फजल अली ने
08:05अध्यन सदस्य कौन-कौन थे के KMPSpjourण मची प्रेंदना कुंजरी सदस्य ठीक किसी प्रकार से इसने अपनी रिपोर्ट कब प्रस्तूत की
08:121955 में प्रस्तूत की रिपोर्ट में क्या सुझाओ दिया गया अंध्रप्र ब्हारत में राज्यों की अधार पर पर राज्य
08:22अधिनियम कब पारित किया गया 1956 1956 में उस समय कित्ते राज्यवा केंदर सासित प्रदेश थे चौदा राज्यवा छे केंदर सासित प्रदेश थे तो हर एक एक एक लाइन पर एक बिंदू पर एक प्रशना आप से पूछा जा सकता है
08:37यहां एक चीज और आपको ध्याम में रखनी है कि कॉंग्रेस का नागपूर अधिवेशर जो कि 1920 में हुआ था इसमें यह गोशना कर दी गई थी कि जब भी भारत आजाद होगा भारत में राज्यों का पुनरगठन भाषा के आधार पर किया जाएगा
08:53यह गोशना अल्रेडी कर दी गई थी कि राज्यों का पुनरगठन किस के आधार पर होगा भाषा के आधार पर होगा यह कब कहा गया था 1920 में जब कॉंग्रेस का नागपूर अधिवेशन आयोजित किया गया था प्रटिस साशनकाल में ही हम कह सकते हैं कि यह गोशना कर दी
09:23अधाइस राज्ये हैं और आठ केंद्रसासिक प्रदेश हैं तो यह राज्ये कब कब बने होंगे यह यहां पर महत्पुण विशय है आप सबसे पहले देखेंगे कि
09:331906 में महारास्ट्रा गुज्राथ कर जी बनाएं गए बाशागे आधार पर बनेभी यह बीविदि उसमें आप यह देखेंगे prove 1956 तर्म Excellent
09:46वो कितने राजी प्रदेश जिनको यूटी कहा जाता है ये 1956 तकी बात है फिर आता है समय 1960 नाइंटीन सिक्स्टी में एक बात पर राज्यों का पुनरगठन किया जाता है
10:14ये पुनरगठन भी किस अधार पर होता है भाषा के अधार पर होता है इस भाषा के अधार पर पुनरगठन में कितने राज्ये बनते हैं दो राज्ये बनते हैं कौन से राज्ये से बनाय जाते हैं तो आपको सबको पता होगा कि बॉम्बे जिसको आप मुंबई कहा जाता है
10:44तो एक तो बनाये गया महारास्थ्र। दूसरा कौन सा बनाये गया गुजरात।
10:51तो महारास्थ्र। गुजरात का अस्तित्व माय थे गुजरात वा महारास्थ्र।
10:58यहां पर आप देखेंगे कि महारास्थ्र। वो जो मराठी बोलते थे।
11:03मराठी भाषा बोलने वालों के लिए महाराश्ट्र हो गया और गुजराती भाषा बोलने वालों के लिए
11:11गुजराती भाषा बोलने वालों के लिए क्या बना दिया गया गुजरात बना दिया गया
11:17तोनि सो साथ में दो राज् 우리는 अस्तित्वमाएं काहां से बॉंबे से कौन-कौन से महराश्च्ट गुजराथ
11:24एतना ही नहीं 1966 1966 में एक बार फिर भाषाक्य अधर पर और राज्र
11:43जन दिया गया एक हरियाना एक हिमाचल प्रदेश को पंजाब तो पंजाब ही रहा जो पंजाबी भाषा बोलते थे आप यहां पर देखेंगे कि पंजाबी भाषा वाले इलाके को पंजाब का नाम दिया गया और इस व्रहत्तर पंजाब से अलग करके हरियाना और हिमाचल प
12:13बाशा के आधार पर बने और यह मांग तो 1950 के दसक से ही चल रहे थी
12:18अकाली दल ने इस मांग को रख दिया था कि पंजाबी सुबा अलग होना चाहिए
12:22और इसका मतलब था कि जो पंजाबी भासा बोलते हैं उनका एक प्राम्ट एक रज्य होना चाहिए
12:29और इस मान को 1966 में पूरा किया गया
12:32तो 1956 के बाद, 1960, 1960 के बाद, 1966
12:37और उसकी बाद एक समय आया जबकि काफी बड़ा पुरोगेठन हुआ
12:421972 में, 1972 में
12:44ये था पुरोत्तर राज्यों का पुरोत्तर राज्यों का मतलब है
12:49Northeast States
12:51वरतमान समय में पुरवत्तर में साथ राजी है
12:55और एक सिक्किम जो है
12:58वो इन साथ बेहनों का
13:00इन राज्यों को साथ बेहने कहा जाता है
13:02Seven Sisters कहा जाता है
13:04उनका एक भाई है
13:05और वह है सिक्किम
13:07तो ये जो North States है
13:10North East States
13:11इनका गठन
13:13ज्यादा तर जो है वो असम से अलग हो करके हुआ है
13:16और बहुत बड़ा पुनरगठन उनिशो बहुतर में हुआ आप देख सकते हैं
13:201972 में मेघाले बनाये गया
13:23इसके अलावा इसी साल मनिपूर और तृपूरा दो राज्ये बनाये गए
13:27तो मेघाले मनिपूर तृपूरा कब अस्तित्व में 1972 में
13:32याद रखने का एक तरीका बता देता हूँ
13:34यह है 1972 मेघाले मेघाले का मतलब है मेग
13:40मेघाले दूसरा है मनिपूर मनिपूर तीसरा है तृपूरा
13:49तृपूरा तो यहाँ पर याद रखने का तरीका क्या है
13:57मेगों का आलय है तीन मणिया है वो मेगों का आलय है यह याद रखने का तरीका है कि 1972 में मेगालय मनिपुरा और त्रिपुरा यह तीन राजी अस्तित्व में थे और
14:10में 1987 में मिजोरम और अरुनाचल प्रदेश को अगये तो यह देख रहा है कि अचुका था 1963
14:291963 में नाकरेक अस्तित्व में अचुका था 1963
14:40कर देता हूं देखिए 1960 में गुज्रात वारस्ट दो राजी बहें किसे बॉंबे से अलग हो करके
14:531966 में बड़ा जो पंजाब था जिसे ब्रहत्तर पंजाब कहा जाता है उससे अलग करके राज्ये बनाएग
15:02आण के अचुका में आजले सक्टित्व में नागालें प्राइग यस्तित्व आतुका था
15:13और उसके बाद 1972 तीन राजिय मेगाले मनिपूर तिरपूरा फिर 1987 अरुनाचल और मिजोरम यह एके करके राजिय अस्तित्वम आए अब आप यहां देखेंगे कि भाषा के आधार पर ही नहीं
15:35बलकि सेत्रिय संस्कृती विकास के अधार पर तीन राजिय अस्तित्वम आए थे और यह थे 36 गर?, उत्राखंट और जारखंट
15:451 नवंबर 2000, 9 नवंबर 2000, 15 नवंबर 2000 यह जो तीन राजिय एक ननवंबर, 9 नौंबर और 15 नवंबर को अस्तित्वम आए हैं
15:55इनके लिए एक फॉर्मूला याद रखा जा सकता है और वो है C-H-U-J-H
16:02C-H मतलब 36 गड़, U मतलब उत्रा खंड, J-H मतलब जार खंड, छुज, याद रखने का क्या है?
16:10C-H मतलब जार, चुज, और उसके बाद U, तो यहन की U की मातर है, J-H मतलब जार, चुज
16:16तो यह एक तरीका है याद रखने का कि यह तीन राज्ये इस प्रकार से अस्तित्तों में आये थें
16:222 जूम 1914, 2014 को तैलंगाना को आंधर प्रदेश से अलग करके एक राज्ये का दर्जा दे दिया गया
16:29इतना ही नहीं, बलके आप देख रहे हैं कि महाराष्ट्र से विधर, पस्चिम उत्तर प्रदेश से हरित प्रदेश, पस्चिम बंगाल से उत्री भाग अलग होने की मांग लगाता कर रहे हैं
16:40एक चीज और, आपको याद होगा, 2019 जब जम्मु कश्मीर को अनुछे 370 समाप्त करके एक राज्ये की जगे पर दो केंदर सासित प्रदेश का दर्जा दे दिया गया
16:59तो जम्मु कश्मीर आप राज्ये नहीं रहा, ये बात आपको ध्यान में रखनी है, अब जम्मु कश्मीर दो केंदर सासित प्रदेश है, यूनियन टेर्ट्री है, यानि कि एक तो है जम्मु कश्मीर, एक तो है जम्मु कश्मीर और एक है लदाक, तो जम्मु कश्मीर औ
17:29जो है वो संपन किया गया अब आप आप महात्मा गांधी की शाहदत के बारे में बात्चित करेंगे
17:34महात्मा। गृजित्य prof lift के लिए जुनों ने आजादी के लिए संगर्ष किया था अहीं सातमा कांदोलन् holistic के
17:47द्वारा की गई थी क्यों की गई थी इसके पीछे नातुरामगोड से ही ज़्यादा बैटर जानते हैं लेकिन महात्मा गांधी ने कुछ ऐसी कंडिशन्स रखे थी भारत
18:00जो उनकी मौत का कारण बन गई थी कंडिशन्स यह थी कि महात्मा गांदी ने कहा था भारसरकार पागिस्तान सरकार के साथ किये गए आर्थी किया जो वित्य वाइदे हैं उनको पूरा करें
18:12दूसरा मुसल्मानों को उतना ही अधिकार मिले जितना की हिंदूओं को मिला है इस बात से जो कटर हिंदूवादी थे नातुराम गौड से उनकी आत्मा को ठेस पहुची और रोधित होकर उन्होंने महात्मा गांदी की हत्या कर दी थी
18:28तो यहां देखेंगे कि महात्मा गांदी स्वतंतरता से उत्पन हुई हिंसा के कारण कलकत्ता के बंगाल में रहेकर लोगों को शांती बनाय रखने की अप्लिकी फिर बंगाल से दिल्ली आए दिल्ली में गांदी ने भारत सरकार द्वारा पाकिस्तान के साथ की गई आर्�
18:58कर गौडशे द्वारा तीस जन्वरी 1948 को सायकाल प्रात्तना के पश्चात गोली मार कर हत्या कर दी गई थी यह महात्मा गांदी की शहादत चलिए अब हम चर्चा करेंगे प्रश्णों पर सबसे पहला प्रश्ण आपके सामने है वो है भाग्यवदू से चिर प्रतिक्षत
19:28दिया अंबिट करने तो आपका सही उत्तर क्या होगा यह दिया गया था पंडित जवाहलाल नहरू के द्वारा पंडित जवाहलाल नहरू आप सभी जानते हैं मूतिलाल नहरू के पुत्र थे
19:39मूतिलाल नहरू के पुत्र कौन? पंडित जवाहलाल नहरू पंडित जवाहलाल नहरू जो अंत्रिम मंत्री मंडल गठित किया गया था
20:00अंत्रिम मंत्री मंडल में क्या थे? पियम बनाये गये थे और ये मंत्री मंडल 15 सदस्य मंत्री मंडल था
20:1315 सदस्यों में एक महिला भी थी और वो महिला कौन थी? वो थी राजकुमारी अमरित कौर
20:20जोके पटियला राजगराने से थी और ये जो 15 सदस्य मंडल था उसमें प्रधान मंत्री पंडित नहरू को बनाया गया था
20:34और अंत्री मंत्री मंडल का मतलब होता है जब तक देसाजार्द नहीं olacakता जब तक ये जो मंत्री मंडल है ये
20:41कामों को संपन्द करेगा एक तरह से भारत का प्रसाशन सासन चलाएगा
20:48कि महात्माल पड़ी जवाहला नहरू ने जो भाग्य वदू से चिर्प्रतिक्षित भेट एक जो स्पीच दिया था ये प्रस्विद देस्टी में कहलाता है क्या कहलाता है
21:01कि विद्ध
21:03देस्टिन भाग्य वदू से चिर्प्रतिक्षित भेट कॉम कि देस्टीनि भी कह करके पुकारते हैं यह भासा ने एक चुम में दिया किसके समक्स गया यह दिया गया था
21:21कि मध्य रात्री को
21:2615 अगस्त की मध्य रात्री को दिया गया था समिधान सभा को दिया गया था समिधान सभा के समक्ष यह भाशन दिया गया था
21:41समिधान सभा के समक्ष 14 15 अगस्त की मध्य रात्री को यह भाशन दिया गया था जिसे रिट्रस्ति देस्टीनी के नाम से
21:48भुकारा जाता है इस भाशन के माध्यम से पंडित नहरू ने हिंदू मुस्लिम एकता की बात कही थी कि कि कि घृत कीशी मुस्लिम एकता
21:57हिंदू-मुस्लिम एक्ता ये बुख्य बात थी उनकी कि अब भारत पाकिस्तान दो देश भले बल चुके हैं
22:07बट मुस्लिम भारत में बहुत बड़ी संख्या में हैं और उनको एक दूसरे के साथ एक्ता के साथ रहना है
22:13अगला प्रश्ण देखिए प्रश्ण है निम्लिखित मैंसे द्वीराष्ट्र सितान के अधार पर किसने पाकिस्तान की मांग की थी
22:22तो सही उत्तर आपका क्या होगा मुहमद अली जिन्ना मुहमद अली जिन्ना जो है उन्होंने द्वीराष्ट्र सितान जिसे टू नेशन्स थेओरी कहा जाता है
22:38टू नेशन्स थेओरी
22:43टू नेशन्स थेओरी के अधार पर मांग की थी किसकी पाकिस्तान की कि पाकिस्तान एक अलग देश बनना चाहिए
22:53पाकिस्तान किसके लिए अलग देश होना चाहिए मुस्लिमों की
23:00या कि मुस्लिमों के लिए एक अलग देश की मांग की गई थी मुहमद अली जिन्ना के बारा मुहमद अली जिन्ना जब पाकिस्तान अलग हो गया तो पाकिस्तान के प्रत्थम
23:13गवर्नर जनरल मुहमद अली जिन्ना बने थे जब पाकिस्तान भारत से अलग होकर के एक स्वतंत्र देश बना था यह मांग एक्चुल में उठी कहां से थी जिसकी हम बात करते हैं पाकिस्तान की यह मांग उठती है जब अंग्रिजों के द्वारा जब प्रिटिस सरकार द्�
23:43भंक भंक जब लोट करजन के द्वारा गुष्णा हुई थी वंक भंक का मतलब था बंगाल का विभाजन उन्हीं ये जो बंगाल का विभाजन किया गया था ये विभाजन किसके अथार पर था ये था सांपरदाईक आधाइसवां
24:02सामपर्दाइक पाथार पर यानि कि हिंदू और मुस्लिम दो अलग-अलग सामपर्दाइक के आधार पर बंगाल तो अलग-अलग हिस्सों में बटेगा इसका विरोज जब पूरे भारत में हुआ तो बंगाल में भाजन की सुर्शना को वापस ले लिया गया लेकिन इसके प
24:32और यह माम इसलिए रखी गई क्योंकि अंग्रेज खुद चाहते थे कि भारत में दो अलग-अलग धर्म के बीच विवाद को उन्होंने फूट डालो राजकरों के नेती का अनुसरम किया था
24:44इस पॉलिशी के मांध्यम से ही भारत के दो टुगड़े अंग्रेजों के द्वारा कर दिये गए थे प्रशन है इमनलिकित में ऐसे किसको सीमान्त गांधी के नाम से जाना जाता है
25:01ए मुहमद अली जिन्ना भी खान अब्दुल गफार खान सी महत्मा गांधी और डी जवाहलाल नहीं तो सही उतर वोगा आपका खान अब्दुल गफार खान सीमान्त गांधी या फ्रेंटियर गांधी जिनको कहा जाता है
25:15प्रेंटियर गांधी देखे खान अब्दुल गफार खान जो थे वो पश्ची मोत्तर भारत
25:31पश्ची मोत्तर भारत से गांधी वादी
25:42गांधी वादी तरीके से आजाधी के आंदोलन का नेत्रत्व किया था
26:03खान अब्दुल गफार खान इसलिए उनको फ्रेंटियर गांधी कहकर पुकारते हैं गांधी की विचारोंपर चलने वाले थे
26:09खान अब्दूर गफार खान जो थे वो भारत पाक विभाजन के पक्ष में नहीं थे
26:15भारत पाक विभाजन का विरोध किया था खान अब्दूर गफार खान ने
26:24वो नहीं चाहते थे कि धर्म के आदार पर भारत के दो हिस्से होने चाहिए
26:29प्रस्वा 1951 में भारत के भारत में मुस्लिमों की संक्या कितनी थी
26:35A. कुल आबादी का 10 ूसाथ
26:37B. कुल आबादी का 12 ूसाथ
26:39C. कुल आबादी का 15 अद 20 य Сп exclusion
26:44आप बताएंगे
26:45B. कुल आबादी का 12 ूसाथ
26:481951 में जब गणना की गई थी
26:52तो समय भारत और पाकिस्तान दो अलग अलग देश बन चुके थे
26:55फिर भी कुल आबादी का 12 प्रतिसत भारत में मुस्लिम थे
26:59जो कि एक बहुत बड़ी संख्या थी
27:02आप सभी जानते हैं जब भारत पाक विभाजन हुआ था
27:05भारत, पाक, विभाजन
27:10तो इस विभाजन में यह बहुत बड़ी बात सामना आई थी
27:14वो यह थी कि जो हिंदू पाकिस्तान छोड़कर भारत में आए
27:18उनकी संख्या बहुत अधिक थी
27:20हिंदू जो पाकिस्तान
27:25हिंदू जो पाकिस्तान छोड़कर
27:29पाकिस्तान छोड़कर भारत आए
27:35उनकी संख्या अत्याधिक थी
27:45क्योंकि हिंदूओं को मजबूर किया गया
27:52वो पाकिस्तान को छोड़े भारत में जाए
27:54हिंदूओं की संपत्ति पर वहाँ के पाकिस्तान के लोगों न अधिकार कर लिया
27:58और उन संपत्ति सारी वही रह गई
28:00खाली हाथ हिंदू यहाँ लोटाए बड़ी संख्या में
28:03जब उनके साथ जबरन, मारपीट, खुंखराबा, चोरी, टकैती
28:08ऐसी हत्याएं, ऐसी घटनाएं जब हुई तब
28:11लेकिन हमारे यहाँ पंडित नहरू ने पहले ही कह दिया था
28:14महत्मा गांदी ने भी कहा था कि मुसल्मानों को सुरक्षा मिलनी चाहिए
28:18इसलिए यहाँ मुसल्मान सुरक्षित थे तो मुसल्मान जो भारत से पाकिस्तान गए
28:23उनकी संख्या बहुत कम थी और यही कारण है कि उस समय 12% कोलावादी का भारत में मुसल्मान थे
28:30और आज एगर हम भारत में मुसल्मों की संख्या की बात करें
28:33तो इतनी अधिक है कि पाकिस्तान से जादा मुसल्म हिंदुस्तान में रहते है
28:37पाकिस्तान भले अपने आपको एक मुसल्म देश कहता है
28:40लेकि उससे अधिक संख्या में मुसल्म इंडिया में रहते है
28:43तो ये इस बात क्यों संदेज देता है, कि भारत में मुस्लिम कितने सुरक्षित थे और है, प्रश्न है, जनवर 1948 में महात्मा गांधी ने अंतिम किस मांग को लेकर किया, अंतिम उपवास, किस मांग को लेकर किया,
29:04महात्मा गांधी ने जो ये उपवास किया था, ये उपवास इस बात को लेकर किया गया था, कि मुस्लिमों को हिंदू के समान अधिकार मिलने चाहिए,
29:33और भारत सरकार पाकिस्तान के ब्रत्य अपनी विद्य वचन ब्रत्ताओं का पालन करे, और इसी कारण से नाथूराम गौड से के द्वारा,
29:44नाथूराम गौड से द्वारा,
29:53महात्मा गांधी के हत्या कर दी गए थी,
30:11इसी आधार पर नाथूराम गौड से के द्वारा महात्मा गांधी के हत्या भी की गए थी,
30:18क्योंकि नाथूराम गौड से कट्टर हिंदूवादी थी, उनको लगा कि महात्मा गौड से का इस्वरकार का द्रश्टी कौण हिंदू विरोधी द्रश्टी कौण है।
30:25अगला प्रशन है, गांधी ची की हत्या किसके द्वारा की गई थी,
30:29तो आपका सही उत्तर होगा, नाथूराम गौड से के द्वारा महात्मा गांधी की हत्या की गई थी।
30:41अब जो भगत सींग, राजगुरू और सुकदेव इन तीनों की बात कर रहे हैं, ये तीनों ही कौन थे, ये थे हमारे स्वतंतरता सेना नी थे।
30:53स्वतंतरता सेना नी जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए बहुत कम उम्र में ही फांसी के फंदे को अपने गले लगा लिया था।
31:01चंदर सेखर आजाद, बगत सिंग, राजगुरू, सुकदेव ये वो लोग थे जिन्होंने की क्रांती के आधार पर देश की स्वतंतरता की बात की थी।
31:13और नातुराम गौड़ से ने महत्मा गांधी की हत्या की थी, तो आपका सही उत्तर क्या होगा।
31:18D. नातुराम गौड़ से के द्वारा ये हत्या की गई थी।
31:22प्रश्न है, आजाद भारत में रजगारों की संख्या कितनी थी।
31:26A. 465, B. 565, C. 450, D. 550, तो सही उत्तर क्या होगा आपका।
31:40सही उत्तर होगा आपका 565, 565 रजगारे थे।
31:45देखे, रजगारों की संख्या इतनी ज्यादा है कि आप कह सकते हैं कि भारत का जो समय कुल शेत्रफल था।
31:51भारत का कुल शेत्रफल का एक तिहाई भाग रजगारों का था।
32:05यानिकि एक तिहाई भाग पर रजगारे थे।
32:11और प्रतियक चार में से एक व्यक्ति प्रतियक चार में से एक व्यक्ति रजवाडे की प्रजाथी।
32:25जब अंग्रेज यहां से गए थे तो तीन प्रकार के रजगे या प्रांत यहां पर छोड़ कर गए थे।
32:37एक तो थे ब्रिटिस भारत प्रांत दूसर थे चीफ कमीशनर प्रांत चीफ कमीशनर प्रांत तीसरा था देशी रियासते देशी रियासते।
33:05तो यहां ब्रिटिस भारत जो प्रांत थे जब आजाद हुआ हिंदुस्तान तो यह तो क्या कहलाया यह तो कहलाया भारत।
33:14कौन से ब्रेटिस प्रांथ जहां मुस्लिम बहुल्य था वो तो पाकिस्तान बन गया शेस बचावा जो था भारत या इंडिया बन गया और रजवारे जो थे उन रजवारों को यह अधिकार दिया गया कि वो भारत या पाकिस्तान
33:33दौनों मैंसे किसी के भी साथ जा सकते हैं दौनों मैंसे किसी भी देश में जा सकते हैं और या फिर आजाद या स्वतंत्र रह सकते हैं यह उन पर छोड़ दिया गया था
33:52स्वतंत्र रहने के इच्छा जाहिर करने वाले जो थे उनमें आप सभी जानते हैं कि जूनागड का नाम आता है है हैदराबाद कश्मीर मणिपोर यह वो रजवारे थे जो देश के आजादी के बार भारत में ना मिलकर किस्वतंत्र रहने के इच्छा जाहिर रख रहे थे
34:22प्राविल होने के लिए जिस सेहमती पत्र प्रस्ताक्षर करने होते थे उसे किस नाम से जाना जाता है
34:27A. Instrument of Accession
34:30B. Instrument of Procession
34:32C. Instrument of Independence
34:34D. Instrument of Republic
34:36सही उतर क्या होगा?
34:38Instrument of Accession
34:39Instrument of Accession
34:41यह वो विलय पत्र था
34:43विलय पत्र
34:45जिस पर हस्ताक्षर करने के बाद
34:49कोई भी प्रांथ
34:52कोई भी प्रांथ
34:54वो प्रांथ
34:55रजवाड़ा भी हो सकता है
34:57वो भारत का सह प्रांथ
35:00भी हो सकता है
35:02जैसे कि सिक्यम सह प्रांथ
35:05सिक्यम
35:08या फिर जमू कश्मीर की बाद कर सकते है
35:12यह जो है
35:13वो साइन करने के बाद
35:15भारत का हिशा कहलाएंगे, इनकी भारतिय संग का हिसा कहलाएंगे
35:19प्रसन है निमिलिखित मैंसे ऐसंगत है
35:22A. जुनागड, B. हैदराबाद, C. कश्मीर और D. महारास्थरों
35:26तो इसमसंऻ, आसंगत क्या है? इसमसंदांगत है
35:29महारास्थर, क्यों आसंगत है?
35:31क्योंकि जुनागर, हैदराबाद और कश्मीर ये क्या थे? ये थे रजवारे, ये थी रियासते, जबकि महारास्ट जो था, वो क्या था? एक प्रांथ और जिसका जन्म कब हुआ था? 1960 में, क्योंकि महारास्ट जो था? 1960 से पूर्वर, क्या था ये? ये था बॉम्बे, बॉम
36:01बनाये गया महारास्ट, 1960 में, और दूसरा बनाये गया गुजरात, तो आप जिस महारास्ट की बात तर रहे हैं, ये 1960 में अस्तित्वमाया हैं, और उपर तीन जो जगे हैं, जुनागर, हैदराबाद और कश्मीर, ये तीनों ही रजवारे हुआ करते थे? प्रशन है, निमल
36:31आपका हैदराबाद, हैदराबाद में राजा को निजाम कहकर पुकारा जाता था, और निजाम उस समय दुनिया के, यानि कि विश्व के, दुनिया के सबसे अमीर, लोगों में से एक था, निजाम,
36:59और निजाम में ही हैदराबाद की स्वतंतरता की गोशना की थी, कि वो भारत से अलग एक स्वतंतर राज्जी के रूप में रहना चाहता है,
37:08प्रशन हैं 1920 के कॉंग्रेस के नागपूर दिवेशन का संबन निमलिखित में से किस गठना से है,
37:14तो आप पताएंगे, यानि कि भाषा के अधार पर राज्जी का पुनर गठन होना चाहिए,
37:311920 के कॉंग्रेस अधिवेशन में इसी बात पर जोड दिया गया था, ये गोशना कर दी गई थी,
37:38प्रशन है भारत में स्वतंतरता के पस्चात भाषा के अधार पर बनने वाले प्रथम राज्जी का नाम बताईए,
37:44तो आप क्या बताएंगे,
37:46अधार पर बनने वाला पहला राज्जी था जब दिसंबर 1952 में केंद्र सरकार द्वारा,
38:06केंद्र सरकार और केंद्र सरकार का प्रतनीदित तो किसके हाथ में था,
38:10पंडित नहरू धानमंत्री थे, द्वारा गोष्णा की गई और ये गोष्णा जो हुई थी,
38:18वो क्यों हुई थी, क्योंकि पॉटी स्री रामुलू जो है, स्री रामुलू की मृत्यू हो गई थी,
38:28उपवास के पश्चात, जो की एक अंधोनन में लगे वे थे,
38:3256 देज, यानि कि 56 दिन के उपवास के बाद जब उनके मृत्यू हो गई, तो फिर पंडित नहरू को भासा के आधार पर आंधर प्रदेश को राज्य बनाए जाने की गुष्णा करनी पड़ी,
38:43प्रश्चन है, आंधर प्रदेश को भासा के आधार पर अलग राज्य बनाए जाने वाले हंदोलन का नितत्व किसके द्वारा किया गया था,
38:51ए राम चंदरन, बी पौर्टी स्रीरामुलू, सी, ए टी रामरा, एं टी रामरायिद, और चंद्र से� Genesis, तो यहां पर आपका
39:03सही उत्तर गया होगा बी पॉट्टी स्री रामुनुने जो की कौन थे एक गांधिवादी नेता थे गांधिवादी नेता आजादी के दौरान गांधी जी के साथ में रहे थे गांधिवादी नेता थे ये क्या चाहते थे ये चाहते थे तेलुगु
39:19तेलुगु
39:25भासी शेत्र को एक अलग राज्य बनाए जाए आंधर प्रदेश आंधर प्रदेश नामसे अलग राज्य बनाए जाए तेलुकु भासी शेत्र को और इन्होंने सांदोलन में उपवास किया था
39:49उपवास कितने दिन का था? 56 दिन का उपवास था और इसके बाद इनकी म्रत्यू हो गई थी
39:57म्रत्यू के पस्चात आंधोलन जो था वो हिंसात्मक हो गया
40:00क्या हो गया? आंधोलन हिंसात्मक हो गया परिणाम सरूप पंडि जवाहला नेहरू को गोशना करनी पड़ी कि आंधर प्रदेश भासा के आधार पर एक राज्य होगा
40:13प्रश्न है राज्य पुनर कठन आयोग का गठन कब किया गया? यह प्रश्न है तो
40:32आप क्या बताएंगे राज्य पुनर कठन आयोग का गठन किया गया था 1953 यह जो गठन किया गया था यह था तीन सदस्य आयोग
40:53इस तीन सदस्य आयोग में अत्यक्स कौन थे तो अत्यक्स थे फजल अली कौन थे फजल अली अद्मियों जो सदस्य थे वो कौन थे वो थे केम पनिकर के पनिकर और दूसरे थे
41:17रदैनाथ कुंजरू रदैनाथ कुंजरू यह तीन सदस्य आयोग था 1953 में गठित किया गया था
41:31और रिपोर्ट में क्या कहा कि भाशा के अधार पर राज्जों का पुनर गठन होना चाहिए यह इनके द्वारा शुझाव दिया गया था
41:52प्रश्न है राज्य पुनर्गठन आयोग ने किस आधार पर राज्यों के पुनर्गठन की सिपारिश की थी
42:01तो यहां पर आपका उत्तर क्या होगा बाशा के अधार पर राज्यों का पुनरगठन होना चाहिए और इसी अधार पर 1956 में राज्य
42:24राज्य पुनरगठन अधिनियम पारित किया गया और जब राज्य पुनरगठन अधिनियम पारित किया गया तो उसमें चौधा राज्य वह छे केंद्र सासित
42:46प्रदेश अस्त्यत्व में आए तो यहां आपका सही उत्तर क्या होगा बी भाशा के अधार पर राज्यों के पुनरगठन के बाद कही गई थी राज्य पुनरगठन के द्वारा राज्य पुनरगठन आयोग के द्वारा
43:06कि दो आप
43:36कि अचको नचके umचे यूट
43:48कि अचकषो जट
43:55कि अ हम कि घरेbie
43:57कि अचके अचके
44:02कि अचके अ
44:03प्रेद बार जसा हैं पारा कंजब करतों आप दो हम आपा के घर आंप सनपप
44:13इस लगआ रर गढा कंढ दो हम आप यहा के कहा है कार सुरुष तर्टाम्रे लो जग आप सक जब है
44:19खिंद भरा ज्या च बीग और ह開心, जह आप मझेत这里
44:26तो यहां आपने देखा कि राज्य पुनांगठन आयोग ने किस आधार पर राज्यू के पुनांगठन की सेफारिस की थी
44:56तो वो था भी आपका उप्शन से ही कि भाषा के अधार पर राज्यों का पुनांगठन होना चाहिए यह गुष्णा की गई थी
45:02हैदराबाद का विले भारत में कब किया गया आपके सामने यह प्रश्ण है आपके सामने उप्शन मौजूद है
45:09अब देखते हैं सहीं प्रक्र क्या है हिदराबाद का विले भारत में कब किया गया था तो आपके सामने उप्शन है एवी
45:31एवी 1948 में देखिए जून है नौट जून बल्कि सेप्टेमबर 1948 सितमबर
45:44है 1948 में हधराबाद को भारत में सामिल करने के लिए एक उप्रेशन चलाया गया था यह एक सेनिक उप्रेशन था जिसे नाम दिया गया था
45:55आफ प्रेशन ग्रियु प्रेशन प्रों कि यह जो अप्रशन प्रोन नाम दिया गया था वह क्यों दिया गया था इसका कार्म देखें अधराबाद जो है उससमें कि पोलो're के ग्राउंड के पोलो के मैदान जो थे
46:04करा देखने इडिखिये है उस सेधराबाद जो है उससमय पॉलो की ग्राउंड के विए पोलो के मैदान
46:12वो उस समय विश्व में सरवाथिक हैदराबाद में थे विश्व में सरवाथिक हैदराबाद में थे इसी कारण से इसको नाम दिया गया
46:30और शेनी पूलों यह भारत सरकार की एक सेनक कारवाही थी को चैनिक कारवाही में हैदराबाद
46:43कि हैदराबाद ने आत्म समर्पण किया अगे आत्म समर्पण किया तथा
46:56है है दराबार का भारत में विले किया गया तो सेनिक सक्ति के बल पर जो है वह है दराबार को भारत में सामिल किया गया था
47:18प्रशन है है हदराबार के दराबार के अर्दसेनिक वल को किस नामसे फूकारा जाता था exhaust का ज़्यावाद क कैसा था pedir
47:27त किया सथा यह था इसमें जो सैनिक होते थे वो राध्यचाणी होते है उसरे सब्सक्ति या
47:47कुरूर और सामपरदाइक हम पुलूर सानपरदाइक प्रवर्थी के होते थे आक सब्ली जानते हैं कि
47:5835 right 31
48:02मेरा थे जब यह चो यह आंदोलन है कि एया था यह था
48:16मजदूरों और किसानों का अंदोलन यानि कि हम कह सकते हैं किसान अंदोलन था यह किसान अंदोलन जिसका समर्थन जिसका नेत्रतूर हैदरावार कॉंग्रेश तथा
48:37कॉमिनिस्ट पाइटी ने किया था हैदरावाद कॉंग्रेश तथा कॉमिनिस्ट पाइटी ने किया था जिसान अंदोलन का नेत्रतूर उस अंदोलन को कुचलने के लिए हैदरावाद के निजाम के द्वारा रजाकारों को बेजा गया था
48:55आंदोलन को को चलने के लिए किसको बेजा गया था इस अर्थ सेनिक बल को बेजा गया था और इसी के वरुद भारत सरकार्णे के सेनिक कारेवही को अंजाम दिया था
49:21प्रशन है हिदराबाद के निजाम के वरुद विद्रो का नितरत पो किस ने किया था
49:27ए हिदराबाद कॉंग्रेस बी हिदराबाद कम्यूनिस्ट पारिटी सी विकल्ब ए और बी दोनों यह चीक है और डी उप्रूप में से कोई नहीं
49:34तो आपका सची उतर क्या होगा रिकल्ब ए और बी दोनों ही सही है क्योंकि हेदराबाद कॉंग्रेस और कम्यूनिस्ट पारिटी दोनों
49:41मिलकर के हैद्रबाद के निजान के वरुद जो वि दुरु हुआ था इस हुआ के तरह को तो
49:54निय सको इसे विद्रों कर फटाना में भूआ कहा पर उना तेलंग दाना में भूआ है और इस मिसद्रों को कुचलने के लिए है
50:04केदराबाद की तरफ से अपने अर्दसेनिक बल को भेजा गया था जिसे रजाकार कहकर पुकारा जाता है प्रस्ण है भारत में रजवाडों को भारती संग में सामिल करने का स्रेक इसको दिया जाता है
50:17तो सही उत्तर क्या होगा सही उत्तर होगा सर्दार वल्लबभाई पटेल को रजवाडों का विले करना अतना आसान काम नहीं था
50:32सर्दार वल्लबभाई पटेल जो कि देश के उप प्रधान मंत्री जो कि देश के उप प्रधान मंत्री और ग्रह मंत्री थे उस समय
50:43उनको ये काम दिया गया था कि आप देश की रजवाडों का विले करें 565 रजवाड़े थे
50:51इनका विले करना था पानसो पैसट रजवाड का विले आसान काम नहीं था बहुत कठीन काम था क्योंकि जो
51:06पानसो पैसट रजवाड़े वह कितने भाग में पहले थे आप देख सकते हैं एक तीहाई भूभाग पर भारत का पुल जो भूभाग था उसके एक तीहाई भूभाग पर ये पहले वे थे और
51:18एक प्रत्यक चार में से रजवाड़े की प्रजा तो सोचिए कि बहुत बड़ी संख्या में ये लोग थे बहुत बड़ा पॉगलिक सेत्र था इन रजवाडों की संख्या पानसो पैसट थी जिनका भारत में विले करना था काम बहुत कठिन था लेकिन सरदार वल्लब भा�
51:48प्रेशन है भारत के किस राज्य में सरप्रथम सार्भोमिक मतादिकार के आधार पर चुनाव संबंद करवाए गए
52:01सार्भोमिक मतादिकार का मतलब क्या है सार्भोमिक मतादिकार का मतलब है
52:25बिना किसी भेद के मत देने का सबको अधिकार सबको अधिकार और इसी को कहा जाता है
52:43सार्भोमिक मतादिका चाती धर्म भासा लेंग वर्ण वर्ण सित्यादिक आधार पर कोई भेद भाव नहीं क्यावल एक नियूंतम आयू निर्धारित होती है
52:52नियूंतम उम्र सीमा होती है जो आपको तैक अधि होती है
52:59वर्तमान समय में जैसे कि आप सबी जानते हैं अठारा वर्स है
53:02वर्तमान में कितनी है अठारा वर्स कर कोई भी व्यक्ति मतदाता बन सकता है
53:10तो इस तरह से सारभुमिक मतदिकार के अधार पर मनिपूर में
53:15मनिपूर विधान सभा जो थी मनिपूर विधान सभा उसका चुनाओं करवाया गया
53:22और इस चुनाओं करवाया गया यह करवाया गया जून 1948 में
53:28और इसी के अधार पर मनिपूर जो था वो एक समवेधानिक राजतंत्र वाला समवेधानिक राजतंत्र वाला देश बन गया
53:44अगला प्राशन है भारत के साथ सेहमती पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले मनिपूर के सासक कौन थे?
53:51ए ज्यानेंद्र सिंग, बी मौध चंद्र सिंग, सी महेंद्र सिंग, डी गाजेंद्र सिंग
53:57सही उत्तराप का क्या होगा भारत के साथ सहमती पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले मनिपूर के सासक कौन थे
54:05तो मनिपूर के राजा थे मौध चंद्र सिंग जो थे वो नेपाल के राजा थे
54:12नेपाल के गाजा थे, मनिपूर के मौत चंद्र सिंग थे, जिन्हों ने सहमत्य पत्र पर हस्ताक्षर किये थे, वो किसं आधार पर किये थे?
54:25वो किये थे कि मनिपूर की आंत्रिक स्वायक्ता कायम रहनी चाहिए.
54:42भारत के साथ विलय पर हम सहमती दर्ज करते हैं लेकिन मनिपूर आंफिक शेत्र में सोतंत्र होना चाहिए और आखिरकार दबाव डालकर जब भारत सरकार ने प्रयास किया तो फिर मनिपूर को जो है भारत के साथ पूरी तरह से विलिप कर लिया गया जिसका मनिपूर कॉंग
55:12मैं विलय भारत में विलय के पक्ष में थी तो स्टुडेंट्स आज की स्क्लास को यहीं समाप्त करेंगे इस चैप्टर से जुड़ेवे महत्वपून प्रशनों पर हम चर्चा कर चुके हैं इसके और भी कुछ ऐसे कुश्चन्स होंगे जो कि आपको यहां नहीं करवाए �
55:42एक दल के प्रभुत्व का दौर तब तक के लिए आप सभी स्वस्त्र हैं मस्त्र हैं जय हैंत

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