नई दिल्ली: पूर्व राष्ट्रपति डॉ APJ अब्दुल कलाम के निजी कागजात भारत के राष्ट्रीय अभिलेखागार में पहुंच गए हैं. इन कागजातों में प्रमुख दस्तावेज, भाषण और पत्राचार शामिल हैं. उन्हें अन्य पूर्व राष्ट्रपतियों के कागजात के साथ सावधानीपूर्वक संरक्षित किया जाएगा और जनता के लिए सुलभ बनाया जाएगा. इससे डॉ कलाम की विरासत से भविष्य की पीढ़ियों को प्रेरणा मिलती रहेगी.सोमवार को भारतीय राष्ट्रीय अभिलेखागार, डॉ कलाम के परिवार और अन्य संबंधित पक्षों के बीच उनके दस्तावेजों और कागजातों के आधिकारिक संग्रह के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. इस दौरान डॉ. कलाम के परिवार के सदस्यों ने राष्ट्र क लिए उनके महत्वपूर्ण योगदान और छात्र समुदाय के प्रति उनके गहरे स्नेह पर प्रकाश डाला.
00:00पूर्वराशपती डॉक्टर एपीजे अब्दुलकलाम के नीजी कागजात भारत के राष्ट अभिलेखागार में पहुँच गए हैं
00:07इन कागजातों में प्रमुख दस्तावेज, भाषण और पत्रचार शामिल हैं
00:13उन्हें अन्यपूर विराशपतीयों के कागजात के साथ साबधानी पूरवक सनरक्षित किया जाएगा
00:17और जनता के लिए सुलब बनाया जाएगा
00:19इससे डॉक्टर कलाम की विरासत से भवेशिकी पीडियों को प्रेड़ना मिलती रहेगी
00:23पुराने अभिलेकों को हम लोग सनरक्षित रखते हैं
00:28और जो देश की वरासत है जो महित्वपूर लोगों से जुड़ेवे दस्तावेश हैं
00:33वो भी हम लोग रखते हैं
00:35तो हमारे पास जो भारत के पूर राश्पती हैं
00:39उनके दस्तावेशों और कागजातों के आदिगारिक संग्रहे के लिए
01:06एक समझोते पर हस्ताक्षर किये गए
01:08आज हम लोग सबागेशाली हैं
01:12कि डॉक्तर अदूल कलाम के परिवार के सदसे आये हैं यहां पर
01:15रामेश्वरम में हमारी टीम गई थी
01:18वहां पे इनके पेपर्स को देखके
01:20पेपर्स को हम लोग ने छाटा है
01:21और पेपर्स हमारे पास आ रहे हैं
01:23डॉक्तर कलाम के परिवार के सदसे ने
01:39राष्ट के लिए उनके महतुपून योगदान और छातर समुदाय के प्रती उनके गहरे सने फर प्रकाश जाला
02:09भारत के रक्षा और वैग्यानिक मिश्णों के प्रमुक वास्तुकार डॉक्टर एपी जे अब्दुलकलाम ने पोखरण में देश के 1998 के परमाणू परिक्षणों में महतुपून भूमिका निभाई थी
02:21उन्होंने 2002 में भारत के राश्पती का पद सम्भला और 2007 तक इस पद पर रहे थे
02:27भारत के अंतरिक्ष मिशन में उनका सबसे महतुपून योगदान SLV-3 का विकास था
02:33यही वो रॉकेट प्रणाली थी जिसने भारती अंतरिक्ष कारिक्रम की निभ रखी