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  • 5 days ago
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Transcript
00:00तो एक सूफी संथ होते थे, उन्होंने सब त्याग दिया थे, पर वो जहां रहते थे, वहाँ पानी ज़रा कम होता था, वो सूखा ही लागा, रेत ज्यादा पानी कम, तो कहते थे, बागी सब तो छोडी रखा है, मैं दो चीजें अपने साथ रखता हूँ, तो वो एक तो ए
00:30हिरण पानी पी रहा, बढ़याँ पानी होगा, पुए में पानी लवा लब भिलकुछ छल प्राए है, मस्त अपना हिरण वहां से PY पाकर करके चला गया, तो ये भी गए उसके पास कोंई के पास के जलदी से पानी पी ले, तो जब ये जाते हैं, तो क्या पाते हैं, ये प
01:00और हिरन के पास वो मटका भी नहीं है, तो हिरन के लिए पानी यहां तक था, तुम्हारे पास रस्ती है तो इसलिए पानी यहां था, तुम्हारे पास चू कि बड़े साधन है, इसलिए साध्य तुमसे दूर चला गया, तुम्हारे पास होशियारी चतुराई बहुत है, इसल

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