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ब्लैक एंड व्हाइट: डोनाल्ड ट्रंप का भारत पर 'टैरिफ बम', कौन-से सेक्टर पर कितना असर पड़ेगा?

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00:00नमस्कार मैं हूँ अंजिना ओम कशप और ब्लाक इन वाइट में आपका स्वागत है।
00:30कम टैरिफ पर आयात निर्यात कर पाएं। लेकिन कम से कम टैरिफ की बात 25 प्रतिशत तक पहुँच गई है।
00:38अमेरिका का प्लान ये था कि जिस सरह से भारत ने ब्रिटन के साथ ट्रेड डील की है।
00:42कुछ वैसे ही डील भारत अमेरिका के साथ भी कर लेगा। लेकिन ये डील क्राक नहीं हो पाई।
00:47पाई। आज हम आपको ये पताएंगे कि आखिर किन वजहों से अमेरिका और भारत के बीच ट्रेड डील अभी तक नहीं हो पाई।
00:53और 25 प्रतिशत टैरिफ लगने से भारत को क्या नुकसान हो सकता है।
00:59हमारी अगली खबर भारतिय सेना को लेकर देश में हो रही हिंदू मुस्लिम वाली राजनीती से जुड़ी है।
01:05देश के विपक्ष को चिंता इस बात की है कि भारतिय सेना अपने सेन्य उपरेशन के नाम हिंदू देवी देवताओं या प्रतिकों पर क्यों रखती है।
01:13हाली में सेना ने उपरेशन महादेव के तहट पहल गाओं हमला में शामिल तीनो आतंकियों को मार गिरा था।
01:19और फिर उपरेशन शिव शक्ती के तहट आत्सुबत दो आतंकियों को पुंच में ठिकाने लगा दिया।
01:25आप सोचिए कि देश के विपक्ष को आतंकियों के मारे जाने पर सेनिकों का वहवाही करनी चाहिए।
01:31लेकिन वो इसमें भी इंदु मुसलिम वाली पॉलिटिक्स खोज रहे है।
01:34ये वही विपक्ष है जो सेनिय उपरेशन से जुड़ी समवेदनशील जानकारियां सारजनिक करवाना चाहता है।
01:41इसके बाद हम आपको रश्या में आए भुकमप और उसके बाद सुनामी से हुई तबाही की खबर दिखाएंगे।
01:47रश्या के कामचाटका में 8.8 तीवरता का भुकमप आया है।
01:52जिसे दुनिया का छटा सबसे शक्तिशाली भुकमप कहा गया है।
01:56ये भुकमप इतना शक्तिशाली है कि इसकी उर्जिया को हिरोशिमा और नागसाकी जैसे 10,000 पर माडू बमो जितना आका गया है।
02:07इस भुकम के बाद प्रशांत महासागर और इसके समुद्री क्षेतर में मौझूद लगबख सभी देशों में सुनामी का इलर्ट जारिक किया गया है।
02:13जिपैन, रश्या में तो भुकम के बाद सुनामी की 1-5 मीटर तक उची लहरे दिखाई दिए है।
02:20और मेरी AI वर्शन आज आपके पास कौन सी ख़बर है।
02:50पहली वज़ा भारत उनके लिए मित्र देश है लेकिन भारत अमेरिका पर बहुत जादा टारिफ यानी टैक्स लगाता है।
02:57दूसरा जब दुनिया चाहती है कि युक्रेइन युद के कारण रश्या के साथ व्यापार बंद कर दिया जाए तब भारत रश्या से हतियार और कच्छा तेल दोनों खरीद रहा है।
03:06तीसरी बार उन्होंने ये कही कि भारत से नाखुश है इसलिए एक अगस्य भारत को अपने सभी निर्याद पर 25 प्रतिशत का टारिफ देना होगा।
03:15अलग से पेनल्टी यानी दंड भी चुकाना होगा।
03:19राश्यपती ट्रम्प ने पहली बार एक एप्रल से पूरी दुनिया पर रसीप्रोकल टैरिफ लागू करने की गोशना की दी।
03:25इसका मतलब यह होता है कि जो देश अमेरिका के सामान पर जितना टैक्स लगाएगा उतना ही टैक्स अमेरिका भी उस देश पर लागू कर देगा।
03:34पहली बार 2 अप्रेल 2025 को राश्रपती ट्रम्प ने भारत पर 26% का टैरिफ लगाया था लेकिन बाद में पहले से 9 जुलाई तक डाला गया फिर इसे एक अगस्तक के लिए स्थागित किया गया राश्रपती ट्रम्प ने कहा था कि अगर एक अगस्तक भारत ने अमेरिका के
04:04कुछ सामान पर 10 प्रतिशत का बेसलाइन टैरिफ होगा और बाकी के सामान पर सिवाओं पर 25 प्रतिशत टैरिफ होगा इसके अलावा भी ये भी स्वर्श नहीं है कि राश्रपती ट्रम्प भारत पर किस तरह की पेनल्टी लगाए बस लिए क्या बैसा हो सकता है कि भारत अ
04:342023 जब अमेरिका ने भारत को 3,49,000 करोड़ रुपे का निर्यात किया था और भारत ने अमेरिका को 6,42,000 करोड़ रुपे का निर्यात किया था
04:44इसका मतलब यह है कि अमेरिका को लगबग 3,00,00 क्रोड रुपे का व्यापार घाटा हुआ था
04:53अमेरिका को व्यापार का घाटा हुआ था trade deficit कहते हैं हमेशे
04:57आप इसे ऐसे समझे कि अमेरिका हमसे ज़्यादा सामान खरीबता है और हमें कम सामान बेचता है
05:03और ऐसा करने से उसे इस व्यापार में फायदा नहीं बलकि घाटा होता है
05:09लेकिन अब अमेरिका ने तेख किया है कि वो भी भारत पर जादा टैक्स लगाएगा जिससे ये घाटा कम हो सके
05:15और अगर ऐसा हुआ तो भारत के लिए अच्छी खबर नहीं होगी
05:18भारत अमेरिका को सबसे जादा टू वीलर्स और फोर वीलर्स गाड़िया गाड़ियों के पार्ट्स निर्वान मशीने टेक्स्टाइल फूड प्रोसेसिंग पाकेजिंग मशीन जैसे इंजिनिरिंग प्रोडक्स निर्याद करता है
05:31जिससे हम देड़ लाग करोड की देड़ लाग करोड रुपे की आमदनी होती है
05:37इसके बाद भारत मोबाइल फोन, टाबलेट, लैप्टॉप, डेस्क्टॉप, मॉनिटर, कीबोर्ड, माउस जैसे सामान निर्याद करता है
05:47जिनसे 87,000 करोड रुपे की आमदनी होती है
06:0175,000 करोड रुपे की दवाईयां है, मेडिकल उपकरण निर्याद करता है
06:05और आखिर में हमारे किसान भी लगवग 50,000 करोड रुपे की सबजियां, फल, डाले अमेरिका को बेशते हैं
06:12लेकिन अब 25% टारिफ लगने से ये सारा सामान अमेरिका में महगा हो जाएगा
06:17और इससे भारत के किसानों, व्यापारियों, कामगारों, मजदूरों को नुकसान होगा
06:24और भी आसान भाषा में इसको आपके लिए समझाएं
06:28तो अभी अमेरिका में भारत से निर्यात हुआ कोई सामान 100 रुपे का बिकता है
06:34तो वो 25% टारिफ के बाद 125 रुपे का हो जाएगा
06:38और जब भारत का सामान महगा होगा तो इसकी मांग कम हो जाएगी
06:43मांग कम होगी तो निर्यात कम हो जाएगा
06:46निर्यात कम होगा तो भारत में जो लोग अब तक अपना सामान अमेरिका के बाजार में वेज रहे थे उनकी मुश्किलें बढ़ेंगी
06:51नौक्रिया व्यापार सब पर असर पड़ेगा
06:55अब ज्यादा तर लोगों के मन में यह सवाल है कि अगर ट्रेड डिल से इस रेसीप्रोकल जो टारिफ है उसको टाला जा सकता था तो यह ट्रीड डील क्यों नहीं हुए
07:07यहाँ आपको यह बात याद रखनी होगी कि यह ट्रेड डील अमेरिका के लिए भी जरूरी थी वो चाहता था यह जल्दी से हो जाए
07:13अगर अमेरिका ने भारत के सामान पर 25% टारिफ लगाया है तो इससे अमेरिका में ही महिंगाई बढ़ने वाली है
07:19और वहाँ लोगों का कॉस्ट अफ लिविंग यानि रोजमर्रा के जीवन के लिए जो खर्च चाहिए वो बढ़ सकता है
07:26इसलिए अमेरिकी भी इस वक्त डॉनल्ड ट्रम से बहुत परिशान है
07:30वो हर देश को ट्रेट की दमकी टारिफ बढ़ने की दमकी ये सब तो देते हैं
07:35चीन तक के साथ किया था ना फिर क्या हाल हुआ
07:37लेकिन जैसे ही चीजे जाता टारिफ के साथ वो लेंगे
07:41वो चीजे अमेरिकियों को महंगे दाम पर खरीद नी होगी
07:45लेकिन मैंगाई की आशंका के बावजूद अमेरिका ने फिर भी ये जोकी में सलिए उठाया
07:49क्योंकि उसे लगता है कि जब वो भारत की सामान पर शूरने से 3 प्रतिशत का टारिफ लगाता है
07:54तो भारत उसके सामान पर 80 प्रतिशत टारिफ क्यों लगाता है
07:59ये ट्रम्प बार-बार शुरू से जबसे वो इस बार सत्ता में आये हैं यही बात दोहराते रहते हैं
08:04कि हमसे तो इतनी टारिफ वसूलते हैं भारत ही 80 प्रतिशर टारिफ लगाता है अमेरिका के सामानों पर
08:10लेकिन उन्हें मिलता है सिर्फ 3% तर टारिफ कीसी गुत्थी को सुल जाने के लिए भारत और अमेरिका के भी स्ट्रेट डील पर बात शुरू ही लेकिन दावा है कि कुल 5 वजों से ये डील फाइनल नहीं हो पाई
08:21ये कारण बहुत दिल्चस्पन है इसके पीछे पहला बड़ा कारण था डेरी उद्द्योग अमेरिका चाहता था कि उसकी डेरी कंप्यों को भारत में प्रवेश की इजाज़त मिले लेकिन भारत इसके लिए तयार नहीं भारत की दलील ये थी कि अमेरिका में डेरी प्रो�
08:51जो सूर है उसका मचली घोड़े यहां तक की कुत्ते और बिल्ली के अवशेश भी होते हैं और ऐसा प्रोटीन की मात्रा बढ़ाने के लिए किया जाता है अमेरिका इन गायों और भेस के दूद को नॉन वेजटेरियन मिल कहता है और वो इसे भारत के वाजार में बेचना �
09:21अमेरिका चाहता था कि उसके सेब, ड्राइफ्रूट्स, आमंड्स, वालनाट्स पर भारत अब कम टारिफ लगाए लेकिन भारत ने इससे इंकार कर दिया भारत की दलील यह थी कि अगर उसने ऐसा किया तो भारत के घरेलू किसानों को नुकसान होगा और यह किसान अपना स
09:51खरी देंगे या आप वाशिंग्टन आपल खरी देंगे दील ना होने की तीसरी वजा है डेटा लोकलाइजेशन यह देखिए इस वक्त भारत में अमेरिका की जितनी भी कमपनिया काम कर रही है वो भारत का डेटा देश के बाहर स्टोर करके रखना चाहती है जिबकि सरका
10:21चौती वजा भारत ने अमेरिका के मेडिकल उपकरनों पर एक क्याप या लिमिट लगाई हुए जिसका मतलब यह है कि अमेरिका उसी लिमिट तक कुछ भी मेडिकल उपकरनों को भारत में बेच सकता है उसके बाद उसे इन उपकरनों को बेचने की इजाज़त ही नहीं है �
10:51कि वो ऐसा करने के लिए तैयार है लेकिन इसके साथ ही वो अपने बाजार, घरेलू व्यापारियों, अपने रिवेशकों को भी सुरक्षित रखना चाता है, उनको एक सेक्यूरिटी नेट देना चाता है
11:03नट्शेल में अगर हम आपको पूरी खबर समझाएं, तो जब भारत ने अमेरिका की खेर वाजिब शर्तों को मानने से इंकार कर दिया
11:12और ये कहा कि अगर ट्रेड यूनिलाटरल होगा, यानि सिर्फ एक तरफा और अमेरिका के पक्ष में होगा, तो भारत ऐसे में ट्रेड डिल नहीं कर पाएगा
11:20और यही बात शायद राशिपती ट्रॉम को पसंद नहीं आए, उन्होंने भारत पर ना सर्फ 25 प्रतिशत का टारिफ लगा दिया, बलकि ये भी कहा कि वो ट्रेड डिल नहीं करने के लिए भारत पर उल्टा पेनल्टी लगाएंगे
11:31हालाकि इस पर भारत सरकार का भी बयान आया है और हमारे वानेज और उद्योग मंत्राले ने कहा है कि सरकार ने दोय पक्षे व्यापार पर अमेरिकी राशपती के बयान का संग्यान लिया है
11:41और सरकार इसके प्रभावों का अध्याइन कर रहिए
11:45सरकार हमारे किसानों, दम्यों, शुक्ष्म, लगू एवं मध्यम उद्योगों
11:52यानि MSMEs के कल्यान की रक्षा और प्रोटसाहन को सर्वोच प्राथ मिक्ता देती है
11:57राश्यपती ट्रम्प के इस फैस्ते से अमेरिका में भारत का सामान महेंगा हो जाएगा
12:02भारत की फामा कंपनीज, एलेक्ट्रोनिक कंपनीज, टेक्स्टाइल कंपनीज, किसानों को नुकसान होगा
12:09अमेरिका को भारत का निर्यात घटा तो डॉलर के मुकाबले रुपया और कमजोर हो जाएगा
12:14और अगर भारत में डॉलर कम आया, तो हमारे विदेशी मुद्रा भंडार यारी फोरें रिजर्वस पर भी इसका बुरा असर पड़ेगा
12:21यारी कुल मिलाकर ये टारिफ की टेंशन भारत के लिए अच्छी खबर नहीं
12:25अलाकि जो लोग इस पैसले का कनेक्शन लोगसबा में प्रदानमत्वी मोदी के कल के भाशन से जोड़ रहे हैं
12:31वो भी बहुत बड़ी गलती कर रहे है
12:33जब लोगसबा में ऑपरेशन सिंदूर पर बहस के लिए तारीख भी तैन नहीं हुई थी
12:37उससे पहले ये फैसला हो चुका था कि अगर भारत और अमेरिका के भी इस ट्रेट डील नहीं हुई
12:41तो राश्रपती ट्रंप भारत पर रेसी प्रोकल टारिफ लागू कर देंगे
12:45इसके अलावा उपरेशन सिंदूर के बाद 18 जून को जब G7 समिट से लोटते हुए प्रधानमंत्री मोधी और राश्रपती ट्रंप की फोन पर बात हुई
12:54तब भी प्रधानमंत्री मोधी ने राश्रपती ट्रंप से ये कहा था
12:57कि भारत पाकिस्तान की सीजफायर में किसी तीसरे देश की भूमिका नहीं थी
13:01और ये जानकारी भारत के विदेश सचे विक्रम मिस्री ने खुद भी थी
13:05अगर नाराजकी की वज़े ये होती
13:09तो इस हिसाब से राश्रपती ट्रंप को डेढ़ महीन पहले भारत पर टारिफ लगा देना चाहिए था
13:15लेकिन तब उन्होंने ऐसा नहीं किया और इसलिए नहीं किया क्योंकि
13:18इस मुद्दे का टारिफ से कोई भी लेना देना है ही नहीं
13:22टारिफ और मद्रस्ता का मुद्दा अलग-अलग है और ये बात हम इसलिए भी कह रहे हैं
13:25क्योंकि भारत अमेरिका के सामान पर जो टारिफ लगाता है उस पर राश्रपती ट्रंप को
13:30बहुत पहले से एतराज रहा है वो सत्ता में आने के बाद से ही
13:34इस मुद्दे को हर देश के साथ उढ़ा रहे हैं जहां पर भी उनको ट्रेट डेफिसिट दिख रहा है
13:39आज से छे साल पहले जब डॉनल्ड ट्रंप अपने पहले कारकाल में अमेरिका के राश्रपती थे
13:44तब उन्होंने भारत का जीएसपी रद कर दिया था इसे जेनरलाइज सिस्टम औफ प्रेफरेंसेज भी कहते हैं
13:52जिसके तहट अमेरिका ने भारत को ये सुवधा दी थी कि वो अपना ज्यादतर सामान बिना इंपोर्ट डूटी और टारिफ के अमेरिका में बेच सकता था
13:58ताकि उसका आर्थिक विकास तेजी सो येक तरफ का व्याईपी पास था
14:02जिसमें हमें अमेरिका के बाजार में पहुँच बनाने में मदद मिली
14:07लेकिन राश्यपती ट्रॉप ने 2019 में सुवधा को समाप्त कर दिया था
14:12और सोचे तब तो मध्यस्ता की बात दूर दूर तक नहीं थी
14:16आप फुद सुनिए कि जून में विदेश सचिव विक्रमिस्ति ने राश्यपती ट्रॉप के दावों पर क्या कहा था
14:20और कल भी प्रधानमंत्री मोदी ने वही बात लोकसभा में दोहराई
14:24प्रधानमंत्री मोदी और राश्पती ट्रम की मुलाकात G7 समिट की साइड लाइन्स पर होनी तै थी
14:33राश्पती ट्रम को जल्दी वापस अमेरिका लोटना पड़ा जिसके कारण ये मुलाकात नहीं हो पाई
14:40इसके बाद राश्पती ट्रम के आग्रह पर आज दोनों लीडर्स की फोन पर बात हुई बातचीत लगबग 35 मिनट चली
14:5122 अपरेल को पहलगाम आतंग की हमले के बाद राश्पती ट्रम ने फोन पर प्रधानमंत्री मोदी को शोक समवेदना प्रकट की थी
15:03और आतंग के खिलाफ समर्थन व्यक्त किया था उसके बाद दोनों लीडर्स की ये पहली बातचीत थी
15:11इसलिए प्रधानमंत्री मोदी ने राश्पती ट्रम से ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विस्तार से बाग ती
15:19भारत के मुहतोड जवाब के कारण पाकिस्तान को भारत से सैन्य कारवाई रोकने का आगरह करना परा
15:27प्रदान मंत्री मोदी ने राश्पती ट्रम को स्पश रूप से कहा कि इस पूरे गटनाकरम के दौरान कभी भी किसी भी स्थर पर भारत अमेरिका ट्रेड डील या अमेरिका द्वारा भारत और पाकिस्तान के बीच मद्यस्ता जैसे विशेयों पर बात नहीं हुई थी
15:47सैन्य कारवाई रोकने की बात सीधे भारत और पाकिस्तान के बीच दोनों सेनाओं की existing channels के माध्यम से हुई थी और पाकिस्तान के ही आग्रह पर हुई थी
15:59प्रधानमंत्री मोदी ने जोर देकर कहा कि भारत ने न तो कभी मद्यस्ता सुईकार की थी न करता है और ना ही कभी करेगा इस विशेय पर भारत में पूर्ण रूप से राजनेतिक एकमत है
16:16दुनिया में किसी भी देश ने भारत को अपनी सुरक्षा में कारवाई करने से रोका नहीं है
16:28दुनिया के किसी भी नेता ने भारत के ऑप्रेशन रोकने के लिए नहीं कहा
16:46हुआ।
16:50ही हुआнож
16:58ही लिए बारत की धर्म निर्पेक्षता के बारे में हैं आज हम आपको यह बताएंगे कि एगर भारत की सेना अपने ऑपरेशन का नाम
17:06operation महादेव या operation शिव शक्ति रखती है तो क्या इससे भारत की धर्न रिपेक्ष्टा को खत्रा होता है
17:14पिशे तीन दिनों में भातिय सेना ने जम्मू कश्मीर में पांच आतंकियों को धेर किया
17:35इन में operation महादेव में तीन आतंकी मारे गए जो 22 एप्रिल के पहले गाओं हमले में शामिल थे
17:41operation शिव शक्ति में कुल दो आतंकी मारे गए जो पुंच में line of control के पास घुसपैट की कोशिश कर रहे है
17:48होना तो ये चाहिए था कि हमारे देश के नेता इन आतंकियों के खात्मे का जश्मनाते
17:53लेकिन उनका ध्यान सिर्फ सेना के operation के नाम पर गया
17:57ये नाम है operation महादेव और operation शिव शक्ति
18:00विपक्ष के नेताओं को आपत्ती है कि ये नाम हिंदूओं को खुश करने के लिए रखे गए है
18:05संजे राउत ने भी कहा है कि सरकार ने सेना की कारवाई का राजनीति करण किया है
18:10बीजेपी अब सेना की मदद से हिंदूओं की राजनीति कर रही है
18:15कॉंग्रेस, सामादमी पार्टी, समाजवादी पार्टी के सांसदों ने इन नामों पर विरोध जताया है
18:20और उनका कहना है कि सेना के ओपरेशन में हिंदु धर्म को लाना सही नहीं है
18:25लेकिन सरकार और बीजेपी के नेता इसका पचाव करे
18:27उनका कहना है कि जब आतंकी धर्म पूछ कर हिंदुओं को गोलियों से भून सकते हैं
18:33तो सेना आतंकियों का खात्मा करने वाले ऑपरेशन का नाम महादेव या शिवशक्ती तो नहीं रख सकते
18:40अपरेशन सिंदूर, अपरेशन महादेव, अपरेशन गंगा, अपरेशन यमुना यहीं करते रहेंगे
18:48यह आप खतियाग सोस के लोग हो, आप सहिंदिक अभ्यान में भी धर्म लाते हो, जात लाते हो, सब कुस लाते हो
18:56खोड़ के लिए औपरेशन महादेव के लिए कुछ भी आप रखना चाहें रख लीजिए महा मानो
19:05रख लीजिए जुमला रख लीजिए फेकून कुछ भी आप रखिए आपौप्रेशन का नाम लेगिन आप देश इसको समाधान दीजिए जवाब Bennett
19:14आइसे लोग के लिए को जवाबे नहीं आता अब इनको पगलेड कहें इनको कहें कि वुद्धीन कहें यह इसे लोग कहें कि
19:42जी के विरोध में यह भुलाई ही जा रहा है बहुत सारम है यह मोधी विरोध का सब्सक्राइब और कुछ नहीं इसमें इनको शिव नहीं नहीं दिखेंगे इनको सनातन नहीं दिखेगा
19:55है ऑघू करते हैं यह तडी सब्सक्राइब नहीं कि की
20:24ओप्रेशन सिंदूर और ओप्रेशन महादेव मजा का नहीं था भारत के सौर्ज का था ये दुर्भागपुर्ण है जिस देश का एलोपी ओप्रेशन सिंदूर और ओप्रेशन महादेव पर मजा लेने की बात करे और ये दुर्भागपुर्ण था
20:44चर्चाएं और लडाईया देखिए इस देश में किस बात पर होती है
20:48महादेव और शिव शक्ति ये दोनों नाम भगवान शिव को समर्पित है
20:52सभी देवों में सबसे महान सबसे श्रिष होने के कारण
20:57भगवान शिव को महादेव कहा जाता है
20:59यहां तक कि भगवान राम भी शिव की ही अराधना करते थे और इसी तरह शक्ती भी भगवान शिव का ही एक दिव्य स्वरूप है
21:08इसे अर्धिनारीश्वर भी कहते है जिसमें शिव जी शक्ती के बिना अधूरे है शक्ती शिव जी के बिना अधूरी है
21:17सेना ने अपने ऑपरेशन के लिए नामों को ही क्यों चुना इस पर तो आधिकारिक रूप से कई बयान कोई नहीं आया है लेकिन कहा जा रहा है कि पहली मुटभेड शिनगर जिले में महादेव पॉइंट के पास हुई थी इस ते पहले ऑपरेशन का नाम ऑपरेशन महादे�
21:47का नाम क्या होगा ये कभी भी सरकार ते नहीं करती है ये फैसला सिर्फ और सिर्फ सेना द्वारा लिया जाता है हाँ ये खबर जरूर आई थी कि जब ऑपरेशन सिंदूर सेना के तीनों अध्यक्षों के साथ तै किया जा रहा था तब तीनों सेना ध्यक्षों के साथ प्र
22:17कि ऑसमें और रखा जाएं संदूर का बदला ले रहे रहे लेकिन बाकी जितने भी
22:23operation होते है आतंक्यों कु मारने के या फिर ऐसे operations भोते हैं बारत में लंबे हंसे
22:27से परंपरा रहे हैं कि असना ने अपने operation का नाम हिंदू देवी देवताओं पर खुद ही रखा एफ कर
22:39ओपरेशन बजरंग यह नाम भी भगवान हनुमान को समर्पित था और उस समय देश में कॉंग्रिस की सरकार थी लेकिन तब किसी ने सेना के राजनिती करण का रूप नहीं लगा है
22:491988 में जब राजीव गांधी भारत के पी-एं थे तब भारतिय सेना ने श्रिलंका में शांती की स्थापना के लिए एक उपरेशन चलाया जिसका नाम था उपरेशन त्रिशूल
23:00यह नाम भी भगवान श्रिशूल को समर्पित था लेकिन तब भी इससे भारत की धर्म निर्पेश्टा का कोई खतरा नहीं था
23:081971 में बांगलादेश के निर्माण के लिए सेना ने जो उपरेशन ट्राइडेंट चलाया था वो भी अंग्रेजी शब्द जरूर है लेकिन ट्राइडेंट यानी शिव के त्रिशूल को समर्पित था भगवान शिव के त्रिशूल
23:221993 में एर इंडिया की एक फ्लाइट हाईजाक हो गई थी जिसके बाद सेना ने ऑपरेशन अश्व मेध चलाया था और यह भी नाम भगवान विश्व जी को समर्पित था लेकिन तब भी इस नाम से भारत की धर्म निर्पेश्टा को कोई खतरा नहीं हुआ लेकिन आज ऑप
23:52परंपरा रही वार क्राइश जिसमें धर्म और सांस्क्रितिक गौरफ का गहरा महत होता है जब भी वह दूश्मन पर टूट पड़ते हैं तो वह युद का उध्गोश करते हैं वह वार क्राइब करते हैं जैसे सिक रेजिमेंट के लिए सैने को का युद्गोश है जो बोल
24:22और इसलिए सिक रेजिमेंट में बहुत सोर सोर से बोला जाता है जो बोलिस्तों निहाल सच्छ्रियाकार नागा रेजिमेंट का है जै दुर्गा नागा और यह वार क्राई है युद्गोश है जब लड़ने जा रहे है तब भगवान के साथ गड़वाल राइफल्स का है ब�
24:52आशे गकल Emerg blind का दिखारे हैं आपको बदरी विशाल कीजये वो कहते है है राट गोरका रैफल्सरा
25:05और राजपताना राइफल्स गया देखे डोगरा रेजिमेंट का है ज्वाला माता कीजये और जै महाकाली आयो गोर खाली यह गोरख रेजिमेंट का है दात
25:18आजा राम चंद्र की जै ये उद्गोश है इसके साथ वो युद्ध के मैदान में तूट पड़ते हैं दुश्मनों पर भगवान को याद करते हैं वो धर्म नहीं होता है वो ताकत होती है जिस तरह की राजनीती आज हमारे देश में हो रही है क्या उसे देखकर आपको नही
25:48अरजुन आकाश है तो क्या इन नामों से भी जानबूच कर लुभाया जा रहा है किसी को इस राजनीती का सच क्या है वो आप इस वीडियो से ज़रा समझें पिछरे महीं ने इसराइल और इरान के बिच युद्ध हुआ था इसमें इसराइल के ऑपरेशन का नाम था राइ
26:18दूर प्राउमिस रखा ये नाम भी खुरान की आयतों से लिखा गया है दो महींने पहले जब पाकिस्तान ने भारत पर हमला किया था तब उसकी सेना ने ऑपरेशन का नाम दिया था बन्याल-ल-مرसूस
26:30यह नाम भी अल्ला से प्रेरित था जिसका मतलब होता है अल्ला की राह में लड़ने वाला
26:34लेकिन क्या आपने कभी सुना कि इन देशों में इन नामों का ही विरोध हुआ हो
26:39अमेरिका को पूरी दुनिया में लोगतंत्र और धर्म निर्पेक्ष्टा का चैंपियन माना जाता है
26:43लेकिन 2023 में जब अमेरिका ने इसराइल से अपने नागरिकों को सुरक्षत निकाला
26:48तब उसका नाम भी ऑपरेशन प्रॉमिस्ट लैंड रखा गया था जो बाइबल के एक कोट से प्रेरित था
26:56और आपको अमेरिका ब्रिटन फ्रांस में ऐसे कई उधारण मिल जाएंगे जहां सैने ऑपरेशन के नाम बाइबल से प्रेरित थे
27:02लेकिन ऐसा करने से इन देशों की धर्म निर्पेक्षता पर कोई खत्रा नहीं आया लेकिन हमारे देश में महादेव शिव शक्ती से तुरन भारत की धर्म निर्पेक्षता को खत्रा हो जाता है
27:14ऐसा इसले भी होता है क्योंकि हमारे देश में सिर्फ वोट बैंक के लिए राजनीती होने लगी है और इस बात को आप हमारे समविधान से सबच सकते हैं
27:22समविधान के जिस भाग तीन में मौलिक अधिकारों का जिक्र है उसमें रामायर के उस प्रसंग को अंकित किया गया है जिसमें भगवान शीराम सीता और हाई लक्षमण के साथ अयोध्या लोटे गी इसी तरह भारतिय समविधान और इसलिए ये तस्वीर भी हम लेकर आए है
27:52के दौरान भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन को उपदेश दिये थे और उनका कर्तव ये वाला नीचे वाला हिस्सा देगे ये ये ये वाला हिस्सा तो एक तरफ रामायर एक तरफ महाभार कि समविधान की दुहाई देने वाले क्या इन पन्नों को नहीं देखते इस
28:22जाजा विक्रमा दित्ति नालंदा विश्व विद्याले नटराज स्तुती स्वास्तिक चिन अकबर दरबार चत्रपती शिवाजी महराज और गुरु गोबिन सिंग जी का चित्र अंकेत है और इन पर किसी को कोई आपती नहीं हुई एक एक तस्वीर जो हम आपको यहाँ �
28:52कहता कि सरकार भारत की सम्विधान की हत्या कर रही है लेकिन ये तो मूल सम्विधान में है हमारे देश में सबसे बड़ी समस्या यही है कि यहाँ धर्म की बात आते ही इसमें राजनीती आ जाती है आज भी यही हो रहा है आज एक तरफ विपक्ष के नेता है जो यह कह रहे
29:22आतंगबादियों ने निर्दोष लोगों को उनका धर्म पुछ पुछ करके गोनिया मारी यह कुरूरता की पराकाश ठागी पहलगाव में जो नुसंस हत्या की गई निर्दोष नागरीकों की धर्म पुछ कर उनको मारा गया
29:49इनके परिवार के सामने मारा गया उन नर्दोष लोगों की जान उनका धर्म पूछ कर लिया गया यह अपने आम यह अपने आपने और मानिवेता का सबसे कुछ सिप और सबसे ग्रणतुदा हर्ण था
30:0726 बेटे पती पिता गुजर गये उनमें से 25 भारतिय थे
30:16और इस ख़बर के आखर में हम यही सवाल पूछ रही है कि जिन नेताओं को आतंकियों का धर्म नहीं दिखता है उन्हें सेना के आपरेशन के नाम में दर्म कैसे दिखता है
30:30operation का सेना के operation में धर्म कैसे देखता है
30:33कि गहरा सवाल है जरा फुर्सत से इसके बारे में आप जरूर सोचेगा और चर्चा कीजेगा
30:37चक्तिशाली भुकम का visualization करेंगे जिसकी पूरी दुनिया में बात हो रही है
30:42इस भुकम का केंद्र रश्या के उस इलाके में था जिसे कामचाट का कहते है
30:47रिक्टर स्केल पर इस भुकम की तीवरता आठ दशमलो आठ थी और ये दुनिया का छटा सबसे ताकतवर भुकम था
30:56इस भुकम का केंदर रश्या के जिस शहर में था उसका नाम है पैत्रो पैवलोवस्क कामचाट्सकाई और इस भुकम का केंदर जमीन से करीब 20 किलोमेटर नीचे था
31:08और ये पूरा शेत्र एक प्राइड वीप है यानि समंदर के किनारे मौजूद है और इस भुकम ने सुनामी का खत्रा पैदा कर दिया है
31:16देखे इस प्राइड वीप के अलग अलग तट्यक शेत्र में सुनामी की पांच मीटर यानि करीब 16 फीट उची लहरे उठी है
31:25समंदर में 16 फीट उची लहरे उठना कितना खतरनाक है या आप एक AI वीडियो से ज़रा देख सकते हैं समझ सकते हैं
31:3416 फीट तक होगे अगर किसी तटिया इलाके में एक सामाने घर हो जिसकी छट 10 फीट उची है और छट पर एक 6 फीट की हाइट वाला व्यक्ति लहरों से बचने के लिए खड़ा हो तो भी 5 मीटर उची सुनामी की लहरे सब कुछ तबाह कर सकते हैं
31:52ये सुनामी के बाद रश्या में कितनी तबाही हुई है ये फिलाल साफ नहीं है लेकिन 8.8 तीवरता के भूकम के बाद सुनामी का अलर्ट हर उस देश के लिए जारी कर दिया गया है जो इस समुद्री क्षेत्र से लगा हुआ है
32:04ये समुद्री क्षेत्र मुक्यरूप से प्रुशान्त महसागर का है और अगर आप इस नक्षे को देखेंगे तो रश्या के इस प्राइद वीप से उठा सुनामी का खतरा जापान अमेरिका का
32:14अलास्का और हवाई मेक्सिको इन तमाम इलाकों में है ये देखिए हम आपको दिखा रहे है जापान और कई लोग अब चर्चा कर रहे हैं क्योंकि कुछ लोग थे जिन्नों ने पहले भवश्यवानी की थी लेकिन ये जो स्थितियां बन रही है क्योंकि देखे अलास्का स
32:44बाद अल-सालवडॉर और अलसालवडॉर के बाद आप सीधे यहां पर पहुँच जाईए जापान गौम गौम पहुचे और यहां से
32:52न्यूजिलेंड इन तमाम जगों पर इंडोनेशा भी है फीजी निकारा गुवा पनामा यह तमाम जगा है यहां से फिर यह अलसालवडार कोस्टाडीका निकरागौा मेक्सिको हवाई इन तमाम जगों पर है याली इस पूरे क्षेतर में सुनामी की लहरे टकरा सकती है जिन
33:22बिलााल वहां एक किंडर कार्टन स्कूल को नुकसान पहुंचने की ख़चने की ख़बर है जो रुषय की रूस की तस्वीर कीरो से यह रूस में आपको दिखाएंगे तस्वीरे।
33:30रश्या के तटिया इलाकों में बड़ा नुकसान हुआ है जिसे आई जिसे आप हमारी इस रिपोर्ट के जरी समझ सकते।
33:37जानवरों का क्या हाल हुआ है सब लहरों के साथ कैसे किनारे में आ गए है और वहां तरप रहे हैं आपने देखा रश्या में आई इस भुकम के बाद सुनामी का सबसे बहुत जादा जो खत्रा है उन देशों को है जो इस प्राइदवीब के करीब है जापान के अलावा अमे
34:07ये सब शामिल है मौजूदा सिती ये है कि इस भुकम के बाद चीवा और फुकुशिमा में तीन फीट उची लहरे उट रही है और ये एजंसियों ने चेताब नहीं दिये कि इन लहरों की उचाई कुछ समय में और भी बढ़ सकती है सिर्फ कल्पना कीजे कि इस वक्त कितन
34:37जिसे पर्माडू रियाक्टर को काफी नुकसान हुआ था और इसे बड़ा पर्माडू खत्रा पैदा हो गया था और इस बार भी सुनामी की चेताबनी के तुरंट बाद फुकुशिमा पर्माडू रियाक्टर खाली करवा दिया गया है
34:48यह देखिए जो हालत है पिछले बार की जापान में सुनामी का सबसे ज़्यादा खत्रा देश के पूर्वी क्षित्र में रहने वाले लोगों को है
34:58तटिया इलाके में रहने वाले सभी लोगों को उची जगों पर जाने के लिए पहले से बोल दिया गया है
35:03सुनामी के खत्रे के को देखते हुए टोक्यो में भी लोगों को साफधानी बरतने के लिए कहा गया है
35:09सुनामी की लहरे कितनी उची होंगी यह भी साफ नहीं है
35:12इसलिए अभी बही कई लोग उचे स्थानों पर ना जाकर घर की छटों पर मौजूद है
35:18एक्सपर्ट का दावा है कि जपान में एक से जादा दिनों तक उची लहरे अभी आ सकती है
35:24जापान के अलावा अमेरिका के अलासका हवाई द्वीप पर भी बड़ा खत्रा है
35:28यहाँ पर सुनामी के शुरुआती असर दिखने लगा है
35:31यह आप ड्रोन की तस्वीरे देख रहे है
35:34अलासका हवाई की भौगोलिक स्थिती ऐसी है
35:36जिसे वहाँ इस भुकम के बाद उती सुनामी का असर होना तैह है
35:40अमेरिका के अलासका का क्षेतर कामचाटका प्राइद वीप के बिलकुल पास है
35:44और इसके अलावा हवाई दूइट पर भी सुनामी की लेरों का टकराना तैह है
35:48इसके अलावा अमेरिका ने कैलिफोर्निया के तटिया इलाकों के लोगों को साफदान रहने के लिए कहा है
35:52सुनामी की चेताबनी के बीच
35:56जापान, अमेरिका, अन्य देशों में अभी क्या स्थिती है
36:00यह हम आपको एक रिपोर्ट के जरी जल्दी से दिखा देते हैं
36:03लोग देशत में एरिक्टर स्केल पर 8.8 तीवरता का भुकम कितना शक्तिशाली होता है
36:08यह भी आपको समझना चाहिए
36:108.8 तीवरता वाले भुकम से जितनी उर्जा निकलती है
36:14वो हिरोशिमा और नागा साकी जैसे 10,000 परमाणू बमो जितनी आकी जाती है
36:22आपने सही सुना है
36:23हिरोशिमा और नागा साकी जैसे 10,000 परमाणू बमो जितनी आकी जाती है
36:29इसलिए जब भूकम पाता है तो आसपास के कई किलोमेटर तक के एक्षेत्रों पर इसका असर महसूस किया जाता है
36:35साल 1952 के बार ये पहली बार है जब रश्या में इतना बड़ा भूकम पाया है
36:42साल 1952 में रश्या के एक्षेतर में रिक्टर स्केल पर नो तीवरता का भुकम पाया था उससे ये सिर्फ 0.2 पीछे है
36:52ये भुकम कामचाटका के पास कुरील आइलेंड पर आया था और उस भुकम के बाद सुनामी की 50-60 फ्रीटूची लहरे गई थी
37:00जिसका असर जपान, हवाई, अलासका, चिली इंतमाब देशों पर हुआ था भुकम पर सुनामी की वज़े से 2000 से ज़ादा लोगों की जान चली गई था
37:121952 में आए भुकम की तुलना में, आज आए भुकम में बहुत जादा अंतर नहीं है, इसलिए इसे दुनिया का छटा सबसे शक्तिशाली भुकम का जा रहा है, कितना नुकसान हुआ है, धीरे धीरे उसे आँका जा रहा है, साल 1935 से पहले भुकम की तीवरता मापने के सही �
37:42होने के उपकरण के अविश्कार के बाद लिखेत रूप से जो सबसे बड़ा भुकम बताया जाता है, वो चिली में आया था, साल 1960, इसे ग्रेट चिली भुकम काहा जाता है, जिसकी तीवरता सारे 9 मापी गई थी, इसमें 1655 लोग मारे गए थे और 20 लाक लोग बेघर हो ग
38:12मारे गए थे, तीसा बड़ा भुकम 2004 में इंडोनेशिया के सुमात्रा में आया, जिसकी तीवरता 9.1 मापी गई, इस भुकम में 2,80,000 लोग मारे गए, 11,00,000 लोग बेघर हो चौता सबसे बड़ा भुकम जापान के तोहाकू में साल 2011 में आया 9.1 तीवरता थी, 15,000 से ज्य
38:42इस लिस में छटे नंबर पर 8.8 तीवरता वाला भुकम अब शामिल है, जिसमें 3 देश हैं, इसमें कल रोश्या के कामचाटका में भुकम पाया तोहे ही, इसके अलावा 1906 में एक्वेडॉर 2010 में चिली, इन दोनों देशों में 8.8 तीवरता का भुकम पाया थी, और कई लो
39:12है, जहां तेज भुकम पाते हैं, और सक्रिय ज्वाला मुखी है, इसमें रश्या का कुछ हिस्सा, जापान, फिलिपीन्स, पापुआ, न्यू गिनी, न्यू जिलन, कैलिफोनिया जैसे देश आते हैं, कामचाटका प्राइद्वीप की ही बात करें, तो यहां पर 300 ज्वाल
39:42है, सोचे अगर प्रत्वी पर रहने वाले लोगों को भुकम प्या सुनामी की सूचना पहले मिल जाए, कितना अच्छा होगा, कितनी जिंदगिया बचेंगे, इस चुनोती पर 15 सालों से काम कर रहे हैं, नासा और इसरो के वैग्यानिकों ने एक ऐसी साटलाइट तयार की ह
40:12इसरो और नासा ने मिलकर एक ऐसी साटलाइट लॉंच की है, जो पूरी प्रित्वी के निगरानी करेगी, इसकी मदद से प्रित्वी के सतय और जमीन के नीचे होने वाली हलचल की का रिकॉर्ड रखा जाएगा, ताकि प्राकृतिक आपदाओं से
40:40विश्व को बचाया जासे, नासा और इसरो ने अपनी साटलाइट को नाम दिया है निसार यानि नासा इसरो सिंथेटिक अपर्चर रिडार, आज इसे श्री हरी कोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से सफलता पूरवक लाँच कर दिया गया, इस निगरानी साटलाइट को �
41:10हम आपको इससे होने वारे फायदे के बारे में बताएंगे, लेकिन उससे पहले आपको निसार की लाँचिंग की खास तस्वीरें दिखाएंगे
41:40निसार एक डूल फ्रिक्वेंसी वाला रडार सिस्टम साटलाइट है जिसे प्रित्वी साटलाइट है जिसे प्रित्वी साटलाइट है
42:10से 740 किलोमेटर की उचाईपर स्थापत किया जाएगा ये साटलाइट अपनी जगह से एक बार में प्रित्वी के करीब 240 किलोमेटर कशेत्र की निगरानी करेगा
42:2024 गंटे के अंदर निसार पृत्वी के 15 चक्कर लगाया यानी ते करीब 1,5 घंटे में ये पृत्वी का एक चकर लगा लेगा अर 12 दिन पर,
42:30निसार पृत्वी के किसी खास लोकेशन में हो रहे बदलाव की जानकारी देगा
42:35ये साटलाइट दिन रात और हर मौसम में पृत्वी पर होने वाले बदलाव रेकॉर्ड कर सकता है
42:39पृत्वी पर होने वाली छोटी से छोटी हलचल पर इसकी नजर होगी
42:42इसलिए इसे भारते सेना के लिए भी काफी खास माना जा रहा है
42:47निसार पृत्वी पर आने वाले भूकम, लैंसलाइड, जुआला मुकी विसफोटो का डेटा इकठा करेगा
42:53इसके अलावा ये खेती और उपजाव जमीनों का डेटा इकठा करेगा
42:56पृत्वी पर मौझूद ग्लेशियर्स, बर्फ के पिघलने की गती पर भी ये नज़र रखेगा
43:01और बारिश, बार, तूफान, समंदर का जलस्तर बढ़ने से जुड़ा डेटा भी इकठा करेगा
43:07निगरानी से मिले डेटा के आधार पर वैग्यानिक प्राक्रतिक आपदाओं के बारे में जल से जल जानकारी देंगे
43:14जिससे जानमाल का नुकसान कम होगा, निसार का डेटा लोगों के लिए बहुत फाइदमन साबित होगा
43:20इसकी मदद से किसानों को बता जा सकेगा कि उनकी जमीन कितनी उपजाओ है
43:24या उनकी फसल अच्छी होगी या नहीं होगी
43:27निसार भूकम, भुसकलन, बाड, तूफान का डेटा और जो पैटर्न है उससे जुड़ी जानकारी देगा
43:35जिससे इनकी भविश्यवानी कम से कम एक ऐसा रफ एस्टिमेट वो लगा पाएंगे कि ऐसा कुछ हो सकता है
43:42इसकी मदद से जंगलों की अवैद कटाई की निगरानी होगी ताकि उसे सही समय पर रोका जा सके
43:47जलवायू परिवर्तन हमारी प्रित्वी के लिए चुनोती है इसलिए निसार इस पर पहनी रज़र रखेगा
43:53ग्लेशर का पिगलना समुद्र के जलस्तर का बढ़ना तट्या इलाकों को होने वाले नुकसान पर भी इसकी नज़र रहेगी
43:59आज भारत की अर्थवेवस्ता को लेकर एक अचीख खबर भी आई है
44:03इंटर्नाशनल मॉनेटरी फ़न्ड यानि आएमेफ ने दोजार चब्श के लिए जीडिपी ग्रोथ रेट का एक अनुमान जारी किया है
44:09जिसमें बड़े देशों में भारत के अर्थवेवस्ता सबसे उपर है
44:12अनुमान है कि वितवर्ष दोजार चब्श में पूरी दुनिया का जीडिपी ग्रोथ रेट तीन प्रतिशत रह सकता है
44:18जबकि भारत का जीडिपी ग्रोथ रेट 6.4 प्रतिशत हो जाएगा
44:23दुनिया की बड़ी अर्थवेवस्ता में भी भारत सबसे आगे रहेगा
44:29अमेरिका का जीडिपी ग्रोथ रेट 1.9 परसेंट रह सकता है
44:32ब्रिटिन का 1.2 प्रतिशत, रश्या का 0.9 प्रतिशत, जापान का 0.7 प्रतिशत, यूरोपिन यूनियन का एक प्रतिशत, क्यानडा का 1.6 प्रतिशत, ब्रजील का 2.3 प्रतिशत और चीडिपी ग्रोथ रेट 4.8 प्रतिशत रह सकता है
44:49जो भारत से कम ही होगा और हम 6.4 प्रतिशत की विकासदर के साथ अगले साल भी आगे बढ़ेंगे
44:56याकड़े इसलिए जरूरी है क्योंकि जब आबादी के लिहाज से इतने बड़े देश की अर्थव्यवस्ता सबसे तेजी से आगे बढ़ती है
45:04तो इसे देश में लगे कारखानों, फैक्टरियों, कमपनियों, छोटे दिकानदारों, नौकरी पेशा लोगों को आमदनी में फायदा होता है
45:11और टैक्स से सरकार की भी आए यानि इंकम पढ़ती है
45:15बुरा वक्त आने पर ही अपनों में छिपे गैर और गैरों में छिपे अपनों का पता चलता है
45:22नमस्कार

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