🧔🏻♂️ आचार्य प्रशांत से समझे गीता और वेदांत का गहरा अर्थ, लाइव ऑनलाइन सत्रों से जुड़ें: https://acharyaprashant.org/hi/enquiry-gita-course?cmId=m00021
📚 आचार्य प्रशांत की पुस्तकें पढ़ना चाहते हैं? फ्री डिलीवरी पाएँ: https://acharyaprashant.org/hi/books?cmId=m00021
📲 आचार्य प्रशांत की मोबाइल ऐप डाउनलोड करें: Android: https://play.google.com/store/apps/details?id=org.acharyaprashant.apbooks iOS: https://apps.apple.com/in/app/acharya-prashant/id1603611866
📝 चुनिंदा बोध लेख पढ़ें, खास आपके लिए: https://acharyaprashant.org/en/articles?l=1&cmId=m00021 ➖➖➖➖➖➖ पूरा वीडियो : एक युवक, जिसे अपने पैजामे और नाड़े पर गज़ब भरोसा था || आचार्य प्रशांत, बौद्ध दर्शन पर (2023) ➖➖➖➖➖➖ #AcharyaPrashant #आचार्यप्रशांत #SufiSaint #TyagKiKahani #SpiritualWisdom
00:00तो एक सूफी संथ होते थे, उन्होंने सब त्याग दिया थे, पर वो जहां रहते थे, वहाँ पानी ज़रा कम होता था, वो सूखा ही लागा, रेत ज्यादा पानी कम, तो कहते थे, बागी सब तो छोडी रखा है, मैं दो चीजें अपने साथ रखता हूँ, तो वो एक तो ए
00:30हिरण पानी पी रहा, बढ़याँ पानी होगा, पुए में पानी लवा लब भिलकुछ छल प्राए है, मस्त अपना हिरण वहां से PY पाकर करके चला गया, तो ये भी गए उसके पास कोंई के पास के जलदी से पानी पी ले, तो जब ये जाते हैं, तो क्या पाते हैं, ये प
01:00और हिरन के पास वो मटका भी नहीं है, तो हिरन के लिए पानी यहां तक था, तुम्हारे पास रस्ती है तो इसलिए पानी यहां था, तुम्हारे पास चू कि बड़े साधन है, इसलिए साध्य तुमसे दूर चला गया, तुम्हारे पास होशियारी चतुराई बहुत है, इसल