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  • 5 days ago

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00:00नमस्ति सर्व मैं दिली से हूँ 25 years old बैक अप दुमाइंड ये चलता रहता है उस परसन की प्रती थोड़ा सा अट्रेक्शन होई जाता है
00:10महिला है आपके जीवन में पुरुष तो आएंगे प्रशन ये है कौन सा पुरुष आएगा किस लिए आएगा
00:27आप लड़कियों से बात करिएगा वो कहेंगी कि बस वगेरा में जिनको दादा जी बोल करके बगल में बैठ जाओ या हाथ थमादों की खड़े हो जाएगा
00:40उनकी नजरे भी वैसी ही होती है भीतर अभी जवानी बद-बद-बद कर रही होगी
00:46जानवर होते हैं साल में उनका कुछ समय आता है उस समय मेटिंग कर लेते हैं उसके लावा वरना वो मस्त रहते हैं
00:54मनुष्य ही है जो मैडली सेक्शूल हो गया है आपको जो चीज चाहिए चूकि वो आपको नहीं मिल रही है
01:02इसलिए आप एक दूसरी दिशा में एकदम अंधे हो कर गे पागल की तरह दोड़े ही जाते हो पूरी जिंदगी दोड़े जाते हैं
01:10अच्छा काम अच्छा हो जाना वासना को भी एक सही दिशा दे देता है
01:22नमस्ते सर्व मैं दिली से हूं 25 यर्ज ओल्ट जिस एज में हूं उसमें ऑपोज़िट सेक्स के प्रती थोड़ा सा अट्रेक्शन होई जाता है
01:33यह बता चलता है कि यह इस दिर्रेक्षन में नहीं जाना है
01:43je try करते हो अपने अंड से जो भी कर सकते हूं की
01:50communication को खतम कर देती हूं
01:53distance maintain कर लेती हूं
01:55लेकिन back of the mind यह चलता रहता है
01:57उस person की कि विशह में thoughts चलते रहते हैं
02:00इस वज़े से कोई भी काम करने में स्टक हो जाती हूं completely
02:03तो इसको deal कैसे करें मुझे समझ नहीं आता
02:06कोई भी काम मत करो ना बढ़ियां काम करो
02:09अच्छा काम करो
02:13अच्छे काम से दो फाइदे होते हैं
02:18पहली बात
02:19मन में
02:22वासना का बवंडर नहीं उठता बहुत
02:30आदमी भी फिर अच्छा ही चुनोगे
02:32अच्छा काम
02:38अच्छा हो जाना
02:41वासना को भी एक सही दिशा दे देता है
02:44चनलाइज कर देता है
02:47आप महिला है
02:51आपके जीवन में पुरुष तो आएंगे
02:53पुरुषों के जीवन महिलाएं तो आएंगी
02:56प्रश्ण ये है कि कौन सा पुरुश आएगा किस लिए आएगा
03:06ऐसा तो कुछ बंधन है नहीं अध्यात्मे की विपरीत लिंगी से संपर्क वर्जित है
03:18ऐसा तो कुछ भी नहीं है
03:20और विपरीत लिंगी से नहीं बात करनी तो फिर आधी स्रिष्टी को छोड़ना पड़ेगा
03:26कहां जाओगी चुन-चुन के खोजने के पुरुश दिखे ही नहीं
03:32वो तो सारो चारो तरफ है
03:33तो पुरुशों से हर दिशा में हर क्षेत्र में संबंध बनने ही है
03:41जीवन बहतर करो, मन बहतर करो, काम बहतर करो, बहतर लोगों से संबंध बनाओ
03:50दिखो
03:57हमारी सेक्शुल ड्राइव
04:02प्राकृतिक भी नहीं होती
04:08ठीक से समझना, वो एक अर्थ में
04:17एक स्पिरिचुल कॉम्पेंसेशन होती है
04:22अगर सिर्फ प्राकृतिक होती तो उतनी ही होती
04:27जितनी जानवरों में पाई जाती है
04:29और जानवर कभी भी हाइपर सेक्शुल नहीं होते
04:33जानवर होते हैं साल में उनका कुछ समय आता है
04:44उस समय मेटिंग कर लेते हैं
04:45उसके लावा वरना वो मस्त रहते हैं
04:47उड़ रहे हैं, गा रहे हैं, खा रहे हैं, सो रहे हैं
04:50उनका यही काम रहता है
04:51मनुष्य ही है
04:55जो
04:57madly sexual हो गया है
04:59कामीनर
05:08कामुक सदा
05:096 रितु 12 मास
05:196 रितु 12 मास
05:21तो कोई जानवर कामुक नहीं रहता
05:23मनुष्य ही है
05:25जो हर समय है
05:27हर जगह
05:29बस इसी फेर में रहता है
05:31क्या वज़े है
05:32एक और चीज है
05:37जो मनुष्य मातर की विशिष्टता है
05:39वो क्या
05:40मनुष्य ही है जिसको मुक्ति की
05:43प्यास होती है
05:44है न
05:46और मनुष्य ही है जो हर समय कामुक रहता है
05:53अब इन दोनों बातों को जोडिएगा
05:54चुकि आपकी मुक्ति का उपक्रम
06:05कारेक्रम ठीक से नहीं चल रहा
06:10तो इसलिए आप मुआवजे के तौर पे भरपाई
06:14कॉंपेंसेशन के तौर पे
06:16सेक्शुली हाइपर एक्टिव हो जाते हो
06:19जानवर उसको मुक्ति चाहिए ही नहीं
06:26तो उसका जो सेक्शुल कारेक्रम है
06:31वो प्रक्रतिक के अंतरगत नियम बद्ध रहता है
06:35जो नियम है प्रक्रतिका उतने नियम में उसका कारेकरम चलता है
06:38चिडिया को पता है कितने साल कितने महीने में अंडे देने उसका वैसा ही रहेगा
06:45उससे आप बदल नहीं सकते बहुत ना कम करा सकते ना बहुत ज्यादा करा सकते अपने नुसार हो चलती है
06:52मनुष्य तो
06:57और ऐसी मनुष्य की
07:02अनन्त लिपसा है
07:06कि पचास का सत्तर का हो गया है
07:10उसके बाद वो जाके
07:11मेडिकल ट्रीटमेंट लेता है
07:12कि मुझे भी और भोगना है
07:14तमाम तरह की दवाईयां और
07:19उपचार आते हैं कि अभी तुम और लगे रहो
07:22खत्मी नहीं होता
07:26क्योंकि अहंकार खत्म नहीं होता
07:30अहं वृत्ति खत्म नहीं होती
07:33बात समझ में आ रही है
07:38आपको जो चीज चाहिए
07:41च्योंकि वो आपको नहीं मिल रही है
07:43जो चीज सचमुच चाहिए
07:44इसलिए आप एक दूसरी दिशा में
07:48एकदम अंधे हो करके
07:49पागल की तरह दोड़े ही जाते हो
07:51पूरी जिन्दगी दोड़े जाते हो
07:53मज़ें पचास सत्तर क्या
08:00असी नभे साल वाले
08:02आप लड़कियों से बात करिए
08:06का वो कहेंगे कि
08:08बस वगेरा में
08:10जिनको दादा जी
08:14बोल करके
08:15बगल में बैठ जाओ
08:18या हाथ थमादों की खड़े हो जाएं
08:20उनकी नजरे भी वैसी होती है
08:23नभे साल का होगा
08:28लेकिन
08:32भीतर अभी जवानी
08:35बद बद बद कर रही होगी
08:38क्यों?
08:43क्योंकि उम्र मिली थी
08:45मुक्ति के लिए
08:47उम्र मिली थी
08:49चेतना को एक उचा मुकाम देने के लिए
08:52वो करा भी नहीं
08:54और बेइमानी इतनी है
08:57कि वो अभी भी नहीं करना है
09:02उसकी जगह पर
09:06उसके विकल्प के तौर पर
09:09क्या करना है?
09:10sexual adventures
09:13तो इतनी बार इतनी लोगों ने आ करके वही चीज पूछी है
09:21कभी भावना के तौर पर कि किसी से लगाव है
09:26कभी सीधे सीधे देह के तौर पर पूछ लिया
09:30उत्तर हमेशा एक रहेगा
09:33वो करो जो करने के लिए पैदा हुए हो
09:37नहीं तो किसी न किसी तरह
09:43के जूठे विकल्प में फसोगे
09:47और नमबर एक विकल्प हमेशा यही होता है
09:52सेक्स
09:53उसके अलावा भी विकल्प होते हैं
09:57पैसा भी एक विकल्प होता है
09:58एडिक्शन्स कई तरह के वो भी विकल्प होते हैं
10:04कई तरह के एडविंचर्स वो भी विकल्प होते हैं
10:07पर दुनिया भर में जो एक सरोमान ने
10:10नमबर एक विकल्प है
10:11अध्यात्म का वो यही है
10:14असल में हमारी पूरी सभिता
10:17पूरी समाजिक विवस्था ही
10:19अध्याक्त्म के विकल्प पर टिकी हुई है
10:23सेक्स के नियमित आपूर्ती होती रहे इसलिए विवाह कर लो
10:30और नियमित आपूर्ती रहेगी जब सेक्स की तो बच्चे पैदा होंगे जरूर
10:36अब बच्चे एक बार पैदा हो गए फिर मुक्ति का कोई सवाल ही नहीं
10:40बस ठीक, फसे रहो
10:42समझे मैं आ रही है बात
10:51हम जानवर नहीं है
10:57नहीं है ना, इस बात को याद रखो
11:00सुनने में बहुत लगेगा कि ये कैसी
11:04old-fashioned बात कर रहे हैं
11:06पहली दोस्ती किताबों से होनी चाहिए
11:10कि ये लोग इन्होंने primary teacher जैसी बात कर दी
11:13मेरे पास और कोई बात है नहीं मैं क्या बता हूँ
11:17कोई और तरीका अगर उपियोगी होता तो मैं सुझा देता
11:21ग्यान के अतरिक्त
11:24मनुष्य का और कोई नहीं सहारा
11:28और ग्यान से ये नहीं होगा कि
11:34जिन्दगी भर कुवारी रहा जाओगी कोई लड़का नहीं मिलेगा
11:36ग्यान से ये होता है कि जो मिलेगा वो ढंका मिलेगा
11:42फाल्तू लोगों से बचे रहोगे जिन्दगी में ये कोई छोटी बात है
11:49इतनी अच्छी अच्छी फिल्में है क्यों नहीं देखते हो अब तो नेट्फ्लिक्स औगरा का जमाना है
12:01कहीं यहीं तो शुरुआत कर लो गूगल सर्च कर लो कि टॉप हंड्रेड मुवीस कौन सी हैं
12:09जो आज तक बनी उनको देख लो और विशेशकर भारत से बाहर की पिक्चरे देखो
12:17अपना यहां का जो कामधाम है उसमें तो पैदा ही हुए उसमें तो लथफथ ही हो
12:23देखो कि बाकी दुनिया किस तरह से जीती है उनकी सोच कैसी है उनके ढर्रे कैसे है
12:29उनके विचारों ने भी क्या उचाहिया ली है यह भी तो देखो खेला करो
12:37बहुत सारा जो सक्षुल कारेकरम होता हो सिर्फ इसलिए होता है क्योंकि शरीर ठका हुआ नहीं है
12:43शरीर को ठका हो रोज एक घंटा दो घंटा
12:46उससे जिन्दगी भर के लिए कोई स्पोर्ट्स भी सीख लोगे
12:51फिर भले तुम उमर में बढ़ जाओगे लेकिन जो चीज सीख लिए वो अपने साथ रहेगी न
12:57तो स्पोर्ट्स में जाओ अच्छी मूवीज देखो
13:02उची किताबे पढ़ो धंग के लोगों की संगत करो
13:08इसके अलावा अब मैं और क्या तरीके बताऊँ
13:11अपने छोटे से सर्कल में सीमित मत रहो
13:15यात्राएं किया करो
13:16जितना संभवो दूर दूर तक जाओ देखकर आओ दूसरी संस्कृतियां कैसे होती है
13:21दूसरे लोग कैसे बाचीत करते हैं
13:25उनके क्या तरीके हैं उनके क्या आदर्श हैं
13:28ये सब जानना जरूरी है
13:29इन सब चीजों में समय लगाओगे तो ये लड़की लड़के का थोड़ा कारिक्रम कम हो जाएगा
13:34और फिर कोई गुनाहा नहीं है कि लड़के से रिष्टा बना लिया तो
13:42बनेगा ही
13:43पर पहले भी क्या रहा हूँ अभी क्या रहा हूँ निन्यानवे प्रतिश्यत रिष्टे हम गलत लोगों से बनाते हैं
13:52बना नहीं होगा जब आएगा समय
13:55धंका मिल जाएगा बनाना रिष्टा
13:58सर पहले भी रहे हैं और काफी bitter experiences रहे हैं इसलिए ऐसा
14:03तो तुम्हें काये के लिए और अभी उसमें रेल चलानी है
14:06हो गया
14:10अब किताबों को मौका दो
14:18ठैक्यू सर
14:24अब प्रमाओना दो
14:26भी प्रमाओना है
14:39अब्रमाओन झाल
14:40करका धिर एनाते हैं
14:43जो भी पैक्कारों किताबों
14:48प्राइपा इसे ट्वेफब स्थमूटें
14:49इस ऊरिया इससे उतिक्टबगों किताबों से क्टीशभा उ हम स्टुम्हें

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