00:00लोगों को अचंबह व जोंका क्या हुआ दादी जोग जोग के ढूड़े जा रही हो अरे स्ष भोगई स्षूई नहीं मल॓गा लेया
00:08थी सुई से पहली बात तो दिखाई तुमको देता नहीं अरे तुम अब दादी से बत्तमीजी करोगे सुई खोजो पूरा गाउं खोज रहा है सुई तो आदा गंटा हो गया और जितनी वो जगह थी वहां उसमें धूल भी पूरी च्छान ली सुई निकली नहीं तो एक भल
00:38रोशनी बाहर है तो हम यहां खोजेंगे न अबर दादी जो चीज जहां खोई होती है वहीं मिलेगी न नहीं बेटा जो चीज जहां देखना संभव होता है वहां मिलेगी दादी सुई मिली क्या बेटा तुम्हें खुदा मिला क्या तुम भी तो वहां ही देख रहे हो न �
01:08हैं बाहर तो मैं सुई बाहर खोज रही हैं अगर मुझे सुई नहीं मिल सकती तुमको खुदा कहां से मिलेगा पूरा गांव भॉचक का दादी यह पहले परिशान किया घंटा भर सुई खुजवाई अपर साबित कर दिया कि हम सब जुन्नू लाग तो गडबर हमारी सारी कह